छत्तीसगढ़

सीजीटीईटी सहित पीईटी, पीपीएचटी, पीपीटी, प्रीएमसीए और बीएससी नर्सिंग प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 7 अप्रैल
Posted Date : 05-Apr-2024 5:56:12 pm

सीजीटीईटी सहित पीईटी, पीपीएचटी, पीपीटी, प्रीएमसीए और बीएससी नर्सिंग प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 7 अप्रैल

सारंगढ़ बिलाईगढ़।  छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल रायपुर ने छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीजीटीईटी) और जून-जुलाई 2024 से शुरू होने वाले कई प्रकार के कोर्स में एडमिशन हेतु आवेदन आमंत्रित किया है, जिसमें प्रीएमसीए, पीईटी, पीपीएचटी, पीपीटी आदि के प्रवेश परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 7 अप्रैल 2024 है। छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल रायपुर की वेबसाइट (व्यापमं डॉट सीजीस्टेट डॉट जीओव्ही डॉट इन) है। इस संबंध में विस्तृत जानकारी वेबसाइट vyapam.cgstate.gov.in और vyapamaar.cgstate.gov.in/ पर प्राप्त की जा सकती है। उल्लेखनीय है कि पोस्ट बेसिक नर्सिंग प्रवेश, एमएससी नर्सिंग प्रवेश परीक्षा के आवेदन के लिए अंतिम तिथि 11 अप्रैल 2024 है और पीएटी, पीव्हीपीटी प्रवेश परीक्षा के आवेदन के लिए अंतिम तिथि 14 अप्रैल 2024 है।

 

खराब, ठंडा, विषाक्त हुए नाश्ता-भोजन नहीं खाएं: सीएमएचओ डॉ पाणिग्राही
Posted Date : 05-Apr-2024 5:55:49 pm

खराब, ठंडा, विषाक्त हुए नाश्ता-भोजन नहीं खाएं: सीएमएचओ डॉ पाणिग्राही

सारंगढ़ बिलाईगढ़।  जिले में पिछले दिनों हुए दशगात्र कार्यक्रम में परोसे गए विषाक्त भोज के मद्देनजर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अवधेश पाणिग्राही ने भीषण गर्मी एवं गर्मी से भोज्य पदार्थों पर पड़ने वाली प्रभाव को ध्यान में रखते हुए अपील जारी करते हुए कहा कि बहुत देर तक पके हुए, जो कि ठंडा या विषाक्त हो चुका है। ऐसे नाश्ता या भोजन को नहीं खाएं। पके हुए भोज्य पदार्थ बहुत ही जल्दी खराब होकर नमीदार हो जाती है, जो जीवाणुओं के पनपने हेतु अनुकूल वातावरण निर्मित करते हैं। ऐसे भोजन के सेवन से आहार विषाक्तता एवं आमाशयिक आंत्र शोध (गैस्ट्रोएंटायटिस) होने की प्रबल संभावना रहती है। आहार विषाक्तता एवं आमाशयिक अंतर शोध होने से लोगों में तीव्र उल्टी एवं दस्त के लक्षण प्रकट होती है, जिससे शरीर में तेजी से शारीरिक इलेक्ट्रोलाइट व माइक्रोन्यूट्रीएंट की कमी हो जाती है। इस बीमारी से कई बार लोगों को हॉस्पिटलाइज भी करना पड़ता है। यह बीमारी संक्रमित व्यक्तियों के मल पर मक्खियों के बैठने पश्चात भोज्य पदार्थ एवं जल स्रोतों के संक्रमित होने से समुदाय में संक्रमण तेजी से फैलता है। डॉ पाणिग्राही ने लोगों से अपील की है, कि गर्मी के दिनों में लोगों को केवल ताजे भोज्य पदार्थों का ही सेवन करना चाहिए। बासी भोजन रखने वाले, स्वच्छता के अभाव वाले फूड सेंटर्स में खाने-पीने बचना चाहिये तथा यथासंभव सामूहिक भोज से भी बचना चाहिए ताकि व्यापक स्तर पर होने वाली आहार विषाक्त एवं आमाशयिक आंत्र शोध जैसे स्थिति से बची जा सके।

 

मुखबीरी बताकर नक्सलियो ने की ग्रामीण की हत्या
Posted Date : 05-Apr-2024 5:55:32 pm

मुखबीरी बताकर नक्सलियो ने की ग्रामीण की हत्या

मोहला-मानपुर।  जिले के मानपुर ब्लॉक के  सीता गांव थाना क्षेत्र के पिटेमेटा गांव में नक्सलियों ने मुखबिरी के आरोप में एक आदिवासी की हत्या कर दी है तथा  मृतक के शव के पास पर्चे फेंके हैं।  इसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया है। 
मिली जानकारी के अनुसार जिले के मानपुर ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पिटेमेटा में तीन सशस्त्र नक्सलियों ने अपने घर में सो रहे आदिवासी प्रेम सिंह घावडे को उठाया और अपने साथ ले गए। घटना को समय घर पर प्रेम सिंह के वृद्ध पिता मानसाय थे जिनके मिन्नतें करने के बाद भी नक्सली प्रेमसिंह को ले गये। कुछ देर बाद प्रेमसिंह के पिता अन्य ग्रामीणों के साथ नक्सलियों के गए रास्ते में पहुंचे तो गांव के स्कूल से कुछ दूर औंधी जाने वाले कच्चे मार्ग में प्रेमसिंह का शव मिला। इसके अलावा शव के उपर और आसपास बड़ी संख्या में आरकेबी डिवीजन के हवाले से जारी पर्चे फेंके गए थे।  इसमें मृतक प्रेम सिंह को पुलिस मुखबिर बताते हुए जन अदालत में उसकी हत्या किए जाने की बात लिखी गई है। वहीं पर्चों में कांग्रेस-भाजपा समेत राजनीतिक पार्टियों को मार भगाओ जैसे नक्सल आह्वान भी लिखे हुए थे। साथ ही पुलिस मुखबिरों को जनता और संगठन से माफ ी मांगते हुए मुखबिरी छोडऩे अन्यथा मौत की सजा पाने की चेतावनी भी दी गई है। घटना के करीब 12 घंटे बाद पुलिस जवान मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर मानपुर मुख्यालय भेज दिया है। वहीं पर्चों को भी जब्त कर लिया है। 

 

 घर में फिर घुसा दंतैल, ग्रामीण ने छत में चढकर बचाई जान
Posted Date : 05-Apr-2024 5:55:04 pm

घर में फिर घुसा दंतैल, ग्रामीण ने छत में चढकर बचाई जान

कोरबा। जिले के केंदई रेंज में हाथियों का आतंक कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। उल्टा और भी बढ़ रहा है। क्षेत्र में मौजूद हाथी रिहायशी इलाके में घुसने लगे हैं।
जिले के कटघोरा वन मंडल के परला गांव में गुरुवार रात दूसरी बार हाथी एक घर में घुस गया। हाथी से जान बचाने के लिए एक परिवार के लोग घर की छत पर चढ़ गए। सूचना मिलने पर वन अमला मौके पर पहुंचा और ग्रामीणों की जान बचाई। काफी मशक्कत के बाद हाथी को जंगल की ओर खदेड़ा गया। जानकारी के मुताबिक, गांव की पास जंगल से लगे राजकुमार गोस्वामी का एक मकान है। वह अपनी पत्नी और एक बेटी साथ रहते हैं। राजकुमार गोस्वामी ने बताया कि रात 9 बजे लगभग खाना खाने के बाद सभी सोने के लिए चले गए थे। लगभग 10 बजे के करीब हाथी की गरजने की आवाज सुनी। राजकुमार और उसका परिवार बाड़ी के तरफ खिडकी से झांक कर देखा तो एक हाथी बाड़ी में विचरण कर रहा था। इसके बाद राजकुमार, उसकी पत्नी और बच्ची किसी तरह अपनी जान बचाने सीढ़ी के ऊपर चढकर खपराई वाले छत पर चढ़ गए। इस दौरान वे हाथी की हर गतिविधियों पर ऊपर से ही नजर रख रहे थे। इसकी सूचना तत्काल वन विभाग को दी गई जिस पर वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचा और ग्रामीणों की मदद से दंतैल को खदेडने की कार्यवाही की। खदेड़े जाने पर दंतैल ने जंगल का रूख किया, जिस पर गोस्वामी के परिवार ने राहत की सांस ली। इससे पहले भी दंतैल हाथी बुधवार की आधी रात चंद्रिका प्रसाद साहू नामक ग्रामीण के घर में घुस गया था तब चंद्रिका व उसके परिवार के दो अन्य सदस्यों ने पटाव में चढकर अपनी जान बचाई थी। बाद में वन विभाग द्वारा उन्हें सुरक्षित निकाला गया।

 

एनआईटी रायपुर एवं राउरकेला संयुक्त रूप से महानदी बेसिन पर 3 साल का अध्ययन करेंगे
Posted Date : 05-Apr-2024 5:54:23 pm

एनआईटी रायपुर एवं राउरकेला संयुक्त रूप से महानदी बेसिन पर 3 साल का अध्ययन करेंगे

रायपुर। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) रायपुर और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान राउरकेला संयुक्त रूप से केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के लिए महानदी नदी बेसिन पर 3 साल का अध्ययन करेंगे। महानदी नदी बेसिन का मूल्यांकन और प्रबंधन जल शक्ति मंत्रालय के अध्ययन का एक हिस्सा है। कावेरी, नर्मदा, गोदावरी, कृष्णा, पेरियार जैसी प्रमुख भारतीय नदियों के लिए नदी बेसिन प्रबंधन योजना तैयार करने के लिए समान अध्ययन करने यह अनोखी पहल की जा रही है। इसी वर्ष फरवरी में एनआईटी रायपुर और एनआईटी राउरकेला के कंसोर्टियम संस्थान और आईआईटी कानपुर का  समन्वय संस्थान के रूप में राष्ट्रीय नदी संरक्षण विभाग जल संसाधन नदी विकास और गंगा कायाकल्प जल शक्ति मंत्रालय के बीच अध्ययन शुरू करने के लिए समझौता ज्ञापन (एमओए) पर हस्ताक्षर किए गए थे। महानदी नदी बेसिन के स्थिति मूल्यांकन और प्रबंधन योजना के लिए एक केंद्र का आधिकारिक उद्घाटन एनआईटी रायपुर में किया गया, केंद्र का उद्घाटन प्रोफेसर विनोद तारे, संस्थापक प्रमुख सीगंगा और प्रोफेसर आईआईटी कानपुर डॉ. एनवी रमना राव निदेशक, एनआईटी रायपुर और डॉ. के उमामहेश्वर राव, निदेशक, एनआईटी राउरकेला द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इस दौरान एनआईटी राउरकेला के निदेशक ऑनलाइन रूप में मौजूद रहे 7  प्रो. समीर बाजपेयी एनआईटी रायपुर में केंद्र प्रमुख हैं और प्रो. किशनजीत कुमार कटुवा, केंद्र प्रमुख एनआईटी राउरकेला हैं। एनआईटी राउरकेला की टीम के सदस्यों के साथ-साथ (सी महानदी) एनआईटी रायपुर की आयोजन टीम में डॉ. अजय अहिरवार, डॉ. इश्तियाक अहमद, डॉ. मणिकांत वर्मा, डॉ. विकास कुमार विद्यार्थी और डॉक्टर चंदन कुमार सिंह शामिल रहे। प्रोफेसर विनोद तारे ने बताया कि एनआईटी राउरकेला और एनआईटी रायपुर ओडिशा और छत्तीसगढ़ में महानदी नदी बेसिन पर व्यापक अध्ययन करेंगे, अध्ययन में नदी की वर्तमान स्थितियों का आकलन किया जाएगा और कई मापदंडों पर डेटा एकत्र किया जाएगा।

 

नवरात्र 9 से शुरू : माता देवालयों में चैत्र नवरात्रि की तैयारियां जोरशोर से जारी
Posted Date : 05-Apr-2024 5:53:40 pm

नवरात्र 9 से शुरू : माता देवालयों में चैत्र नवरात्रि की तैयारियां जोरशोर से जारी


रायपुर। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी राजधानी रायपुर सहित पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश में नव अप्रैल से धूमधाम से नवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। चैत्र नवरात्र जिसे वासंती नवरात्र भी कहते हैं। पौराणिक मान्यता के अनुसार  मां दुर्गा के नवस्वरूपों की नवरात्रि में विधिविधान से पूजन करने पर श्रद्धालुओं को न केवल अक्षय सुखों की प्राप्ति होती है अपितु उनके जीवन में आने वाली विघ्न बाधाओं को मां हर लेती है। चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर राजधानी रायपुर के प्राचीन मंदिर कलचुरि कालीन मां महामाया मंदिर पुरानी बस्ती, मां दंतेश्वरी मंदिर कुशालपुर, कालीमाता मंदिर महादेवघाट, आमापारा एवं आकाशवाणी रायपुर मरहीमाता मंदिर, बंजारी माता मंदिर, मावली माता मंदिर, कंकाली मंदिर, चंद्रहासिनी मंदिर चंद्रपुर, रतनपुर महामाया मंदिर, अंबिकापुर, बम्लेश्वरी माता मंदिर डोंगरगढ़ सहित प्रदेश के माता देवालयों में श्रद्धालुओं द्वारा माता के दर्शन के साथ ही जगराता भजन कीर्तन आदि का आयोजन किया जाएगा। इस हेतु समस्त माता देवालयों में नवरात्रि की तैयारियां एवं श्रृंगार आदि के संबंध में मंदिर समिति के सदस्यों द्वारा बैठकों का दौर जारी है। जंवारा बोना एवं घी एवं तेल के ज्योति कलशों के रखरखाव की तैयारियां जारी है। 
गौरतलब है कि प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी रायपुर सहित प्रदेश के अनेक ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों से मां बम्लेश्वरी के दरबार डोंगरगढ़ के लिए पदयात्रियों का जत्था बड़ी संख्या में दर्शन के लिए आठ अप्रैल की शाम को रवाना होगा। मुख्य सचिव छग शासन डीजीपी छग एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव द्वारा दुर्ग संभाग के आयुक्त एवं जिलाधीशों एवं पुलिस अधीक्षको ंको पदयात्रियों की सुरक्षित पदयात्रा के लिए आवश्यक निर्देश जारी किये गये हैं।