छत्तीसगढ़

महिला के आत्महत्या के मामले में पति पर दुष्प्रेरण का अपराध दर्ज, पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर भेजा रिमांड पर
Posted Date : 15-Apr-2024 4:39:12 pm

महिला के आत्महत्या के मामले में पति पर दुष्प्रेरण का अपराध दर्ज, पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर भेजा रिमांड पर

रायगढ़। जूटमिल पुलिस द्वारा महिला के फांसी लगाकर आत्महत्या के मामले में महिला को आत्महत्या के लिए उकसाने वाले उसके पति पर दुष्प्रेरण का अपराध दर्ज करते हुए आरोपी को आज गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
जानकारी के अनुसार दिसंबर 2021 में प्रीति खड़िया की शादी ग्राम गुडगहन में रहने वाले आनंद कुमार खड़िया के साथ सामाजिक रीति रिवाज से हुई थी। शादी के कुछ दिनों तक दोनों पति-पत्नी अच्छे से रह रहे थे। इसी बीच आनंद खड़िया उसकी पत्नी प्रीति को बोला कि वह परिवार के दबाव में आकर उससे शादी किया है उसकी पसंद कोई और लड़की थी। इस बात से प्रीति आहत हुई। उसके बाद आनंद खड़िया छोटी-छोटी बातों को लेकर प्रीति को मारपीट कर परेशान करता था। प्रीति अपने मायके वालों को पति के झगड़ा विवाद की बाते बताती थी। घरवाले आनदं को समझाएं भी पर उसका कोई असर आनंद पर नहीं हुआ। आनंद की लगातार उपेक्षा और मानसिक, शारीरिक प्रताड़ना से तंग आकर प्रीति 17 फरवरी 2024 के शाम फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतिका नव विवाहिता होने से मर्ग पंचनामा कार्यवाही कार्यपालिका दंडाधिकारी पुसौर द्वारा पंचनामा कार्यवाही किया गया। जांच में महिला के पति आनंद कुमार खड़िया पिता संतोष खड़िया उम्र 30 साल निवासी गुड़गहन थाना जूटमिल जिला रायगढ़ द्वारा प्रीति खड़िया को आत्महत्या करने के लिए दुष्परित करना पाए जाने पर जूटमिल पुलिस द्वारा मृतिका का पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त कर जांच में पाये गये साक्ष्य अनुरूप आरोपी मर्ग जांच से अपराध क्रमांक 189/2024 धारा 306 आईपीसी कायम कर आज आरोपी आनदं खड़िया को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। संवेदनशील प्रकरण की जांच विवेचना एवं आरोपी की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी जूटमिल निरीक्षक मोहन भारद्वाज, उप निरीक्षक अमृतलाल साहू तथा जांचकर्ता प्रधान आरक्षक मोहम्मद दिलदार कुरैशी की विशेष भूमिका रही है।

 

संवेदनशीलता : खरसिया पुलिस ने भटके विक्षिप्त युवक को परिजनों से मिलाया
Posted Date : 15-Apr-2024 4:38:40 pm

संवेदनशीलता : खरसिया पुलिस ने भटके विक्षिप्त युवक को परिजनों से मिलाया

रायगढ़ । चुनाव कार्य में व्यस्तता के बीच पुलिस का संवेदनशील चेहरा फिर सामने आया है । आज सुबह डॉयल 112 को सूचना मिली कि ग्राम परसापाली की ओर एक अज्ञात व्यक्ति को घरों के सामने मंडराते देखा गया है जिसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं लग रही और वह युवक अपना नाम, पता बताने में भी अक्षम है । डॉयल 112 के कमान कंट्रोल ने आवश्यक कार्रवाई के लिए इंवेट खरसिया राइनो को दिया । खरसिया राइनो स्टाफ द्वारा गुम/विक्षिप्त युवक के मिले इंवेट की जानकारी प्रशिक्षु आईपीएस/थाना प्रभारी खरसिया श्री आकाश श्रीश्रीमाल एवं खरसिया थाने के सहायक उप निरीक्षक लक्ष्मी राठौर को दिया गया । तत्काल खरसिया पुलिस कॉलर से संपर्क कर युवक का पता करते हुये ग्राम बरभौना थाना छाल पहुंचे । मौके पर ही एएसआई लक्ष्मी राठौर द्वारा अर्द्ध विक्षिप्त प्रतीत हो रहे युवक का फोटो व्हाटसअप ग्रुपों में शेयर कर पता लगाया गया जिस पर भटके युवक के समीप गांव के होने तथा युवक की मानसिक स्थिति कमजोर होने की जानकारी मिली । खरसिया पुलिस द्वारा डॉयल 112 वाहन से अर्द्ध विक्षिप्त युवक को उसके घर ले जाकर उसके मामा के सुपुर्द किया गया । उसके मामा ने बताया कि वही युवक का पालन पोषण कर रहा है, आज सुबह अचानक भांजा कहीं चला गया था । उसने खरसिया पुलिस को सकुशल भांजे को घर पहुंचाने के लिए धन्यवाद दिया । सराहनीय कार्य में थाना खरसिया के सहायक उप निरीक्षक लक्ष्मी नारायण राठौर और डायल 112 आरक्षक भगवती लक्ष्मे का विशेष योगदान रहा है ।

 

रायगढ़ संसदीय क्षेत्र के लिए आज 4 अभ्यर्थियों ने लिये नामांकन पत्र, 1 अभ्यर्थी ने किया नामांकन जमा
Posted Date : 15-Apr-2024 4:38:03 pm

रायगढ़ संसदीय क्षेत्र के लिए आज 4 अभ्यर्थियों ने लिये नामांकन पत्र, 1 अभ्यर्थी ने किया नामांकन जमा

रायगढ़।  लोकसभा निर्वाचन-2024 अन्तर्गत नाम निर्देशन पत्र लेने एवं जमा करने की प्रक्रिया 12 अप्रैल से प्रारंभ हो चुकी है। रायगढ़ संसदीय क्षेत्र क्रमांक-02 के लिए आज 4 नाम निर्देशन फॉर्म लिए गए। जिनमें डॉ.मेनका देवी सिंह-इंडियन नेशनल कांग्रेस, भवानी सिंह सिदार-हमर राज पार्टी, अल्बर्ट मिंज-हमर राज पार्टी एवं उदय कुमार राठिया-हमर राज पार्टी  के द्वारा नाम निर्देशन पत्र लिए गये।
इसी तरह एक अभ्यर्थी द्वारा आज नामांकन फार्म जमा किया गया है। जिनमें राधेश्याम राठिया-भारतीय जनता पार्टी ने 2 सेट में नामांकन फार्म जमा किया। नाम निर्देशन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 19 अप्रैल अपरान्ह 03 बजे तक है। 17 अप्रैल को सार्वजनिक अवकाश होने से नाम निर्देशन पत्र प्राप्त करने और जमा करने का कार्य बंद रहेगा।

 

रामनवमी 17 अप्रैल को शुष्क अवधि घोषित
Posted Date : 15-Apr-2024 4:37:42 pm

रामनवमी 17 अप्रैल को शुष्क अवधि घोषित

रायगढ़।  कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी कार्तिकेया गोयल ने छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम की धारा में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए कानून व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए लोकशांति के परीरक्षण हेतु 17 अप्रैल 2024 रामनवमी के दिन जिला रायगढ़ अंतर्गत संचालित मदिरा दुकानों, होटल बारों तथा देशी मदिरा भंडारण भाण्डागार, रायगढ़ को अपरान्ह 2 बजे से बंद रखने हेतु शुष्क अवधि घोषित किया है। उक्त शुष्क अवधि में मदिरा का संपूर्ण संव्यवहार प्रतिबंधित रहेगा।

 

सीएमएचओ ने ली विकासखण्ड स्तरीय मासिक समीक्षा बैठक
Posted Date : 15-Apr-2024 4:37:34 pm

सीएमएचओ ने ली विकासखण्ड स्तरीय मासिक समीक्षा बैठक

रायगढ़।  मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.बी.के.चंद्रवंशी द्वारा सिविल अस्पताल धरमजयगढ़ में विकासखंड स्तरीय मासिक समीक्षा एवं जिला कार्यालय के आरोग्यम् सभा कक्ष में आज समस्त विकासख्ंाडवार मितानिन समन्वयक व जिला मितानिन समन्वयक के साथ समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में एनीमिया मुक्त भारत, सिकल सेल जाँच, नियमित टीकाकरण, हाई रिस्क प्रेग्नेंसी, एनसीडी, सीएन.ए जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई। चर्चा के दौरान दो  महिला आर.एच.ओ पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा सख्त कार्यवाही भी की गई। एनीमिया के लिये किशोर/ किशोरियों तथा गर्भवती महिला का जाँच, सिकल सेल में 20 वर्ष से 40 वर्ष तक के सभी महिलाओं की जाँच, हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं का शुरूआती 6 महीने तक पता करके एनीमिक होने पर उनके लिये प्रसव होते तक आयरन, सुक्रोज का डोज दिये जाने हेतु निर्देश दिया गया जिससे एनीमिया की कमी से होने वाले गर्भवती महिलाओं की मृत्यु को रोका जा सकें साथ ही उनका विशेष ध्यान देते हुए फालोअप कर एमसीएच अस्पताल/मेडिकल कालेज में रिफर किया जायें तथा टीकाकरण के लिये जन्मजात बच्चे से लेकर 16 साल तक के बच्चों का एक भी टीकाकरण न छूटे, ऐसे समस्त बच्चों का टीकाकरण सेशन के दौरान विशेष ध्यान से टीकाकरण पूर्ण करने हेतु बताया गया तथा व्हीएचएसएनडी सेशन को सुबह 8 बजे से दोपहर 1 बजे तक रहकर पूर्ण करें ऐसा न होने पर उनकी फोटो खींचकर खंड चिकित्सा अधिकारी के पास बताने का निर्देश दिए। सी.एच.ओ/आर.एच.ओ महिला को ब्रेस्ट कैंसर संभावित महिलाओ की जाँच वस्त्र हटाकर गाँठे, गुठलिया जाँच कर पहचान कर मरीज को उच्च संस्था में रिफर करने हेतु निर्देश दिए। शूगर व टी.बी मरीजों का अनिवार्य रूप से एचआईवी टेस्ट करें। सी.एच.ओ/आर.एच.ओ को फील्ड में आर.सी.एच रजिस्टर के साथ सर्वे करने हेतु व एण्ट्री करने के निर्देश दिए।

 

सी-विजिल एप पर कोई भी नागरिक कर सकते है आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन की शिकायत
Posted Date : 15-Apr-2024 4:37:15 pm

सी-विजिल एप पर कोई भी नागरिक कर सकते है आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन की शिकायत

रायगढ़।  निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन के मामलों की ऑनलाइन शिकायत के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा खास तौर पर तैयार किए गए सी-विजिल एप पर कोई भी व्यक्ति यदि उसे कहीं आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मामला नजर आता है तो अपने मोबाइल से लाइव फोटो या वीडियो केप्चर कर इसकी शिकायत कर सकते है।
अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी राजीव कुमार पाण्डेय ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा शुरू किए गए नए सी-विजिल ऐप नागरिकों के लिए निर्वाचन के दौरान आदर्श आचार संहिता और व्यय संबंधी उल्लंघनों की रिपोर्ट करने के लिए एक नवोन्मेषी मोबाइल ऐप्लिकेशन है। सी-विजिल का अर्थ जागरूक नागरिक है और यह स्वतंत्र और निष्पक्ष निर्वाचनों के संचालन में नागरिकों द्वारा निभाई जा सकने वाली सक्रिय और जिम्मेदार भूमिका पर जोर देती है।
सी-विजिल एक उपभोक्ता अनुकूल एंड्रॉइड एप्लिकेशन है जिसे संचालित करना आसान है, जिसका उपयोग निर्वाचन तिथियों की घोषणा की तारीख से उल्लंघनों की रिपोर्टिंग के लिए किया जा सकता है। इस ऐप की विशिष्टता यह है कि यह केवल लाइव फोटो/वीडियो और ऐप के भीतर से ऑटो लोकेशन ही कैप्चर करता है ताकि फ्लाइंग स्क्वॉड को समयबद्ध तरीके से कार्य करने के लिए डिजिटल साक्ष्य मिलना सुनिश्चित हो सके। नागरिक एक तस्वीर पर क्लिक करता है या 2 मिनट का वीडियो रिकॉर्ड करता है। फोटो अथवा वीडियो को भौगोलिक सूचना प्रणाली द्वारा स्वचालित लोकेशन मैपिंग के साथ ऐप पर अपलोड किया जाता है। इसके सफलतापूर्वक सबमिशन के बाद इसे ट्रैक करने और अपने मोबाइल पर अपडेट प्राप्त करने के लिए नागरिक को एक यूनिक आईडी मिलती है। नागरिक इस तरह से कई घटनाओं की रिपोर्ट कर सकता है और उसे अनुवर्ती अपडेट के लिए प्रत्येक रिपोर्ट के लिए एक विशिष्ट आईडी प्राप्त होगी। ऐप के प्रयोक्ता के पास सी-विजिल ऐप के माध्यम से बेनामी रूप से शिकायतें दर्ज करने का विकल्प होता है। उस स्थिति में, सिस्टम को मोबाइल नंबर और अन्य प्रोफाइल संबंधी विवरण नहीं भेजे जाते हैं। हालांकि, बेनामी शिकायतों के मामले में, प्रयोक्ता को आगे की स्थिति के संदेश नहीं मिलेंगे क्योंकि सिस्टम फोन के विवरण को कैप्चर नहीं करेगा। हालांकि, नागरिकों के पास संबंधित रिटर्निंग अधिकारी से व्यक्तिगत रूप से ऐसी शिकायतों पर अनुवर्ती कार्रवाई संबंधी सूचना का विकल्प है।
नागरिक द्वारा शिकायत दर्ज करने के बाद सूचना जिला नियंत्रण कक्ष में आ जाती है, जहाँ से उसे फील्ड यूनिट को सौंपा जाता है। एक फील्ड यूनिट में उडऩदस्ता, स्थैतिक निगरानी टीम, रिजर्व टीम आदि होते हैं। प्रत्येक फील्ड यूनिट में एक जीआईएस-आधारित मोबाइल एप्लिकेशन होगा, जिसे सी-विजिल इंवेस्टीगेटर कहा जाता है, जिससे फील्ड यूनिट जीआईएस संकेतों और नेविगेशन तकनीक का अनुसरण करके सीधे लोकेशन पर पहुंचती है और कार्रवाई करती है।
फील्ड यूनिट में शिकायत पर कार्रवाई होने के बाद, उनके द्वारा निर्णय और निपटान के लिए संबंधित रिटर्निंग अधिकारी को अन्वेषक ऐप के माध्यम से फील्ड रिपोर्ट ऑनलाइन भेजी जाती है। यदि घटना सही पाई जाती है, तो सूचना को भारत निर्वाचन आयोग के राष्ट्रीय शिकायत पोर्टल पर अग्रिम कार्रवाई के लिए भेजा जाता है और जागरुक नागरिक को 100 मिनट के भीतर स्थिति के बारे में सूचित किया जाता है। इस ऐप के दुरुपयोग को रोकने के लिए इस ऐप में अंतर्निहित विशेषताएं हैं। कुछ महत्वपूर्ण विशेषताएं सूचीबद्ध हैं। सी-विजिल ऐप्लीकेशन केवल उन राज्यों की भौगोलिक सीमा के भीतर उपयोग की जा सकेगी, जहां निर्वाचन आयोजित किए जा रहे हैं। सी-विजिल प्रयोक्ता को चित्र या वीडियो क्लिक करने के बाद किसी भी घटना की रिपोर्ट करने के लिए 5 मिनट का समय मिलेगा। ऐप पहले से रिकॉर्ड की गई छवियों/वीडियो को अपलोड नहीं करने देगा, न ही यह प्रयोक्ताओं को सीधे फोन गैलरी में इस ऐप से क्लिक की गई तस्वीरों/वीडियो को सेव करने देगा। सिस्टम के दुरुपयोग को रोकने और एक ही स्थान से शिकायतों की पुनरावृत्ति से बचने के लिए, सिस्टम एक ही व्यक्ति द्वारा एक के बाद लगातार शिकायतों के बीच 5 मिनट का विलम्ब रखता है।
जिला नियंत्रक के पास फील्ड यूनिट को केस सौंपे जाने से पहले ही डुप्लिकेट, मामूली और अप्रासंगिक मामलों को छोडऩे का विकल्प होता है। सीविजिल ऐप्लीकेशन का उपयोग केवल आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से संबंधित मामलों को दर्ज करने के लिए किया जाना चाहिए। यदि सीविजिल  ऐप के माध्यम से व्यक्तिगत शिकायतें दर्ज की जाती हैं या सीविजिल  शिकायत का डिजिटल अनुलग्नक आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से असंबंधित पाया जाता है, तो जिला नियंत्रक किसी भी आगे की कार्रवाई के बिना किसी सीविजिल शिकायत को छोड़ सकता है। इसलिए नागरिकों को शिकायतों को दर्ज करने के लिए ईसीआई की मुख्य वेबसाइट का उपयोग करने या 1800111950 पर राष्ट्रीय संपर्क केंद्र में या 1950 में राज्य संपर्क केंद्र में कॉल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
एंड्रॉइड या आई ओ एस स्मार्टफोन में कर सकते है एप स्टॉल
सी-विजिल एप को गूगल प्ले स्टोर या आयोग की वेबसाइट से मोबाइल पर डाउनलोड किया जा सकेगा। इस एप का इस्तेमाल करने के लिए शिकायतकर्ता के मोबाइल पर जीपीएस और इंटरनेट चालू होना आवश्यक है। इस एप्लिकेशन का उपयोग करके नागरिक राजनीतिक कदाचार की घटनाओं को देखते ही तत्काल कुछ ही मिनट में इसकी रिपोर्ट कर सकते हैं और इसके लिए उन्हें रिटर्निंग अधिकारी के कार्यालय में भी नहीं जाना पड़ेगा। सी-विजिल जागरूक नागरिकों को जिला नियंत्रण कक्ष, रिटर्निंग अधिकारी और फील्ड यूनिट (फ्लाइंग स्क्वॉड)/ स्थैतिक निगरानी दलों के साथ जोड़ता है, जिससे एक तीव्र और सटीक रिपोर्टिंग, कार्रवाई और निगरानी प्रणाली का निर्माण होता है।
शिकायत पर फ्लाईंग स्क्वॉड टीम करेंगी शीघ्र कार्यवाही
शिकायत दर्ज करने से पहले आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वाली गतिविधि की केवल एक तस्वीर या 2 मिनट का वीडियो बनाएं और संक्षिप्त में इसका वर्णन कर दें। शिकायत के साथ कैप्चर की गई जीआईएस जानकारी स्वत: इसे संबंधित जिला नियंत्रण कक्ष को भेज दी जाती है, जिससे फ्लाइंग स्क्वॉड को कुछ ही मिनटों में घटनास्थल पर भेज दिया जाता है। सीविजिल ऑपरेटिंग मॉडल निम्नानुसार कार्य करेगा।