सारंगढ़ बिलाईगढ़। लोकसभा निर्वाचन 2024 अंतर्गत कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी धर्मेश कुमार साहू द्वारा स्वयं और उनके नेतृत्व में जिला प्रशासन द्वारा किए गए कॉलिंग, वीडियो कॉलिंग के निमंत्रण पर सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के मतदाता ने सुंदर जवाबी प्रतिक्रिया में घर लौटना प्रारंभ कर दिया है। जिले के कई गांवों में ऐसे मतदाता लौट रहे हैं। ऐसे ही सारंगढ़ विकासखंड के ग्राम गंजईभौना में पति-पत्नी के लौटने पर जिला प्रशासन द्वारा उनका स्वागत ढोलक मंजीरा बजाकर और फूल-माला तिलक लगाकर किया गया। यह हर्ष का विषय है कि लोकतंत्र के पर्व और देश के गर्व में शामिल होने के लिए जिले के नागरिक अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए निष्ठापूर्वक और गरिमापूर्ण समय अवधि में लौट रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी धर्मेश कुमार साहू ने जिले के ऐसे सभी मतदाताओं को जो रोजगार की तलाश में या अन्य किसी कारणवश बाहर निवास कर रहे हैं। 7 मई तक अपने घर लौट आने और मतदान करने के लिए अपील किया है। कलेक्टर ने आगे कहा है कि ऐसे मतदाता जो जून-जुलाई में खेती किसानी के समय लौटकर आते हैं वो इस साल लोकतंत्र के लिए समय पर मतदान के लिए 7 मई तक लौटकर आ जाएं।
सारंगढ़ बिलाईगढ़। अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर लोकसभा चुनाव में शत प्रतिशत मतदान के लिए सीईओ प्रज्ञा यादव के नेतृत्व में जनपद पंचायत बरमकेला के सभी ग्राम पंचायतों में सचिव, रोजगार सहायक, सक्रिय महिला के माध्यम से श्रमिकों के कार्यस्थल पर जाकर सामूहिक मतदाता शपथ लिया गया। सभी जागरूक मतदाता 7 मई को अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए मतदान कर लोकतंत्र को मजबूत बनाने में अपना योगदान देंगे।
रायपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत आने वाले रेल मंडलों में लगातार अधोसंरचना का काम किया जा रहा है। जिसके चलते रेलवे ने छत्तीसगढ़ से होकर गुजरने वाली 22 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। इन ट्रेनों के रद्द होने से गर्मी छुट्टी और शादी विवाह के सीजन के बीच यात्रियों परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
मिली जानकारी के अनुसार रेलवे प्रशासन की ओर से अधोसंरचना विकास के लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के नागपुर रेल मंडल के नेताजी सुभाष चंद्र बोस (इतवारी) रेलवे स्टेशन एलएचएस पुशिंग का काम किया जाएगा। यह काम 8 से 10 मई तक और 19 से 30 मई तक किया जा रहा है, जिसके चलते कई ट्रेनें रद्द रहेगी।
8 से 10 मई, 2024 तक डोंगरगढ़ से चलने वाली 08711 डोंगरगढ़-गोंदिया मेमू पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी।
9 से 11 मई, 2024 तक गोंदिया से चलने वाली 08712 गोंदिया-डोंगरगढ़ मेमू पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी।
8 से 10 मई, 2024 तक गोंदिया से चलने वाली 08713 गोंदिया-सुभाष चंद्र बोस (इतवारी) मेमू पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी।
9 से 11 मई, 2024 तक सुभाष चंद्र बोस (इतवारी) से चलने वाली 08716 सुभाष चंद्र बोस (इतवारी) -गोंदिया मेमू पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी।
9 से 11 मई, 2024 तक सुभाष चंद्र बोस (इतवारी) से चलने वाली 08756 सुभाष चंद्र बोस (इतवारी) रामटेक मेमू पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी।
9 से 11 मई, 2024 तक रामटेक से चलने वाली 08751 रामटेक-सुभाष चंद्र बोस (इतवारी) मेमू पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी।
8 से 10 मई, 2024 तक सुभाष चंद्र बोस (इतवारी) से चलने वाली 08754 सुभाष चंद्र बोस (इतवारी) –रामटेक मेमू पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी। 8 से 10 मई, 2024 तक रामटेक से चलने वाली 08755 रामटेक-सुभाष चंद्र बोस (इतवारी) मेमू पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी।
8 से 10 मई, 2024 तक सुभाष चंद्र बोस (इतवारी) से चलने वाली 08714 सुभाष चंद्र बोस (इतवारी) बालाघाट मेमू पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी। 8 से 10 मई, 2024 तक बालाघाट से चलने वाली 08715 बालाघाट-सुभाष चंद्र बोस (इतवारी) मेमू पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी।
8 से 10 मई, 2024 तक सुभाष चंद्र बोस (इतवारी) से चलने वाली 08281 सुभाष चंद्र बोस (इतवारी)- तिरोडी पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी।
8 से 10 मई, 2024 तक तिरोडी से चलने वाली 08284 तिरोडी-तुमसर रोड पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी।
8 से 10 मई, 2024 तक तुमसर रोड से चलने वाली 08283 तुमसर रोड-तिरोडी पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी।
8 से 10 मई, 2024 तक तिरोडी से चलने वाली 08282 तिरोडी- सुभाष चंद्र बोस (इतवारी) पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी।
6 से 08 मई, 2024 तक टाटानगर से चलने वाली 18109 टाटानगर-सुभाष चंद्र बोस (इतवारी) एक्सप्रेस रद्द रहेगी।
8 से 10 मई, 2024 तक सुभाष चंद्र बोस (इतवारी) से चलने वाली 18110 सुभाष चंद्र बोस (इतवारी)- टाटानगर एक्सप्रेस रद्द रहेगी।
8 से 10 मई, 2024 तक नागपुर से चलने वाली 11201नागपुर- शहडोल एक्सप्रेस रद्द रहेगी।
9 से 11 मई, 2024 तक शहडोल से चलने वाली 11202 शहडोल-नागपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी।
कोरबा। वनमंडल कोरबा के कुदमुरा रेंज में 36 हाथियों का दल फिर पहुंच गया है। धरमजयगढ़ क्षेत्र से धमके हाथियों के इस दल ने रेंज अंतर्गत गुरमा गांव में एक दर्जन ग्रामीणों के खेतों में लगे धान की फसल को रौंद दिया है। जिससे संबंधितों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। हाथियों के इस दल में 7 नर, 20 मादा तथा 9 शावक शामिल हैं, जिसने क्षेत्र में आते ही उत्पात मचाना शुरू कर दिया है। हाथियों के इस दल के श्यांग व सिमकेदा की ओर आगे बढऩे की संभावना है। जिसे देखते हुए संबंधित अमले को सतर्क कर दिया गया है। एक अनुमान के मुताबिक हाथियों के ताजा उत्पात में ग्रामीणों को हजारों रुपए की चपत लगी है। वन अमला द्वारा इसका आंकलन कर रिपोर्ट तैयार की जा रही है जिसे मुआवजा स्वीकृति के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपा जाएगा। वन विभाग की ओर से वन्य प्राणियों द्वारा संपत्ति को नुकसान पहुंचाए जाने पर उसकी भरपाई के लिए पीडि़तों को मुआवजा दिए जाने का प्रावधान है। गुरमा क्षेत्र में बड़ी संख्या में हाथियों के विचरण करने से ग्रामीणों में भय का वातावरण है। हालांकि वन विभाग द्वारा हाथियों की गहन निगरानी की जा रही है।
उधर कटघोरा वनमंडल के केंदई व एतमानगर परिक्षेत्र में बड़ी संख्या में हाथियों की सक्रियता लगातार बनी हुई है जिससे ग्रामीणों को खतरा कायम है। यहां वन विभाग द्वारा हाथियों की निगरानी थर्मल ड्रोन के जरिए कराई जा रही है। इसके लिए विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों की बारी-बारी से ड्यूटी लगाई गई है जो मौके पर पहुंचकर हाथियों को निगरानी में जुटे रहते हैं। डीएफओ कुमार निशांत भी हाथियों की स्थिति पता लगाने रात में स्वयं जंगल की ओर निकल पड़ते हैं।
० सोना, चांदी, शराब और अन्य सामान भी जब्त
दुर्ग। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार लोकसभा चुनाव अंतर्गत दुर्ग जिले में चुनाव से संबंधित अवैध व्यय को रोकने के लिए पुलिस विभाग, आयकर विभाग, केंद्रीय/राज्य वस्तु एवं सेवा कर विभाग, आबकारी विभाग, उत्पाद शुल्क विभाग, रेलवे पुलिस बल आदि प्रवर्तन एजेंसियां कार्यरत है। इसके अलावा विधानसभावार 66 उडऩदस्ते और 66 स्थैतिक निगरानी टीमें गठित की गई हैं। उप जिला निर्वाचन अधिकारी एवं अपर कलेक्टर बजरंग दुबे ने बताया कि लोकसभा चुनाव की घोषणा तिथि 16 मार्च 2024 से उडऩदस्ता दल (एफएसटी) प्रत्येक विधानसभा के लिए 3 शिफ्टों में 9 टीमों में काम कर रही है। प्रत्येक टीम में 1 मजिस्ट्रेट, 1 पुलिस अधिकारी, 1 सहायक और 1 वीडियोग्राफर हैं। विधानसभावार 66 स्थैतिक निगरानी टीमों के लिए 22 चेक पोस्ट चिन्हित किए गए हैं और 3 शिफ्टों में ड्यूटी ली जा रही है। इनकी ड्यूटी अधिसूचना 12 अप्रैल 2024 से ली जा रही है। इसके पूर्व 02 अप्रैल 2024 से स्थैतिक निगरानी दल की 5 टीमों से जिला बालोद एवं जिला राजनांदगांव की सीमा पर आने-जाने वाले वाहनों की जांच का कार्य लिया जा रहा है। जिला में अब तक कुल 3,76,10,000/- (तीन करोड़ छिहत्तर लाख दस हजार रुपये) नकद और 3,83,15,000/-(तीन करोड़ तिरासी लाख पन्द्रह हजार रुपये) की शराब, नशीला पदार्थ, कीमती आभूषण आदि सामान जब्त किया गया है। ये सभी टीमें सामान्य पर्यवेक्षक एस.बी. शेट्टेनवार (आईएएस) और श्रीकेश लाठकर (आईएएस), पुलिस पर्यवेक्षक अनुपम शर्मा (आईपीएस), चुनाव व्यय पर्यवेक्षक प्रसन्ना वी. पट्टनशेट्टी (आईआरएस), कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ऋचा प्रकाश चौधरी (आईएएस) एवं पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला (आईपीएस) के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में कार्य कर रहे हैं। साथ ही उनके द्वारा उपरोक्त सभी टीमों की नियमित समीक्षा की जा रही है।
गरियाबंद। गुरुवार सुबह जिला मुख्यालय से लगे ग्राम घुटकूनवापारा और ग्राम बेहराबुढ़ा तेंदूपत्ता तोडऩे गए ग्रामीणों पर जंगली भालू ने हमला कर दिया।भालू के हमले के दो लोग घायल हो गए है।जिसे जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है।
जानकारी के मुताबिक पहली घटना ग्राम घुटकूनवापारा की।सुबह करीब 6 बजे तेंदूपत्ता तोडऩे जंगल गए सुदर्शन साहू पिता घासीराम साहू पर अचानक भालू ने पीछे से हमला का दिया।।इस दौरान उनकी पत्नी भी साथ थी। चीख पुकार मची तो भालू वहां से भाग निकला। हमले में सुदर्शन के पीछे कमर में सुर चोट लगी है।दूसरी घटना वहां से महज तीन किमी दूर ग्राम बेहराबुढ़ा की है। यहां पहाड़ी क्षेत्र में तेंदूपत्ता तोडऩे गए विराज ध्रुव पिता श्याम लाल ध्रुव भालू के हमले में घायल हो गया। विराज के सिर में गंभीर चोट लगी है।उसके साथ गए ग्रामीणों ने भालू के हमले से विराज को बचाया। जिसके बाद सरपंच मनीष ध्रुव ने उसे अस्पताल पहुंचाया।घटना के बाद दोनों ग्रामीणों का जिला अस्पताल में उपचार जारी है।
इस संबंध सरपंच मनीष ध्रुव ने कहा कि तेंदूपत्ता तोडऩे को लेकर ग्रामीणों में उत्साह है। लेकिन जंगली जानवर के हमले से खतरा भी है।उन्होंने आसपास अंचल के लोगो से अपील करते हुए कहा कि कभी भी अकेले जंगल में ना जाए।ग्रुप बनाकर जाए। बचाव हेतु लाठी भी साथ रखे।
उल्लेखनीय है गर्मी के दिनों में जंगल के अंदर पानी का स्त्रोत सुख जाने के चलते जंगली जानवर आसपास के नदी नालों और बड़े तालाब की ओर रुख करते है। ग्रामीण ओर पहाड़ी क्षेत्र से पैरी नदी लगे होने के कारण अक्सर जंगली जानवर भालू और तेंदुआ गर्मी के दिनों के पैरी नदी के आसपास नजर आते है। अधिकांशत रात 11, 12 बजे या फिर सुबह 4 से 6 बजे के बीच ये पानी पीने निकलते है और अधिक सक्रिय रहते है।