चेन्नई,09 दिसंबर । आपने कभी पानी के अंदर किसी म्यूजियम को देखा है? भारत में तो नहीं देखा होगा, क्योंकि भारत में अब तक ऐसा कोई म्यूजियम था ही नहीं, लेकिन जल्द ही आप पानी के अंदर एक खूबसूरत म्यूजियम देख पाएंगे। जी हां, केन्द्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में समुद्र के अंदर एक म्यूजियम खुलने जा रहा है।
आपको बता दें कि आईएनएस कुड्डालोर (माइनस्वीपर) को बीते मार्च में भारतीय नौसेना ने सेवा से हटा दिया था। अब कुड्डालोर को पुडुचेरी के तट से 7 किमी दूर समुद्र में 26 मीटर नीचे म्यूजियम के तौर पर विकसित किया जाएगा। 60 मीटर लंबे और 12 मीटर चौड़े इस जहाज का इस्तेमाल नौसेना पानी में बम खोजने के लिए करती थी। अब इसका इस्तेमाल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए किया जाएगा।
बनेगा खास डेस्टिनेशन
आईएनएस कुड्डालोर के म्यूजियम बन जाने के बाद यह स्कूबा डाइविंग और स्नॉर्कलिंग के लिए एक बेहद खास डेस्टिनेशन बन जाएगा। यह परियोजना एनजीओ पाॉडिकान तथा चेन्नै की दो राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं - नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ओशियन टेक्नॉलजी और नैशनल सेंटर फॉर कोस्टल रिसर्च के अलावा पुडुचेरी सरकार के संयुक्त प्रयास से शुरू किया गया है। फिलहाल इस परियोजना को राष्ट्रीय तटीय क्षेत्र प्रबंधन प्राधिकरण और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से मंजूरी का इंतजार है।जहाज के म्यूजियम बन जाने से उम्मीद की जा रही है कि पर्यटकों की संख्या में बढ़ोत्तरी होगी।
0-यौन उत्पीडऩ मामला
नयी दिल्ली,08 दिसंबर । अपने कार्यस्थलों पर महिलाओं के साथ यौन उत्पीडऩ को रोकने हेतु कानूनी एवं संस्थागत व्यवस्थाओं को मजबूत करने के लिए मंत्रियों के जिस समूह का गठन किया गया था, उसकी पहली बैठक सोमवार को होगी। इस बैठक में महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी राष्ट्रीय महिला आयोग को मजबूत करने के लिए कदम उठाएगी। मंत्रियों के इस समूह का नेतृत्व केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। इस समूह में सडक़ एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी शामिल हैं। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक गांधी राष्ट्रीय महिला आयोग को मजबूत बनाने के लिए दबाव डालेंगी ताकि इस आयोग को शिकायतों से निपटने के लिए और अधिक अधिकार मिल सके। मंत्रियों के समूह (जीओएम) की स्थान मी टू आंदोलन को देखते हुए की गयी थी।
श्रीनगर,08 दिसंबर । जम्मू-कश्मीर में पंचायत चुनाव के आठवें चरण का मतदान 2,600 से अधिक मतदान केन्द्रों पर शनिवार सुबह शुरू हो गया। यह चुनाव कुल नौ चरणों में होना है। मिली जानकारी के अनुसार 2,633 मतदान केन्द्रों पर सुबह आठ बजे मतदान शुरू हुआ। इनमें से 550 कश्मीर संभाग में और 2083 मतदान केन्द्र जम्मू संभाग में हैं। उन्होंने बताया कि 361 मतदान केन्द्रों को अतिसंवेदनशील घोषित किया गया है, जिनमें 550 कश्मीर संभाग और 190 जम्मू संभाग में हैं। छठे चरण में कुल करीब 6,304 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से 331 सरपंच और 2007 पंच सीट पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। 43 सरपंच और 681 पंच निर्विरोध चुने जा चुके हैं। अधिकारियों ने बताया कि चुनाव सुगम तरीके से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा सहित तमाम उपाय किए गए हैं। जम्मू कश्मीर पंचायत चुनाव में पहले चरण का मतदान 17 नवंबर को हुआ था जिसमें 74.1 प्रतिशत वोट पड़े थे। 20 नवंबर को दूसरे चरण में 71.1 प्रतिशत मतदान हुआ था। तीसरे चरण में 75.2 प्रतिशत और चौथे चरण में 71.3 प्रतिशत मतदान हुआ था। वहीं, पांचवें चरण में 71.1 प्रतिशत, छठे में 76.9 प्रतिशत और सातवें चरण में 73.8 प्रतिशत मत पड़े थे।
नईदिल्ली ,08 दिसंबर । प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पूर्व यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद और कांगे्रस अध्यक्ष राहुल गांधी के जीजा रॉबर्ट वाड्रा के ऑफिस में छापे मारने के बाद अब कांग्रेस नेता जगदीश शर्मा के घर पर छापा मारा है. ईडी के अधिकारियों ने जगदीश शर्मा के घर से कुछ जरूरी कागजात भी इक_ा किए हैं. उन्हें पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय में बुलाया गया है.
जानकारी के अनुसार ईडी ने शनिवार सुबह कांग्रेस नेता जगदीश शर्मा के घर पर छापा मारा. अभी तक इस बात की जानकारी हासिल नहीं हो सकी है कि यह छापा किस मामले में मारा गया है. बताया जाता है कि ईडी अपने साथ काफी दस्तावेज भी लेकर गई है. इस मामले में जगदीश शर्मा से पूछताछ की जा रही है. ईडी के अधिकारी उन्हें अपने साथ ले गए हैं.
उल्लेखनीय है कि रॉबर्ट वाड्रा से जुड़े तीन लोगों के ठिकानों पर शुक्रवार को छानबीन की गई. प्रवर्तन निदेशालय ने रक्षा सौदों में कुछ संदिग्धों द्वारा कथित तौर पर कमीशन लिए जाने और विदेशों में अवैध संपत्ति रखने के मामले से जुड़ी अपनी जांच के सिलसिले में ये तलाशी ली. प्रवर्तन निदेशालय की जांच में पहली बार वाड्रा के सहयोगियों का नाम रक्षा सौदों में कथित तौर पर कमीशन लेने से जोड़ा गया है.
0-हवा की हालत बेहद खराब
नईदिल्ली ,08 दिसंबर । राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की वायु गुणवत्ता शुक्रवार को भी बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गई. दूसरी ओर, सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) ने दिल्ली-एनसीआर में राज्य और केंद्र सरकार के अधिकारियों द्वारा टैक्सी के रूप में किराए पर ली गई निजी डीजल गाडिय़ां के इस्तेमाल पर चिंता जताई.
ईपीसीए के अनुसार केंद्र और राज्य सरकारों के कई अधिकारी दिल्ली और एनसीआर के भीतर आने-जाने के लिए टैक्सी के तौर पर किराये पर ली निजी डीजल गाडिय़ों का इस्तेमाल कर रहे हैं और उसने इसके लिए स्पष्टीकरण मांगा है.
यह टिप्पणी तब की गई है जब दिल्ली की वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गई और कुल वायु गुणवत्ता सूचकांक 346 दर्ज किया गया. साथ ही हवा की धीमी गति जैसी मौसम परिस्थितियों के कारण शहर में चार इलाकों में वायु गुणवत्ता गंभीर दर्ज की गई. मुंडका, नेहरू नगर, रोहिणी और वजीरपुर में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई.
ईपीसीए सदस्य सुनीता नारायण ने कहा कि ये अधिकारी टैक्सी के तौर पर किराये पर लिए करीब 25,000 निजी वाहनों का इस्तेमाल कर रहे हैं और ईपीसीए केंद्र और राज्य सरकार को पत्र लिखकर उनसे यह पूछेगी कि इस स्थिति से निपटने के लिए वे क्या कदम उठाएंगे. ईपीसीए ने दिल्ली-एनसीआर में राज्य और केंद्र सरकार के अधिकारियों द्वारा टैक्सी के तौर पर निजी वाहनों के इस्तेमाल पर चिंता जताई है. उसने कहा कि प्रस्तावित समाधानों में से एक यह था कि सरकारी अधिकारियों को केवल सीएनजी और पेट्रोल कारों की सेवाएं लेनी चाहिए.
नारायण ने कहा, ईपीसीए दिल्ली सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार को पत्र लिखेगा कि यह उनके संज्ञान में आया कि वे दिल्ली और एनसीआर के भीतर आने-जाने के लिए निजी डीजल कारों का इस्तेमाल कर रहे हैं और सुप्रीम कोर्ट के आदेश में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि सभी टैक्सियां पेट्रोल और सीएनजी दोनों से संचालित होनी चाहिए. उन्होंने कहा, यह अदालत के आदेश का उल्लंघन होगा, कृपया हमें बताए कि क्या इस मामले में ऐसा हो रहा है और अगर हां तो आप इस स्थिति से निपटने के लिए क्या कदम उठाएंगे.
यह फैसला ईपीसीए के अध्यक्ष भूरे लाल के नेतृत्व में हुई बैठक में लिया गया. बैठक में विभिन्न परिवहन अधिकारी शामिल हुए. सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, एनसीआर में गाजियाबाद, फरीदाबाद और नोएडा में वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई.
0-दस्तावेज लेकर निकली ईडी
नईदिल्ली ,08 दिसंबर । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी)अधिकारियों द्वारा यूपीए की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा से जुड़े तीन करीबी सहयोगियों के ठिकानों पर शुक्रवार को छानबीन की गई.
अधिकृत जानकारी के अनुसार इस आशय की कार्रवाई शनिवार सुबह खत्म हुई.
ईडी ने रक्षा सौदों में कुछ संदिग्धों द्वारा कथित तौर पर कमीशन लिए जाने और विदेशों में अवैध संपत्ति रखने के मामले से जुड़ी अपनी जांच के सिलसिले में ये तलाशी ली. प्रवर्तन निदेशालय की जांच में पहली बार वाड्रा के सहयोगियों का नाम रक्षा सौदों में कथित तौर पर कमीशन लेने से जोड़ा गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी सुखदेव विहार स्थित रॉबर्ट वाड्रा के आवास पर कार्रवाई के बाद दस्तावेजों के साथ गए.