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पार्किंग शुल्क में बढ़ोतरी का आदेश जारी, ट्रांसपॉर्ट मंत्री अनजान
Posted Date : 23-Dec-2018 10:00:37 am

पार्किंग शुल्क में बढ़ोतरी का आदेश जारी, ट्रांसपॉर्ट मंत्री अनजान

नई दिल्ली ,23 दिसंबर । ट्रांसपॉर्ट डिपार्टमेंट ने नई कारों की खरीद और कमर्शल वाहनों से बढ़ी हुई पार्किंग फीस वसूले जाने का आदेश तो जारी कर दिया, लेकिन इस आदेश की ट्रांसपॉर्ट मिनिस्टर को कोई जानकारी नहीं है। ट्रांसपॉर्ट मिनिस्टर कैलाश गहलोत ने कहा कि उन्हें इस आदेश से जुड़ी फाइल नहीं दिखाई गई। उन्होंने सोमवार को सारी फाइलें तलब की हैं। गहलोत ने कहा कि सरकार ट्रांसपॉर्ट डिपार्टमेंट के इस फैसले को रिव्यू करेगी और इस बढ़ोतरी को लागू नहीं होने दिया जाएगा।
उधर, जानकारों का कहना है कि यह मामला एमसीडी की सिफारिशों से जुड़ा है और एमसीडी से जुड़े मामलों को लेकर नोटिफिकेशन शहरी विकास विभाग को करना होता है। ट्रांसपॉर्ट डिपार्टमेंट ने आदेश जारी किया है कि एक जनवरी से कार खरीदने पर अब 6 हजार से लेकर 75000 रुपये तक की वन टाइम पार्किंग फीस देनी होगी। निवर्तमान ट्रांसपॉर्ट कमिश्नर वर्षा जोशी ने नॉर्थ एमसीडी के कमिश्नर का पदभार संभालने से पहले शुक्रवार को इस बारे में 
आदेश जारी कर दिया है। कमर्शल वीइकल से हर साल वसूले जाने वाली पार्किंग फीस में भी भारी बढ़ोतरी की गई है। कमर्शल वीइकल को हर साल 20 हजार से 25000 रुपये तक की पार्किंग फीस देनी होगी। पार्किंग फीस में बढ़ोतरी का प्रपोजल डेढ़ साल पहले भी ट्रांसपॉर्ट डिपार्टमेंट के पास आया था लेकिन इसे लागू नहीं किया गया। 
ट्रांसपॉर्टर्स सवाल उठा रहे हैं कि ट्रांसपॉर्ट कमिश्नर ने अपने ऑफिस के आखिरी दिन यह आदेश क्यों लागू किया/ एसटीए ऑपरेटर्स एकता मंच के अध्यक्ष सुरिंदर पाल सिंह और प्रवक्ता श्यामलाल गोला का कहना है कि पार्किंग फीस में इस बेतहाशा बढ़ोतरी के खिलाफ दिल्ली के सभी ट्रांसपॉर्टर्स एक साथ मिलकर मुख्यमंत्री और ट्रांसपॉर्ट मिनिस्टर से मिलकर नाराजगी जताएंगे। 
उन्होंने कहा कि अगर पार्किंग फीस बढ़ोतरी वापस नहीं ली गई तो नए साल में सभी ट्रांसपॉर्टर्स असोसिएशन बड़ा आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली के सभी ट्रांसपॉर्टर्स 22 साल से ये पार्किंग फीस एमसीडी को देते आ रहे हैं, मगर एमसीडी की ओर से आज तक पार्किंग सुविधा नहीं दी गई। दिल्ली टूरिस्ट टैक्सी ट्रांसपॉर्ट असोसिएशन के प्रेजिडेंट संजय सम्राट ने कहा कि यह बढ़ोतरी लागू हुई तो दिल्ली से ट्रांसपॉर्ट का कारोबार कम होकर पड़ोसी राज्यों में शिफ्ट हो जाएगा। इस बढ़ोतरी को वापस लिया जाना चाहिए।

राजधानी में बढ़ी ठंड, 3.7 डिग्री तक पहुंचा पारा
Posted Date : 23-Dec-2018 9:58:54 am

राजधानी में बढ़ी ठंड, 3.7 डिग्री तक पहुंचा पारा

0-गुरुग्राम में 1.4 तक पहुंचा पारा
नई दिल्ली ,23 दिसंबर । राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ठंड का कहर शुरू हो गया है। रविवार सुबह दिल्ली में तापमान 3.7 डिग्री दर्ज किया गया। इससे पहले शनिवार को भी राजधानी का तापमान इस साल का सबसे कम 4 डिग्री तक पहुंच गया था। एक ओर जहां दिल्ली में घटते तापमान ने ठंड बढ़ा दी है, वहीं गुरुग्राम ठंड के मामले में दिल्ली से भी आगे निकल गया। गुरुग्राम में शनिवार को तापमान 1.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
राजधानी में हवा की क्लॉलिटी भी शनिवार को बेहद खराब रही, एक्सपर्ट्स ने अगले कुछ दिनों तक एयर च्ॉलिटी खराब रहने की आशंका जताई है। हवा की गुणवत्ता गिरने की वजह तापमान में गिरावट, नमी में बढ़ोतरी और धीमी हवाएं हैं। शनिवार को राजधानी में हवा की गुणवत्ता गंभीर की श्रेणी में रही और राजधानी का एयर च्ॉलिटी इंडेक्स 421 रहा। मौसम विभाग ने रविवार और उसके बाद एयर च्ॉलिटी में थोड़े सुधार की उम्मीद जताई है। 
मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया, फिलहाल एनसीआर में उत्तर पश्चिमी हवाएं आ रही हैं, जो जम्मू-कश्मीर और हिमाचल से ठंड लेकर आ रहीं हैं। इन राज्यों में हाल ही में बर्फबारी भी हुई है, इन राज्यों से आ रही ठंडी हवाएं बादल के आवरण में कमी तापमान में गिरावट का कारण बन रही हैं। शनिवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 4.7 डिग्री सेल्सियस रहा और अगले कुछ दिन तापमान 5-6 डिग्री के आसपास रहने का ही अनुमान मौसम विभाग ने जताया है। इसके साथ ही अगले कुछ दिनों में कोहरे में बढ़ोतरी भी हो सकती है।
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कोंकणी भाषा में अनाउंसमेंट नही हुआ तो लैंड नहीं होने देंगे विमान
Posted Date : 23-Dec-2018 9:57:30 am

कोंकणी भाषा में अनाउंसमेंट नही हुआ तो लैंड नहीं होने देंगे विमान

0-मंत्री विजय सरदेसाई की धमकी
पणजी ,23 दिसंबर । गोवा जाने वाले उत्तर भारतीय पर्यटकों को कथित रूप से पृथ्वी का मैल कहकर विवाद खड़ा करने के बाद शहरी नियोजन मंत्री विजय सरदेसाई ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। शनिवार को उन्होंने कहा कि राज्य में आने वाली सभी एयरलाइनों का कोंकणी भाषा में अनाउंसमेंट होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता तो उन्हें गोवा की जमीन पर लैंड नहीं करने दिया जाएगा।
विजय सरदेसाई गोवा में बीजेपी के गठबंधन वाली पार्टी गोवा फारवर्ड पार्टी (जीएफपी) के अध्यक्ष हैं। वह मनोहर पर्रिकर सरकार के मंत्री हैं। उन्होंने कहा कि गोवा सिर्फ पर्यटन स्थल नहीं है। उन्होंने कहा, अगर गोवा एयरपोर्ट आने वाली फ्लाइटों का अनाउंसमेंट कोंकणी भाषा में नहीं हुआ तो उन सभी विमानों को रोक दिया जाना चाहिए। हमें सबसे पहले अपनी भाषा को प्राथमिकता देनी चाहिए।
विजय सरदेसाई ने कहा कि कोंकणी भाषा गोवा के लोगों को एकजुट करने की सूत्रधार है। उन्होंने अपनी पार्टी के यूथ विंग से कहा है कि वे इस मुद्दे को उठाएं। मंत्री ने कहा, गोवा हवाई अड्डे पर कोंकणी भाषा में निर्देश देने वाला कोई बोर्ड तक नहीं लगा है। कोंकणी भाषा में कोई अनाउंसमेंट नहीं किया जाता है। क्या गोवा एयरपोर्ट सिर्फ पर्यटकों के लिए है?
उन्होंने कहा, गोवा एयरपोर्ट पर कोंकणी भाषा का प्रयोग जरूर होना चाहिए। मैं यह नहीं कह रहा कि गोवा एयरपोर्ट पर हिंदी या अंग्रेजी भाषा में अनाउंसमेंट बंद कर दिया जाए। मैं सिर्फ इतना चाहता हूं कि हिंदी और अंग्रेजी के साथ ही कोंकणी भाषा में भी अनाउंसमेंट हो।
इससे पहले फरवरी में विजय सरदेसाई ने विवादित बयान दिया था। गोवा में उत्तर भारतीय पर्यटकों के जाने पर उन्होंने कहा था कि वे लोग प्रदेश के लिए मुश्किलें बढ़ा रहे हैं। ये पर्यटक गोवा को गुडग़ांव बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इतना ही नहीं उन्होंने उत्तर भारतीयों को धरती पर गंदगी तक करार दिया था।

मोरारी बापू ने सेक्स वर्कर्स को सुनाई रामकथा तो भडक़ी भगवा ब्रिगेड
Posted Date : 23-Dec-2018 9:55:23 am

मोरारी बापू ने सेक्स वर्कर्स को सुनाई रामकथा तो भडक़ी भगवा ब्रिगेड

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0-सीएम योगी से की शिकायत
अयोध्या ,23 दिसंबर । देश के जाने-माने रामकथावाचक मोरारी बापू अयोध्या में सेक्स वर्कर्स को व्याख्यान देने पहुंचे तो यह बात भगवा ब्रिगेड को नागवार गुजरी। एक ओर जहां ये महिलाएं कार्यक्रम में बुलाए जाने से बेहद सम्मानित महसूस कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर दक्षिणपंथी गुटों ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक से कर दी है। उनका कहना है कि इससे अयोध्या की छवि खराब हो रही है।
मोरारी बापू ने शनिवार को मुंबई से आईं 200 सेक्स वर्कर्स को व्याख्यान दिया। उन्होंने तुलसीदास की मानस गणिका पढक़र सुनाई। इस बात पर डंडिया मंदिर के महंत भारत व्यास ने विरोध करते हुए कहा है कि भगवान राम की जन्मभूमि पर सेक्स वर्कर्स के आने से गलत संदेश जाएगा, उस पवित्र शहर में जहां श्रद्धालु अपने पाप धोने आते हैं।
पैसे बांटें, रामकथा नहीं 
ज्योतिष शोध संस्थान के प्रमुख प्रवीण शर्मा ने सीएम से शिकायत कर दी है। उन्होंने कहा, मैंने मोरारी बापू की शिकायत सीएम से की है। अगर वह सेक्स वर्कर्स के जीवन में बदलाव चाहते हैं तो उन्हें रामकथा पर खर्च करने की जगह उनके बीच पैसे बांटने चाहिए। धर्म सेना प्रमुख और बाबरी मस्जिद मामले में आरोपी संतोष दुबे ने कहा कि मोरारी बापू शहर की पवित्रता को भ्रष्ट कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, अगर बापू समाज में बदलाव चाहते हैं तो उन्हें माओवादी और रेड-लाइट इलाकों में रामकथा का आयोजन करना चाहिए। अयोध्या के वाचक महंत पवन दास शास्त्री ने तो यहां तक कह दिया कि जब विश्वामित्र और नारद भी महिलाओं से असर से बच नहीं सके तो अयोध्या में उनकी मौजूदगी तो एकदम स्वीकार नहीं की जा सकती।
उठाते रहेंगे मुद्दे 
हालांकि, मोरारी बापू पर इस विरोध का कोई असर नहीं है। उन्होंने कहा है, तुलसीदास ने गणिकाओं के बारे में रामायण में कहा गया है और उनके जीवन बदलने की बात कही है। उनका कहना है कि वह वंचित समाज के मुद्दे उठाते रहेंगे क्योंकि भगवान राम का जीवन लोगों को स्वीकार करने और बदलाव लाने पर आधारित था। बता दें कि मुंबई के कमाठीपुरा गए मोरारी बापू ने सेक्स वर्कर्स को न्योता दिया था। अयोध्या में नौ दिवसीय रामकथा शनिवार को बड़ा भक्तमाल की बगिया में हुई तो ये सेक्स वर्कर्स भी पहुंचीं।
सम्मानित हैं सेक्स वर्कर्स 
उधर, इस बुलावे से सेक्स वर्कर्स बेहद सम्मानित महसूस कर रही हैं। उनमें से एक ने कहा कि यह जीवन का बेहतरीन अनुभव था। उन्होंने बताया कि वे लोग पहली बार किसी धार्मिक सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। एक अन्य ने कहा, हम भी चाहते हैं कि हमारी आत्मा भगवान के लिए समर्पण के जरिए सींची जाए। हम भी आस्था रखते हैं। इसमें शामिल होने के बाद मुझे लग रहा है कि आशीर्वाद मिल गया।

थूकने के लिए खोला चलती कार का दरवाजा, टक्कर से बाइकर की मौत
Posted Date : 23-Dec-2018 9:53:47 am

थूकने के लिए खोला चलती कार का दरवाजा, टक्कर से बाइकर की मौत


लखनऊ ,23 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के लखनऊ में कार के दरवाजे से टकराकर एक बाइक सवार शख्स की मौत हो गई। ड्राइवर ने चलती कार का दरवाजा पान मसाला थूकने के लिए खोला था, इसी दौरान पीछे से आ रहा बाइक सवार कार के दरवाजे से टकरा गया। बाइकर की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना आशियाना इलाके की है। पुलिस ने बताया कि रकाबगंज का रहने वाला आयुष (26) सब्जियों का व्यापारी था। उसके भाई मुकेश वर्मा मौलवीगंज के पार्षद हैं। शुक्रवार को रात में लगभग साढ़े बारह बजे बाइक से वह आशियाना की ओर जा रहा था। उसने हेल्मेट नहीं लगाया था। जैसे ही आयुष आशियाना चौराहे के पास पहुंचा उसके सामने से आ रही एक कैब का दरवाजा खुला और आयुष सीधा उससे जा टकराया।
टक्कर लगते ही उसके सिर पर गंभीर चोटें आईं। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। एसएचओ आशियाना अखिलेश चंद्र पाण्डेय ने बताया कि सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने आयुष को लोकबंधु अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बताया कि जिस ड्राइवर ने चलती गाड़ी का दरवाजा खोला था उसका नाम नफीस है।
पुलिस ने बताया कि नफीस कृष्णानगर का रहने वाला है। इस हादसे में उसे मामूली चोटें आई थीं। उसे प्राथमिक उपचार के बाद हिरासत में ले लिया गया है। उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। नफीस ने पुलिस को बताया कि उसने पान मसाला थूकने के लिए कैब का दरवाजा खोला था।

अब अलका मामले का जिम्मा संजय पर
Posted Date : 22-Dec-2018 12:41:28 pm

अब अलका मामले का जिम्मा संजय पर

0-सीएम आवास पर कुछ विधायकों को बुलाया
नई दिल्ली,22 दिसंबर । दिल्ली विधानसभा के सत्र में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर हुए बवाल के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के अंदर भी बवाल मची हुई है। बवाल का विषय है कि विधायक अलका लांबा पर क्या कार्रवाई की जाए? अब इसका जिम्मा राज्यसभा सांसद संजय सिंह को सौंप दिया गया है। इस बीच सभी विधायकों को सीएम अरविंद केजरीवाल की तरफ से संदेश दिलवा दिया गया है कि मीडिया के समक्ष कोई किसी तरह की बयानबाजी न करे।
पार्टी सूत्रों के अनुसार असल में इस मामले को कहीं न कहीं मुख्यमंत्री की शान में गुस्ताखी से जोडक़र देखा जा रहा है। हालांकि सार्वजनिक तौर पर इसे डेकोरम का मसला ही बताया जा रहा है। अलका के इस्तीफे की बात उस समय उड़ी थी, जब वह सदन से उठकर बाहर चली गईं थीं और आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज के कहने पर भी अंदर नहीं लौटी थीं। फिर केजरीवाल और अलका के बीच फोन पर हुई गर्मागर्मी से इस्तीफे की खबर आ पहुंची।
सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार रात सत्र में जो हुआ, पार्टी के लिए दोनों तरफ से फंसने वाली बात हो गई। एक यह कि राजीव गांधी से भारत रत्न अवॉर्ड वापसी प्रस्ताव पास होने से कांग्रेस के साथ जो गठबंधन की कोशिश चल रही थी, वह खटाई में चली गई। दूसरी यह कि अलका लांबा के सदन से वॉकआउट करने पर सीएम अरविंद केजरीवाल के मान-सम्मान को ठेस पहुंचने के साथ साथ पार्टी लाइन से अलग जाने की बात भी सामने आ गई। 
पूरी रात इस बात को लेकर पार्टी की टॉप लीडरशिप में गहमागहमी चलती रही। विधायकों से भी रात भर किसी न किसी तरह से चर्चा चलती रही। 
आप के एक विधायक ने बताया कि शनिवार सुबह कुछ विधायकों को मुख्यमंत्री आवास पर बुलाया गया था। सीएम के पीएस बिभव ने सबको अरविंद केजरीवाल का संदेश दिया कि कोई इस मसले पर मीडिया से किसी तरह की बात न करें। न सोशल मीडिया पर अनावश्यक टिप्पणी करें और न ही राजीव गांधी और अलका लांबा के विषय में किसी तरह की राय व्यक्त करें।
सूत्रों ने बताया कि राज्यसभा सांसद संजय सिंह को अलका लांबा से बातचीत के लिए बुलाया गया है। संजय को अरविंद केजरीवाल ने पूरे मामले को हैंडल करने के लिए कहा है। इसकी वजह यह भी है कि अलका लांबा जब आप से जुड़ी थीं तो उन्होंने संजय सिंह के साथ मिलकर काफी काम किया। दूसरी ओर महागठबंधन की बात करें तो संजय सिंह ही हैं, जो कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों के नेताओं से संपर्क बनाते रहे हैं। 
वॉकआउट से ज्यादा अलका के ट्वीट ने बिगाड़ी बात 
दूसरी तरफ, आप सूत्रों की मानें तो विवाद अलका के वॉकआउट करने से इतना नहीं भडक़ा, जितना अलका के ट्वीट से। असल में जब सदन में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेने का प्रस्ताव पेश किया गया और सभी ने खड़े होकर उसे स्वीकार किया तो अलका लांबा इसके विरोध में उठ कर बाहर चली गईं। इसके बाद आप के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने दावा किया कि प्रस्ताव पास नहीं हुआ। 
अलका ने पोस्ट कर दी प्रस्ताव की कॉपी 
एक विधायक ने प्रस्ताव की कॉपी पर हाथ से यह बात लिख दी है, इसलिए यह प्रस्ताव पास नहीं हुआ। पार्टी की कोशिश थी कि इस बयान से डैमेज कंट्रोल हो जाएगा, लेकिन पार्टी की सोच के उलट अलका लांबा ने अपने ट्विटर हैंडल पर प्रस्ताव की कॉपी पोस्ट कर दी। यह प्रस्ताव तिलक नगर से विधायक जरनैल सिंह द्वारा रखा गया था, जिसमें राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेने की मांग की गई थी और यह लाइन प्रिंटिड थी। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अलका के इस ट्वीट से ज्यादा आपत्ति हुई क्योंकि इस ट्वीट से पार्टी का डैमेज कंट्रोल का प्रयास खटाई में पड़ गया और पार्टी का दावा भी झूठा साबित हो गया। 
अलका को बली का बकरा क्यों बना रहे केजरीवाल: कपिल 
आप के बागी विधायक कपिल मिश्रा ने आप के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से सवाल किया है कि राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेने के मुद्दे में वह अलका लांबा को बली का बकरा बनाने पर क्यों तुले हैं। कपिल ने सुबह अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि विधानसभा के स्पीकर रामनिवास गोयल आये हैं गठबन्धन बचाने। जो सबने देखा, जो सबके सामने हुआ उसे झूठा बताया जाएगा। सवाल ये हैं सिखों के साथ इतना भद्दा मजाक क्यों? 17 दिसम्बर को मैंने यह मांग रखी थी कि सिखों के नरसंहार के मुद्दे पर राजीव गांधी का भारत रत्न वापस लिया जाए। मुझे खुशी है कि दिल्ली विधानसभा ने इस प्रस्ताव को एकमत से पारित किया।