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देर से मिला कम पेमेंट, नाराज किसानों ने दो शुगर मिलों के दफ्तरों में लगाई आग
Posted Date : 13-Jan-2019 11:18:59 am

देर से मिला कम पेमेंट, नाराज किसानों ने दो शुगर मिलों के दफ्तरों में लगाई आग

कोल्हापुर, 13 जनवरी । गन्ना किसानों को कम कीमत, वह भी देरी से दिए जाने को लेकर पैदा नाराजगी ने महाराष्ट्र के कोल्हापुर में शनिवार को हिंसक रूप ले लिया। यहां कुछ गांववालों ने दो शुगर मिलों के दफ्तरों में आग लगा दी और चार ऑफिस बंद करा दिए। जिन दो मिलों के दफ्तरों में आग लगाई गई वे सतारा और सांगली जिले की हैं, जबकि कोल्हापुर के चार दफ्तरों में तोडफ़ोड़ की गई और जबरन बंद करा दिए गए। पुलिस ने तीनों जिलों में चीनी मिलों की सुरक्षा कड़ी कर दी है।
पुलिस ने बताया है कि अज्ञात लोगों के खिलाफ 6 मामलों में केस दर्ज किए गए हैं और हमलावरों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। घटना उस वक्त हुई जब किसानों को पता चला कि ज्यादातर प्राइवेट और कोऑपरेटिव चीनी मिलों ने उन्हें दी जाने वाली कीमतों का केवल 80त्न ही उनके बैंक अकाउंट्स में जमा किया है। इस बात पर वे नाराज हो गए क्योंकि उनसे गन्ना लिए जाने के 14 दिन के अंदर पूरा पेमेंट किया जाना अनिवार्य होता है। फैक्ट्रियों ने 2,300 रुपये प्रति टन के हिसाब से पैसे जमा कराए जबकि सही दाम 2,800 रुपये प्रति टन है। महाराष्ट्र की ज्यादातर फैक्ट्रियों ने किसानों को तीन महीने से पेमेंट नहीं किया है जिससे इस क्षेत्र में नाराजगी है। सांगली और कोल्हापुर जिलों की 37 फैक्ट्रियों को शुगरकेन कंट्रोल ऐक्ट का उल्लंघन करने के लिए शुगर कमिश्नर के ऑफिस से नोटिस भेजा जा चुका है।
पश्चिमी महाराष्ट्र में गन्ना किसान परेशान
पुलिस ने बताया कि अज्ञात लोगों ने सांगली की क्रांति शुगर फैक्ट्री और सतारा की कृष्णा शुगर फैक्ट्री के बाहर जमा होकर ऑफिस में आग लगा दी। पुलिस के मुताबिक हमलावरों ने ऑफिसों को भारी नुकसान भी पहुंचाया। कोल्हापुर के जवाहर, डट्टा, गुरुदत्ता और कुरुंदवाड में भी चार दफ्तरों में भी तोडफ़ोड़ की गई। बाद में इन दफ्तरों को गुस्सा भीड़ ने बंद भी करा दिया। बता दें कि पश्चिमी महाराष्ट्र में किसानों के लिए गन्ने के कीमत नहीं दिया जाना एक बड़ी समस्या बन चुका है।
फैक्ट्रियों ने दिया कम रीटेल कीमत का हवाला
उधर, फैक्ट्रियों को कहना है कि एक बार में किसानों का पूरा पेमेंट देना उनके लिए मुश्किल है। उन्होंने इसके लिए उत्पादन की कीमत और रीटेल मार्केट में चीनी की कीमत को वजह बताया है। स्वाभिमानी शेटकरी संगठन ने चेतावनी दी है कि आधे पेमेंट को मंजूर नहीं किया जाएगा। संगठन के मांग की है कि अतिरिक्त 22 रुपये प्रति टन उचित एवं लाभकारी मूल्य दिया जाए।
आंदोलन की चेतावनी
संगठन के नेता राजू शेट्टी ने कहा है कि अगर चार दिन के अंदर गन्ना किसानों की मांगें मानी नहीं गईं तो उनका संगठन बड़ा आंदोलन करेगा। उन्होंने कहा कि किसान कोल्हापुर में जुटेंगे और जब बीजेपी नेता अमित शाह 24 जनवरी को आएंगे तो उनसे सवालों के जवाब मांगे जाएंगे। शेट्टी ने कहा कि सरकार और चीनी मिलें किसानों को दो महीने से भी ऊपर से बेवकूफ बना रही हैं।

बेस्ट कर्मचारियों की हड़ताल से बढ़ी परेशानी
Posted Date : 12-Jan-2019 11:11:19 am

बेस्ट कर्मचारियों की हड़ताल से बढ़ी परेशानी

0-अब बिजली आपूर्ति वर्कर्स ने भी खोला मोर्चा
मुंबई ,12 जनवारी । लगातार पांचवें दिन जारी बेस्ट कर्मचारियों की हड़ताल के कार मुंबई का जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। मुंबई की दूसरी लाइफलाइन मानी जाने वाली बेस्ट के कर्मचारियों की हड़ताल पांचवें दिन भी आज यानी शनिवार को जारी है। हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों की मांग और लगातार घाटे में जा रही परिवहन व्यवस्था के बीच संतुलन बनाने की दिशा में समन्वय नहीं बैठाया जा सका है। वहीं बेस्ट वर्कर यूनियन के नेताओं की आज सरकार के साथ बैठक प्रस्तावित है।
शुक्रवार देर शाम तक भी इस मामले का कोई हल नहीं निकल पाया। इसी बीच प्रशासन द्वारा हड़ताली कर्मचारियों को लगातार नोटिस देने और मेस्मा लगाने से नाराज उनके परिजनों ने मोर्चा संभाल लिया। गुरुवार को वडाला डिपो, तो शुक्रवार को मुलुंड डिपो में महिलाओं द्वारा मोर्चा निकाला गया। कल तक कुल 358 कर्मचारियों पर मेस्मा लगाया गया, जबकि 333 को अवमानना का नोटिस दिया गया। इसी बीच, बिजली आपूर्ति विभाग के कर्मचारियों के भी हड़ताल में शामिल होने की खबरें मिल रही है। इससे दक्षिण मुंबई में बिजली की सप्लाइ प्रभावित हो सकती है। 
बेस्ट की हड़ताल को लेकर सरकार ने चिंता जताई है। इस समस्या का हल निकालने के लिए शनिवार को राज्य के मुख्य सचिव ने सुबह 11 बजे उच्च स्तरीय समिति की बैठक बुलाई है। बैठक में मुख्य सचिव डीके जैन, परिवहन विभाग और नगर विकास विभाग के सचिव के अलावा बेस्ट यूनियन के प्रतिनिधि, एमएनपी आयुक्त और बेस्ट महाप्रबंधक शामिल होंगे। माना जा रहा है कि उच्च स्तरीय बैठक में निश्चित ही होई हल निकलेगा। दूसरी ओर, नई दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सरकार को जनता की चिंता है। 
फडणवीस ने कहा, घाटे में चल रही बेस्ट को सरकार से आर्थिक मदद लेने की नौबत नहीं आएगी, क्योंकि मुंबई महानगरपालिका खुद सक्षम है। इसके इतर बीएमसी की ओर से अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है। सरकार निश्चित ही इस मामले में दखल देगी। वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने आरोप लगाया कि बीजेपी-शिवसेना की अंदरूनी लड़ाई का खामियाजा मुंबईकरों को उठाना पड़ रहा है। सरकार चाहे तो इस हड़ताल को खत्म करा सकती है। वास्तव में बीजेपी-शिवसेना को जनता की कोई चिंता नहीं है। 

26 जनवरी की वजह से 1000 फ्लाइट्स पर असर
Posted Date : 12-Jan-2019 11:08:13 am

26 जनवरी की वजह से 1000 फ्लाइट्स पर असर

नई दिल्ली,12 जनवारी । 26 जनवरी पर होने वाले एयर शो की वजह से आईजीआई एयरपोर्ट से ऑपरेट होने वाली फ्लाइट्स में से करीब एक हजार फ्लाइट पर कैंसल, देरी से लैंड होने या फिर टेक ऑफ के लिए री-शेड्यूलिंग किए जाने के रूप में असर पड़ सकता है। 18 से 26 जनवरी तक हर दिन 100 मिनट तक एयर ट्रैफिक को बंद करने की वजह से फ्लाइट के ऑपरेशन पर असर पड़ेगा। बताया जाता है कि इसके लिए एयर फोर्स और अन्य संबंधित एजेंसियों की ओर से दिल्ली एयरपोर्ट को चलाने वाली कंपनी डायल को जानकारी दे दी गई है।
एयरपोर्ट सूत्रों ने बताया कि आईजीआई एयरपोर्ट को 18 से 26 जनवरी के बीच हर दिन सुबह 10:35 बजे से दोपहर 12:15 बजे तक बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। यानी इस दौरान ना तो कोई फ्लाइट यहां लैंड कर सकती है और ना ही टेक ऑफ। यह समय एयरपोर्ट के पीक आवर्स माने जाते हैं और इस दौरान यहां से प्रति घंटे 65 से 70 फ्लाइट्स के टेक ऑफ और लैंडिंग कराई जाती हैं। 
एयरपोर्ट अधिकारियों का कहना है कि चूंकि यह हर साल की प्रैक्टिस है। इसलिए इस दौरान जितनी भी फ्लाइट्स का मूवमेंट होता है, उनके यात्रियों को अडवांस में जानकारी दे दी जाती है। फिर इसी हिसाब से एयरलाइंस अपनी-अपनी फ्लाइट्स के टाइम बदलकर उन्हें ऑपरेट करती हैं। बावजूद इसके कुछ फ्लाइट्स कैंसल करनी पड़ जाती हैं। उनके यात्रियों को उसी रूट की अन्य दूसरी फ्लाइट में अजस्ट कर लिया जाता है। 
एयरपोर्ट अधिकारियों का कहना है कि कोशिश की जाती है कि इस दौरान आईजीआई से आने-जाने वाली तमाम फ्लाइट्स को इस तरह से अजस्ट किया जाए कि यात्रियों को कम से कम परेशानी उठानी पड़े।

प्रगति विहार के सीजीओ कॉम्प्लेक्स में लगी आग
Posted Date : 12-Jan-2019 11:03:53 am

प्रगति विहार के सीजीओ कॉम्प्लेक्स में लगी आग

0-दमकल की 15 गाडिय़ां मौजूद
नई दिल्ली ,12 जनवारी । दिल्ली के प्रगति विहार इलाके में एक बिल्डिंग में आग लग गई है। धटना स्थल पर फायर ब्रिग्रेड की गाडिय़ां मौजूद हैं और बचाव कार्य जारी है। अभी तक इस मामले में किसी के घायल होने की खबर नहीं है। प्रगति विहार के ब्लॉक 14 में सीजीओ कॉम्प्लेक्स में आग शनिवार की सुबह लग गई, जिसके बाद राहत कार्य जारी है।
सीजीओ कॉम्प्लेक्स में आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल सकता है। हालांकि, सूचना मिलने के साथ ही सुरक्षा कार्य शुरू हो गए। ताजा जानकारी तक 15 दमकल की गाडिय़ां मौजूद हैं और आग बुझाने का काम जारी है। दिल्ली में दो दिनों में यह आग की दूसरी घटना है। शुक्रवार को कीर्ति नगर में आग लगने की
शुक्रवार को कीर्ति नगर के जवाहर झुग्गी कैंप में आग लगने के कारण करीब 20 से अधिक झुग्गियां जलकर खाक हो गईं। कई परिवार वर्षों से इन्हीं झुग्गियों में गुजर-बसर कर रहे थे। कुछ नए रहने वाले लोग भी थे। अब वे बेघर हो गए हैं। आग से अपनी जान बचाने के लिए वे इधर-उधर भागते रहे। शुक्रवार सुबह आग बुझी, लेकिन उनके हाथ कुछ न लगा।

कांग्रेस 25 लोकसभा सीटों पर लगाएगी जोर, प्लान बी तैयार
Posted Date : 12-Jan-2019 11:02:29 am

कांग्रेस 25 लोकसभा सीटों पर लगाएगी जोर, प्लान बी तैयार

0-यूपी में एसपी-बीएसपी आएंगे साथ
नई दिल्ली ,12 जनवारी । यूपी में बीएसपी और एसपी के गठबंधन को लेकर आज औपचारिक ऐलान हो सकता है। अभी तक जो संकेत मिल रहे हैं, उस हिसाब से गठबंधन में कांग्रेस को जगह नहीं मिलेगी, सिर्फ गांधी परिवार के परंपरागत गढ़ अमेठी और रायबरेली में गठबंधन अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगा। इसे देखते हुए कांग्रेस ने प्लान बी पर काम शुरू कर दिया है। इसके तहत पार्टी उत्तर प्रदेश की 25 उन संसदीय सीटों पर फोकस करेगी, जहां उसके जीतने की अधिक संभावना है।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि कम अंतर से हारने वाली 25 सीटों पर जीतने की संभावना अच्छी है। इसलिए वह इन सीटों पर ध्यान देगी। यूपी में कांग्रेस के एक नेता ने कहा, 2009 के लोकसभा चुनाव में हमने यूपी में 21 सीटें जीती थीं। हम इसे ध्यान में रखकर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा, ऐसे प्रत्याशी हैं, जिनके चुनाव जीतने की अच्छी संभावना है। इनमें से कुछ ऐसी सीटें हैं, जो 2014 में हम हार गए थे, लेकिन 2014 में तो बीजेपी को छोडक़र सभी पार्टियों ने सीटें गंवाई थीं। हमारा ध्यान इन 25 निर्वाचन क्षेत्रों पर होना चाहिए और हम यहां से खड़े होने वाले प्रत्याशियों के पक्ष में पूरी ताकत झोंक देंगे।
सूत्रों ने बताया कि बाकी सभी सीटों पर पार्टी बीएसपी-एसपी गठबंधन से दोस्ताना लड़ाई के लिए तैयार है। इस स्थिति में कांग्रेस बीएसपी और एसपी से सलाह-मशविरा कर कुछ ऐसे प्रत्याशी मैदान में उतार सकती है, जिससे चुनाव जीतने में इन दोनों पार्टियों को मदद मिले। इन सीटों पर कांग्रेस आक्रामक चुनाव प्रचार भी नहीं करेगी। नेता ने कहा, इस आइडिया से बीजेपी विरोधी वोट बैंक बंटेगा नहीं और अगर एसपी या बीएसपी के प्रत्याशी अच्छी स्थिति में हैं, तो उन्हें जीतना चाहिए। 
सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस, बीएसपी और एसपी से बात कर रही है। कांग्रेस महासचिव और यूपी के प्रभारी गुलाब नबी आजाद दोनों पार्टियों के नेतृत्व के संपर्क में हैं। एक बार स्थिति स्पष्ट हो जाए तो कांग्रेस प्रेजिडेंट राहुल गांधी को इससे अवगत कराया जाएगा। आरएलडी को लेकर कांग्रेस को विचार करना होगा कि सिर्फ इन दोनों को चुनाव मैदान में उतरना है या बीएसपी-एसपी गठबंधन में शामिल होना है। हालांकि, आरएलडी गठबंधन का हिस्सा बनती दिख रही है, पेच सिर्फ सीटों को लेकर फंसा है। 
यूपी में कांग्रेस नेता ने कहा, अगर वे साथ आते हैं तो यह अच्छा होगा और इससे हमारी अनुमानित सीटों की सूची मजबूत होगी। उन्होंने कहा, आरएलडी पहले भी कांग्रेस के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ चुकी है और इसमें उसे कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। वे राजस्थान में गठबंधन और सरकार का हिस्सा हैं। 2014 में कांग्रेस यूपी में गांधी परिवार के दबदबे वाली सिर्फ 2 सीटें अमेठी और रायबरेली में ही चुनाव जीत पाई थी। 2009 में कांग्रेस ने यूपी में 21 सीटें जीती थीं, जो पिछले 20 साल में उसकी सबसे बड़ी सफलता है। 2004 में कांग्रेस ने यूपी में 9 सीटें जीती थीं।

21 से 23 जनवरी तक चलेगा प्रवासी भारतीय दिवस
Posted Date : 12-Jan-2019 11:01:36 am

21 से 23 जनवरी तक चलेगा प्रवासी भारतीय दिवस

0-उद्घाटन में भाग लेंगे पीएम मोदी
नईदिल्ली ,12 जनवारी । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 15वां प्रवासी भारतीय दिवस 21 से 23 जनवरी तक आयोजित किया जाएगा. मोदी इसके उद्घाटन सत्र में भाग लेंगे. इसमें भाग लेने वाले भारतवंशियों के पास कुंभ मेले और गणतंत्र दिवस परेड में भी भाग लेने का मौका होगा.
विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने यहां आयोजन के कार्यक्रम की घोषणा करते हुए कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस 1915 में महात्मा गांधी के भारत लौटने के उपलक्ष्य में हर साल नौ जनवरी को मनाया जाता है, लेकिन इस साल भारतवंशियों के सदस्यों के कुंभ मेले और गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने के आग्रह को ध्यान में रखते हुए इसमें विलंब किया गया.
सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश इस कार्यक्रम के लिए साझेदार राज्य होगा और इस बार की अनूठी बात ‘वाराणसी की मेहमाननवाजी’ की अवधारणा होगी जिसके तहत स्थानीय लोग विदेशों में रह रहे प्रवासी भारतीयों की अपने घर में ‘परिवार के मेहमान’ के तौर पर मेजबानी करेंगे.
प्रथम दिन का मुख्य आकर्षण युवा प्रवासी भारतीय दिवस होगा जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को आधिकारिक उद्धाटन में भाग लेंगे. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रवीन जगन्नाथ होंगे. कार्यक्रम के तीसरे दिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद प्रवासी भारतीय सम्मान प्रदान करेंगे.
इसके बाद लोगों को सडक़ मार्ग से प्रयागराज में कुंभ मेले में ले जाया जाएगा और वहां से ट्रेन से वे गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने के लिए 25 जनवरी को दिल्ली जाएंगे. सिंह ने कहा, इस बार प्रवासी भारतीय दिवस का दायरा बहुत व्यापक है. अभी तक दुनियाभर से भारतीय समुदाय के 5,000 लोगों ने पंजीकरण कराए हैं.
विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने बताया कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपनी भागीदारी की पुष्टि कर दी है. सभी मुख्यमंत्रियों को निमंत्रण भेजे गए हैं और उनमें से कई के कार्यक्रम में भाग लेने की संभावना है. इस कार्यक्रम के फायदे के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि इसके परिणामस्वरूप भारतवंशियों की पहुंच अभूतपूर्व रूप से दुनियाभर में हुई है.