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लालू को 28 जनवरी तक मिली राहत, अगली सुनवाई 11 फरवरी को
Posted Date : 19-Jan-2019 12:11:55 pm

लालू को 28 जनवरी तक मिली राहत, अगली सुनवाई 11 फरवरी को

0-आईआरसीटीसी टेंडर घोटाला
नई दिल्ली ,19 जनवरी । रेलवे टेंडर घोटला में 28 जनवरी तक के लिए राष्ट्रीय जनता दल (आजेडी) के नेता लालू प्रसाद यादव को राहत मिल गयी है। इस मामले की अगली सुनवाई 11 फरवरी को होगी। आईआरसीटीसी टेंडर घोटाला मामले में दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में शनिवार को सुनवाई हुई। जिसमें अदालत ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू प्रसाद यादव की अंतरिम जमानत अवधि 28 जनवरी तक के लिए बढ़ा दी है। 
सीबीआई ने इस मामले में लालू, तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी सहित कई अन्य लोगों को आरोपी बनाया है। अदालत में आज प्रवर्तन निदेशालय ने अपना जवाब दाखिल किया और सभी आरोपियों को नियमित तौर पर मिलने वाली जमानत पर विरोध दर्ज कराया। अदालत 28 जनवरी को सभी आरोपियों की नियमित जमानत पर आदेश पारित करेगी।
यह दोनों मामले सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय की ओर से दायर किए गए हैं। विशेष न्यायाधीश अरूण भारद्वाज ने राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव की अंतरिम जमानत अवधि भी 28 जनवरी तक के लिए बढ़ा दी है। लालू प्रसाद और अन्य लोगों की नियमित जमानत याचिका पर फैसला अब 28 जनवरी को आएगा।
इससे पहले 20 दिसंबर को मामले की सुनवाई हुई थी। जिसमें लालू को 19 जनवरी तक के लिए अंतरिम जमानत दे दी गई थी। विशेष न्यायाधीश अरुण भारद्वाज ने रांची जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अदालत में पेश हुए प्रसाद को अंतरिम राहत दी थी। चारा घोटाला मामले में जेल में बंद लालू स्वास्थ्य कारणों से अदालत आने में सक्षम नहीं थे, इसलिए वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए थे।
फिलहाल स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के कारण लालू रांची के अस्पताल में भर्ती हैं। अदालत ने सीबीआई और ईडी को निर्देश दिया कि वह दोनों मामलों में प्रसाद की जमानत याचिका पर अपना जवाब दें। यह मामला आईसीआरसीटीसी के दो होटलों की देखरेख का ठेका निजी फर्म को सौंपने में हुई अनियमितताओं से जुड़ा है।

राजधानी में सर्दभरी सुबह, तापमान सामान्य से कम
Posted Date : 19-Jan-2019 12:05:26 pm

राजधानी में सर्दभरी सुबह, तापमान सामान्य से कम

नई दिल्ली ,19 जनवरी । राजधानी दिल्ली में शनिवार सुबह सर्दभरी रही और न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम 5.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पूवार्नुमान के विपरीत, राष्ट्रीय राजधानी में विजिबिलिटी में सुधार हुआ। पालम और सफदरजंग में विजिबिलिटी 400 मीटर रही, जबकि शुक्रवार को घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी कुछ घंटों तक शून्य रही थी।
शनिवार को कोहरा कम होने के बावजूद करीब 10 ट्रेनें चार से छह घंटे की देरी से चल रही हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के एक अधिकारी ने कहा, सामान्य से एक डिग्री कम न्यूनतम तापमान के साथ सुबह में कोहरा छाया रहा। दिनभर आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे, लेकिन सूर्यास्त के बाद धुंध या कोहरा छा जाएगा। अधिकतम तापमान शनिवार को सामान्य से दो डिग्री अधिक रहने के साथ 21.5 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज होने की संभावना है। 
आईएमडी के अनुसार, दिल्ली में 21 जनवरी तक अधिकतम तापमान 21-22 डिग्री सेल्सियस के बीच तब तक बना रहेगा, जब हल्की बारिश होने के आसार हैं। सुबह 8.30 बजे आर्द्रता का स्तर 100 प्रतिशत दर्ज हुआ। शनिवार को दिल्ली में हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज हुई। हवा की गुणवत्ता और मौसम पूवार्नुमान एवं अनुसंधान प्रणाली (सफर) के अनुसार, सुबह नौ बजे समग्र हवा की गुणवत्ता 369 पर दर्ज हुई।

देशद्रोह के कानून को खत्म किया जाए: सिब्बल
Posted Date : 16-Jan-2019 9:27:48 am

देशद्रोह के कानून को खत्म किया जाए: सिब्बल

नई दिल्ली ,16 जनवारी । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रसिद्ध वकील कपिल सिब्बल ने देशद्रोह से जुड़ी भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए को खत्म करने की पैरवी करते हुए बुधवार को कहा कि वर्तमन में इस औपनिवेशिक कानून की जरूरत नहीं है। उनका यह बयान उस वक्त आया है जब जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में दो साल पहले हुई कथित नारेबाजी के मामले में दिल्ली पुलिस ने हाल में कन्हैया कुमार और अन्य के खिलाफ चार्जशीट दायर की है जिसमें धारा 124ए भी लगाई गई है।
उन्होने ट्वीटर के माध्यम से कहा कि देशद्रोह के कानून (आईपीसी की धारा 124ए) को खत्म किया जाए। यह औपनिवेशिक है। उन्होंने कहा, असली देशद्रोह तब होता है जब सत्ता में बैठे लोग संस्थाओं के साथ छेड़छाड़ करते हैं, कानून का दुरुपयोग करते हैं, हिंसा भडक़ाकर शांति एवं सुरक्षा की स्थिति खराब करते हैं। 
सिब्बल ने कहा, इन लोगों को 2019 (लोकसभा चुनाव) में दंडित करिए। सरकार बदलो, देश बचाओ।

आप विधायक बलदेव सिंह ने दिया इस्तीफा
Posted Date : 16-Jan-2019 9:24:46 am

आप विधायक बलदेव सिंह ने दिया इस्तीफा

0-केजरीवाल को एक और झटका
चंडीगढ़ ,16 जनवारी । लोकसभा चुनाव 2019 से पहले आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक और झटका लगा है. पंजाब में आम आदमी पार्टी के विधायक बलदेव सिंह ने आप की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. सिंह ने पार्टी छोडऩे के लिए अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा भेज दिया है. बलदेव सिंह पंजाब की जैतो विधानसभा से विधायक हैं.
ज्ञात हो कि इससे पहले आम आदमी पार्टी से निष्कासित और प्राथमिक सदस्यता छोड़ चुके विधायक और नेता सुखपाल खैरा ने नई पार्टी लांच कर केजरीवाल की धार पंजाब में कम कर दी थी. उन्होंने आम आदमी पार्टी के पांच अन्य विधायकों को भी तोड़ लिया. हाल ही में सभी 6 विधायकों ने मिलकर पंजाबी एकता पार्टी नाम से नई पार्टी लांच की.
आम आदमी पार्टी से जीत दर्ज करने वाले इन 6 विधायकों के अलग राजनीतिक पार्टी में आने के बाद पंजाब विधानसभा में आम आदमी पार्टी की मुश्किलें बढऩे की संभावना है. आप पार्टी इस वक्त नेता विपक्ष के पद पर काबिज है लेकिन आप के विधायकों के टूटने के बाद उस पद पर खतरा बढ़ सकता है. इतना ही नहीं आम आदमी पार्टी मुख्य विपक्षी पार्टी की बजाय तीसरे नंबर पर आ सकती है और अकाली दल एक बार फिर से मुख्य विपक्षी पार्टी बन सकती है.

आप विधायक बलदेव सिंह ने दिया इस्तीफा
Posted Date : 16-Jan-2019 9:24:45 am

आप विधायक बलदेव सिंह ने दिया इस्तीफा

0-केजरीवाल को एक और झटका
चंडीगढ़ ,16 जनवारी । लोकसभा चुनाव 2019 से पहले आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक और झटका लगा है. पंजाब में आम आदमी पार्टी के विधायक बलदेव सिंह ने आप की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. सिंह ने पार्टी छोडऩे के लिए अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा भेज दिया है. बलदेव सिंह पंजाब की जैतो विधानसभा से विधायक हैं.
ज्ञात हो कि इससे पहले आम आदमी पार्टी से निष्कासित और प्राथमिक सदस्यता छोड़ चुके विधायक और नेता सुखपाल खैरा ने नई पार्टी लांच कर केजरीवाल की धार पंजाब में कम कर दी थी. उन्होंने आम आदमी पार्टी के पांच अन्य विधायकों को भी तोड़ लिया. हाल ही में सभी 6 विधायकों ने मिलकर पंजाबी एकता पार्टी नाम से नई पार्टी लांच की.
आम आदमी पार्टी से जीत दर्ज करने वाले इन 6 विधायकों के अलग राजनीतिक पार्टी में आने के बाद पंजाब विधानसभा में आम आदमी पार्टी की मुश्किलें बढऩे की संभावना है. आप पार्टी इस वक्त नेता विपक्ष के पद पर काबिज है लेकिन आप के विधायकों के टूटने के बाद उस पद पर खतरा बढ़ सकता है. इतना ही नहीं आम आदमी पार्टी मुख्य विपक्षी पार्टी की बजाय तीसरे नंबर पर आ सकती है और अकाली दल एक बार फिर से मुख्य विपक्षी पार्टी बन सकती है.

पुलिस के पास तीन तरह के सबूत
Posted Date : 16-Jan-2019 9:22:10 am

पुलिस के पास तीन तरह के सबूत

0-जेएनयू नारेबाजी
नई दिल्ली ,16 जनवारी । 9 फरवरी 2016 को जेएनयू में कथित देश विरोधी नारेबाजी मामले में राजधानी दिल्ली पुलिस द्वारा दाखिल 1200 पन्नों की चार्जशीट में तीन तरह के सबूत हैं। सूत्रों का कहना है कि फाइनल रिपोर्ट में जिन 10 युवकों को मुख्य आरोपी बनाया गया है, उन सबके खिलाफ ओरल, इलेक्ट्रॉनिक और डॉक्युमेंट्री सबूत हैं।
जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि कन्हैया कुमार को अन्य आरोपी उमर खालिद की ओर से टेक्स्ट मेसेज भेजे गए थे, जिनमें उन्हें साबरमती ढाबा पहुंचने के लिए कहा गया था। इस मेसेज की जांच फरेंसिक लैब से कराई गई और उसके बाद इसे इलेक्ट्रॉनिक सबूत के तौर पर लिस्ट में शामिल किया गया। पुलिस का कहना है कि विडियो फुटेज के मुताबिक कन्हैया उन स्टूडेंट्स का नेतृत्व करते दिखाई दिए, जो देश विरोधी नारेबाजी कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि गवाहों ने भी उन्हें पहचाना और मैजिस्ट्रेट के सामने उनके बयान भी दर्ज किए गए हैं। सीआरपीसी की धारा 164 के तहत उनके बयान दर्ज किए गए हैं, जो कोर्ट में सबूत के तौर पर मान्य हैं।
कार्यक्रम के बाद साउथ डिस्ट्रिक्ट पुलिस द्वारा दर्द एफआईआर में तत्कालीन जेएनयूएसयू प्रेजिडेंट का नाम भी शामिल है। उस वक्त जेएनयू के चीफ प्रॉक्टर ने भी उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया था। पुलिस ने इसका भी जिक्र किया। पुलिस द्वारा दाखिल की गई चार्जशीट के मुताबिक, किसी भी गवाह ने उमर खालिद के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया है, लेकिन उनके खिलाफ इलेक्ट्रॉनिक सबूत मौजूद हैं। द इंडियन कंप्यूटर इमर्जेंसी रेस्पॉन्स टीम(सीईआरटी-आईएन) ने कार्यक्रम से जुड़े पैंम्फ्लेट उनकी ईमेल आईडी से बरामद किए हैं, जिसमें उनका नाम ऑर्गनाइजर के रूप में अंकित है।
इनके अलावा, पुलिस ने कॉल डिटेल्स खंगाले, जिनके मुताबिक खालिद ने सह आरोपी मुजीब गट्टू, मुनीब उमेर गुल, अनिर्बान भट्टाचार्य और कन्हैया कुमार से कार्यक्रम के बारे में बात की थी। परमिशन लेटर की फरेंसिंक जांच से यह पता चलता है कि उमर ने दो फर्जी हस्ताक्षर किए थे। 
ईमेल आईडी से कार्यक्रम के पैंफ्लेट्स बरामद होने और विडियो फुटेज में देशविरोधी नारेबाजी का समर्थन करते दिखाई देने के बाद पुलिस ने अनिर्बान भट्टाचार्य का नाम भी चार्जशीट में शामिल किया। अनिर्बान की मोबाइल लोकेशन भी कार्यक्रम स्थल मिली थी। पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक वेन्यू के लिए ऑरिजनल प्रोफार्मा में भी अनिर्बान का नाम था और हस्ताक्षर भी थे। चार्जशीट में कश्मीरी स्टूड़ेंट आकिब के खिलाफ कोई डॉक्युमेंट्री सबूत नहीं है। हालांकि प्रफेसर द्वारा शूट किए गए विडियो में वह दिखाई रहा है।