नई दिल्ली ,24 जनवरी । राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने बुधवार को कहा कि देश के कुछ इलाकों में ‘पारंपरिक रूप से देह व्यापार में शामिल समुदायों एवं बच्चियों’ की पहचान करने के लिए राज्य सरकारें मैपिंग कराएं ताकि इनको इस दलदल से बाहर निकालने के लिए कदम उठाए जा सकें।
राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर एनसीपीसीआर ने ‘पारंपरिक रूप से देह व्यापार में लगे समुदायों’ की स्थिति पर एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें देश के कुछ हिस्सों में कुछ ऐसी जातियों का उल्लेख किया गया है जिनके यहां लड़कियों का ‘देह व्यापार’ में जाना एक परंपरा सी बनी हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली, गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान में इस तरह की जातियां हैं। इन्हें कहीं ‘नट’, कहीं ‘पेरना’ तो कहीं ‘बेडिया’ के नाम से जाना जाता है। एनसीपीसीआर की रिपोर्ट में कहा गया है, पारंपरिक रूप से देह व्यापार में शामिल समुदायों और बच्चियों की पहचान के लिए राज्य सरकारें मैपिंग कराएं, ऐसे परिवारों की संख्या और उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति के बारे में पता किया जाए। आयोग की अध्यक्ष प्रियंका कानूनगो ने कहा कि पहली बात यह है कि हमारे समाज में यह स्वीकार नहीं किया जाता कि इस तरह की समस्या है जिसमें लड़कियों को परंपरा के नाम पर देह व्यापार में धकेल दिया जाता है। इसलिए हम चाहते हैं कि राज्य सरकारें पूरी स्थिति का पता करने के लिए मैपिंग कराएं। उन्होंने कहा कि एक बार पूरी स्थिति का पता चल जाने के बाद सभी लोग मिलकर इनके पुनर्वास के लिए कदम उठा सकेंगे। हम राज्य सरकारों को यह रिपोर्ट भेज रहे हैं और आशा करते हैं कि वे इस पर गंभीरता से कदम उठाएंगी।
नयी दिल्ली,24 जनवरी । सीबीआई ने 3,250 करोड़ रुपए के आईसीआईसीआई बैंक-वीडियोकॉन ऋ ण मामले में कथित अनियमितताओं के संबंध में एफआईआर दर्ज किया तथा मुंबई में समूह के मुख्यालय और औरंगाबाद में कार्यालयों में गुरुवार को छापे मारे। छापे मारने का काम गुरुवार सुबह शुरू किया गया। इस दौरान आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर के पति दीपक कोचर द्वारा संचालित कंपनी न्यूपावर और सुप्रीम एनर्जी पर भी छापे मारे गए। उन्होंने बताया कि ऐसा आरोप है कि 2012 में आईसीआईसीआई बैंक से वीडियोकॉन समूह को 3250 करोड़ रुपए का ऋ ण मिलने के कुछ महीनों बाद वीडियोकॉन प्रमोटर वेणुगोपाल धूत ने न्यूपावर में करोड़ों रुपए निवेश किए। अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने धूत, दीपक कोचर और अज्ञात अन्य के खिलाफ पिछले साल मार्च में एक प्रारंभिक जांच (पीई) दर्ज की थी। सीबीआई प्राथमिकी दर्ज करने से पहले पीई दर्ज करती है ताकि वह सबूत एकत्र कर सके। एजेंसी ने इस पीई को प्राथमिकी में बदल दिया है। उन्होंने कहा कि आरोपियों के नाम और प्राथमिकी की विस्तृत जानकारी का अभी इंतजार किया जा रहा है।
वाराणसी,24 जनवरी । मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविन्द जगन्नाथ समेत तीन हजार से अधिक प्रवासी भारतीय गुरुवार को प्रयागराज में विश्व के सबसे बड़े अध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन ‘कुंभ’ मेला देखेंगे तथा 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होंगे।
आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि 15वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर चार दिवसीय वाराणसी दौरे पर आये श्री जगन्नाथ गरुवार को यहां से विशेष विमान से प्रयागराज के लिए रवाना हो गए। बाबतपुर के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पूर्वाहन करीब सवा नौ बजे उनका विमान प्रयागराज के लिए उड़ान भरा। हवाई अड्डे पर भारत के विदेश राज्यमंत्री जनरल वी के सिंह एवं उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने उन्हें विदायी दी।
जगन्नाथ से पहले करीब तीन हजार प्रवासी भारतीय कड़ी सुरक्षा निगरानी में विशेष बसों से प्रयागराज (इलाहाबाद) के लिए रवाना हुए। वाराणसी के बड़ालालपुर में सम्मेलन स्थल के पास ऐढ़े गांव में प्रवासियों के लिए बनायी गई अस्थायी ‘टेंट सिटी’ में ठहरे मेहमानों के 30-30 बसों के दो समूहों को पुलिस सुरक्षा में रवाना किया गया। इसके अलावा करीब तीस बसें अलग-अलग स्थानों पर ठहरे मेहमानों को लेकर रवाना हुईं। बहुत से प्रवासी ट्रेन या परिवहन के अन्य मध्यमों से पहले ही प्रयागराज पहुंचे हुए हैं। प्रवासी मेहमानों के ठहरने एवं खानपान की व्यवस्था कुंभ क्षेत्र में ‘टेंट सिटी’ में सरकार की ओर से की गई है।
0-जेएनयू मामला
नई दिल्ली,24 जनवरी । जेएनयू में देशविरोधी नारे लगाने के मामले में दिल्ली सरकार की अनुमति नहीं लिए जाने पर बवाल जारी है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस पर मोदी सरकार पर निशाना साधा और इशारों में केंद्र सरकार को ही देशविरोधी करार दिया। इसी मामले में दिल्ली के कानून मंत्री ने लॉ सेक्रेटरी को बिना मंत्रालय की स्वीकृति लिए केस से संबंधित फाइल गृह मंत्रालय को भेजने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के विकास कार्यों में रोड़ा अटकाने का आरोप केंद्र सरकार पर लगाया और इसे देशद्रोही करार दिया। उन्होंने ट्वीट किया, मुझे नहीं पता कन्हैया ने देशद्रोह किया है या नहीं, उसकी जांच कानून विभाग कर रहा है। उधर मोदी जी ने दिल्ली के बच्चों के स्कूल रोके, अस्पताल रोके, सीसीटीवी कैमरे रोके, मोहल्ला क्लिनिक रोके, दिल्ली को ठप्प करने की पूरी कोशिश की - क्या यह देशद्रोह नहीं है?
दिल्ली के कानून मंत्री ने अपने विभाग के सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। कानून सेक्रेटरी ने कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए बिना मंत्रालय से अनुमति लिए फाइल को गृह मंत्रालय के पास भेजने पर स्पष्टीकरण मांगा है। नोटिस में कहा गया, ऐसा लग रहा है कि मंत्री के विचार रेकॉर्ड में दर्ज न हो सकें इसके लिए आपने ऐसा सोच-समझकर किया है।
बता दें कि दिल्ली सरकार जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय देशद्रोह मामले में मुकदमा चलाने की अनुमति देने के संबंध में कानूनी सलाह ले रही है। सरकारी सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और नौ अन्य लोगों के खिलाफ दायर आरोपपत्र को लेकर अदालत ने दिल्ली पुलिस से सवाल किया था कि उन्होंने समुचित मंजूरी के बगैर उनके खिलाफ आरोपपत्र कैसे दायर कर दिया है।
नई दिल्ली,23 जनवरी । गणतंत्र दिवस की परेड में सीमा को सुरक्षित रखने वाली पैरामिलिट्री की अधिकतर टुकड़ी अपना जौहर नहीं दिखा सकेगी। बीएसएफ के अलावा सीआईएसएफ, आईटीबीपी और एसएसबी के जवानों को भी इस बार परेड में जगह नहीं दी गयी है। सालों बाद गणतंत्र दिवस की परेड में पैरामिलिट्री की इतनी कम भागीदारी होगी।
इस बार केवल सीआरपीएफ को परेड में जगह दी गयी है। हालांकि इसके लिए सरकार रोटेशन सिस्टम और समय की कमी को जिम्मेदार बता रही है। ज्ञात हो कि पिछले साल बीएसएफ की सीमा भवानी के नेतृत्व वाली महिला बाइकर की टीम परेड का मुख्य आकर्षण रही थी और उन्हें अपने करतब के लिए खूब वाहवाही भी मिली थी।
सूत्रों के अनुसार इस बात को लेकर बीएसएफ के अंदर काफी निराशा है। बीएसएफ के अधिकारियों ने कहा कि सेना के बाद सबसे अधिक बीएसएफ के जवान ही शहीद हुए हैं और उनके 1800 से अधिक जवान देश की हिफाजत में शहीद हो चुके हैं। ऐसे में उनकी अपेक्षा थी कि इस मौके पर वे देश के सामने अपनी ताकत-क्षमता के बारे में बता सकेंगे।
बीएसएफ की बैंड टीम परेड में शामिल
सूत्रों के अनुसार सीआईएसएफ को इस साल गणतंत्र दिवस की परेड में जगह मिलने की सबसे अधिक उम्मीद थी क्योंकि इस साल उनके सफर का पचास साल पूरा हो रहा था। पूरे देश में मेट्रो और एयरपोर्ट की सुरक्षा संभालने वाली इस फोर्स ने तो परेड के लिए पूरी तैयारी भी कर ली थी। लेकिन अंतिम समय में उन्हें भी परेड में जौहर दिखाने का मौका नहीं मिला। हालांकि गणतंत्र दिवस परेड में बीएसएफ की बैंड टीम जरूर शामिल हो रही है लेकिन उनके जवानों का कहना है कि जिस तरह देश की सीमा को सुरक्षित रखने वाला सबसे बड़ा दस्ता उनका है, उस हिसाब से उन्हें उचित प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि इसमें कोटा सिस्टम नहीं होना चाहिए. उनकी पहचान सिर्फ बैंड टीम से ही नहीं है।
विरोध में उतरे संगठन
गणतंत्र दिवस के परेड में कम जगह मिलने से नाराज एक्स पैरामिलिट्री फोर्स वेलफेयर असोसिएशन ने सरकार के इस कदम की आलोचना की है। संगठन के महासचिव रणवीर सिंह ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है जब पैरामिलिट्री को उसके हक से वंचित किया गया है। चाहे शहीदों का दर्जा दिये जाने का मामला हो या वन रैंक वन पेंशन देने का मामला, सरकार ने लगातार उनकी मांगों की उपेक्षा की है। इसके विरोध में संगठन 3 मार्च को जंतर-मंतर पर काला दिवस मनाएगा।
नयी दिल्ली ,22 जनवरी । केंन्द्रीय रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण और डी वी सदानंद गौड़ा सिद्धगंगा मठ के प्रमुख के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे और प्रधानमंत्री की ओर से पुष्प अर्पित करेंगे। दोनों मंत्री शिवकुमार स्वामी के अंतिम संस्कार में शामिल होने कर्नाटक जाएंगे। गौरतलब है कि सिद्धंगगा मठ के प्रमुख 111 वर्षीय लिंगायत संत शिवकुमार स्वामी का लंबी बीमारी के बाद सोमवार को निधन हो गया था। वह अपने अनगिनत सर्मथकों के बीच ‘‘चलते-फिरते ईश्वर’’ के नाम से मशहूर थे।