0-बढ़ेगी भारतीय वायुसेना की ताकत
नईदिल्ली ,11 फरवरी । अमेरिकन एयरोस्पस कंपनी बोइंग ने रविवार को घोषणा की है कि भारतीय वायुसेना के लिए चार चिनूक मिलिट्री हेलिकॉप्टर्स गुजरात स्थित मुंद्रा बंदरगाह पर पहुंच गये हैं. कंपनी की ओर से जारी किये गये एक बयान के अनुसार सीएच47एफ(आई) चिनूक को चंडीगढ़ ले जाया जायेगा, जहां यह औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना में शामिल होगा.
बता दें कि अमेरिकी सेना भी इस हेलिकॉप्टर का उपयोग करती है. अमेरिकी कंपनी बोइंग द्वारा बनाया जाने वाला यह एक एडवांस्ड मल्टी मिशन हेलीकॉप्टर है. इसमें पूरी तरह से इंटीग्रेटेड, डिजिटल कॉकपिट मैनेजमेंट सिस्टम, कॉमन एविएशन आर्किटेक्चर कॉकपिट और एडवांस्ड कार्गो-हैंडलिंग क्षमताएं हैं. जो मिशन के दौरान इस हेलिकॉप्टर के प्रदर्शन और इसकी हैंडलिंग को बेहतर बनाते हैं.
भारत ने साल 2015 में कुल 15 चिनूक हेलिकॉप्टरों का ऑर्डर अमेरिकी कंपनी बोइंग को दिया था. जिसमें से चार भारत पहुंच चुके हैं.
भारत ने पिछले साल जुलाई महीने में चिनूक हेलीकॉप्टरों की पहली उड़ान को पूरा करके भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर बेड़े को आधुनिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया था. जुलाई में बोइंग विमान के उपाध्यक्ष और जनरल मैनेजर ने कहा था, तटीय ऑपरेशन से लेकर काफी ऊंचाई वाले पर्वतीय मिशनों तक, ये विमान भारतीय सशस्त्र बलों के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
नयी दिल्ली,11 फरवरी । उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जहरीली शराब से कई लोगों की मौत सहित विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण सोमवार को राज्यसभा की बैठक शुरू होने के करीब दस मिनट बाद ही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामे की वजह से उच्च सदन में आज भी शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो पाया। उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। इसके बाद आसन की अनुमति से केंद्रीय जनजातीय मंत्री जुएल ओराम ने संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश (तीसरा संशोधन) विधेयक 2019 पेश किया। अरूणाचल प्रदेश की अनुसूचित जनजातियों की सूची में कुछ और समुदायों को शामिल करने के लिए संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश, 1950 में संशोधन की खातिर यह विधेयक लाया गया है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अनिवासी भारतीय विवाह पंजीकरण विधेयक 2019 पेश किया। इसी बीच तेदेपा के सदस्य आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग करते हुए आसन के समीप आ गये। वे नारेबाजी भी कर रहे थे। उधर कांग्रेस के सदस्यों ने भी अपने स्थानों से ही नारेबाजी शुरु कर दी। शोरगुल के कारण कांग्रेस सदस्यों की मांग को नहीं सुना जा सका। सभापति ने हंगामा कर रहे सदस्यों से कहा कि इन विधेयकों को अभी केवल पेश किया जा रहा है। सदन में सपा और बसपा के सदस्यों ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जहरीली शराब से कई लोगों की मौत का मुद्दा उठाते हुये इस पर चर्चा कराने की मांग की। तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने भी कोई मुद्दा उठाया। लेकिन हंगामे की वजह से कुछ सुना नहीं जा सका। दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाने के बाद नायडू ने कहा कि उन्हें नियम 267 के तहत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए नोटिस मिले हैं लेकिन उन्होंने इन्हें स्वीकार नहीं किया है। उन्होंने सदस्यों से शांत रहने और कार्यवाही चलने देने की अपील की। बहरहाल, हंगामा थमते न देख नायडू ने 11 बज कर करीब दस मिनट पर सदन की बैठक दोपहर दो बजे तक के लिये स्थगित कर दी।
नई दिल्ली ,11 फरवरी । आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने दिल्ली स्थित आंध्र प्रदेश भवन में अपनी भूख हड़ताल शुरू कर दी है। उनकी भूख हड़ताल केंद्र सरकार के खिलाफ है क्योंकि सरकार ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया। धरने पर बैठे चंद्रबाबू नायडू ने कहा, आज हम यहां केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध करने के लिए आए हैं। धरने से एक दिन पहले कल पीएम आंध्र प्रदेश के गुंटूर पहुंचे थे। जिसकी जरूरत है मैं वही मांग रहा हूं।
इस दौरान मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों, पार्टी के विधायकों, एमएलसी और सांसदों के साथ धरना देंगे। राज्य कर्मचारी संघों, सामाजिक संगठनों और छात्र संगठनों के सदस्य भी इसमें शामिल होंगे। इसके अलावा वह आज दिल्ली में दीक्षा रैली भी करेंगे। नायडू की रैली में शामिल होने के लिए देश के कई हिस्सों से लोग दिल्ली पहुंच रहे हैं। नायडू का कहना है कि केंद्र सरकार ने राज्य को लेकर अन्य और भी कई वादे किए थे और उन्हें पूरा करने में भी असफल रही है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि नायडू सोमवार को सुबह 8 बजे से रात आठ बजे तक आंध्र भवन में भूख हड़ताल पर बैठेंगे। वह 12 फरवरी को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को एक ज्ञापन भी सौंपेंगे।
इससे पहले नायडू ने प्रधानमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा था कि आपने तो अपनी पत्नी को छोड़ दिया। क्या परिवार नाम की व्यवस्था के प्रति आपके मन में कोई सम्मान है।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का ना तो कोई परिवार है, और ना ही कोई बेटा। नायडू ने विजयवाड़ा में एक जनसभा में कहा, ‘चूंकि आपने मेरे बेटे का जिक्र किया है, इसलिए मैं आपकी पत्नी का जिक्र कर रहा हूं। लोगों... क्या आप जानते हैं कि नरेंद्र मोदी की एक पत्नी भी हैं? उनका नाम जशोदाबेन है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी पर अपना हमला जारी रखते हुए उन पर देश और सभी संस्थाओं को बर्बाद करने का आरोप लगाया। नायडू ने कहा, ‘प्रधानमंत्री एक चायवाला होने का दावा करते हें लेकिन उनका सूट - बूट देखिए...।’ नोटबंदी को उन्होंने तुगलकी फैसला बताया।
गौरतलब है कि राज्य के बंटवारे के बाद आंध्र प्रदेश से अन्याय किए जाने का आरोप लगाते हुए टीडीपी पिछले साल भाजपा नीत एनडीए से बाहर हो गई थी।
नयी दिल्ली ,11 फरवरी । कर्नाटक में विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त से जुड़े ऑडियो टेप, पश्चिम बंगाल में एक विधायक की हत्या और आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य की दर्जे की मांग को लेकर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और तेलुगू देसम पार्टी (तेदेपा) के सदस्यों के हंगामे के कारण सोमवार को लोकसभा की कार्यवाही आरंभ होने के करीब 10 मिनट बाद ही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। प्रश्नकाल आरंभ होने के साथ ही कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल ने कर्नाटक ऑडियो टेप का मुद्दा उठाया और आरोप लगाया कि वहां उनकी पार्टी के विधायकों को खरीदने की कोशिश की जा रही है। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि वह प्रश्नकाल के बाद अपने मुद्दे उठाएं और उन्होंने प्रश्नकाल आगे बढ़ाने का प्रयास किया। इसके बाद कांग्रेस के सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए। उन्होंने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं। इस दौरान भाजपा के सदस्यों ने कांग्रेस सदस्यों पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने भी अपने एक विधायक की कथित हत्या का मुद्दा उठाया और नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए। तेदेपा के सदस्य भी आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य की दर्जे की मांग को लेकर आसन के निकट पहुंचकर नारेबाजी करने लगे। सदन में शोर-शराबे के बीच ही मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने उच्च शिक्षण संस्थानों में आरक्षण के विषय से जुड़े कुछ पूरक प्रश्नों के उत्तर भी दिए। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने नारेबाजी कर रहे सदस्यों से अपने स्थान पर जाने को कहा, लेकिन हंगामा नहीं थमा जिसके बाद उन्होंने करीब 11:10 बजे सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
नईदिल्ली ,11 फरवरी । राजधानी दिल्ली के आंध्र भवन के बाहर उस समय हडक़ंप मच गया जब एक दिव्यांग ने भवन के बाहर जहर खाकर आत्महत्या कर ली. आत्महत्या करने वाला व्यक्ति श्रीकाकुलम का रहने वाला था. घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. दिव्यांग के पास से जो सुसाइड नोट बरामद हुआ है उसमें आर्थिक रूप में परेशान होने की बात कही गई है.
जानकारी के अनुसार दिल्ली में आंध्र भवन के पास उस समय हडक़ंप मच गया जब अर्जुन राव नामके युवक ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली. मृतक श्रीकाकुलम का रहने वाला था. पुलिस अभी पता कर रही है कि कही नायडू के साथ जो लोग आंध्र से आए हैं उन्हीं में से तो कोई शख्स नहीं है. अर्जुन के पास से जो सुसाइड नोट बरामद हुआ है उसे आर्थिक तंगी का जिक्र किया गया है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को मांग को लेकर मुख्यमंत्री और तेलगू देशम पार्टी (टीडीपी) अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू सोमवार को दिल्ली में एक दिन के भूख हड़ताल पर बैठे हैं. उन्होंने सोमवार सुबह राजघाट जाकर बापू की समाधि को श्रद्धांजलि दी और फिर आंध्र भवन में अपना उपवास शुरू किया. इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी इस मुद्दे पर नायडू के प्रति समर्थन दिखाने के लिए आंध्र भवन जाकर उनसे मुलाकात की.
0-शारदा चिटफंड घोटाला
शिलांग ,10 फरवरी । शारदा चिटफंड घोटाले में कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से सीबीआई लगातार दूसरे दिन रविवार को भी पूछताछ करेगी। तृणमूल सांसद कुणाल घोष को भी शिलॉन्ग दफ्तर तलब किया गया है। कुमार पर घोटाले की जांच के लिए बनी एसआईटी के प्रमुख रहते हुए सबूत नष्ट करने के आरोप हैं।
शनिवार को 8 घंटे हुई पूछताछ
इससे पहले सीबीआई ने शनिवार को कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार से चिटफंड घोटाला मामले में यहां आठ घंटे पूछताछ की। उनको पूछताछ के लिए फिर रविवार को पेश होने को कहा गया है। उधर, तृणमूल कांग्रेस के पूर्व सांसद कुणाल घोष भी सीबीआई के समन पर शिलांग आ चुके हैं। कुणाल घोष को शारदा और रोज वैली चिटफंड घोटालों में 2013 में गिरफ्तार किया गया था। बाद में उनको 2016 में कलकत्ता उच्च न्यायालय से अंतरिम जमानत मिली थी।
सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया, उनसे (राजीव कुमार) पूर्वाह्न् 10.45 बजे से लेकर करीब आठ घंटे तक पूछताछ की गई। उनको कल (रविवार) फिर पूछताछ के लिए बुलाया गया है। अधिकारी ने कहा, हम नहीं बता सकते हैं कि क्या घोष कल (रविवार) टीम के सामने पेश होंगे। राजीव कुमार से यह पूछताछ इस कथित घोटाले से जुड़े अहम सबूतों, खासतौर से गायब हुए एक पेन ड्राइव और लैपटॉप की जानकारी हासिल करने के लिए की गई. हालांकि सवाल उठता है कि सीबीआई यहां क्या पता करना चाहती है? इस सवाल पर सीबीआई के सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसी को सीसीटीवी फुटेज की तलाश है, जिससे इस घोटाले में शामिल प्रभावशाली लोगों का पता चल सके। कोलकाता में सीबीआई के संयुक्त निदेशक पंकज श्रीवास्तव ने इससे पहले कहा था कि राज्य पुलिस ने एजेंसी को कुछ अहम सबूत नहीं सौंपे हैं। किसी बड़ी साजिश की तरफ इशारा करते हुए सीबीआई ने शक जताया था कि ये सबूत छुपा लिए गए हैं या फिर नष्ट कर दिए गए हैं।
सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद कुमार शुक्रवार की शाम कोलकाता से गुवाहाटी होते हुए शिलांग पहुंचे थे। सर्वोच्च न्यायालय ने मंगलवार को मामले में सुनवाई के दौरान उन्हें शिलांग में सीबीआई जांच में शामिल होने का निर्देश दिया था। उनके साथ प्रदेश के तीन अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पहुंचे। ये अधिकारी अतिरिक्त पुलिस आयुक्त जावेद शमीम, एसटीएफ प्रमुख मुरलीधर शर्मा और सीआईडी प्रमुख प्रवीण कुमार त्रिपाठी थे।
सीबीआई दफ्तर से निकलने के बाद कुमार के कानूनी सलाहकार विश्वजीत देब ने पत्रकारों को बताया, सहयोग नहीं करने का सवाल ही नहीं है। उन्होंने पहले भी सहयोग किया और अब भी कर रहे हैं। मेघालय पुलिस कुमार को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया करवा रही है। ओकलैंड स्थित सीबीआई दफ्तर को किले में तब्दील कर दिया गया जहां मेघालय पुलिस के विशेष बल (एसएफ)-10 पर सुरक्षा की जिम्मेदारी है। मेघालय के पुलिस प्रमुख आर. चंद्रनाथन अपने अंगरक्षकों के साथ सीबीआई दफ्तर पहुंचे थे, जबकि उनके कोलकाता के उनके समकक्ष से पूछताछ चल रही थी। हालांकि उन्होंने वहां पत्रकारों से बात करने से मना कर दिया। मेघालय पुलिस ने कहा, डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए पहुंचे थे, लेकिन उन्होंने किसी से बात नहीं की।
बता दें कि सीबीआई टीम पूछताछ के लिए 3 फरवरी को राजीव कुमार के घर पहुंची थी, लेकिन उसे अंदर नहीं जाने दिया गया। उलटा सीबीआई अफसरों को ही पुलिस जबरन थाने ले गई। इस दौरान ममता ने सीबीआई की कार्रवाई के विरोध में धरना शुरू कर दिया था। इस मामले में सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने राजीव कुमार को सीबीआई के सामने पेश होने और ईमानदारी से जांच में सहयोग करने का निर्देश दिया था। हालांकि, कोर्ट ने साफ कर दिया था कि कुमार को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। गौर हो कि शारदा घोटाले की जांच के लिए 2013 में एसआईटी बनाई गई थी। इसका नेतृत्व 1989 बैच के आईपीएस राजीव कुमार कर रहे थे। 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जांच का जिम्मा सीबीआई को दिया था। इसके बाद राजीव कुमार को जनवरी 2016 में कोलकाता पुलिस का मुखिया बनाया गया था।