नईदिल्ली,06 मई । वर्ष 2018 के बैच के लिए इंडियन सिविल सर्विसेज के आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के कैडर आवंटन को दिल्ली हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया है. जस्टिस विपिन सांघी और रेखा पल्ली की बेंच ने आवंटन के खिलाफ दायर चार याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान इस प्रक्रिया में दोष पाया और इसे रद्द कर दिया. कोर्ट ने दोबारा से कैडर आवंटन करने का आदेश भी जारी किया है.
क्या है मामला?
गौरतलब है कि कैडर आवंटन से नाराज़ होकर चार अलग-अलग याचिकाएं दायर की गई थीं. याचिका दायर करने वालों ने आरोप लगाया था कि कैडर आवंटित करने में मनमाना रवैया अपनाया गया है, किसी की पसंद का ख्याल नहीं रखा गया है. याचिकाकर्ता का तर्क था कि कैडर उनके पूरे करियर को प्रभावित करेगा इसलिए उनकी राय का इसके आवंटन में सम्मान किया जाना चाहिए. चारों ही याचिकाकर्ताओं ने कैडर आवंटन नीति 2017 की प्रक्रिया को अनुचित, अन्यायपूर्ण और मनमानी बताया था.
अदालत ने क्या कहा?
अदालत ने याचिका स्वीकार करते हुए स्पष्ट कहा था कि अधिकारियों की ओर से कैडर के पुन: आवंटन में अधिक समय नहीं लिया जाना चाहिए. अदालत ने कहा कि क्योंकि पूरी प्रक्रिया अब इलेक्ट्रॉनिक है जो कि कंप्यूटर प्रोग्राम या सॉफ्टवेयर के माध्यम से पूरी होती है तो अधिकारियों के पास इस संबंध में पहले से ही अपेक्षित डेटा भी मौजूद है.
कोर्ट ने दिसंबर 2018 केंद्र सरकार के उस आदेश को रद्द कर दिया जिसमें आईएसएस और आईपीएस अधिकारियों को कैडर आवंटन किया गया था. कोर्ट ने आवंटित सफल उम्मीदवारों की योग्यता और उम्मीदवारों द्वारा दी गई प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द नए कैडर आवंटन करने का निर्देश दिया है.
0-थप्पड़ कांड
नईदिल्ली,06 मई । आम आदमी पार्टी(आप) के प्रमुख एवं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को राजधानी के मोतीनगर में एक युवक के थप्पड़ मारने के बाद उनकी सुरक्षा को लेकर अहम कदम उठाए जा रहे हैं. अब से पब्लिक मीटिंग, चुनावी रैली या रोड शो के दौरान केजरीवाल के करीब जाना या फिर उनसे हाथ मिलाना पहले की तरह आसान नहीं रहेगा. ज्ञात हो कि केजरीवाल को पहले से ही जेड श्रेणी की सुरक्षा हासिल है, लेकिन अब से उनके आगे-पीछे 4-4 अतिरिक्त जवान और उनके आस-पास 6 सुरक्षाकर्मियों का घेरा मौजूद रहेगा.आरएनएस के अनुसार केजरीवाल की नई सुरक्षा रणनीति के तहत किसी भी रोड शो के दौरान अगर वो खुली जीप में हैं, तो उनकी गाड़ी में दिल्ली पुलिस सिक्यॉरिटी यूनिट के दो जवान पीछे और दो जवान आगे गाड़ी में रहेंगे. चार जवान गाड़ी के पीछे, छह जवान गाड़ी के दोनों साइड और चार जवान गाड़ी के आगे-आगे घेरा बनाकर चलेंगे. इनके अलावा, एक या दो कमांडो भी वर्दी में तैनात किए गए हैं.
सुरक्षा में चूक हुई थी?
उल्लेखनीय है कि जिस वक्त केजरीवाल को थप्पड़ मारा गया, उस दौरान भी उनके सुरक्षा घेरे में दिल्ली पुलिस के 60 जवान मौजूद थे. केजरीवाल को कोई आम सुरक्षा भी नहीं बल्कि सीएम होने के नाते जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई गई. दिल्ली पुलिस के सीनियर अफसर ने मुताबिक केजरीवाल की सुरक्षा में हमेशा दो पीएसओ तैनात रहते हैं जिनके कमांड में कई वर्दी और बिना वर्दी के पुलिसवालों की हथियारबंद टीम भी होती है. केजरीवाल की सुरक्षा में हमेशा दो मोबाइल स्चयड, एक दिल्ली पुलिस की कमांडो यूनिट, चार सीआरपीएफ के जवान और एक इमरजेंसी रेस्पोंस वेहिकल भी रहता है.
नईदिल्ली,03 मई । कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी राष्ट्रीय राजधानी में पांच मई को पार्टी उम्मीदवार व पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के लिए रोड शो करेंगी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने गुरुवार को बताया कि प्रियंका उत्तर-पूर्व दिल्ली में पांच मई को शीला दीक्षित के लिए रोड शो करेंगी। शीला का मुकाबला सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) के दिलीप पांडे और मौजूदा भाजपा सांसद मनोज तिवारी से है।
कांग्रेस महासचिव बनने के बाद प्रियंका का दिल्ली में यह पहला रोड शो होगा। उन्हें 23 जनवरी को पार्टी की महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश प्रभारी बनाई गई थी।
एक कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा उम्मीदवारों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली रामलीला मैदान में 8 मई को होगी। इसका मुकाबला करने के लिए कांग्रेस प्रियंका गांधी की रैलियां 9 और 10 मई को आयोजित करने पर भी विचार कर रही है।
उन्होंने कहा कि प्रियंका के सक्रिय राजनीति में उतरने से उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के पक्ष में सकारात्मक माहौल बना है। इसको देखते हुए उन्हें चुनाव प्रचार के लिए दिल्ली लाए जाने का फैसला लिया गया है।
नईदिल्ली,02 मई । अगर आप भी नियमित तौर पर दिल्ली मेट्रो से आते-जाते हैं तो ये खबर आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है. डीएमआरसी ने ट्विटर के ज़रिए बताया है कि अब किन-किन कारणों से यात्रियों पर जुर्माना लग सकता है. नए नियमों के तहत जो लोग मेट्रो के फर्श पर बैठकर सफर करते हैं उन्हें अब 200 रुपये जुर्माना देना हो. साथ ही उनकी टिकट भी ज़ब्त कर ली जाएगी और उन्हें ट्रेन से उतार दिया जाएगा.
जो यात्री मेट्रो के अंदर लड़ते-झगड़े या किसी भी तरह का उपद्रव करते पाए जाएंगे उनसे भी 200 रुपये जुर्माना लिया जाएगा. साथ ही उनकी टिकट भी ज़ब्त कर ली जाएगी और उन्हें ट्रेन से उतार दिया जाएगा. गैरकानूनी तरीके से मेट्रो में घुसना भी दंडनीय अपराध माना जाएगा जिसके लिए यात्री पर 150 रुपये का जुर्माना लगाए जाने का प्रावधान है.
इसके अलावा डीएमआरसी ने अपने ट्विटर हैंडल से कई और अहम घोषणाएं साझा की हैं. जो यात्री मेट्रो स्टेशनों पर तैनात दिल्ली मेट्रो के अधिकारियों के काम में अवरोध पैदा करेंगे उनपर 500 रुपये जुर्माना लगाया जाएगा.
डीएमआरसी उन यात्रियों से भी 500 रुपये जुर्माना वसूलेगी जो दिल्ली मेट्रो ट्रेनों के अंदर लगे अलार्म या संचार तंत्र से छेड़छाड़ करते पाए जाएंगे. बिना कारण अलार्म बटन दबाने वालों से 500 रुपये जुर्माना लिया जाएगा.
नई दिल्ली । पैसेंजर ट्रेन में सफर करने वाली महिलाओं के लिए अच्छी खबर है। उत्तर रेलवे ने एक नई मेमू महिला स्पेशल ट्रेन तैयार की है। यह ट्रेन किस रूट पर चलेगी अभी यह तय नहीं हुआ है। यह ट्रेन गाजियाबाद स्थित ईएमयू कार शेड में खड़ी है।
रेल प्रबंधक, दिल्ली मंडल एससी जैन ने बताया कि इस नई ट्रेन को मेमू ट्रेन के पुरानों डिब्बों को सुधार कर बनाया गया है। इसके कुल आठ कोच तैयार किए गए हैं, लेकिन अभी छह को चलाने की ही योजना है। दो कोच को स्पेयर में रखा जाएगा, ताकि किसी डिब्बे में खराबी आने पर उसे इन दो से बदला जा सके। इससे ट्रेन का परिचालन प्रभावित नहीं होगा। महिला यात्रियों की सुविधा के लिए कोच में सुधार करके नई मेमू ट्रेन तैयार की गई है। इसके अंदर सीट, शौचालय आदि सुविधाओं के साथ ही इसके रंग का विशेष ध्यान रखा गया है। स्टेनलेस स्टील की सीटें रू नई ट्रेन को बाहर से गुलाबी और सफेद रंग दिया गया। इसमें स्टेनलेस स्टील की सीटें लगाई गई हैं। इसका फ्रंट पीले रंग का है। नई ट्रेन में फर्श पूर्व की तरह लकड़ी की बजाए पीवीसी का लगाया गया है। वहीं, 450 एमएम आकर वाले पंखे लगाए गए हैं और आधुनिक शौचालय बनाया गया है। पुरानी ट्रेन बदहाल रू अभी नई दिल्ली से पलवल, नई दिल्ली से गाजियाबाद और नई दिल्ली से पानीपत रूट पर ही महिला स्पेशल ट्रेन चलाई जाती हैं। यह ट्रेन काफी पुरानी हैं और इनमें यात्री सुविधाओं का अभाव है। महिला यात्रियों की शिकायत रहती है कि इनके शौचालय गंदे पड़े रहते हैं। सीटें टूटी हैं और ट्रेन में सफाई नहीं होती।
0-एक बच्ची समेत पांच लोगों की मौत
लखनऊ,01 मई । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के इन्दिरानगर क्षेत्र में गैस चुल्हे के गोदाम में हुए भीषण अग्निकांड में एक दम्पति और बच्ची समेत परिवार के पांच सदस्यों की जलने से मृत्यु हो गई। पुलिस सूत्रों ने बुधवार यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन्दिरानगर क्षेत्र में मायावती कॉलोनी के पास राम विहार फेज-2 में टी एन सिंह के घर में बनाए गए गैस चूल्हे के गोदाम में देर रात आग लग गई। हादसे में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की जलकर मृत्यु हो गई है।
उन्होंने बताया कि यह हादसा शार्ट सर्किट से हुआ है। उन्होंने बताया कि दमकल विभाग को आग लगने की सूचना रात करीब पौने तीन बजे मिली। सूचना पर दमकल विभाग और पुलिस ने मौके पर राहत एवं बचाव कार्य शुरु किया। आग पर काबू करने के लिए घटना स्थल पर 12 दमकल की गाडिय़ां पहुंची। उन्होंने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है।
पुलिस के अनुसार हादसे के वक्त मकान मालिक टीएन सिंह बाहर गए हुए थे। उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान 31 वर्षीय सुमित सिंह , उनकी पत्नी वंदना सिंह और छह माह बच्ची बेबी के अलावा जूली सिंह (48) और 50 वर्षीय डब्लू सिंह के रूप में हुई है।