वड़ोदरा,15 जून । गुजरात के वड़ोदरा जिले में एक होटल में सीवर साफ करने के दौरान दम घुटने से चार सफाईकर्मियों सहित सात लोगों की मौत हो गई. घटना की सूचना दभोई फायर और पुलिस के पुलिस कर्मियों को दी गई, 108 एम्बुलेंस और फायर कर्मचारी मौके पर पहुंचे और राहत अभियान शुरू किया. शिकायतकर्ता ने अत्याचार अधिनियम के तहत शिकायत दर्ज की है.
अधिकारियों ने बताया कि वड़ोदरा शहर से करीब 30 किलोमीटर दूर डभोई तहसील के फर्तिकुई गांव में स्थित एक होटल में यह हादसा हुआ.
हादसे में मारे गए लोगों में तीन होटल कर्मचारी भी शामिल हैं. इस मामले से प्राप्त जानकारी के अनुसार, दाभोई तालुका के थुववी गांव के चार लोग सीवर साफ करने उतरे थे.
‘जब एक सफाईकर्मी मेनहोल से बाहर नहीं आया तो अन्य उसे देखने अंदर गए. सभी की दम घुटने से मौत हो गई.ज्
मृतकों की पहचान हितेश ए हरिजन (23), उनके पिता अशोक बी हरिजन (45), महेश एम हरिजन (25), महेश आर पन्नवाडिय़ा (46) (सभी चार स्वीपर और दभोई तालुका में थावी के निवासी), अजय के रूप में हुई है. वसावा (24, भरुच के नेतरंग तालुका में कदवली गाँव), विजय ए चौधरी (22) और शाहदेव आर वसावा (22) (दोनों सूरत जिले के उमरपाड़ा तालुका के गांव वेलवी के निवासी हैं).
मुर्शिदाबाद,15 जून । पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है.राज्य के मुर्शिदाबाद में तृणमूल कांग्रेस के कार्याकर्ता खैरुद्दीन शेख और सोहेल राणा के घर में बीती रात बम फेंक दिया गया. बताया गया कि बम फेंकने के बाद गोलीबारी भी की गई जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई. जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई. जिला टीएमसी नेता अबु ताहेर ने कहा कि मारे गए तीनों लोग टीएमसी कार्यकर्ता के रिश्तेदार हैं. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी.
रिपोर्ट के अनुसार खैरुद्दीन शेख के बेटे मिलन शेख ने कहा कि हम लोग अपने घर में सो रहे थे, तभी हमारे घर पर बम फेंक दिया गया. कुछ दिन पहले मेरे चाचा को भी मार दिया गया था.
इससे पहले बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र के हासनाबाद में एक महिला भाजपा कार्यकर्ता की सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
0-कच्छ तट पर दे सकता है दस्तक
अहमदाबाद,15 जून । चक्रवाती तूफान वायु दिशा बदल कर गुजरात के कच्छ में पहुंच सकता है.रिपोर्ट के मुताबिक, ओमान की ओर गया साइक्लोन अगले 36 घंटे में वापस कच्छ की सीमा से टकराएगा. हालांकि अनुमान लगाया जा रहा है कि इसकी तीव्रता इस बार काफी कम होगी. तेज रफ़्तार हवाओं के साथ-साथ भारी बारिश होने का अनुमान है. चक्रवाती तूफान गुजरात के पोरबंदर और द्वारका में भी बड़ा असर डालेगा. अगले 48 घंटों के दौरान इसके पश्चिम की ओर बढऩे का अनुमान है. इसके बाद यह फिर से उत्तर-पूर्व की ओर फिर से बढ़ सकता है. इसको लेकर गुजरात राज्य का प्रशासन अलर्ट पर है.
हालांकि, गुरुवार सुबह राहत की खबर ये आई कि वायु का असर पूरे राज्य पर नहीं बल्कि तटीय इलाकों पर ही देखने को मिल सकता है. किसी भी अनहोनी का सामना करने के लिए एनडीआरएफ की 52, एसडीआरएफ की 9, एसआरपी की 14 कंपनियां तैनात हैं. केंद्र सरकार भी राज्य सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है.
0-ममता सरकार को दिया 48 घंटे का अल्टीमेटम
नईदिल्ली,15 जून । पश्चिम बंगाल की घटना को लेकर देशभर के डाक्टर हड़ताल पर हैं जिससे लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने पश्चिम बंगाल सरकार को हड़ताली डॉक्टरों की मांगें पूरी करने के लिए 48 घंटों का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने मांगें पूरी नहीं कीं तो एम्स में अनिश्चितकालीन हड़ताल करने पर मजबूर होंगे। इस समय बंगाल की स्वास्थ्य सेवाएं भी पूरी तरह से ठप्प हैं। सरकारी अस्पातल के 700 से ज्यादा डाक्टर अब तक अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं। बता दें कि सोमवार को पश्चिम बंगाल के एनआरएस मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में दो इंटर्न डॉक्टरों पर हमला किया गया था। जिससे गुस्साए डॉक्टर हड़ताल पर हैं।
राजधानी में डॉक्टरों की हड़ताल का सिलसिला शनिवार को भी देखने को मिल सकती है। फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा) ने शनिवार को हड़ताल का एलान किया है। फोर्डा के समर्थन में शुक्रवार शाम तक केंद्र सरकार के राम मनोहर लोहिया अस्पताल और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज ने भी हड़ताल का फैसला लिया। वहीं दिल्ली सरकार के डीडीयू, इहबास, संजय गांधी मेडिकल कॉलेज ने भी शनिवार को काम बंद रखने का निर्णय लिया है। इन सभी अस्पतालों के रेजीडेंट संगठनों ने अपने-अपने निदेशक को पत्र लिख इसकी सूचना भी दे दी है। बताया जा रहा है कि दिल्ली के और भी सरकारी अस्पताल शनिवार को हड़ताल का समर्थन कर सकते हैं।
फोर्डा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सुमेध का कहना है कि पश्चिम बंगाल की तरह आए दिन लगभग हर राज्य में डॉक्टरों पर हमले की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन अब देश का चिकित्सीय वर्ग खड़ा हो चुका है। जब तक सरकारें डॉक्टरों की सुरक्षा पर ठोस कदम नहीं उठाएंगी, हड़ताल का ये सिलसिला किसी न किसी रूप में चलता ही रहेगा। उन्होंने बताया कि शनिवार को फोर्डा के नेतृत्व में हड़ताल की घोषणा की गई है। दिल्ली के ज्यादातर सरकारी अस्पतालों में आपातकालीन सेवाओं को छोडक़र डॉक्टर उपचार नहीं करेंगे।
दिल्ली एम्स और सफदरजंग अस्पताल में डॉक्टरों की हड़ताल ने मरीजों को परेशानी में डाल दिया। वहीं दरियागंज स्थित दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के बैनर तले करीब 500 डॉक्टरों ने धरना दिया। एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. गिरीश त्यागी ने बताया कि जब तक डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर ठोस कानून लागू नहीं होगा, तब तक डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को दिल्ली एम्स और सफदरजंग के अलावा सर गंगाराम अस्पताल, अपोलो, सेंट स्टीफंस, माता चनन देवी, एक्शन बालाजी अस्पताल, महाराजा अग्रसेन अस्पताल में भी डॉक्टरों ने ओपीडी सेवा को बंद रखा।
डॉ. गिरीश त्यागी का कहना है कि धरना प्रदर्शन के बाद सभी डॉक्टरों ने राजघाट तक पैदल मार्च निकाला। वहीं शनिवार को भी एसोसिएशन की ओर से फोर्डा की हड़ताल को सांकेतिक रूप से समर्थन देने की घोषणा की गई है।
0-चमकी बुखार का कहर जारी
पटना,15 जून । बिहार में उमस भरी गर्मी के बीच मुजफ्फरपुर और इसके आसपास के क्षेत्रों में बच्चों पर कहर बनकर टूटने वाली बीमारी चमकी बुखार से पीडि़त बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है। पिछले 24 घंटों में एसकेएमसीएच और केजरीवाल अस्पताल में भर्ती 13 बच्चों की मौत हो गई है। मौसम की तल्खी और हवा में नमी की अधिकता के कारण संदिग्ध एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) और जापानी इंसेफलाइटिस (जेई) नामक बीमारी से पीछले करीब 24 दिनों में 68 बच्चों की मौत हो गई है। जिसमें 55 बच्चों की मौत श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में हुई है, जबकि 11 की मौत केजरीवाल अस्पताल में हुई है।
बीमारी से मौत और पीडि़तों की बढ़ रही संख्या को लेकर पटना मुख्यालय में उच्चस्तरीय बैठक चल रही है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर निदेशक प्रमुख डॉ आरडी रंजन, राज्य वैक्टर बॉर्न डिजीज कंट्रोल अधिकारी डॉ एमपी शर्मा व राज्य जेई एईएस के नोडल समन्वयक संजय कुमार ने एसकेएमसीएच में पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया। इन अधिकारियों ने दो राउंड चारों पीआईसीयू का जायजा लिया। निदेशक प्रमुख ने बताया कि जेई के चार पीडि़त मरीज मिले हैं। इंसेफेलाइटिस से किसी बच्चे की मौत नहीं हुई। जो भी बच्चे मरे हैं, उनमें हाइपोग्लेसिमिया और सोडियम पोटैशियम की चमकी-तेज बुखार कमी थी। तेज धूप के साथ आर्द्रता इसमें बहुत बड़ा कारण है।
उल्लेखनीय है कि उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी व वैशाली में बीमारी का प्रभाव दिखता है। इस साल अब तक एसकेएमसीएच में जो मरीज आ रहे हैं, वे मुजफ्फरपुर और आसपास के हैं।
0-बशीरहाट में तनाव का माहौल
कोलकाता,14 जून । पश्चिम बंगाल के बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र के हासनाबाद में एक महिला भाजपा कार्यकर्ता की सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गई है. वारदात के बाद से ही पूरे इलाके में तनाव के हालात हैं. मौके पर भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है. मामले की जांच की जा रही है. पुलिस के अनुसार यह हत्या राजनीतिक हिंसा के चलते हुई है इस बात की अभी कोई जानकारी नहीं मिल सकी है. उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों बशीरहाट में ही राजनीतिक हिंसा में दो भाजपा कार्यकर्ताओं और एक तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद पूरे देश में राजनीति गर्मा गई थी. एक तरफ बीजेपी ने आरोप लगाया था कि हत्या के पीछे टीएमसी का हाथ है, वहीं टीएमसी का कहना था कि यह बीजेपी की साजिश है. बताया जा रहा है कि ये कार्यकर्ता पहले हुई हिंसा के दौरान संदेशखाली भी गई थीं और हासनाबाद में विरोध प्रदर्शन भी किया था.
इससे पहले 9 जून को पश्चिम बंगाल के 24 परगना में टीएमसी और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई थी. इस झड़प में चार लोगों की मौत हो गई थी. बीजेपी ने आरोप लगाया था कि उसके तीन कार्यकर्ताओं को टीएमसी के लोगों ने गोली मार दी है. उधर टीएमसी का आरोप है कि उनके एक कार्यकर्ता कायुम मोल्लह की हत्या कर दी गई है. बताया जा रहा है कि यह झड़प पार्टी के झंडे लगाने को लेकर हुई थी, जिसके बाद दोनों ही तरफ से काफी संख्या में कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए.
पश्चिम बंगाल में जारी हिंसा के बीच राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. बैठक के बाद बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष जय प्रकाश मजुमदार ने कहा कि राज्यपाल ने कुछ सुझाव दिए, लेकिन सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधि ने कहा कि उन्हें पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी से से चर्चा करने की जरूरत है. तृणमूल कांग्रेस की ओर से बैठक में पार्टी के महासचिव और राज्य के मंत्री पार्थ चटर्जी गए थे.