नयी दिल्ली,18 नवंबर । पंजाब में दसुआ के पास किसानों के प्रदर्शन की वजह से 35 यात्री ट्रेनों को रद्द किया गया है और अन्य ट्रेनों का मार्ग बदला गया है। किसानों ने सरकार द्वारा गन्ने का बकाया न चुकाने के विरोध में रेल की पटरियों को बाधित किया है। रेल मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान में कहा कि आंदोलन दोपहर सवा 12 बजे शुरू हुआ था और अब भी जारी है। उत्तर रेलवे के प्रवक्ता दीपक कुमार ने कहा कि दसुआ और खुदा कुराला स्टेशनों के बीच लेवल क्रॉसिंग ए-82 पर करीब 250 प्रदर्शनकारी अचानक से जमा हो गए और पटरियों पर बैठ गए। इससे रेल यातायात बाधित हुआ। उन्होंने कहा कि इस वजह से करीब 35 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा और 16 का मार्ग बदला गया तथा 20 ट्रेनों को निर्धारित गंतव्य से पहले ही खत्म कर दिया गया।
0-अब मोर्चे की तैयारी
मुंबई ,18 नवंबर । मुंबई की सडक़ों से 70 प्रतिशत ओला और ऊबर ऐप टैक्सी गायब हैं। रविवार सुबह बहुत कम टैक्सीज उपलब्ध होने के चलते यात्रियों का दिक्कतों का सामना करना पड़ा और कैब बुक करने के बाद लंबा इंतजार करना पड़ा। इतना ही नहीं, कम उपलब्धता के चलते कैब का फेयर भी सामान्य से दोगुना तक वसूला गया। बता दें, कैब ड्राइवर अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं और उनकी मांग है कि राज्य सरकार इस मामले में हस्तक्षेप करे।
यूनियन लीडर गोविंद मोहिते ने कहा, ज्यादातर ड्राइवर अपनी मर्जी से ऑफलाइन चले गए हैं। हम प्रदेश विधानसभा सत्र के पहले दिन बड़ा मोर्चा निकालने की तैयारी में हैं। सोमवार को प्रस्तावित इस मार्च में ओला-ऊबर कैब ड्राइवर अपने परिवारों के साथ भारत माता से लेकर विधानसभा तक जाएंगे और राज्य सरकार को अपना मांगपत्र सौंपेंगे। महाराष्ट्र राज्य राष्ट्रीय कामगार संघ नेता सचिन अहीर ने कहा कि शनिवार रात तक न तो कैब सेवा प्रदाता फर्म की ओर से उन्हें बात करने बुलाया गया और न ही किसी नेतृत्व ने उनसे बात की। यही कारण है कि हड़ताल जारी रखी गई है।
पहले भी हुई थी हड़ताल , नहीं निकला हल
मुंबई में ओला-ऊबर ड्राइवरों की यह दूसरी हड़ताल है और सोमवार को इससे भी ज्यादा ड्राइवर्स ऑफरोड जा सकते हैं। इसके चलते कैब से ऑफिस या एयरपोर्ट जाने वालों को खासा दिक्कत का सामना करना होगा। इससे पहले 22 अक्टूबर से 2 नवंबर तक ड्राइवर्स हड़ताल पर गए थे और राज्य परिवहन मंत्री दिवाकर रावते के हस्तक्षेप के बाद इसे वापस ले लिया गया था।
सीएम फडणवीस करें हस्तक्षेप
अहीर ने कहा, इस बार हम राज्य के सीएम देवेंद्र फडणवीस से वार्ता करना चाहते हैं और चाहते हैं कि वे ड्राइवरों की दिक्कत समझें। उन्होंने कहा, हजारों परिवारों पर इसका असर पड़ रहा है और कितने ही ड्राइवर ईएमआई भरने की कोशिश में लगे हैं, कई जगह खाने के लाले हैं
नई दिल्ली, 18 नवंबर । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने शनिवार को कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने बलात्कार के संदर्भ में ‘महिला विरोधी’ टिप्पणी की है इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। सुरजेवाला ने ट्विटर पर खट्टर के एक कथित बयान का वीडियो पोस्ट करते हुए कहा, ‘महिला विरोधी-खट्टर सरकार,करे बेटियों का तिरस्कार!हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर जी की निन्दनीय टिप्पणी। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता ने दावा किया खट्टर जी ने कहा है- बलात्कार की अधिकतम घटनायें उनके साथ होती हैं जो बाहर उठती-बैठतीं व घूमती-फिरतीं है। बढ़ते रेप व गैंगरेप की घटनाओं का दोष महिलाओं के चरित्र पर मढऩा बेहद शर्मनाक। उन्होंने कहा कि अपने इस बयान के लिए खट्टर को माफी मांगनी चाहिए। कथित बयान या सुरजेवाला के आरोप पर फिलहाल खट्टर के कार्यालय या भाजपा की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
0-तीन दिन में तीसरी घटना
श्रीनगर ,18 नवंबर । जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में आतंकवादियों ने एक बार फिर कायराना हरकत को अंजाम दिया है। आतंकियों ने यहां से एक और युवक को अगवा कर लिया है। बता दें कि शनिवार को शोपियां जिले से ही आतंकियों ने तीन नागरिकों को अगवा किया था। इनमें से एक युवक की की हत्या कर दी थी और दो अन्य को छोड़ दिया था। इससे पहले शुक्रवार को पुलवामा के निकलोरा इलाके में आतंकियों ने नदीम मंजूर नाम के एक छात्र की हत्या कर दी थी। इस तरह पिछले तीन दिन में आतंकियों ने तीसरी बार किसी युवक को अगवा किया है।
शोपियां में किशोर का रेता था गला
बता दें कि शनिवार को शोपियां जिले में ही आतंकियों ने एक किशोर की गला रेतकर हत्या कर दी। राज्य में दो दिनों के अंदर यह दूसरी वारदात है। जानकारी के मुताबिक शोपियां जिले में शनिवार को अज्ञात बंदूकधारियों ने कुल तीन नागरिकों को अगवा किया था। इनमें से एक की हत्या कर दी और दो अन्य को छोड़ दिया।
पुलवामा में आतंकियों ने की थी छात्र की हत्या
इससे पहले पुलवामा के निकलोरा इलाके में आतंकियों ने नदीम मंजूर नाम के एक छात्र की हत्या कर दी थी। हिज्बुल मुजाहिदीन ने इसका वीडियो भी जारी किया था। सोशल मीडिया पर वायरल हुए विडियो में आतंकी नदीम मंजूर को गोलियां मारते हुए दिख रहे हैं।
पूर्व सीएम ने की थी निंदा
पूर्व सीएम तथा नैशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर उब्दुल्ला ने घटना की निंदा करते हुए कहा, घाटी में एक युवा को मारने की एक और कायराना हरकत हुई है और इस बार आतंकवादियों ने उसका गला काट डाला। हमारे समाज में इस तरह के बर्बर कृत्य की कोई जगह नहीं है। अब इस मामले को जस्टिफाई करने के लिए चाहे कितनी भी बातें की जाएं, यह अमानवीय है और यह संघर्ष नहीं है।
नई दिल्ली, 18 नवंबर । देश के कई राज्यों में चल रहे विधानसभा चुनाव की पृष्ठभूमि में कांग्रेस दलितों के मुद्दे पर नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने की तैयारी में है और इसी के तहत वह आगामी 26 नवंबर को दिल्ली में एक बड़ा कार्यक्रम करने जा रही है जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ दलित समाज के प्रतिनिधि एवं चिंतक शामिल होंगे। पार्टी के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित ‘संविधान दिवस’ समारोह में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ अध्यक्ष राहुल गांधी के भी शामिल होने की संभावना है। संविधान दिवस के मौके पर जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में इस कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है। कांग्रेस के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के प्रमुख नितिन राउत ने कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी सरकार जिस तरह से बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान पर हमले कर रही है, उसके खिलाफ हमें लडऩा होगा। संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है और आरक्षण को खत्म करने की कोशिश हो रही है। इन मुद्दों को लेकर हम सरकार को घेरेंगे। राउत ने कहा, ‘‘इस कार्यक्रम के लिए हमने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को आमंत्रित किया है और उनके शामिल होने की पूरी संभावना है।’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘इस सरकार में दलित समाज बहुत परेशान है। एससी-एसटी कानून को कमजोर करने का प्रयास किया गया। बार-बार आरक्षण खत्म करने की बात की जा रही है। पदोन्नति में आरक्षण पर मोदी सरकार खामोश बैठी है। दलितों पर हमले हो रहे हैं। इन सवालों को लेकर दलित और कमजोर वर्ग के लोग इन चुनावों और लोकसभा चुनाव में सबक सिखाएंगे। इससे पहले इस साल 23 अप्रैल को कांग्रेस के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ ने ‘संविधान बचाओ’ सम्मेलन का आयोजन किया था जिसमें राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार पर संवैधानिक संस्थाओं पर हमले का आरोप लगाया था।
नई दिल्ली, 18 नवंबर । लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी (रालोसपा) की भाजपा के साथ तनातनी बढऩे के बीच कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने रविवार को कहा कि भाजपा पिछड़ों एवं अति पिछड़ों के खिलाफ है और ऐसे में इन समुदायों की राजनीति करने वाले उपेंद्र कुशवाहा जैसे नेता को राजग से अलग हो जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के राजग से अलग होने की स्थिति में उनके संप्रग के साथ आने जैसी किसी भी संभावना पर बात करना समयपूर्व होगा।
भाजपा के साथ जारी कुशवाहा की खींचतान के संदर्भ में गोहिल ने बातचीत में कहा, नरेंद्र मोदी और अमित शाह का अहंकार इतना अधिक है कि आत्मसम्मान वाला कोई भी सहयोगी दल भाजपा के साथ नहीं रह सकता। केंद्र की भाजपा सरकार की विफलताएं इतनी ज्यादा हैं कि उनके साथ जो रहेंगे, उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ेगा।’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ बिहार में जो लोग पिछड़ों और अतिपिछड़ों की राजनीति करते हैं उनको राजग से बाहर निकलना ही चाहिए क्योंकि भाजपा पिछड़ों और अति पिछड़ों के खिलाफ राजनीति कर रही है। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘अगर कुशवाहा जी वहां असहज महसूस कर रहे हैं तो उसकी पुख्ता वजह है। यह वजह नरेंद्र मोदी और अमित शाह का अहंकार और भाजपा सरकार की विफलता है। कुशवाहा जी एक अच्छे नेता हैं और अब तक उन्होंने पिछड़ों एवं अति पिछड़ों की राजनीति की है। ऐसे लोगों को इस फासीवादी पार्टी के साथ नहीं रहना चाहिए।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या आने वाले दिनों में रालोसपा बिहार में राजद एवं कांग्रेस के साथ होगी तो गोहिल ने कहा, ‘‘इस बारे में अभी कुछ भी कहना समयपूर्व होगा।’’ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘‘जो अपने आपको धर्मनिरपेक्ष कहते हैं वो फासीवादी ताकतों के साथ हैं। बिहार में अनैतिक गठबंधन चल रहा है। सत्ता के लिए ऐसी विचारधाराओं का मेल करने की कोशिश हो रही है जो पूरी तरह बेमेल हैं। सीटों के बंटवारों को लेकर भाजपा के साथ रालोसपा की खींचतान शनिवार को उस वक्त बढ़ गई जब कुशवाहा ने कहा कि भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए उनकी पार्टी को सीटों की जो पेशकश की है, वह सम्मानजनक नहीं है। कुशवाहा ने इन सीटों की संख्या का खुलासा तो नहीं किया, लेकिन उन्होंने कहा कि बिहार में राजग के घटक दलों द्वारा 30 नवंबर तक सीट बंटवारा समझौते पर पहुंचने से पहले वह इस बारे में नहीं बोलेंगे।