राज्य

एनआईए ने मसूद अजहर के भाई सहित 13 के खिलाफ  पेश की चार्जशीट
Posted Date : 22-Nov-2018 6:29:30 am

एनआईए ने मसूद अजहर के भाई सहित 13 के खिलाफ पेश की चार्जशीट

0-नगरोटा आर्मी कैंप हमला
नई दिल्ली ,21 नवंबर । राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 2016 के नगरोटा आर्मी कैंप हमले के मामले में आतंकवादी अजहर मसूद के भाई मौलाना अब्दुल्ल रोफ असगर सहित 13 के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। असगर पाकिस्तान के जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन का डिप्टी चीफ है। यह चार्जशीट रनबीर पिनल कोड की धाराओं के तहत दर्ज की गई है। एनआईए ने जांच में पाया कि चार स्थानीय कश्मीरी आतंकियों के साथ मिलकर एक ग्रुप बनाया गया और उसी ग्रुप ने सैन्य शिविर पर हमला किया।
एनआईए ने जांच में जिन चार स्थानीय कश्मीरी आतंकियों के नाम लिये हैं वे मोहम्मद आशिक बाबा उर्फ मोहम्मद आशिक, सैयद मुनीर उल हुसैन कादरी, तारीक अहमद डार और अशरफ हमीद खांडे हैं। इन्होंने पाकिस्तान के तीन आतंकियों को हथियारों सहित सांबा के अंतराष्ट्रीय बार्डर से सरहद पार करवाई। इन्हें होटल जगदम्बा में ठहराया और फिर अपनी गाडियों में नगरोटा में आतंकी हमले के छोड़ा। गौरतलब है कि 28 नवंबर 2016 को आर्मी कैंप की अफिसर में आतंकियों ने हमला किया। एनआईए के अनुसार जैश के डिप्टी चीफ मौलाना असगर ने इन आतंकियों को ट्रेन किया था और हथियार मुहैया करवाए थे। उसने कश्मीर के लांच कमांडर को हिदायत दी थी कि वह कश्मीर के स्थानीय आतंकियों को वो सब जरूरी चीजें मुहैया करवाए ताकि नगरोटा हमले को अंजाम दिया जा सके। 

 

सात महीने में 29,088 करोड़ की हुई अप्रत्यक्ष कर चोरी
Posted Date : 22-Nov-2018 6:28:30 am

सात महीने में 29,088 करोड़ की हुई अप्रत्यक्ष कर चोरी

नई दिल्ली ,21 नवंबर । वित्त मंत्रालय की जांच इकाई ने चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अक्टूबर अवधि के दौरान कुल 29,088 करोड़ रुपये की अप्रत्यक्ष कर चोरी के 1,835 मामलों की पहचान की है। 
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। जीएसटी सतर्कता महानिदेशालय (डीजीजीआई) द्वारा पकड़े गये इन मामलों में 571 मामले माल एवं सेवा कर (जीएसटी) में चोरी के हैं। इनमें कुल 4,562 करोड़ रुपये की कर चोरी की गयी। सर्वाधिक मामले सेवा कर से जुड़े रहे। सेवा कर में चोरी के 1,145 मामले पकड़े गये जो सम्मिलित तौर पर 22,973 करोड़ रुपये के हैं। इसी दौरान केंद्रीय उत्पाद शुल्क के 119 मामलों में 1553 करोड़ रुपये की चोरी पकड़ी गयी। अधिकारी ने कहा कि डीजीजीआई के अधिकारियों ने अप्रैल से अक्टूबर की अवधि के दौरान 29,088 करोड़ रुपये की कर चोरी के मामलों को पकड़ा। उसने कहा कि इस दौरान ऐसे ममलों में 5,427 करोड़ रुपये के कर की उगाही की गयी। इनमें कर चोरी के ऐसे पुराने मामले भी शामिल हैं जो पहले के है लेकिन वे चालू वित्त वर्ष के दौरान उजागर हुए। कुल उगाही में जीएसटी के 3,124 करोड़ रुपये, सेवा कर के 2,174 करोड़ रुपये और केंद्रीय उत्पाद शुल्क के 128 करोड़ रुपये शामिल रहे।   

तीन सालों में 400 जवानों ने देश की सुरक्षा के लिए दी कुर्बानी
Posted Date : 22-Nov-2018 6:27:22 am

तीन सालों में 400 जवानों ने देश की सुरक्षा के लिए दी कुर्बानी

नई दिल्ली ,21 नवंबर । भारत पाक सीमा पर गोलीबारी, आतंकवादी और उग्रवादी गतिविधियों के कारण पिछले तीन सालों में सुरक्षा बलों के करीब 400 जवानों ने जान गंवाई है। इनमें सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के सबसे अधिक जवान शहीद हुये हैं। इस बल ने 2015 से 2017 के बीच 167 जवानों को खोया और इनमें से अधिकतर अति संवेदनशील सीमा पर पहरेदारी करते समय शहीद हुये।
गृह मंत्रालय के अनुसार बीते तीन सालों से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 103 जवानों ने कुर्बानी दी। इनमें से अधिकांश नक्सली गतिविधियों और जम्मू कश्मीर में आतंकवाद का सामना करते हुये शहीद हुये। बीएसएफ ने 2015 में 62, वर्ष 2016 में 58 और 2017 में 47, सीआरपीएफ ने 2015 में नौ, वर्ष 2016 में 42 और वर्ष 2017 में 52 जवानों को खो दिया। मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के 48 कर्मियों की मौत हो गई थी, जिनमें से 2015 में 16, 2016 में 15 और 2017 में 17 जवान शहीद हुये थे। एसएसबी भारत-भूटान और भारत-नेपाल सीमा की रक्षा करता है। यह बल आंतरिक सुरक्षा कर्तव्यों के निर्वहन के लिए भी तैनात किया जाता है। 2015 और 2017 के बीच भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), जो भारत-चीन सीमा पर तैनात है, से जुड़े कुल 40 कर्मियों की मौत हो गई थी। इनमें से 15 जवान 2015 में, जबकि 2016 में 10 और 2017 में 15 जवानों ने सर्वोच्च शहादत दी। भारत-म्यामां सीमा की रक्षा करने और पूर्वोत्तर में आतंकवादियों से लोहा लेने वाले असम राइफल्स के कुल 35 जवान इन तीन सालों में शहीद हुये। इस बल के 2015 में 18, 2016 में नौ और 2017 में आठ जवानों ने शहादत दी।
केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने पिछले तीन वर्षों में कार्रवाई में दो जवानों को खो दिया है। इनमें से एक 2016 में और 2017 में एक जवान मारा गया। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि 2015 में सीआईएसएफ का कोई जवान शहीद नहीं हुआ। सीआईएसएफ विमानपत्तनों, परमाणु प्रतिष्ठानों, मेट्रो रेल सेवाओं और अन्य संवेदनशील स्थानों की सुरक्षा करती है। 

मंत्रियों के खिलाफ  भ्रष्टाचार की शिकायतों के ब्यौरे साझा नहीं करेगा पीएमओ
Posted Date : 22-Nov-2018 6:26:31 am

मंत्रियों के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायतों के ब्यौरे साझा नहीं करेगा पीएमओ

नई दिल्ली ,21 नवंबर । प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने केंद्रीय मंत्रियों के खिलाफ प्राप्त कथित भ्रष्टाचार की शिकायतों के ब्यौरे साझा करने से इनकार कर दिया है। पीएमओ ने कहा कि इस तरह की सूचना मुहैया कराना जटिल कवायद हो सकती है।
पीएमओ का यह कथन ऐसे समय में आया है जब देश की प्रमुख जांच एजेंसी केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने केंद्रीय कोयला एवं खनन राज्य मंत्री हरिभाई पार्थीभाई चौधरी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। 
आरटीआई के तहत पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा गया कि पीएमओ को विभिन्न केंद्रीय मंत्रियों एवं उच्च स्तरीय पदाधिकारियों के खिलाफ समय-समय पर भ्रष्टाचार की शिकायतें प्राप्त होती रहती हैं। पीएमओ ने व्हिसल ब्लोअर नौकरशाह संजीव चतुर्वेदी द्वारा दाखिल आरटीआई आवेदन के जवाब में कहा कि इनमें छद्मनाम या बेनाम से मिली शिकायतें भी शामिल हैं। प्राप्त शिकायतों में लगाए गए आरोपों या इल्जामों की सत्यता को देखते हुए और इल्जामों के संबंध में दिए गए दस्तावेजों की उचित जांच की जाती है। भारतीय वन सेवा के अधिकारी चतुर्वेदी ने यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में मुख्य सतर्कता अधिकारी रहते हुए भ्रष्टाचार के कई मामलों को उजागर किया था। आरटीआई आवेदन के जवाब में पीएमओ ने कहा कि जरूरी कार्रवाई करने के बाद रिकॉर्डों को एक जगह नहीं रखा जाता और वे इस कार्यालय की विभिन्न इकाइयों एवं क्षेत्रों में फैले हुए हैं। पीएमओ ने कहा कि ये प्राप्त शिकायतें भ्रष्टाचार और गैर-भ्रष्टाचार से जुड़े मुद्दों समेत कई तरह के मामलों से जुड़ी होती हैं। आवेदक ने अपने आवेदन में केवल भ्रष्टाचार से जुड़ी शिकायतों के विवरण मांगे हैं। कार्यालय ने कहा कि इन सभी शिकायतों को भ्रष्टाचार संबंधी शिकायतों के तौर पर पहचानना, जांचना और श्रेणी में रखना विषयपरक एवं जटिल काम हो सकता है। मांगी गई सूचनाओं के मिलान के लिए कई फाइलों की विस्तृत जांच करनी होगी।

सडक़ किनारे सो रहे मजदूरों को कार ने रौंदा, 5 की मौत, 9 गंभीर
Posted Date : 22-Nov-2018 6:24:02 am

सडक़ किनारे सो रहे मजदूरों को कार ने रौंदा, 5 की मौत, 9 गंभीर

हिसार ,21 नवंबर । हरियाणा के हिसार जिले में दिल्ली रोड स्थित जिंदल पुल पर दर्दनाक हादसे में पांच मजदूरों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि ये मजदूर पुल पर सडक़ किनारे फुटपाथ पर सो रहे थे तभी तेज रफ्तार कार ने उन्हें रौंद दिया। मजदूरों को रौंदने के बाद कार एक दूसरी गाड़ी से टकराई और पुल से 70 फीट नीचे जा गिरी।
इस हादसे में नौ अन्य मजदूर भी घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं दोनों कार के ड्राइवर भी घायल हैं। पुल से नीचे गिरने के बाद कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। 
पुलिस ने बताया कि पुल पर दो दिन से कुछ काम चल रहा है। सुबह जल्दी काम शुरू होता है इसलिए मजदूर रात में खाना खाकर पुल के किनारे बने फुटपाथ पर सोए थे। रात में लगभग दो बजे हिसार की ओर से तेज रफ्तार कार आई और फुटपाथ पर सो रहे मजदूरों को कुचलते हुए सामने से आ रही दूसरी कार को टक्कर मार दी। भिड़ंत के बाद कार पुल से 70 फीट नीचे जा गिरी।
इस दौरान पुल पर चल रहे काम के लिए रखे गए तेल के ड्रमों से भी कार टकराई। बताया जा रहा है कि हादसा अगर दिन में होता तो कई लोगों की जान जा सकती थी क्योंकि पुल के ऊपर और नीचे दिन में ट्रैफिक बहुत होता है। 
बताया जा रहा है कि पुल पर चल रहे काम के लिए सडक़ की ऊपरी परत उखाड़ दी गई थी लेकिन उसके लिए कोई निर्देश या संकेत वहां नहीं लगे थे। तेज रफ्तार कार जब उखड़े हुए पुल पर आई तो ड्राइवर ने संतुलन खो दिया और इतना बड़ा हादसा हो गया। मरने वाले मजदूरों में ज्यादातर बिहार के बताए जा रहे हैं।

 

अभिनेता अक्षय कुमार से एसआईटी ने की 2 घंटे पूछताछ
Posted Date : 22-Nov-2018 6:21:37 am

अभिनेता अक्षय कुमार से एसआईटी ने की 2 घंटे पूछताछ

0-धर्मग्रंथ बेअदबी मामला
चंडीगढ़ ,21 नवंबर । पंजाब में पवित्र धर्मग्रंथ की बेअदबी और कोटकपूरा एवं बहिबलकलां गोलीकांड की जांच कर रही विशेष टास्क फोर्स (एसआईटी) ने आज फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार से चंडीगढ़ में पूछताछ की। सूत्रों के अनुसार करीब दो घंटे तक चली पूछताछ में एसआईटी ने अक्षय से 42 सवाल पूछे। अक्षय से राम रहीम और और सुखबीर बादल संग बैठक से लेकर सिखों के धर्मग्रंथ के अपमान समेत कई सारे सवाल पूछे गए। हालांकि अक्षय ने एसआईटी के सामने सभी आरोपों को खारिज कर दिया।
बाद कोटकपुरा थाने में दर्ज मामले के संबंध में पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल, शिरोमणि अकाली दल सुप्रीमो सुखबीर बादल और अक्षय कुमार को समन जारी किए गए थे। इस मामले में ऐक्टर अक्षय कुमार पर जस्टिस रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट में संगीन आरोप लगे थे। आरोपों के मुताबिक अक्षय ने 20 सितंबर 2015 को अपने फ्लैट पर तत्कालीन डेप्युटी सीएम सुखबीर सिंह बादल और डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम के बीच बैठक करवाई थी। इसी मीटिंग के दौरान ही डेरा प्रमुख की फिल्म को पंजाब में रिलीज करने पर मुहर लगी थी। 
एसआईटी ने दो घंटे की पूछताछ में अक्षय पर कई सवाल दागे। एसआईटी ने अक्षय से राम रहीम और सुखबीर बादल के बीच बैठक को लेकर सवाल दागे। सूत्रों के अनुसार अक्षय ने सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि उनका नाम बेवजह इस मामले में घसीटा जा रहा है। सूत्रों के अनुसार अक्षय ने एसआईटी के सामने कहा, मेरे ऊपर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। मुझे पता नहीं मेरा नाम क्यों घसीटा जा रहा है। मैंने सिखों के धर्मग्रंथ का अपमान नहीं किया है। 
एसआईटी ने अक्षय को बुधवार को अमृतसर की बजाय चंडीगढ़ में पेश होने का विकल्प दिया था। पंजाब पुलिस एसआईटी ने इससे पूर्व अक्षय को 21 नवंबर को अमृतसर सर्किट हाउस में बुलाया था। एसआईटी के सदस्य और पुलिस महानिरीक्षक कुंवर विजय प्रताप सिंह ने मंगलवार को बताया,‘हमने उन्हें (अक्षय कुमार) यहां (चंडीगढ़) में पेश होने की छूट दी है।’ 
गौरतलब है कि गुरमीत इस समय बलात्कार के दो मामलों में 20 साल की जेल की सजा काट रहा है। एसआईटी ने अक्षय के साथ पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को भी बुलाया था। एसआईटी प्रकाश सिंह बादल और उनके पुत्र सुखबीर सिंह बादल से चंडीगढ़ में पहले ही पूछताछ कर चुकी है। सुखबीर ने सोमवार को एसआईटी सदस्यों को बताया था कि वह पंजाब के बाहर कभी भी अक्षय से नहीं मिले हैं। 
बता दें कि अक्षय पहले भी इन आरोपों से इनकार करते रहे हैं। कुछ दिन पहले दी गई सफाई में उन्होंने कहा था कि अपने पूरे जीवन में वह कभी भी राम रहीम से नहीं मिले हैं। आपको बता दें कि एसआईटी इस मामले में अभी तक एडीजीपी जितेंदर जैन, आईजी परमराज सिंह उमरानंगल, आईजी अमर सिंह चहल, फिरोजपुर के तत्कालीन डीआईजी एमएस जग्गी, फरीदकोट के तत्कालीन डीसी एसएस मान, एसएसपी वीके स्याल और एसडीएम के अलावा विधायक मनतार बराड़ से पूछताछ कर चुकी है। इनके अलावा कई अन्य लोगों से भी पूछताछ की जा चुकी है।