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वॉट्सऐप से फैली नरभक्षी अफवाह
Posted Date : 24-Nov-2018 9:10:57 am

वॉट्सऐप से फैली नरभक्षी अफवाह

0-अफ्रीकी आ गए निशाने पर
नई दिल्ली । बच्चों को अगवा कर उन्हें खाने की अफवाह पर गुरुवार शाम पश्चिमी दिल्ली के द्वारका इलाके में गुस्साई भीड़ से पुलिस ने अफ्रीकी मूल के 6 लोगों को बचाया। इन्हीं अफवाहों के फैलने की अलग-अलग जगह ऐसी घटनाएं हुईं। पुलिस का कहना है कि ककरौला में करीब 200 लोगों की भीड़ ने गुरुवार शाम को तंजानिया की दो महिलाओं को घेर लिया था। उनके साथ रह रहे दो अन्य अफ्रीकियों को भीड़ ने घर में ताला लगाकर बंद कर दिया था। समय रहते पहुंची पुलिस ने इन विदेशी महिलाओं को बचाया। घर में बंद अफ्रीकियों को भी पुलिस थाने लेकर आई ताकि वे सुरक्षित रहें। पुलिस का कहना है कि इन अफ्रीकियों के नरभक्षी होने की अफवाहें गुरुवार शाम से फैलने लगी थीं।
वॉट्सऐप से फैली अफवाह 
यह पहला मौका नहीं है जब दिल्ली में रह रहे अफ्रीकी मूल के लोगों को लेकर ऐसी अफवाहें फैल रही हैं। ऐसे मामले पहले भी कई बार सामने आ चुके हैं। ककरौला में हुई घटना में पुलिस को पहुंचने में जरा भी देर हुई होती तो स्थिति और भी खराब हो सकती थी। जब पुलिसकर्मियों ने वहां मौजूद भीड़ से पूछा कि किसका बच्चा किडनैप हुआ है तो चंद मिनटों में भीड़ तितर बितर हो गई। माना जा रहा है कि पहले ऐसी अफवाहें मौखिक तौर पर फैली और बाद में द्वारका और उसके आसपास के इलाकों में वॉट्सऐप ग्रुप पर फैलने लगी।
खान-पान से है दिक्कत 
उत्तम नगर, डाबड़ी आदि में काफी संख्या में नाइजीरियन रहते हैं। लेकिन यहां रहने वाले लोग इन्हें शक की नजर से देखते रहते हैं। लोगों को सबसे अधिक परेशानी इनकी खानपान की आदतों से होती है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इनके खान पान को लेकर लोगों की शिकायतें आती रहती है। रात को ड्रग्स लेकर चिल्लम-चिल्ली करना, पार्टियां करना, झगड़ा करना आदि के आरोप लोकल लोग लगाते हैं। 
अफवाह न फैलाने की अपील 
डीसीपी एंटो अल्फोंस के मुताबिक अफ्रीकनों को सुरक्षा दी जा रही है। जिन एरिया में अफ्रीकन रह रहे हैं उनसे संपर्क किया जा रहा है। विभिन्न वॉट्सऐप ग्रुप, आरडब्ल्यूए से अपील की जा रही है कि अफवाहों को फैलाया न जाए। ऐसे एरिया में पुलिस की नजर अधिक है जहां अफ्रीकन रह रहे हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार नरभक्षी होने की कोई शिकायत या कोई ऐसे घटना अब तक सामने नहीं आई है। घटना के बाद एरिया में तनाव है। पुलिस के मुताबिक अफ्रीकनों की असोसिएशन से पुलिस ने बात की है। आरडब्ल्यूए से विदेशी किरायेदारों की वेरिफिकेशन की बात की गई है, इनके पासपोर्ट की चेकिंग का अभियान शुरू किया गया है ताकि साफ हो सके कि उक्त एरिया में कितने अफ्रीकन रह रहे हैं। 
रोज किया जाता है टारगेट
‘पहले ड्रग्स बेचने वाले...फिर सेक्स रैकेट चलाने वाले और अब दिल्ली की जनता हमें ‘नरभक्षी’ बुलाने लगी है। रोजाना हमें ऐसे टारगेट किया जाता है जैसे किसी दूसरे प्लैनेट से हम लोग आए हैं। कभी-कभी ऐसा लगता है हम यहां आए ही क्यों? एक-दो लोग गलत काम करते हैं, इसका यह मतलब नहीं कि सब अफ्रीकन ही खराब हैं। हम लोग यहां पढऩे, बिजनस करने या फिर नई जिंदगी शुरू करने आए हैं। लेकिन यहां के लोग हमें स्वीकार ही नहीं कर रहे।’ यह कहना है कि नाइजीरिया के जॉन का जो वेस्ट दिल्ली के उत्तम नगर में रहते हैं। 
होना पड़ा है अंडरग्राउंड 
जॉन को द्वारका की खबर उनके दोस्त से मिली। जॉन ने बताया कि अब तो डर लगने लगा है। हर हफ्ते कुछ ऐसा हो जाता है, जिससे अंडरग्राउंड होना पड़ता है। न जाने कब मॉब दूसरों की अफवाहों को सच मानकर हम पर भी हमला कर दे। जॉन ने कहा कि थोड़े टाइम पहले भी तिलक विहार में ऐसे ही एक मामला सामने आया था। जांच में कुछ नहीं मिला। लोग न जाने कैसी-कैसी बातें फैला देतें जिसका असर क्या होता है सिर्फ हमें पता है। जॉन ने कहा कि यह पहला मामला नहीं है जब मॉब ने हमपर अटैक किया है। खिडक़ी एक्सटेंशन, हौज खास, जंगपुरा, ग्रेटर नोएडा और वेस्ट दिल्ली में कई बार हम पर अटैक हो चुके हैं। 
वहीं दिल्ली में बिजनस के लिए आए चार्ली ने कहा कि कुछ लोग वीजा एक्सपायर होने के बावजूद यहां रह रहे हैं वो नाइजीरियन और अफ्रीकन की भी गलत बात है। लेकिन सभी को टारगेट नहीं करना चाहिए। लोगों को समझना चाहिए उसके बाद कुछ गलत होता है तो जरूर रिपोर्ट करनी चाहिए। खुद कानून को हाथ में कैसे ले सकते हैं। चार्ली ने बताया कि यहां की खबरों से घरवाले भी डर जाते हैं। फिर उन्हें भी समझाना काफी मुश्किल हो जाता है। हम अपनी असोसिएशन से जरूर बात करेंगे और कार्रवाई की मांग करेंगे।

19 में से 17 रूटों पर सिटी बसें बंद
Posted Date : 24-Nov-2018 9:09:26 am

19 में से 17 रूटों पर सिटी बसें बंद

फरीदाबाद । करीब 8 साल पहले 2010 में शुरू हुई सिटी बस सेवा शहर में दम तोड़ती नजर आ रही है। हालात यह है कि 19 रूटों पर चलने वाली 160 बसों की संख्या अब मात्र 40 रह गई हैं और ये भी सिर्फ 2 रूटों गुडग़ांव और बदरपुर बॉर्डर बाईपास पर चल रही हैं। ऐसे में इंटरनल रूटों पर बसों के बंद हो जाने से लोगों को अब ऑटो पर निर्भर रहना पड़ रहा है। सिटी बस से इस साल में रोडवेज का घाटा 8 करोड़ रुपये पहुंच गया है। साथ ही 51 बसों को बेकार घोषित कर दिया गया। इनकी ये हालत भी मिकैनिक नहीं मिलने की वजह से डिपो में खड़े-खड़े हो गई है।
रोडवेज ने जो रूट बंद किए उनमें ज्यादातर शहर के अंदरूनी इलाकों के हैं। ऐसे में लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही हैं। बसों के बंद होने से ऑटो वालों की मनमानी लोगों को झेलनी पड़ती है। सवारी के चक्कर में ये ओवरलोड होकर चलते हैं। इस वजह से लोगों रुपये भी ज्यादा खर्च करने पड़ते हैं साथ ही जान भी जोखिम में डालना पड़ता है। 
इस साल मई में 51 बसों को बेकार घोषित कर दिया गया, जिसके बाद डिपो में कुल 109 बस रह गई। बसों का समय पर न चलना और खराबी के कारण समस्या बढ़ती गई। रोडवेज ने बसों को ठीक कराने की जगह रूटों से बसें ही चलाना बंद कर दिया। हालात ये हैं कि अब डिपो में ऑनरूट बसों की संख्या 40 रह गई है।

लोकसभा में लाएंगे विशेषाधिकार हनन का नोटिस
Posted Date : 23-Nov-2018 1:47:05 pm

लोकसभा में लाएंगे विशेषाधिकार हनन का नोटिस

0-आप विधायक अमानतुल्ला के खिलाफ  सख्त मनोज तिवारी
नई दिल्ली ,23 नवंबर । भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रमुख एवं सांसद मनोज तिवारी ने शुक्रवार को कहा कि वह आप विधायक अमानतुल्ला खान के खिलाफ लोकसभा में विशेषाधिकार हनन का नोटिस लाएंगे। 
तिवारी का आरोप है कि इस महीने की शुरुआत में सिग्नेचर ब्रिज के उद्घाटन के दौरान खान ने कथित तौर पर उनके साथ मार-पीट की थी और उन्हें धमकाया था। चार नवंबर को कार्यक्रम के दौरान हुई घटना के बाद आप और भाजपा ने मार-पीट का आरोप लगाते हुए एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। एक महीने तक चलने वाला संसद का शीतकालीन सत्र 11 दिसंबर से शुरू होने वाला है। 
मनोज तिवारी ने लगाया आरोप
उन्होंने बताया, मैं आप विधायक अमानतुल्ला खान के खिलाफ लोकसभा की प्रक्रिया और कार्य संचालन नियम के 20वें अध्याय की नियम संख्या 222 के तहत विशेषाधिकार हनन नोटिस लाउंगा। उत्तर पूर्वी दिल्ली से सांसद तिवारी इस कार्यक्रम में अपना विरोध प्रर्दिशत करने के लिए गए थे। उनका आरोप था कि इलाके का सांसद होते हुए भी उन्हें उद्घाटन में कथित तौर पर आमंत्रित नहीं किया गया था। तिवारी ने आरोप लगाया था कि खान ने सार्वजनिक स्थान पर उनके साथ कथित तौर पर धक्का-मुक्की की, धमकाया, रोका और डराया।

अब अनाज की पैकेजिंग में पटसन की बोरियों का इस्तेमाल अनिवार्य
Posted Date : 23-Nov-2018 1:45:27 pm

अब अनाज की पैकेजिंग में पटसन की बोरियों का इस्तेमाल अनिवार्य

नई दिल्ली ,23 नवंबर । सरकार ने सभी अनाजों की शत प्रतिशत पैकेजिंग में जूट की बोरियों का इस्तेमाल अनिवार्य करने के प्रस्ताव को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली आर्थिक मामलों पर मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) की बैठक में यह निर्णय किया गया। आधिकारिक बयान में कहा गया कि सीसीईए ने 100 प्रतिशत अनाज और 20 प्रतिशत चीनी की पैकिंग अनिवार्य रूप से जूट की अलग-अलग बोरियों में करने की मंजूरी दी है। सरकार के इस कदम से जूट पैकेजिंग सामग्री (जेपीएम) अधिनियम, 1987 का दायरा बढ़ेगा। इससे पहले 90 प्रतिशत अनाज और 20 प्रतिशत चीनी को जूट की बोरियों में पैक करना अनिवार्य था। बयान में कहा गया है कि आरंभ में खाद्यान्न की पैकिंग के लिए जूट की बोरियों के 10 प्रतिशत ऑर्डर रिवर्स नीलामी के जरिए ‘जेम पोर्टल’ पर दिए जाएंगे। इससे धीरे-धीरे कीमतों में सुधार का दौर शुरू हो जाएगा। इस निर्णय से जूट उद्योग के विकास को बढ़ावा मिलेगा, कच्चे जूट की गुणवत्ता एवं उत्पादकता बढ़ेगी, जूट क्षेत्र का विविधीकरण होगा और इसके साथ ही जूट उत्पाद की मांग बढ़ेगी। सरकार की ओर से उठाया गया है यह कदम अत्यंत महत्वपूर्ण है। लगभग 3.7 लाख कामगार और कृषि क्षेत्र से जुड़े लाखों परिवार अपनी आजीविका के लिए जूट क्षेत्रों पर ही निर्भर है, इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए सरकार निरंतर ठोस प्रयास करती रही है। जूट उद्योग मुख्य रूप से सरकारी क्षेत्र पर ही निर्भर है, जो खाद्यान्न की पैकिंग के लिए हर साल 6500 करोड़ रुपए से भी अधिक कीमत की जूट बोरियां खरीदता है। ऐसा इसलिए किया जाता है, ताकि जूट उद्योग के लिए मुख्य मांग निरंतर बनी रही और इसके साथ ही इस क्षेत्र पर निर्भर कामगारों एवं किसानों की आजीविका में आवश्यक सहयोग देना संभव हो सके। इस निर्णय से पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा, असम, आंध्र प्रदेश, मेघालय और त्रिपुरा में रहने वाले किसान एवं कामगार लाभान्वित होंगे। 

मत्स्य पालन से 9.40 लाख रोजगार के अवसर पैदा होंगे: राधामोहन
Posted Date : 23-Nov-2018 1:44:28 pm

मत्स्य पालन से 9.40 लाख रोजगार के अवसर पैदा होंगे: राधामोहन

नई दिल्ली ,23 नवंबर । केन्द्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा कि मत्स्यपालन के क्षेत्र के विकास के लिए स्थापित 7,522 करोड़ रुपये का बुनियादी ढांचा विकास कोष (एफआईडीएफ) से देश में मत्स्य पालन तथा संबंधित गतिविधियों में 9.40 लाख मछुआरों और उद्यमियों के रोजगार के अवसर पैदा होंगे। 
एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार कृषि मंत्री सिंह ने ‘विश्व मात्स्यिकी दिवस’ पर आयोजित एक कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि मत्स्य पालन एवं जल कृषि आधारभूत संरचना विकास निधि से मत्स्य पालन तथा संबंधित गतिविधियों में 9.40 लाख मछुआरों और उद्यमियों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। कृषिमंत्री ने कहा कि नीली क्रांति मिशन का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय को दुगुना करना है। इस मिशन में शामिल योजनाओं के कार्यान्वयन हेतु सरकार द्वारा पिछले 4.5 वर्षों मे कुल 1915.33 करोड़ रुपये आवंटित किये गये।सिंह ने बताया कि जलकृषि के अंतर्गत लगभग 29,128 हैक्टेयर क्षेत्रफल विकसित किया गया, जिससे अधिक से अधिक मत्स्यपालक किसान लाभान्वित हुए। 7,441 पारंपरिक मछली पकडऩे वाले नौकाओं को मोटर चालित नौकाओं में परिवर्तित किया गया। मात्स्यिकी और जल-कृषि में बुनियादी ढाँचे के विकास (एफ.आई.डी.एफ.) हेतु 7,522 करोड़ रुपये की निधि का सृजन किया गया। 
यह निधि 9.40 लाख मछुआरों-मत्स्य किसानों और अन्य उद्यमियों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करेगा। मत्स्यपालन क्षेत्र में निजी निवेश को आकर्षित करने के लिए एक सक्षम वातावरण बनाएगा।कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय मात्स्यिकी विकास बोर्ड के तत्वावधान में किया गया था।उन्होंने बताया की एफ.आई.डी.एफ. समुद्री और अंतर्देशीय मात्स्यिकी क्षेत्रों में मत्स्य पालन आधारभूत संरचना सुविधाओं को विकसित करके वर्ष 2020 तक 1.5 करोड़ टन का मत्स्य उत्पादन लक्ष्य हासिल करने में मदद करेगा। इसके अलावा, एफ.आई.डी.एफ. के द्वारा 8 से 9 प्रतिशत की सतत वृद्धि को हासिल करके वर्ष 2022-23 तक दो करोड़ टन मत्स्य उत्पादन लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकेगा।केन्द्रीय कृषि मंत्री ने बताया कि बिहार राज्य को मत्स्यपालन क्षेत्र के विकास के लिए वर्ष 2009-10 से 2013-14 के दौरान 4.95 करोड़ रुपये की केन्द्रीय सहायता दी गयी थी, जबकि वर्तमान सरकार द्वारा वर्ष 2014-15 से 2018-19 के दौरान केन्द्रीय सहायता 64.32 करोड़ रुपये जारी किये गये। इसके अतिरिक्त बिहार को आवंटित प्रधानमन्त्री विशेष पैकेज के तहत मात्स्यिकी सेक्टर को 279.55 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गयी जिसके तहत केन्द्रीय अंश की पहली किस्त 40.79 करोड़ रुपये जारी कर दिये गये हैं।

राहुल गांधी ने गुरु पर्व की बधाई दी
Posted Date : 23-Nov-2018 1:42:15 pm

राहुल गांधी ने गुरु पर्व की बधाई दी

नयी दिल्ली,23 नवंबर । कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को देशवासियों को गुरुपर्व की बधाई दी और सभी के जीवन में ज्ञान, करुणा एवं शांति के प्रवाह की कामना की। गांधी ने ट्वीट कर कहा, आप सभी को गुरुपर्व की हार्दिक शुभकामनाएं। गुरु नानक देव जी की पवित्र शिक्षाओं से हमारे जीवन में ज्ञान, करुणा और शांति का प्रवाह हो, मेरी यह कामना है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी गुरुपर्व की शुभकामनाएं दी हैं।