नई दिल्ली ,27 नवंबर । महंगे रसोई गैस सिलेंडर से त्रस्त जनता को राहत मिलने वाली है। जनता को राहत प्रदान करने के लिए सरकार गैस सिलेंडर की कीमत वसूले जाने की पद्धति बदलने वाली है। नए तरीके के मुताबिक अब लोगों को गैस सिलेंडर सस्ता मिलेगा। दरअसल नए प्लान के तहत सरकार ने तय किया है कि वह लोगों को सब्सिडी वाली कीमत पर ही गैस सिलेंडर देगी। सब्सिडी का पैसा बाद में सीधे पेट्रोलियम कंपनी के खाते में भेज दिया जाएगा यानि पैसों की जो वापसी पहले लोगों के खाते में जाती थी वे अब कंपनियों के खाते में जाएगी। इससे फर्क ये पड़ेगा कि सिलेंडर की कीमत लोगों के लिए घट जाएगी। अगर देश की राजधानी दिल्ली की ही बात करें तो इस योजना के लागू होने के बाद दिल्ली में उपभोक्ताओं को गैस का सिलेंडर 942.50 रुपए के बजाए अब 507.42 रुपए में मिलेगा।
मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक सरकार इस योजना की शुरुआत उज्ज्वला योजना के तहत कनेक्शन लेने वाले उपभोक्ता से करेगी। मंत्रालय का मानना है कि उज्ज्वला योजना के लाभार्थी के लिए एक साथ करीब एक हजार रुपये देने आसान नहीं है। सब्सिडी की राशि बैंक खाते में आती है। इस तरीके से उपभोक्ता को सिर्फ सब्सिडी कीमत देनी होगी।
सैन फ्रांसिस्को,27 नवंबर । व्हाइट्सएप के भारतीय मूल के चीफ बिजनेस ऑफिसर नीरज अरोड़ा ने इस्तीफा दे दिया है। नीरज ने कहा है कि उन्हें अपने परिवार के साथ चलिटी टाइम बिताने की जरूरत है।
अरोड़ा फेसबुक द्वारा व्हाट्सएप के अधिग्रहण से पहले से 2011 से इससे जुड़े हुए थे। इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी) के पूर्व छात्र अरोड़ा ने व्हाट्सएप के अधिग्रहण को पूरा करने में अहम भूमिका निभाई थी। वह व्हाट्सएप से जुडऩे से पहले गूगल के साथ काम करते थे।
अरोड़ा ने मंगलवार को एक पोस्ट में कहा, विश्वास करना मुश्किल हो रहा है कि मुझे यहां सात साल हो गए हैं। जैन कॉम और ब्रायन एक्टन मुझे यहां लेकर आए थे। यह बेहतरीन यात्रा रही। मैं जैन और ब्रायन का शुक्रगुजार हूं, जिन्होंने अपने कारोबारी सहायक के तौर पर इतने वर्षो तक मुझ पर विश्वास किया।
नई दिल्ली,27 नवंबर । दौड़ भाग भरी इस जिंदगी में थकना मना है, जी हां अगर आप किसी अन्य कंपनी में काम कर रहे है तो वहां पर आपसे हर मिनट काम लिया जाता है और उसके बदले में कम सैलरी। लेकिन अगर आपका खुद का बिजनस हो तो आप अपनी ऐसी जिंदगी से निजात पा सकते है। हम आपकों एक ऐसा बिजनेस बताने जा रहे है जिससे आपकों लाखों की कमाई होगी।
गाय के गोबर से बिजनेस शरू करके आप लाखों कमा सकते है। गोबर से कागज बनाने को लेकर सरकार ने इसका एक सक्सेफुल बिजनेस मॉडल भी बनाया है। खादी ग्रामोद्योग की यूनिट केएनएचपीआई ने गाय के गोबर से कागज का उत्पादन शुरू कर दिया है। अब देशभर में इस तरह के प्लांट लगाने की योजना तैयार की जा रही है। गोबर से कागज बनाने का प्लांट बनाने में 15 लाख रुपये का खर्च आता है। गाय के गोबर के अलावा हाथी के गोबर से भी कागज बनाने की प्रोसेस भी काफी मशहूर है। इस तरह से प्रीमियम चलिटी का कागज बनाया जाता है। एक प्लांट में एक महीने में 1 लाख कागज के बैग बनाए जा सकते हैं। गोबर से कागज बनाने के साथ वेजिटेबल डाई बनाने का भी काम किया जा रहा है। गोबर में से कागज बनाने लायक सिर्फ 7 फीसदी मैटेरियल निकलते हैं। बाकी के 93 फीसदी का इस्तेमाल वेजिटेबल डाई बनाने में इस्तेमाल किया जाएगा। ये वेजिटेबल डाई पर्यावरण के अनुकूल होते हैं। इसका निर्यात भी किया जा सकता है। आज दुनियाभर में कागज की खुब मांग है, और आप इस बिजनेस को शुरू कर सकते है।
मुंबई ,27 नवंबर । चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के आंकड़ों के आधिकारिक रूप से जारी होने से पहले भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अनुमान लगाया है कि देश की अर्थव्यवस्था की विकास दर घटकर 7.5-7.6 फीसदी रहने की उम्मीद है, जोकि पिछली तिमाही की तुलना में कम है और इसका मुख्य कारण ग्रामीण मांग में आई गिरावट है। देश के सबसे बड़े कर्जदाता ने अपनी इकोरैप रिपोर्ट एसबीआई कंपोजिट लीडिंग इंडिकेटर (सीएलआई) में यह जानकारी दी है, जिसमें 21 प्रमुख संकेतकों की समीक्षा की जाती है।
रिपोर्ट में कहा गया, चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सकल मूल्य वर्धित (जीवीए) विकास दर 7.3-7.4 फीसदी हो सकती है, जिसका प्रमुख कारण ग्रामीण मांग में गिरावट है। जीवीए से राष्ट्रीय आय और उत्पादन को मापा जाता हैं, जिसमें कर और सब्सिडीज भी शामिल होती है। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा पहले जारी पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के आंकड़ों में बताया गया है कि देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) दर 8.2 फीसदी रही थी।
रिपोर्ट की लेखिका एसबीआई की मुख्य अर्थशास्त्री सौम्य कांति घोष का कहना है, वित्त वर्ष 2017-18 में विनिर्माण क्षेत्र की रफ्तार 5.7 फीसदी रही थी, जिसमें चालू वित्त वर्ष में तेजी लौटी है, जिसे कच्चे तेल की कीमतों में कमी और धीरे-धीरे वापस मजबूत होते रुपये से मदद मिल रही है।
चेन्नई ,27 नवंबर । एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी लि. ने प्रौद्योगिकी में निवेश और नए उतपादों की लांचिंग से शीर्ष पांच गैर-जीवन बीमा कंपनियों में शामिल होने की योजना बनाई है, साथ ही कंपनी ने साल 2020 में आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक निर्गम) लाने का भी ऐलान किया है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि कंपनी ने एजेंट्स और अन्य वितरण चैनलों के विस्तार की योजना बनाई है और स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों पर जोर दिया जा रहा है। कंपनी की उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी लिसा जेफरी ने संवाददाताओं से कहा, हम डिजिटल प्रौद्योगिकी में निवेश कर रहे हैं और डिजिटल रणनीति बना रहे हैं। अब ऐसी बीमा कंपनियां भी हैं, जो पूरी तरह से डिजिटल काम करती है। हमारे कुल बजट में सूचना प्रौद्योगिकी में निवेश पर जोर दिया गया है।
ऐसे समय में जब उद्योग की विकास दर 12 फीसदी है, एसबीआई जनरल इंश्योरेंस की विकास दर 30 फीसदी रही है। जेफरी ने कहा, हमें अपने सकल घरेलू प्रीमियम आय (जीडीपीआई) में 35 फीसदी वृद्धि की उम्मीद है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपीआई की वृद्धि दर 30 फीसदी रही है, जोकि 2,067 करोड़ रुपये हैं और मुनाफा 270 करोड़ रुपये रहा। उन्होंने कहा कि एसबीआई जनरल इंश्योरेंस उन गिनी-चुनी कंपनियों में से एक है, जिसने अंडरराइटिंग मुनाफा (क्लेम को घटाकर प्रीमियम आय) दर्ज किया है।
लंदन । फेसबुक पर सात देशों के पैनल की सुनवाई से पहले खबर आई है कि ब्रिटेन की संसद ने कैंब्रिज एनालिटिका मामले से संबंधित डाटा और निजता नियंत्रण से संबंधित खुलासे वाले आंतरिक दस्तावेज जब्त कर लिए हैं। द गार्जियन में रविवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, आंतरिक दस्तावेजों में वरिष्ठ अधिकारियों के बीच हुई वार्ता के निजी ईमेल और मार्क जुकरबर्ग के सहायकों के खुफिया ईमेल शामिल हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, कला, मीडिया और स्पोर्ट चयन समिति के अध्यक्ष डेमियन कोलिंस ने लंदन के एक व्यापारिक दौरे के दौरान एक अमेरिकी सॉफ्टवेयर कंपनी सिक्स4थ्री के संस्थापक को वे दस्तावेज उन्हें देने के लिए एक दुर्लभ संसदीय कार्यवाही का आग्रह किया।
कथित रूप से कोलिंस ने कहा, हम अज्ञात क्षेत्र में हैं। यह अभूतपूर्व कदम है, लेकिन यह अभूतपूर्व स्थिति है। उन्होंने कहा, फेसबुक में जवाब पाने में हम असफल रहे और हमें विश्वास है कि दस्तावेजों में ऐसी जानकारी है जिससे सार्वजनिक हित होगा।
फेसबुक ने हालांकि अपना बचाव करते हुए कहा कि सिक्स4थ्री के दावों से कोई फर्क नहीं पड़ता और हम आगे भी जोरों से अपना बचाव करते रहेंगे।फेसबुक को इस सप्ताह लंदन में सात देशों के 22 सदस्यीय अंतर्राष्ट्रीय समिति का सामना करना पड़ रहा है।