नई दिल्ली। इंडिगो ने अपने यात्रियों के लिए एआई कनवर्सेशन बुकिंग असिस्टेंट 6इसकाई को वॉट्सएप पर लॉन्च किया है। इस सर्विस को रायफी ने डेवलप किया है। इंडिगो में ट्रैवल करने वाले यात्री अब टिकट बुक करने से लेकर, बोर्डिंग पास जनरेट करने और फ्लाइट का स्टेटस चेक करने का काम वॉट्सऐप के जरिए कर सकेंगे।
गूगल पार्टनर द्वारा डेवलप की गई इस सर्विस के साथ इंडिगो फ्लाइट में सफर करने वाले यात्रियों को उनकी यात्रा से जुड़े सवाल भी वॉट्सऐप पर पूछने की सुविधा मिल रही है। इस सर्विस के साथ फ्लाइट लेने वाले यात्री टेक्स्ट और वॉइस के जरिए अपने सवालों के जवाब पा सकते हैं। यात्री अपने सवाल इंग्लिश, हिंदी और तमिल में पूछ सकेंगे।
फ्लाइट ऑपरेटर्स ने यह लेटेस्ट अपडेट अपने ग्राहकों के साथ भी शेयर किया है। कंपनी ने अपने ग्राहकों को ईमेल के जरिए वॉट्सऐप सर्विस को लेकर जानकारी दी है।
इंडिगो बुकिंग असिस्टेंट 6इसकाई ऐसे करें इस्तेमाल
इंडिगो की इस सर्विस का इस्तेमाल करने के लिए ग्राहकों को अपने फोन पर एक वॉट्सऐप नंबर +91 7065145858 सेव करना होगा। जैसे ही इस नंबर को सेव किया जाएगा, नंबर पर चैट शुरू की जा सकेगी। ग्राहक वॉट्सऐप चैट की शुरुआत मैसेज सेंड करने के साथ कर सकते हैं। जैसे ही ग्राहक की ओर से मैसेज सेंड किया जाएगा, कंपनी की इस सर्विस में भाषा चुनने को कहा जाएगा। भाषा चुन लेने के बाद के बाद ग्राहक अपने सवाल पूछ सकते हैं।
नई दिल्ली । बजट होटल चेन चलाने वाली कंपनी ओयो की ओर से 2.5 अरब डॉलर के वैल्यूएशन पर 100 से लेकर 125 मिलियन डॉलर का फंड जुटाया जा रहा है।
टेकक्रंच की रिपोर्ट में सोमवार को सूत्रों के हवाले से बताया गया कि बजट होटल चेन की ओर से 100 अरब डॉलर से लेकर 125 अरब डॉलर की राशि जुटाई जा रही है और कंपनी ने इसके लिए अपना वैल्यूएशन कम करके 2.5 अरब डॉलर कर दिया है।
इस रिपोर्ट पर ओयो की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।
पिछले महीने कंपनी की ओर से भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास दोबारा से जमा कराए गए आरंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (आईपीओ) के पेपर में कहा गया कि कंपनी ने अपने 450 मिलियन डॉलर के टर्म लोन बी (टीएलबी) को दोबारा से कम ब्याज दर पर रिफाइनेंस कराया है।
कंपनी के इस कदम से पहले साल 8 से 10 मिलियन डॉलर की राशि बचेगी। इसके बाद 15 से 17 मिलियन डॉलर की राशि की बचत करने में मदद मिलेगी।
ओयो के संस्थापक और सीईओ, रितेश अग्रवाल ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी ने पहली बार 100 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया है।
अग्रवाल ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि हम लगातार आठ तिमाहियों से सकारात्मक ईबीआईटीडीए पोस्ट कर रहे हैं और कंपनी की बैलेंस शीट में 1,000 करोड़ रुपये का कैश मौजूद है। मुझे पूरा विश्वास है कि वित्त वर्ष 25 और भी अच्छा होगा।
ग्लोबल क्रेडिट रेटिंग फर्म फिच ने कंपनी की क्रेडिट रेटिंग को अपग्रेड किया है। इसकी वजह कंपनी की स्थिति में सुधार हुआ है और कैश फ्लो का मजबूत होना है।
नई दिल्ली । अगर आप पेटीएम वॉलेज यूज करते हैं तो यह खबर आपके काम की है. जी हां, पिछले दिनों आरबीआई ने केवाईसी नियमों का पालन नहीं करने पर पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर रोक लगा दी थी. अब पेटीएम बैंक ने की तरफ से कुछ पेटीएम वॉलेट को बंद करने की बात कही है. एक अनुमान के अनुसार पेटीएम की तरफ से की गई इस घोषणा का असर हजारों कस्टमर पर पड़ सकता है. पेटीएम की तरफ से कहा गया है कि जीरो बैलेंस और एक साल से ज्यादा समय से किसी तरह का लेनदेन नहीं करने वाले वॉलेट 20 जुलाई, 2024 को बंद कर दिए जाएंगे. पेटीएम पेमेंट्स बैंक की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार इनएक्टिव पेटीएम वॉलेट यूजर्स को वॉलेट बंद किये जाने से 30 दिन पहले नोटिस जारी किया जाएगा. इस जानकारी में बताया गया कि वे सभी वॉलेट जिनमें पिछले एक साल या इससे ज्यादा समय से किसी तरह का लेन-देन नहीं हुआ है और जिनका बैलेंस जीरो है, उन्हें 20 जुलाई, 2024 से बंद कर दिया जाएगा.
नोएडा । नोएडा में सीएनजी की कीमत बढ़ गई है। इसका सीधा असर लोगों की जेब पर पड़ता हुआ दिखेगा। शनिवार सुबह छह बजे से बढ़ी हुई कीमतें लागू हो गई हैं। सरकार के इस फैसले पर स्थानीय लोगों ने नाराजगी जाहिर की है। कमर्शियल टैक्सी चलाने वाले लोगों ने कहा कि हम सरकार से अपील करते हैं कि कीमतों में इजाफा ना करे।
इस बढ़ोतरी के बाद अब दिल्ली में सीएनजी 74.09 प्रति किलो की बजाय 75.09 प्रति किलो मिलेगी। इस बढ़ोतरी का असर ना महज दिल्ली, बल्कि कई अन्य राज्यों के लोगों को भी झेलना पड़ेगा, जिसमें दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान शामिल है।
दिल्ली-एनसीआर के शहर नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में भी सीएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी की गई है। इन शहरों में सीएनजी अभी तक ?78.70 प्रति किलो के भाव पर मिल रही थी जो अब 79.70 प्रति किलो हो गई है।
हरियाणा के रेवाड़ी, उत्तर प्रदेश के मेरठ, मुजफ्फरनगर व शामली और राजस्थान के अजमेर, पाली और राजसमंद में भी सीएनजी की कीमत में वृद्धि हुई है। रेवाड़ी में सीएनजी की कीमत अब 78.70 रुपये किलो से बढक़र 79.70 रुपये प्रति किलो हो गई है। उत्तर प्रदेश के मेरठ, मुजफ्फरनगर और शामली में भाव 79.08 रुपये से बढक़र 80.08 रुपये किलो पर पहुंच गया है।
बता दें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के कई शहरों में भी सीएनजी की कीमत में तेजी देखने को मिली थी, जिसमें लखनऊ, उन्नाव, आगरा और अयोध्या शामिल है। लखनऊ, उन्नाव, आगरा और अयोध्या में सीएनजी की नई कीमत 94.00 रुपये किलोग्राम हो गई है। सरकार के इस कदम पर स्थानीय लोगों ने नाराजगी जाहिर की है।
अहमदाबाद । रिसर्च ग्रुप जेफरीज की अ ाई रिपोर्ट में कहा गया है कि अदाणी समूह अगले दशक में ऊर्जा परिवर्तन परियोजनाओं और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर पर 100 बिलियन डॉलर खर्च कर सकता है। यह बात शुक्रवार को आई जेफरीज की रिपोर्ट में कही गई है। निवेशकों की बैठक में अदाणी समूह के प्रबंधन ने वित्त वर्ष 24 में मजबूत परिचालन प्रदर्शन, पांच वर्षों के लिए 27 प्रतिशत सीएजीआर और व्यवसाय में सर्वाधिक लाभ की रूपरेखा तैयार की।
अदाणी पोर्टफोलियो ने वित्त वर्ष 24 में 10 बिलियन डॉलर का ईबीआईटीडीए (परिचालन आय सहित) हासिल किया। यह पिछले वर्ष के मुकाबले 40 प्रतिशत अधिक है। रिपोर्ट में कहा गया है, 80 प्रतिशत से अधिक ईबीआईटीडीए इंफ्रा-संबंधित व्यवसाय से आया है। प्रबंधन ने व्यवसायों के लिए कर के बाद उच्च नकदी (एफएफओ) से ईबीआईटीडीए अनुपात के बारे में भी बात की। इसमें परिचालन से प्राप्त धन (एफएफओ) सभी ऋण परिपक्वताओं को कवर करने के लिए पर्याप्त है।
कंपनी के अनुसार, अनुबंधित ईबीआईटीडीए कुल समूह ईबीआईटीडीए का 80 प्रतिशत है और नकद भंडार उधार के 20 प्रतिशत से अधिक है, जो समूह के नकदी प्रवाह और सिस्टम जोखिम के समाधान में मदद करता है। रिपोर्ट में कहा गया है, प्रबंधन समूह स्तर पर पुनर्वित्त जोखिम नहीं देखता है। यह भी कहा कि दर और विदेशी मुद्रा अस्थिरता के बावजूद प्रभावी पूंजी प्रबंधन योजना दर वृद्धि के साथ प्रोफाइल स्थिरता में परिलक्षित हुई है।
डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की बात करें तो समूह देश भर में उपभोक्ताओं के साथ कई टचपॉइंट स्थापित करने में सक्षम रहा है। जेफरीज के अनुसार, समूह को जनसांख्यिकीय लाभांश दिखने की उम्मीद है, अदाणी के मुख्य इंफ्रा प्लेटफॉर्म पर उपभोक्ता आधार पहले से ही 350 मिलियन यूजर्स को पार कर चुका है।
इसमें कहा गया है, समूह मध्यम अवधि में इसका लाभ उठाने की कोशिश करेगा। अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के लिए, जीएच2 (ग्रीन हाइड्रोजन) परियोजनाएं समूह का सबसे अधिक पूंजीगत व्यय वाला उपक्रम होगा।रिपोर्ट में कहा गया है, हवाई अड्डे के कारोबार को यातायात और गैर-हवाई प्रवृत्तियों में वृद्धि से लाभ मिलना चाहिए। कंपनी का लक्ष्य भारत के हवाई अड्डे के निजीकरण योजना के तहत नए हवाई अड्डों के लिए बोली लगाना है।
हाल ही में एक तांबे की परियोजना शुरू की गई और कोयले से पीवीसी परियोजना पर काम शुरू हो गया है। रिपोर्ट में कहा गया है, प्रबंधन को पूंजीगत व्यय के दौरान शुद्ध ऋण/ईबीआईटीडीए के साथ 5 गुना से अधिक नहीं दिख रहा है। अंबुजा सीमेंट्स के लिए, कंपनी ने दोहराया कि वित्त वर्ष 28 तक 140 मिलियन टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) की समयसीमा पटरी पर है और कंपनी 1,500 रुपये ईबीआईटीडीए/टी का मार्गदर्शन जारी रखे हुए है।
जेफरीज ने कहा, कंपनी वित्त वर्ष 28 तक 3,650 रुपये प्रति टन (वर्तमान से 500 रुपये प्रति टन से भी कम) की उत्पादन लागत तक पहुंचने की उम्मीद कर रही है, जो वैश्विक स्तर पर सर्वश्रेष्ठ होगी। कंपनी मध्यम अवधि में अपनी सभी सीमेंट कंपनियों को एक ही मद में समेकित करने की योजना बना रही है, और सबसे बेहतर ढांचे की पहचान करने के लिए काम कर रही है।
अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (एईएसएल) के लिए, कंपनी का लक्ष्य वित्त वर्ष 26ई तक 170 अरब रुपये की निर्माणाधीन ट्रांसमिशन परिसंपत्तियों को चालू करना है। कंपनी ने 12-15 महीनों में 1.1 ट्रिलियन रुपये की टैरिफ-आधारित प्रतिस्पर्धी बोली पाइपलाइन का संकेत दिया, इसमें एईएसएल की 16 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी है।
इस बीच, अदाणी ग्रीन ने मार्च में 10.9 गीगावाट की क्षमता स्थापित की थी, और 11 गीगावाट की अन्य परियोजनाएं निष्पादन के अधीन हैं। कंपनी का वित्त वर्ष 25ई और वित्त वर्ष 26ई में प्रति वर्ष 6-8 गीगावाट क्षमता बढ़ाने का लक्ष्य है। रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रबंधन ने वित्त वर्ष 30 तक क्षमता को 50 गीगावाट तक बढ़ाने के अपने रुख को दोहराया है, इसमें 5 गीगावाट पंप हाइड्रो परियोजना भी शामिल है।
बेंगलुरु । भारतीय टेक स्टार्टअप्स ने इस साल की पहली छमाही (जनवरी से जून तक) में 4.1 बिलियन डॉलर जुटाए, जो 2023 की दूसरी छमाही में 3.96 बिलियन डॉलर से 4 प्रतिशत अधिक है।
जारी एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया है। इस अवधि में देश में 17 आईपीओ के साथ तीन यूनिकॉर्न भी नजर आए।
टेक स्टार्टअप के मामले में भारत विश्व में चौथा सबसे अधिक फंडिंग पाने वाला देश बना हुआ है। ट्रैक्सन के अनुसार इस ग्रुप में सबसे ज्यादा फंडिंग पाने वाला पहला देश अमेरिका है। उसके बाद यूके और चीन का नंबर आता है। जिसके बाद चौथे नंबर पर भारत है।
2024 की पहली छमाही में सबसे अधिक मासिक फंडिंग अप्रैल के महीने में हुई, जो 862 मिलियन डॉलर थी।
वहीं, इस फंडिंग के जरिए सबसे ज्यादा धनराशि जुटाने के मामले में बेंगलुरु नंबर वन पर है, उसके बाद मुंबई और हैदराबाद का नंबर है।
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि 2024 की पहली छमाही में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले क्षेत्र में रिटेल, एंटरप्राइज एप्लिकेशन और फिनटेक शामिल थे।
नेहा सिंह, सह-संस्थापक, ट्रैक्सन ने कहा, 2022 की पहली छमाही के बाद से लगातार चार छमाही में फंडिंग में गिरावट के बावजूद, हम अब स्थिर व्यवस्था के संकेत दे रहे हैं और ऊपर की ओर जा रहे हैं। टेक स्टार्टअप में चौथे सबसे अधिक फंडिंग पाने वाले देश के रूप में भारत का मजबूत प्रदर्शन उत्साहजनक है।
स्टार्टअप के लिए शुरुआती दौर की फंडिंग 2023 की दूसरी छमाही से 6.5 प्रतिशत बढक़र 455 मिलियन डॉलर हो गई। नए स्टार्टअप्स ने 2023 की दूसरी छमाही की तरह ही 1.3 बिलियन डॉलर की स्थिर फंडिंग राशि बनाए रखी।
अंतिम चरण की फंडिंग बढक़र 2.4 बिलियन डॉलर हो गई, जो कि 2023 की दूसरी छमाही से 3.8 प्रतिशत अधिक है।
2024 की पहली छमाही में 100 मिलियन डॉलर से अधिक के आठ फंडिंग राउंड देखे गए, जैसे कि गूगल के नेतृत्व में फ्लिपकार्ट का 350 मिलियन डॉलर का राउंड, अपोलो 24&7 का 297 मिलियन डॉलर का फंडिंग राउंड और मीशो का 275 मिलियन डॉलर का फंडिंग राउंड।
एआई स्टार्टअप क्रुट्रिम और बी2बी सास कंपनी परफियोस के बाद लॉजिस्टिक्स कंपनी पोर्टर इस साल की पहली छमाही में तीसरी यूनिकॉर्न थी।