नईदिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को पारा लुढ़ककर 10.8 डिग्री सेल्सियस हो गया जो अबतक का इस सीजन का सबसे कम तापमान है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी। आईएमडी के अधिकारियों के अनुसार सामान्यत: सफदरजंग वेधशाला नवंबर के पहले सप्ताह में न्यूनतम तापमान 14-16 डिग्री दर्ज करती है और आखिरी सप्ताह में पारा 11-12 डिग्री तक नीचे जाता है। यह वेधशाला शहर का मौसम आंकड़ा देती है। आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि दिल्ली में बादलों की गैर मौजूदगी के चलते निम्न न्यूनतम तापमान का रूख नजर आ रहा है। दरअसल बादल लौट रही कुछ इंफ्रारेड विकिरणों को सोख लेते हैं और उसे वापस धरती पर भेजे देते हैं जिससे धरातल गर्म रहता है। श्रीवास्तव ने कहा कि पहाड़ों पर बहुत अधिक बर्फबारी हुई नहीं है, इसलिए उस क्षेत्र की ठंडी हवा का दिल्ली के मौसम पर असर पडऩा अभी बाकी है। निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमैट वैदर के मौसम विज्ञानी महेश पालावत के अनुसार दरअसल मजबूत पश्चिम विक्षोभ से नम हवा चलने लगती है लेकिन उसकी गैरमौजूदगी भी सामान्य से नीचे न्यूनतम तापमान की वजह है। उन्होंने कहा कि फिलहाल शुष्क और ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवा चल रही है तथा न्यूनतम तापमान के सप्ताहांत तक 10 डिग्री के नीचे पहुंचने की आशंका है क्योंकि अगले दस दिनों तक मजबूत पश्चिम विक्षोभ की संभावना नहीं है। रविवार को यहां न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री से. दर्ज किया गया था। आईएमडी के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में अक्टूबर 58 सालों में सबसे ठंडा महीना रहा था।
कार्यकाल के अंतिम दिन बाबरी मामले पर सुनाया था फैसला
नईदिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में फैसला देने वाले केन्द्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) के सेवानिवृत्त विशेष जज सुरेंद्र कुमार यादव को दी गई सुरक्षा बढ़ाने से इनकार कर दिया है। शीर्ष अदालत ने बाबरी विध्वंस के मामले में भाजपा नेताओं समेत सभी आरोपियों को बरी करने का फैसला देने वाले पूर्व जज की सुरक्षा बढ़ाने का अनुरोध यह कहते हुए ठुकरा दिया कि उसने 30 सितंबर के पत्र पर गंभीरता से विचार किया है और उसे लगता है कि पूर्व जज की सुरक्षा बढ़ाने की कोई जरूरत नहीं है।यादव ने सेवानिवृत्ति के बाद लगातार सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की थी। मुकदमे के त्वरित निपटारे के लिए 2017 से उच्चतम न्यायालय उसकी मॉनिटरिंग कर रहा था।
नईदिल्ली। अभिनेत्री अमृता राव और उनके पति आरजे अनमोल के घर खुशियां आई हैं। शादी के चार साल बाद अमृता राव ने बेटे को जन्म दिया है। मां और बच्चा दोनों स्वस्थ्य हैं। वहीं फैंस उन्हें बधाइयां दे रहे हैं। अमृता राव और आरजे अनमोल रविवार को पेरेंट्स बने हैं। हाल में एक इंटरव्यू में अमृता ने कहा था कि वह मदरहुड पीरियड को लेकर नर्वस हैं। कुछ समय पहले अमृता ने बच्चे के आगमन की घोषणा करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया था।
अभिनेत्री अमृता राव ने इंस्टाग्राम पर तस्वीर को शेयर कर लिखा था-आप सबके लिए यह 10वां महीना है, लेकिन हमारे लिए 9वां है। सरप्राइज, सरप्राइज, अनमोल और मैं हमारे 9वें महीने में हैं। इस खुशखबरी को सभी फैंस और दोस्तों के साथ शेयर करने के लिए काफी उत्साहित हूं। बेबी जल्द ही आने वाला है। मेरे, अनमोल और हमारे परिवार के लिए एक रोमांचक सफर। अमृता राव ने अपने इस पोस्ट में अपने फैंस से अपनी प्रेग्नेंसी को छिपाने के लिए माफी भी मांगी थी।
अमृता राव और अनमोल सूद 15 मई, 2016 को शादी के बंधन में बंधे थे। शादी से पहले दोनों ने लगभग सात साल तक एक दूसरे को डेट किया था। शादी के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर तस्वीरें साझा की थी। उनकी शादी में परिवार और सिर्फ करीबी दोस्त ही शामिल हुए थे।
अहमदाबाद। पश्चिम रेलवे ने अहमदाबाद-मुंबई सेंट्रल तेजस एक्सप्रेस 16 दिन रद्द रखने का निर्णय लिया है।
मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुमित ठाकुर की ओर से सोमवार को यहां जारी विज्ञप्ति के अनुसार कोरोना वायरस महामारी और बुकिंग के रुझानों को देखते हुए पश्चिम रेलवे ने ट्रेन सं. 82901/80902 अहमदाबाद-मुंबई सेंट्रल तेजस एक्सप्रेस के परिचालन दिवसों की समीक्षा की है और तदनुसार इस ट्रेन के कुछ फेरे रद्द कर दिये गये हैं।
ठाकुर ने बताया कि ट्रेन सं. 82901/80902 अहमदाबाद-मुंबई सेंट्रल तेजस एक्सप्रेस 2020-21 के चुनिंदा मंगलवारों को रद्द रहेगी। निर्धारित निर्णय के अनुसार यह ट्रेन 3 एवं 24 नवम्बर, 1, 8 एवं 15 दिसम्बर, 19 एवं 26 जनवरी, 2021, 2, 9, 16 और 23 फरवरी तथा 2, 9, 16, 23 एवं 30 मार्च को रद्द रहेगी।
मोदी के कृषि कानून पर राहुल का वार
नईदिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कृषि और कृषि व्यापार से संबंधित केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कानूनों को लेकर लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साध रहे हैं। राहुल नए कृषि कानूनों को किसानों, मजदूरों और देश की नींव को कमजोर करने वाला बता चुके हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस नेता ने एक बार फिर पीएम मोदी पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर बोले, देश के किसानों ने मांगी मंडी, पीएम ने थमा दी भयानक मंदी। इसके साथ उन्होंने एक खबर को भी ट्वीट किया है, जिसमें कहा गया है कि बिहार के किसान कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं और पंजाब के किसानों की तरह मंडी की मांग कर रहे हैं।
बता दें की इससे पहले, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्थित सीएम निवास में राज्योत्सव कार्यक्रम को वीडियो लिंक के माध्यम से संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, नए कृषि कानून किसानों, मजदूरों और देश की नींव को कमजोर करने वाले हैं। मुझे उम्मीद है कि पीएम मोदी इन नए कानूनों पर पुनर्विचार करेंगे।
राहुल बोले की देश में किसान की हालत के बारे में सभी को जानकारी है। किसानों की आत्महत्या की खबरें मिलती रहती हैं। एक तरह से देश ने स्वीकार कर लिया है कि किसान आत्महत्या करते हैं, लेकिन हमें स्वीकार नहीं करना है। हमें किसान, मजदूर, छोटे दुकानदारों की रक्षा करनी चाहिए। उनके साथ मिलकर खड़ा होना चाहिए क्योंकि किसान और मजदूर इस देश की नींव हैं। अगर वह कमजोर होंगे, तब यह नींव कमजोर होगी। यदि हम उनकी रक्षा करते हैं, तब ही देश मजबूत होगा।
चिदंबरम ने पूछा
नईदिल्ली। बिहार में दूसरे चरण के मतदान से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि एनडीए नेतृत्व प्रचार के दौरान वास्तविक मुद्दों पर बात नहीं करता है। पूर्व वित्त मंत्री ने पूछा, अगर आप बिहार में एक मतदाता हैं, तो क्या वे आपको बेरोजगारी, नौकरी, नए उद्योग, खाद्यान्न के लिए एमएसपी, फसल बीमा, बाढ़ राहत, महिला सुरक्षा आदि के बारे में बताते हैं?
उन्होंने कहा, इसका जवाब है, कुछ नहीं बताते। आपसे एक संदेश में एनडीए के लिए वोट करने के लिए कहा जा रहा है, जिसमें कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि रविवार को बिहार में अपनी चुनावी रैलियों के दौरान, मोदी ने कहा.. बिहार में एक डबल इंजन वाली सरकार है जबकि दूसरी तरफ डबल युवराज हैं। उन्होंने कहा, पीएम ने बिहार में प्रमुख आराध्य देवी-देवताओं छठ (सूर्य देव) और गंगा को भी एनडीए के लिए वोट मांगने में इस्तेमाल किया। बगहा में, मोदी ने राम मंदिर के निर्माण, धारा 370 निरस्त करना और सीएए के मुद्दों को उठाया।
मोदी ने रविवार को कुछ विपक्षी दलों पर राम मंदिर के मुद्दे के अलावा नागरिकता (संशोधन) अधिनियम और संविधान के अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के मुद्दों पर डराने का आरोप लगाया था। 243 सीटों वाली बिहार विधानसभा के लिए पहले चरण का चुनाव 28 अक्टूबर को हुआ था। 3 नवंबर को 94 सीटों के लिए दूसरे चरण के मतदान के बाद, शेष 78 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 7 नवंबर को मतदान होगा। 10 नवंबर को मतगणना होगी।