खेल-खिलाड़ी

भारत ने पाकिस्तान को 4-0 से करारी मात दी
Posted Date : 23-Jun-2018 5:59:41 pm

भारत ने पाकिस्तान को 4-0 से करारी मात दी

 भारत ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए चैंपियंस ट्रॉफी के अपने पहले मुकाबले में चिरप्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को शनिवार को एकतरफा अंदाज में 4-0 से करारी मात दी. भारत के लिए रमनदीप सिंह ने 25वें, दिलप्रीत सिंह ने 54वें, मंदीप सिंह ने 57वें और ललित उपाध्याय ने 59वें मिनट में गोल किए. कोच हरेंद्र सिह के मार्गदर्शन में भारत की यह पहली जीत है.  भारत को चौथे मिनट में गोल करने का मौका मिला लेकिन रमनदीप सिंह मौका चूक गए. इसके बाद 14वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला जिस पर हरमनप्रीत ने शॉट लगाया लेकिन पाकिस्तान के गोलकीपर इमरान बट ने अच्छा बचाव किया और भारत को बढ़त नहीं लेने दिया.  वर्ल्ड रैंकिंग में छठे नंबर की भारतीय टीम को इसके बाद 16 वें मिनट में भी पेनल्टी कॉर्नर मिला. लेकिन मनप्रीत सिंह यहां चूक गए और पाकिस्तान के खतरे को टाल दिया. 18वें मिनट में 17 साल के दिलप्रीत के शानदार पास पर रमनदीन गेंद को गोल में नहीं भेज सके और भारत ने गोल करने का एक और मौका खो दिया.

दूसरा क्वार्टर समाप्त होने से पांच मिनट पहले ही भारत को पहली सफलता मिली. मैच के 25 वें मिनट में सिमरनजीत ने गेंद को गोल की तरफ हिट किया और सामने खड़े रमनदीप ने इस बार यहां कोई गलती नहीं की तथा गेंद को गोल में डिफ्लेक्ट कर भारत को 1-0 से आगे कर दिया.  मुकाबले में हाफ टाइम तक 0-1 से पिछड़ने के बाद पाकिस्तान ने तीसरे क्वार्टर के शुरू में ही गोल कर बराबरी करने की कोशिश की. लेकिन भारत ने इस पर रेफरल मांगा और फैसला उसके पक्ष में गया तथा पाकिस्तान के गोल को खारिज कर दिया गया. पाकिस्तान ने तीसरे क्वार्टर में अपने जवाबी हमले और तेज कर दिए.  पाकिस्तान के एजाज अहमद ने एक जबर्दस्त शोट लगाया जिसे भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने रोक दिया. एजाज ने एक बार फिर गोल करने का प्रयास किया जिसे इस बार सुरेंदर कुमार ने विफल कर दिया. मैच के 43वें मिनट में पाकिस्तान को उसका पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला.

तीसरा क्वार्टर पूरी तरह पाकिस्तान के नाम रहा. लेकिन भारतीय रक्षापंक्ति की भी तारीफ करनी पड़ेगी, जिन्होंने पाकिस्तान के लगातार हमलों को विफल किया. चौथे क्वार्टर में मैच के 48वें मिनट में पाकिस्तान ने एक बार आक्रमण किया. उमर भुट्टा ने शानदार शॉट लगाया लेकिन दीवार के रूप में मौजूद भारती गोलकीपर श्रीजेश ने इस बार भी सफलतापूर्वक बचाव कर लिया और बराबरी हासिल करने से महरूम रखा.  मुकाबले के 54 वें मिनट में सुरेंदर कुमार ने सिमरनजीत को पास दिया जिन्होंने 17 साल के दिलप्रीत को पास दिया और दिलप्रीत ने शानदार मैदानी गोल कर भारत को 2-0 की बढ़त दिला दी. मुकाबले में 0-2 से पिछड़ने के बाद पाकिस्तान ने इमरान बट्ट को गोलकीपर से हटा दिया.

भारत ने इसका फायदा उठाते हुए मैच के 57 वें मिनट में डी में खड़े मंदीप सिंह के गोल की बदौलत स्कोर 3-0 कर दिया. मैच समाप्त होने के एक मिनट पहले ही रमनदीप के मिडफील्ड के आसपास से पास दिया था. डी के सामने मौजूद ललित उपाध्याय ने 59 वें मिनट में गोल दाग कर भारत को 4-0 की एकतरफा जीत दिला दी. भारत को अब अपना अगला मुकाबला रविवार को ओलंपिक चैंपियन अर्जेंटीना से खेलना है.  चैंपियंस ट्रॉफी 1978 में शुरू हुई थी. भारत ने तब से इस टूर्नामेंट में 36 बार भाग लिया है, लेकिन एक बार भी जीतने में सफल नहीं हुआ. चैंपियंस ट्रॉफी में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2016 में रहा था, तब भारत खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया से पेनल्टी शूटआउट में हार गया था.  वहीं पाकिस्तान 3 बार (1978, 1980 और 1994) चैंपियंस ट्रॉफी जीत चुका है. हालांकि तीनों बार उसने घरेलू मैदान पर ही यह उपलब्धि अपने नाम की है.

सऊदी अरब को 1-0 हरा कर उरूग्वे अंतिम-16 में पहुंचा
Posted Date : 20-Jun-2018 11:26:55 pm

सऊदी अरब को 1-0 हरा कर उरूग्वे अंतिम-16 में पहुंचा

उरुग्वे के स्टार स्ट्राइकर लुई सुआरेज ने अपने 100वें अंतरराष्ट्रीय मैच को यादगार बनाते हुए गोल दागा, जिससे उरूग्वे ने सऊदी अरब को 1-0 से हराकर फीफा विश्व कप 2018 के अंतिम 16 में जगह बनायी। उरूग्वे की यह लगातार दूसरी जीत है। उसने पहले मैच में मिस्र को भी इसी अंतर से हराया था। उरुग्वे की इस जीत से ग्रुप ए से नॉकआउट में पहुंचने वाली दोनों टीमें भी तय हो गईं हैं। उरूग्वे की जीत ने मेजबान रूस का भी अंतिम 16 में स्थान पक्का कर दिया। इन दोनों टीमों के अभी दो मैचों में छह-छह अंक हैं। इस तरह तरह सऊदी अरब और मिस्र का सफर विश्व कप में लीग चरण में ही थम जाएगा। सुआरेज ने खेल के 23वें मिनट में मैच का महत्वपूर्ण गोल दागा जो आखिरी में निर्णायक साबित हुआ। शुरुआती 20 मिनट तक दोनों टीमों ने एक दूसरे को बराबर की टक्कर दी लेकिन सुआरेज ने इसके बाद गोल करके उरूग्वे के दर्शकों में उत्साह भर दिया। इससे सऊदी अरब की टीम पर दबाव भी बना। रोस्तोव एरेना में खेले गये मैच में सुआरेज ने कार्लोस सांचेज के कार्नर पर यह गोल किया। तब गेंद सऊदी अरब के गोलकीपर मोहम्मद अल ओवैस की पहुंच से भी बाहर थी। इस तरह से सुआरेज ने अपने 100वें मैच में 52वां गोल दागा। वह तीन विश्व कप में गोल करने वाले उरूग्वे के पहले खिलाड़ी भी बन गए हैं। 
उरुग्वे के डिफेंस ने सऊदी अरब को नहीं दिया कोई मौका    
इसके दो मिनट बाद उरुग्वे अपनी बढ़त दोगुनी करने की स्थिति में पहुंच गया था। एडिसन कवानी गेंद लेकर आगे बढे लेकिन वह सऊदी अरब के कप्तान ओसामा हवासावी को नहीं छका पाये। सऊदी अरब ने मैदान के मध्य क्षेत्र में गेंद पर कब्जा जमाये रखा लेकिन गोल पर शॉट जमाने के मामले में उसके स्ट्राइकर फिर से नाकाम रहे। उरुग्वे की रक्षापंक्ति उसके लिये काफी मजबूत साबित हुई जिसने अपना गोल ही नहीं अपना बाक्स भी सुरक्षित रखा। दूसरे हाफ के शुरू में कोई भी टीम एक दूसरे को चुनौती देती हुई नहीं लगी। खेल के 62वें मिनट में तब दोनों टीमें हरकत में दिखी जब उरूग्वे ने अपने हाफ में फ्री किक के जरिये गेंद आगे बढ़ायी। बायें छोर से कवानी को रोकने के लिये कोई खिलाड़ी नहीं था। 

कवानी के प्रयास का उरुग्वे नहीं उठा सका फायदा
उन्होंने आगे अच्छा क्रॉस भी बढ़ाया लेकिन अन्य खिलाड़ी उनके इस प्रयास का फायदा नहीं उठा पाये। उरुग्वे अपनी बढ़त को बरकरार रखना चाहता था जबकि सऊदी अरब किसी भी तरह से आक्रमण मजबूत करना चाहता था। उसके कोच जुआन एंटोनियो पिज्जी ने आखिरी दस मिनट में मोहम्मद अल सहलावी को मैदान पर उतारकर इसके स्पष्ट संकेत भी दिये। लेकिन गोल करने के मौका उरुग्वे के पास था। खेल के 88वें मिनट में कवानी गेंद लेकर आगे बढ़े। उन्हें केवल गोलकीपर को छकाना था लेकिन वह इसमें नाकाम रहे। उरुग्वे अब 25 जून को लीग चरण के अपने आखिरी मैच में रूस से भिड़ेगा जिससे ग्रुप ए से शीर्ष पर रहने वाली टीम का निर्धारण भी होगा। सऊदी अरब इसी दिन मिस्र का सामना करेगा।

FIFA वर्ल्ड कप : रूस ने मिस्र को हराकर अंतिम-16 में प्रवेश की ओर रखा कदम !
Posted Date : 20-Jun-2018 6:36:49 am

FIFA वर्ल्ड कप : रूस ने मिस्र को हराकर अंतिम-16 में प्रवेश की ओर रखा कदम !

मेजबान रूस ने फीफा वर्ल्ड कप के 21वें संस्करण में मिस्र को 3-1 से हरा लगातार दूसरी जीत दर्ज की. सेंट पीटर्सबर्ग स्टेडियम में मंगलवार देर रात ग्रुप-ए के मुकाबले में इस जीत के साथ रूस के दो मैचों में छह अंक हो गए हैं और वह नॉकआउट चरण में प्रवेश की दहलीज पर पहुंच गया है. वहीं, मिस्र के लिए अगले दौर में जाना बेहद मुश्किल हो गया है. मैच के सभी गोल दूसरे हाफ में आए. बुधवार को उरुग्वे की टीम अगर सऊदी अरब को हराती है या ड्रॉ खेलती है तो रूस अंतिम 16 में पहुंच जाएगा. ऐसे में मिस्र बाहर हो जाएगा, जिसे पहले मैच में उरुग्वे ने 1-0 से हराया था. रूस के लिए यह मैच बेहद अहम था. उसने अपने पहले मैच में सऊदी अरब को 5-0 से मात दी थी. उसके अगले दौर की राह में चोट से वापसी कर रहे मिस्र के स्टार खिलाड़ी मोहम्मद सलाह रोड़ा बन सकते थे, इसलिए इस स्टार खिलाड़ी के खिलाफ उसने पहले ही रणनीति बना ली थी. उसके मिडफील्डर युरी झिर्कोव सलाह से साए की तरह चिपके रहे. इसी कारण सलाह खुलकर नहीं खेल पाए.

दोनों टीमें पहले हाफ में गोल नहीं कर पाईं. अपना पहला विश्व कप मैच खेल रहे सलाह ने हालांकि 42वें मिनट में अपनी क्लास का परिचय देते हुए गोल करने के प्रयास किया, जिसमें वो चूक गए. दूसरे हाफ की शुरुआत मिस्र के लिए बेहद निराशाजनक रही. मिस्र के कप्तान अहमद फताही ने 47वें मिनट में गेंद को क्लियर करने के प्रयास में आत्मघाती गोल कर रूस को 1-0 से आगे कर दिया. यह इस टूर्नामेंट का पांचवां आत्मघाती गोल रहा. बाईं तरफ से गेंद आई, जिसे मिस्र के गोलकीपर ने पंच से क्लियर कर दिया और गेंद बॉक्स के बाहर खड़े रूस के रोमन जोबनिन के पास गई, जिन्होंने गेंद को वापस बॉक्स में भेजा, जहां अहमदी उसे क्लियर करने के प्रयास में गलती से अपने ही गोल में खेल बैठे.

मेजबान टीम को अपनी बढ़त को दोगुना करने में ज्यादा समय नहीं लगा. डेनिस चेरिशेव ने 59वें मिनट में बेहद आसानी से गेंद को नेट में डाल रूस को 2-0 से आगे कर दिया. यह चेरिशेव का इस टूर्नामेंट में तीसरा गोल था. सर्वाधिक गोल करने वालों की सूची में वह क्रिस्टियानो रोनाल्डो के साथ शीर्ष पर आ गए हैं. तीन मिनट बाद एरटेम डेज्यूबा ने इल्या कुटेपोव से मिली गेंद को आसानी गोल में बदल रूस को 3-0 से आगे कर मिस्र की वापसी मुश्किल कर दी. मिस्र की किस्मत ने 73वें मिनट में उसका साथ दिया और वीएआर के माध्यम से उसे पेनल्टी मिली, जिसे सलाह ने गोल में तब्दील कर अपनी टीम का खाता खोला. यह विश्व कप में सलाह का पहला गोल है. मिस्र के प्रशंसकों को लगा की यहां से उनकी टीम वापसी कर सकती है, लेकिन रूस ने ऐसा नहीं होने दिया.

मुक्केबाज मैरीकॉम वीरांगना सम्मान से विभूषित
Posted Date : 18-Jun-2018 10:19:31 am

मुक्केबाज मैरीकॉम वीरांगना सम्मान से विभूषित

मध्यप्रदेश के ग्वालियर में स्त्रीत्व को नई परिभाषा देकर अपने शौर्य बल से नए प्रतिमान गढ़ने वाली विश्व प्रसिद्ध मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम को वीरांगना सम्मान 2015 से विभूषित किया गया। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया तथा जनसंपर्क मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्र ने मैरी कॉम को इस सम्मान से कल अलंकृत किया। मध्यप्रदेश सरकार के संस्कृति विभाग द्वारा प्रदत्त इस अलंकरण के रूप में उन्हें दो लाख रूपए की सम्मान राशि और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। ओलम्पिक एशियाड व राष्ट्रमण्डल खेलों सहित विश्व स्तरीय अन्य प्रतियोगिताओं में मुक्केबाजी के तमाम खिताब मैरीकॉम अपने नाम कर चुकीं हैं।

दो दिवसीय वीरांगना लक्ष्मीबाई बलिदान मेले के पहले दिन महापौर विवेक नारायण शेजवलकर भजन साम्राज्ञी अनुराधा पौडवाल, सामान्य निर्धन वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष बालेन्दु शुक्ल, जीडीए अध्यक्ष अभय चौधरी नगर निगम सभापति राकेश माहौर एवं संस्कृति विभाग के संचालक अक्षय सिंह विशिष्ट अतिथि मौजूद थे।

यहाँ रानी लक्ष्मीबाई की समाधि के सामने स्थित मैदान पर बलिदान मेला आयोजित हो रहा है। उच्च शिक्षा मंत्री एवं बलिदान मेले के संस्थापक अध्यक्ष जयभान सिंह पवैया की पहल पर आयोजित हो रहा यह 19वाँ बलिदान मेला है। इस साल झाँसी की रानी वीरांगना लक्ष्मीबाई के बलिदान की 160वीं वर्षगाँठ भी है।

इस मौके पर पवैया ने कहा कि बलिदान मेले से युवाओं को देशभक्ति की प्रेरणा मिलती है। देश मुझे क्या देगा इसके बजाय मैं देश को क्या दे सकता हूँ युवाओं में ऐसी भावना इस बलिदान मेले के माध्यम से पैदा होती है। उन्होंने कहा ग्वालियर को संगीत एवं शौर्य की धरा कहा जाता है। यह तानसेन की जन्मभूमि तो लक्ष्मीबाई का बलिदान स्थल है। बलिदान मेले के मंच पर मैरी कॉम और अनुराधा पौडवाल की मौजूदगी से शौर्य व संगीत का मिलन हुआ है।

ऑस्ट्रेलिया के सामने फ्रांस की कड़ी चुनौती आज !
Posted Date : 16-Jun-2018 9:46:35 am

ऑस्ट्रेलिया के सामने फ्रांस की कड़ी चुनौती आज !

कजान .1998 का चैंपियन फ्रांस फीफा वर्ल्ड कप में अपने अभियान की शुरुआत शनिवार को करेगा. उसे ग्रुप सी के अपने पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ना है. फ्रांस 2016 में यूरो कप के फाइनल में हार गया था. तब टीम की बड़े मैचों में खेलने की क्षमता पर सवाल उठाए जाने लगे थे. लेकिन मैनेजर डिडियर डेसचेंप्स की टीम ने क्वालिफाइंग में शानदार प्रदर्शन कर आलोचकों को चुप कर दिया. उसे अपने पिछले 6 मैचों में से केवल एक में हार का सामना करना पड़ा था. उसने 13 गोल किए थे. एंटोनी ग्रिजमैन और किलियन एमबापे टीम के स्टार खिलाड़ी हैं. वहीं, ऑस्ट्रेलिया पांचवीं बार वर्ल्ड कप खेल रहा है. उसने 2006 में प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी. यह उसका वर्ल्ड कप में बेस्ट परफॉर्मेंस है. 38 साल के टिम काहिल उसकी टीम के सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं.

रोनाल्डो की हैट्रिक से पुर्तगाल ने स्पेन को ड्रा पर रोका
Posted Date : 16-Jun-2018 3:17:38 am

रोनाल्डो की हैट्रिक से पुर्तगाल ने स्पेन को ड्रा पर रोका

आखिरी मिनटों में क्रिस्टियानो रोनाल्डो के शानदार गोल और इस फीफा विश्व कप की पहली हैट्रिक की मदद से पुर्तगाल ने आज ग्रुप बी के सबसे चर्चित मुकाबले में स्पेन को 3 . 3 से बराबरी पर रोक दिया । स्पेन की टीम 88वें मिनट तक 3 . 2 से आगे थी लेकिन गेरार्ड पीके की गलती से पुर्तगाल को फ्रीकिक मिली जिसे रोनाल्डो ने गोल में बदलकर यह अहम मुकाबला ड्रा कराया । पुर्तगाल के लिये क्रिस्टियानो रोनाल्डो (चौथा, 43वां और 88वां मिनट) ने जबकि स्पेन के लिये डिएगो कोस्टा (24वां और 55वां मिनट) और नाचो (58वां मिनट) ने गोल दागे । स्पेन ने पहले हाफ में एक गोल से पिछड़ने के बाद दूसरे हाफ में आक्रामक वापसी करते हुए चार मिनट के भीतर दो गोल दागकर बढत बनाई । कोस्टा ने 55वें मिनट में सर्जियो बस्केट्स से गेंद लेकर पुर्तगाली डिफेंस को पूरी तरह से भेदते हुए बराबरी का गोल किया । इसके तीन मिनट बाद ही नाचो ने ऐसा गोल किया जिसे फुटबालप्रेमी लंबे समय तक याद रखेंगे और दुनिया के किसी भी गोलकीपर के लिये इस तरह का गोल बचाना लगभग नामुमकिन होता । पुर्तगाली डिफेंस ने स्पेन के पहले प्रयास को नाकाम कर दिया लेकिन नाचो ने लंबी दूरी से तूफानी शाट लगाकर पहली बार स्पेन को बढत दिलाई । इससे पहले पुर्तगाल ने शुरूआत से ही आक्रामक खेल दिखाया और दूसरे ही मिनट में उसे पेनल्टी मिली जिसे रोनाल्डो ने गोल में बदलकर टीम को 1 . 0 से बढत दिला दी । इसके पांच मिनट बाद स्पेन ने जवाबी हमले में अच्छा मूव बनाया लेकिन डेविड सिल्वा का शाट गोलपोस्ट के ऊपर से निकल गया । स्पेन के लिये बराबरी का गोल 24वें मिनट में डिएगो कोस्टा ने किया । पुर्तगाल के तीन डिफेंडरों को छकाते हुए कोस्टा ने बायें कार्नर से गेंद को गोल के भीतर डाला । बराबरी के गोल के बाद से स्पेनिश खिलाड़ियों ने शानदार ‘टिकी टाका फुटबाल का प्रदर्शन करते हुए लगातार हमले बोले । अपना आखिरी विश्व कप खेल रहे आंद्रे इनिएस्ता 34वें मिनट में स्पेन को बढत दिलाने के करीब भी पहुंचे लेकिन उनका शाट बाहर चला गया । स्पेनिश डिफेंडरों ने रोनाल्डो को बांधने की लाख कोशिशें की लेकिन 43वें मिनट में उसे पुर्तगाल को बढत दिलाने से नहीं रोक सके । गोंजालो गुएडेस से मिले पास पर रोनाल्डो ने बायें पैर से शानदार गोल दागा और स्पेनिश गोलकीपर डेविड डि जिया एक बार फिर इसे रोकने में नाकाम रहे । स्पेन और पुर्तगाल के बीच विश्व कप में आखिरी मुकाबला 2010 में अंतिम 16 में हुआ था जब 63वें मिनट में डेविड विला के गोल की मदद से स्पेन ने जीत दर्ज की थी और आखिर में खिताब भी स्पेन के ही नाम रहा ।