गरियाबंद. उदंती सीतानदी अभयारण्य के घने जंगलों में मौजूद ग्राम अमाड़ में एक युवक-युवती की फांसी पर लटकी लाशें बरामद हुई हैं. युवक के जेब से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है. मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा बताया जा रहा है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
जानकारी के मुताबिक युवक – युवती की पहचान अमाड़ गांव के 22 वर्षीय हरेन्द्र नेताम और 20 वर्षीय सांता नेताम के रूप में हुई है. दोनों कल देर शाम से ही घर से गायब थे. सुबह गांव के लोगों ने इनकी फांसी पर लटकती लाश देखी. जिसके बाद तत्काल पुलिस को इसकी सूचना दी गई.
पुलिस को मौके पर युवक के जेब से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है. लेकिन पुलिस ने इसका खुलासा नहीं किया है कि उस सुसाइड नोट में क्या लिखा गया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.बताया जा रहा है कि दोनों एक दूसरे को बेइंतिहा मोहब्बत करते थे. दोनों ने अपने-अपने परिजन को इसकी जानकारी भी दे दी थी. लेकिन इनके बीच समान गोत्र ने लकीर खीच दी. जिस कारण से शादी नहीं हो पा रही थी. माना जा रहा है कि इसी वजह से दोनों ने ये आत्मघाती कदम उठा लिया.
ओपेक (पेट्रोलियम निर्यातक देशों का संगठन) ने शुक्रवार को कच्चे तेल के उत्पादन में बढ़ोतरी करने का फैसला किया है। ये देश जुलाई महीने से तेल उत्पादन में इजाफा करेंगे। ईरान ओपेक देशों के इस फैसले के खिलाफ था, जिसे सऊदी अरब में बाद में मना लिया और ईरान भी तेल उत्पादन में बढ़ोतरी के लिए सहमत हो गया। कच्चे तेल की बढ़ती कीमत पर लगाम लगाने और आपूर्ति को सुचारू रूप से चलाने के लिए उपभोक्ता देशों ने ओपेक देशों पर तेल उत्पादन बढ़ाने के लिए दबाव बनाया था। इसके बाद यह फैसला लिया गया है।
ओपेक से जुड़े दो सूत्रों ने बताया कि फैसला यह हुआ है कि ओपेक और रूस के नेतृत्व वाले साथी देश एक मिलियन बैरल प्रतिदिन कच्चे तेल के उत्पादन में इजाफा किया जाएगा। तेल उत्पादन में जो बढ़ोतरी की जा रही है, वह पूरे विश्व की आपूर्ति का एक फीसदी है। बता दें, ओपेक देशों के इस फैसला का असर पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर पड़ेगा। इस फैसले के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमत में कमी देखने को मिल सकती है।
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वियना में चल रही उत्पादक देशों के संगठन ओपेक की बैठक में सऊदी अरब ने कच्चे तेल का उत्पादन रोजाना दस लाख बैरल बढ़ाने का प्रस्ताव रखा था। तेल आपूर्ति बढ़ाने का विरोध कर रहे ईरान को भी सऊदी अरब ने बैठक से कुछ देर पहले मना लिया। अमेरिका, चीन और भारत ने तेल उत्पादक देशों पर कच्चे तेल की सप्लाई बढा़ने के लिए दबाव बनाया था। इन देशों का कहना था कि तेल की कमी की वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर असर पड़ता है।
सऊदी अरब और रूस तेल उत्पादन बढ़ाने को लेकर पहले से तैयार थे, लेकिन ईरान ने इस फैसले की आलोचना की थी। ईरान इस फैसले के खिलाफ अमेरिका की वजह से था, अमेरिका ने ईरान पर निर्यात से संबंधित कई रोक लगा रखी है। ईरान ओपेक देशों में तीसरा सबसे बड़ा तेल उत्पादक देश है। ईरान ने मांग की थी कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तेल सप्लाई बढ़ाने की मांग को खारिज किया जाए। ईरान ने कहा था कि अमेरिका ने ईरान और वेनेजुएला पर रोक लगाकर तेल की कीमतों में इजाफा करने में भूमिका निभाई है।
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस जे. चेलमेश्वर आज रिटायर हो गए. उन्होंने बार और बेंच में 42 साल तक काम किया. रिटायर होने के बाद जस्टिस चेलमेश्वर ने इंडिया टुडे को खास इंटरव्यू दिया, जिसमें कई मुद्दों पर खुल कर बात की. इंटरव्यू की शुरुआत में ही उन्होंने कहा कि उन्हें अपने 42 साल के करियर में कोई पछतावा नहीं है. साथ ही जब उनसे पूछा गया कि क्या संस्था की विश्वसनीयता संकट में हो सकती है तो उन्होंने कहा, ‘कभी-कभी हो सकती है.’ बता दें, जस्टिस जे. चेलमेश्वर चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया दीपक मिश्रा के खिलाफ बगावत करते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले चार न्यायाधीशों में शामिल थे. सुप्रीम कोर्ट के जजों की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर जस्टिस चेलमेश्वर ने कहा, 12 जनवरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो हुआ वो वास्तव में अभूतपूर्व था. अभूतपूर्व घटनाओं के अभूतपूर्व परिणाम होते हैं. चेलमेश्वर ने कहा कि वह सिस्टम से लड़ रहे थे और न्यायपालिका के साथ समस्याएं बनी हुई.
‘जो पावर में हैं वो किससे और क्यों मिल रहे?’
जस्टिस जोसेफ बहुत अच्छे जज: जस्टिस चेलमेश्वर
उत्तराखंड के चीफ जस्टिस केएम जोसेफ की पदोन्नति का जस्टिस चेलमेश्वर खुल का समर्थन किया. उन्होंने कहा, जस्टिस जोसेफ बहुत अच्छे जज हैं. ये बात मैंने 2 साल पहले कही थी. मेरा मानना है कि कोलेजियम को उनके नाम की सिफारिश फिर से करनी चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने अगले सीजेआई के तौर पर न्यायमूर्ति रंजन गोगोई के नाम का समर्थन किया.
बांग्लादेश की राजधानी ढाका के एक रेलवे स्टेशन के शौचालय में भारतीय महिला ने बच्चे को जन्म दिया है. बीडीन्यूज24 के मुताबिक, रुखसाना अख्तर (30) और नवजात बच्चे को ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया.
कमलपुर रेलवे स्टेशन के प्रभारी अधिकारी यासीन फारूक ने कहा कि जन्म देने के बाद सोमवार रात को महिला और बच्चे को पहले मुगदा अस्पताल ले जाया गया था. घटना इसी रेलवे स्टेशन की है. रुखसाना के पति अब्दुल भारत में फर्नीचर के व्यापारी थे. अब्दुल बांग्लादेशी नागरिक हैं.
अपनी ही शिष्या के बलात्कार के आरोप में फंसे सुप्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य और शनि उपासक दाती मदन महाराज ने 20 जून को दिल्ली में एक प्रेस काॅन्फ्रेंस की। दाती ने कहा कि 19 जून को दिल्ली पुलिस ने मुझ से कोई सात घंटे तक पूछताछ की और सभी सवालों के जवाब ईमानदारी के साथ दिए। अब यह पुलिस की जिम्मेदारी है कि वह निष्पक्ष जांच कर दूध का दूध और पानी का पानी साबित करें।
मुझे पैसों की खातिर नवीन जैन और उसके साथियों ने बालात्कार के आरोप में फंसाया है। गत 5 मई को ही मुझे जैन ने बर्बाद करने की धमकी दी थी। जब मैंने पैसा नहीं दिया तो मुझ पर मेरी ही शिष्या से रेप का आरोप लगवा दिया। जबकि मैंने इसी शिष्या को दस वर्ष तक अपने राजस्थान के पाली स्थित आश्रम में पढ़ाया है। मैं तो नारी का सम्मान करता हंू। बालात्कार जैसा घिनौना कृत्य कैसे कर सकता हंू। मैं राष्ट्र का दास हंूं।
मुझे इसी राष्ट्र ने मान सम्मान दिया है। जो लोग मुझ पर आरोप लगा रहे हैं उन्हें इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि मेरा ट्रस्ट बालिका शिक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। मुझे न्यायपालिका और पुलिस पर पूरा भरोसा है। मैं कहीं भी भाग कर नहीं जा रहा। मैं पुलिस की हर जांच से गुजरने को तैयार हंू। 19 जून को भी सात घंटे की पूछताछ की वीडियो ग्राफी करवाई गई है। मैं चाहता हंू कि भविष्य में भी राष्ट्र को अपनी सेवाएं देता रहंू।मेरे दिल्ली स्थित शनि धाम से लाखों लोगों का फायदा हुआ है। लोगों में शनि देवता (ग्रह) को लेकर जो भय और भ्रांति थी उसे मैंने काफी हद तक दूर किया है। मैं तो शनि महाराज का उपासक हंू। उल्लेखनीय है कि दिल्ली पुलिस ने 21 जून को दोबारा से पूछताछ के लिए दाती महाराज को बुलाया है। दाती पर गिरफ्तारी का तलवार इसलिए भी लटक रही है कि पीड़िता ने धारा 164 में मजिस्ट्रेट के समक्ष कलमबंद बयान भी दर्ज करवा दिए हैं। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वर्ष 2016 में दाती और उसके दो साथियों ने किन किन स्थानों पर बालात्कार किया।