खेल-खिलाड़ी

03-Jul-2018 5:50:42 pm
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ICC ने बदल दिए अपने कायदे-कानून, बॉल टेम्परिंग करने वाले खिलाड़ियों की खैर नहीं

डबलिन : अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में बॉल टेम्परिंग के एक नबीं बल्कि कई बड़े मामले आ चुके है, अभी हाल ही में मार्च हमीने में दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए टेस्ट मैच में बॉल टेम्परिंग का एक बड़ा मामला सामने आया जिसकी गाज ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्नात स्टीवन स्मिथ, उप कप्तान डेविड वार्नर और युवा खिलाड़ी कैमरून बेनक्राफ्ट पर गिरी। टेम्परिंग के मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद इन तीनों खिलाड़ियो को आईसीसी को लेवल-3 के अपराध के तहत कड़ी सजा दिए गए। स्मिथ और वार्नर एक साल के लिए तो बेनक्राफ्ट पर नौ महीना का प्रतिबंध लगाया गया है। हालांकि इसके बाद भी क्रेकेट में बॉल टेम्परिंग के मामले सामने आ रहे हैं। इस बड़े मामले के बाद श्रीलंका के कप्तान दिनेश चंडीमल पर भी बॉल टेम्परिंग मामले में एक मैच का प्रतिबंध लगाया गया था।

इन सभी मामलों को देखते हुए क्रिकेट में बॉल टेम्परिंग के मामले में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद नियमों में बदलाव करते हुए इस पहले के मुकाबले कड़ा कर दिया है। बोर्ड ने मुख्य कार्यकारी डेविड रिचर्डसन और भारतीय टीम के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले की अध्यक्षता में हुई इस बैठक के दौरान फैसला लिया गया है कि आईसीसी अब आचार सहिंता के उल्लंघन मामले में कड़ी कार्रवाई करेगा

आईसीसी के अनुसार, बॉल टेम्परिंग मामले में अब दोषियों पर छह टेस्ट या 12 वनडे मैचों का प्रतिबंध लगाया जाएगा। नए नियम के अनुसार पहले यह लेवल-2 का अपराध माना जाता है, जिसे अब लेबल-3 का अपराध कर दिया गया है। बता दें कि पहले आठ निलंबन अंक मिलने पर दोषी खिलाड़ियों पर चार टेस्ट या आठ वनडे मैचों का प्रतिबंध लगाया जाता था।

लेकिन अब इसे 12 निलंबन अंक कर दिया गया है जिसके तहत छह टेस्ट या 12 वनडे मैचों का प्रतिबंध लगाया जाएगा। आपको बता दें कि बोर्ड ने ये फसले अपनी वार्षिक बैठक के दौरान लिए हैं। इसके साथ बोर्ड की ओर से बताया गया कि मैच रेफरी अब लेवल-1, 2 और लेवल-3 के मामलों की भी सुनवाई करेगा, लगीं खराब आचरण रखने वाले खिलाड़ियों के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई करने की बात की गई है।

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