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नई दिल्ली (आरएनएस)। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भाजपा की मौजूदा सरकार के तहत 'अघोषित आपातकालÓ होने की बात कहने वालों की आलोचना करते हुए कहा है कि उन लोगों को इस बारे में आत्मावलोकन करना चाहिए कि इंदिरा गांधी के समय लगे आपातकाल के दौरान वे कहां थे। आपातकाल के 42 साल पूरे होने के मौके पर रविवार को एक फेसबुक पोस्ट में जेटली ने आलोचकों से पूछा कि उन 19 महीनों के दौरान उनका सार्वजनिक रूप से घोषित रूख कहां था।उन्होंने कहा कि भारत में किसी भी सरकार के आलोचकों के लिए यह परंपरा बन गई है कि वे अघोषित आपातकाल शब्दों का इस्तेमाल करें। उन्होंने लिखा है कि जो लोग बढ़ा चढ़ा कर इस तरह की टिप्पणी कर रहे हैं उन्हें आपातकाल के दौरान अपनी भूमिकाओं के बारे में आत्मावलोकन करने की जरूरत है। उनमें से ज्यादातर लोग आपातकाल का समर्थन कर रहे थे या आपातकाल के खिलाफ किसी तरह के प्रदर्शन से नदारद थे।
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