राजनीति

19-Nov-2018 2:43:06 pm
Posted Date

राज्य निर्वाचन आयोग कर रहा पक्षपात : भूपेश बघेल

0-गंभीर शिकायतों के बाद भी कार्यवाही नहीं होने से भडक़े कांग्रेसी
0-राज्य निर्वाचन आयोग के दफ्तर में कांग्रेसजनों का विरोध-प्रदर्शन जारी

रायपुर, 19 नवंबर । राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने, गंभीर शिकायतों के बाद भी कार्यवाही नहीं करने जैसे विभिन्न शिकायतों से नाराज पीसीसी चीफ भूपेश बघेल सहित सैकड़ों कांग्रेसजनों ने आज राज्य निर्वाचन आयोग पहुंचकर धरना शुरू कर दिया। 
पीसीसी प्रमुख भूपेश बघेल दोपहर करीब 2.30 बजे राज्य निर्वाचन आयोग के कार्यालय पहुंचे। उनके साथ कांग्रेस नेत्री श्रीमती किरणमयी नायक, अधिवक्ताओं का समूह और दर्जनों कांग्रेस नेता भी आयोग के कार्यालय पहुंचे। यहां कांग्रेसजनों ने सबसे पहले अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डा. एस भारतीदासन छत्तीसगढ़ से गंभीर शिकायतों पर कार्यवाही नहीं होने की बात कही। इस पर श्री भारतीदासन द्वारा जवाब दिया गया, जवाब से असंतुष्ट होकर कांग्रेसजनों ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू से शिकायत करने उनके चेंबर की ओर रवाना हुए। लेकिन यहां भी कांग्रेसजनों को भीतर जाने की अनुमति नहीं दी गई। इस बात को लेकर यहां जोरदार बवाल हुआ। बाद में आयोग के अधिकारियों ने केवल 10 लोगों के एक प्रतिनिधि मंडल को भीतर जाने की अनुमति दी। इस बीच कांग्रेसजन लगातार गंभीर आरोप लगाते रहे। आयोग के अधिकारियों के गोलमोल जवाब ने कांग्रेसियों का पारा गरम कर दिया। आयोग पर पक्षपातपूर्ण कार्यवाही करने तथा कांग्रेस को टॉरगेट करके कार्यवाही करने का आरोप लगाया गया। कांग्रेसजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि पीसीसी प्रमुख भूपेश बघेल, मीडिया सेल के चेयरमेन शैलेष नितिन त्रिवेदी और श्री बघेल के पिता के नाम पर सोशल मीडिया में  फर्जी आईडी और पेज बनाकर भ्रामक संदेश वायरल किया जा रहा है। इस मामले में दोषियों पर त्वरित कार्यवाही नहीं की गई, जबकि यह एक गंभीर मुद्दा है। कांग्रेसजनों ने कहा कि पीसीसी के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, कांग्रेस नेता चंदन यादव, अरूण उरांव के 20 नवंबर को राजधानी में रूकने की लिखित आवेदन आयोग में प्रस्तुत किया गया, किंतु पक्षपातपूर्ण कार्यवाही करते हुए आयोग ने उन्हें ठहरने की अनुमति नहीं दी। वहीं दूसरी ओर द्वितीय चरण के मतदान के एक दिन पूर्व भाजपा के प्रदेश प्रभारी अनिल जैन और भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी को यहां रहने, बैठक करने की अनुमति किस आधार पर दी गई? इधर कांग्रेस नेत्री किरणमयी नायक ने कहा कि आयोग सीधे-सीधे पक्षपातपूर्ण रवैया अपना रही है। उन्होंने कहा कि सत्तासीन भाजपा के इशारे पर भाजपा नेताओं को यहां रूकने और बैठक करने की अनुमति कैसे दी गई? आयोग के पदाधिकारी इसका जवाब नहीं दे पा रहे हैं। भाजपा के बैनर-पोस्टर आज भी लगे हुए हैं, जबकि आयोग की टीम ने कांग्रेस के सभी बैनर-पोस्टर हटवा दिया है। गंभीर शिकायतों के बाद भी आयोग मूक दर्शक बना हुआ है, आचार संहिता लागू होने तथा व्यस्तम मार्ग जयस्तंभ चौक में भाजपा की ओर से बकायदा मंच बनाया जाता है, यहां भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का रोड शो होता है और आयोग की टीम मूकदर्शक बनकर सबकुछ देखता रहता है, यह सब पक्षपातपूर्ण रवैया है। आज दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से मांग की गई है और जब तक आयोग फौरी कार्यवाही नहीं करती, कांग्रेसजनों का विरोध जारी रहेगा। 

 

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