छत्तीसगढ़

18-Nov-2018 12:00:43 pm
Posted Date

18 दिनों बाद भी 117 केन्द्रों में हुई धान की बोहनी

० किसान धान बेचने तैयार नहीं 
जगदलपुर, 18 नवंबर । समूचे बस्तर में 1 नवंबर से शासकीय स्तर पर धान खरीदी का कार्य शुरू हो चुका है लेकिन खरीदी केंद्रों में अपेक्षा के अनुसार धान लेेकर कृषक नहीं आ पा रहे हैं। संभाग के कई जिलों में स्थित धान खरीदी केंद्रों में तो अभी तक बोहनी तक शुरू नहीं हो पाई है। 
जानकारी के अनुसार संभाग के 259 धान खरीदी केंद्रों में से आज 17 दिनों के बाद भी 127 केंद्रों में कोई किसान धान लेकर नहीं वरन् घुमने भी नहीं आया है। इन केंद्रों में अभी भी वीरानी छाई हुई है। जबकी वर्तमान समय में पिछले वर्ष तक धान लेकर खरीदी केंद्रों तक आने वाले किसानों की रेलमपेल रहती थी। इस वर्ष वहां सन्नाटा छाया हुआ है। इस संबंध में चर्चा यह जमकर चल रही है कि कांग्रेस की किसानों की कर्ज माफी की घोषणा से अंचल के किसान प्रभावित हुए हैं और कांग्रेस की सरकार बनने का इंतजार कर रहे हैं। 
उल्लेखनीय है कि अगले महीने होने वाली 11 दिसंबर की तिथी पर किसानों का ध्यान लगा हुआ है। 11 दिसंबर को ही विधानसभा चुनाव की परिणाम सामने आ जायेंगे और किसकी सरकार बनेगी यह भी स्पष्ट हो जायेगा। कांग्रेस के कर्ज माफी केे दांव ने संभाग के उत्तर क्षेत्र के विशेष रूप से कांकेर, केशकाल, फरसगांव, भानुप्रतापपुर जैसे क्षेत्र के किसानों को सर्वाधिक प्रभावित किया है। इस क्षेत्र में पिछले 9 नवंबर को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस की सरकार बनते ही कर्ज माफी की घोषणा की थी। इसीलिए यहां पर कांग्रेस का दांव चल गया है। इसकी चर्चा हो रही है। 

 

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