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05-Apr-2022 2:48:21 am
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आंध्र प्रदेश को मिला नया नक्शा, जिलों की संख्या दोगुनी होकर 26 हुई

अमरावती। आंध्र प्रदेश को सोमवार को एक नया प्रशासनिक नक्शा मिला। इसके मुताबिक राज्य में 13 नए जिले बनाए गए हैं। 13 नए जिलों के साथ आंध्र प्रदेश में कुल जिलों संख्या दोगुनी होकर 26 हो गई है। राज्य सरकार ने कहा कि इससे बड़े पैमाने पर शासन और सेवाओं के वितरण में सुधार होगा।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने सोमवार को वर्चुअल रूप से आयोजित एक कार्यक्रम में राज्य के 13 नए जिलों का शुभारंभ किया। रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआरसीपी सरकार ने 13 जिलों को पुनर्गठित करके 13 नए जिले बनाए हैं। प्रदेश में राजस्व संभाग 72 हो गए हैं।
रेड्डी ने 2019 के विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार करते हुए वादा किया था कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो वह 25 लोकसभा क्षेत्रों में से प्रत्येक को एक जिला बनाएगी।
ये हैं आंध्र के 13 नए जिले
नव नर्मिति जिलों में पार्वतीपुरम मान्यम, अल्लूरी सीताराम राजू, अनाकापल्ली, काकीनाडा, कोनसीमा, एलुरु, एनटीआर, पलनाडु, बापटला, नंदयाला, श्री सत्य साई, तिरुपति और अन्नामय्या शामिल हैं। राज्य सरकार ने शनिवार को नए जिलों के नर्मिाण और आईएएस तथा आईपीएस अधिकारियों के फेरबदल को लेकर गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया था। नए जिलों के लिए जिला कलेक्टर कार्यालय और अधिकारियों को तैयार कर लिया गया है। सरकार ने जिला कलेक्टरों, पुलिस अधीक्षकों, संभागीय राजस्व अधिकारियों, आरडीओ और अन्य अधिकारियों को नियुक्त किया है। नवसृजित 13 जिलों के लिए आवश्यक आधारभूत संरचना प्रदान की जा रही है। 
इन लोगों के नाम पर हैं जिलों के नाम
गौरतलब है कि सरकार ने नए जिलों में से एक का नाम अल्लूरी सीताराम राजू रखा जो एक स्वतंत्रता सेनानी थे। सरकार ने एक अन्य जिले का नाम एनटीआर जिला (तेलुगू देशम पार्टी के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री एन टी रामाराव) भी रखा। अंतिम बार राज्य में 1979 में संयुक्त आंध्र प्रदेश में विजयनगरम जिले के रूप में एक नया जिला बनाया गया था। 
मुख्यमंत्री ने नए जिलों का शुभारंभ करने के बाद कहा कि प्रशासन को उदार और आसान बनाने के लिए 13 जिलों को पुनर्गठित करके 13 नए जिले बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि 13 जिलों के बनने से राज्य में अब 26 जिले हो गए हैं जो लोगों की बेहतर तरीके से सेवा करने और उन तक अधिक प्रभावी ढंग से पहुंचने में मदद करेंगे। उन्होंने कहा, हमारी नीति एक कुशल और पारदर्शी प्रशासन प्रदान करना है और शहरों और गांवों में भी प्रशासन का विकेंद्रीकरण करना है ताकि लोगों तक बेहतर तरीके से पहुंच सकें और पारदर्शी तरीके से काम कर सकें।
उन्होंने कहा, हमने यह सुनश्चिति किया है कि प्रत्येक जिले में छह से आठ विधानसभा क्षेत्र हों और प्रत्येक जिले की आबादी 18 लाख तक हो। हमने नए जिले बनाने में लोगों की भावनाओं और आशंकाओं को लिया है और उन्हें संबोधित किया है।
उन्होंने कुप्पम राजस्व मंडल के नर्मिाण पर दिलचस्प टप्पिणियां कीं। उन्होंने कहा कि कुप्पम तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू का नर्विाचन क्षेत्र है जहां से उन्होंने सात बार जीत हासिल की है। उन्होंने कहा, हालांकि चंद्रबाबू नायडू कई बार कुप्पम से विधानसभा के लिए चुने गए, लेकिन उन्होंने कुप्पम राजस्व प्रभाग नहीं बनाया। उनके (श्री नायडू के) अनुरोध पर, हमने कुप्पम राजस्व मंडल बनाया है।

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