लंदन, 28 फरवरी । मेरीलेबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने ऐतिहासिक लॉर्डस मैदान के सम्मान बोर्ड पर अब महिला खिलाडिय़ों की उपलब्धियों को भी अंकित करने का फैसला किया है। रिपोर्ट के अनुसार, 135 साल पुराने एमसीसी ने अब वनडे क्रिकेट में भी शतक लगाने और पांच विकेट लेने वाली महिला खिलाडिय़ों के नाम अपने सम्मान बोर्ड पर लिखने का निर्णय लिया है। इससे पहले, केवल टेस्ट मैचों में ही शतक जमाने और पांच विकेट लेने वाले खिलाडिय़ों को नाम लॉडॅर्स के सम्मान बोर्ड पर रेखांकित किया जाता था। यह बदलाव 2019 सीजन से पहले च्होम ऑफ क्रिकेटज् में नवीनीकरण अभियान का एक हिस्सा है।
नए बदलाव होने से साराह टेलर, क्लेयर टेलर और कैरोलिन एटकिंस जैसी इंग्लैंड की महिला खिलाडिय़ों का नाम इस सम्मान बोर्ड पर लिखा जा सकता है। ये वे खिलाड़ी हैं जिन्होंने ऐतिहासिक लॉर्डस में वनडे में शतक जड़ा है। उनके अलावा कैथरीन ब्रंट और आन्या श्रूबसोल जैसी गेंदबाज भी इस सम्मान बोर्ड पर अपना नाम लिखवाने की हकदार हो गई हैं। श्रूबसोल ने 2017 विश्व कप के फाइनल में भारत के खिलाफ 46 रन देकर छह विकेट चटकाए थे।
महिला खिलाडिय़ों के अलावा माइकल एर्थटन, रिकी पोंटिंग और मुथैया मुरलीधरन जैसे पुरुष खिलाडिय़ों का नाम भी लॉर्ड्स के सम्मान बोर्ड पर लिखा जाएगा। ये वे खिलाड़ी हैं जिन्होंने वनडे में या तो शतक लगाया है या फिर पांच विकेट लिए हैं। इनका नाम किसी कारणवश नहीं खिला गया था। हालांकि भारत के दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर लॉर्डस के सम्मान बोर्ड पर अपना नाम नहीं लिखवा पाए। सचिन ने लॉर्ड्स में पांच टेस्ट मैच खेले हैं और उनका सर्वोच्च स्कोर 37 रन ही रहा है। तीन वनडे भी खेले हैं जिसमें 30 ही उनका सर्वोच्च स्कोर है।
सचिन ने क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स मैदान पर केवल एक शतक लगाया है। लेकिन उनका यह शतक एमसीसी के खिलाफ विश्व एकादश की ओर से खेलते हुए आया था, जब उन्होंने 125 रनों की पारी खेली थी। एमसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और सचिव गाइ लेवेंडर ने कहा, अब हम वनडे मैचों के लिए भी वही उपलब्धियां को मान्यता दे रहे हैं, जो हमने कई वर्षों तक टेस्ट मैचों के लिए दी हैं। लॉर्ड्स के लिए यह एक महत्वपूर्ण क्षण है, जिसमें महिला क्रिकेट को पहली बार ड्रेसिंग रूम में सम्मान दिया गया है।