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05-Sep-2024 10:53:04 pm
Posted Date

भारत ने रचा इतिहास, पेरिस में 20वां मेडल जीतते ही टोक्यो पैदरालंपिक के रिकॉर्ड को किया ध्वस्त

नई दिल्ली  । पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत ने 20 मेडल जीतने के साथ ही इतिहास रच दिया है। पैरालंपिक में भारत ने अपने ही रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया। टोक्यो पैरालंपिक 2021 में भारत ने कुल 19 मेडल जीते थे, जो कि अब तक के पैरालंपिक इतिहास में सबसे बेस्ट रिकॉर्ड रहा, लेकिन 3 सितंबर को भारत ने पैरालंपिक में 20 पदक जीतने के साथ ही टोक्यो पैरालंपिक के रिकॉर्ड को धराशायी किया, जो कि 3 साल पहले बना था। भारत ने (3 गोल्ड, 7 सिल्वर और 10 ब्रॉन्ज) अभी तक अपने नाम कर लिए हैं।
दरअसल, भारत ने टोक्यो पैरालंपिक में कुल 19 मेडल जीते थे, जो कि अभी तक के इतिहास का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा था, लेकिन 3 सितंबर 2024 को भारत ने 5 पदक जीतकर पदकों की संख्या को 20 तक पहुंचाया और इस दौरान भारत ने अपने ही टोक्यो पैरालंपिक के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।

पीएम नरेंद्र मोदी ने पैरा-एथलीटों के शानदार प्रदर्शन की सराहना की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के पैरा-एथलीट मरियप्पन थंगावेलु, शरद कुमार, सुंदर सिंह गुर्जर और अजीत सिंह को पेरिस पैरालंपिक में पदक जीतने के लिए बधाई दी।
शरद कुमार और मरियप्पन थंगावेलु ने पेरिस 2024 पैरालंपिक में मंगलवार को पुरुषों की ऊंची कूद टी63 वर्ग में क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीते। शरद कुमार ने फाइनल में 1.88 मीटर की हाई जंप लगाई। यह उनका दूसरा पैरालंपिक पदक था। उन्होंने टोक्यो 2020 में 1.83 मीटर की दूरी के साथ कांस्य पदक जीता।
1.85 मीटर की ऊंचाई के साथ मरियप्पन थंगावेलु ने कांस्य पदक जीता। उन्होंने लगातार तीन खेलों में पदक जीतने वाले पहले भारतीय पैरा-एथलीट बनने की ऐतिहासिक उपलब्धि भी हासिल की। उन्होंने रियो 2016 में 1.89 मीटर की छलांग के साथ स्वर्ण पदक और टोक्यो 2020 में 1.86 मीटर के प्रयास के साथ रजत पदक जीता।
पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, शरद कुमार ने पैरालंपिक 2024 में पुरुषों की हाई जंप टी63 में रजत पदक जीता! उनकी निरंतरता और उत्कृष्टता के लिए उनकी प्रशंसा की जाती है। उन्हें बधाई। वह पूरे देश को प्रेरित करते हैं।
प्रधानमंत्री ने एक अन्य पोस्ट में लिखा, पुरुषों की हाई जंप टी63 स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने पर मरियप्पन थंगावेलु को बधाई। यह सराहनीय है कि उन्होंने पैरालंपिक के लगातार तीन संस्करणों में पदक जीते हैं। उनका कौशल, निरंतरता और दृढ़ संकल्प असाधारण है। इससे पहले दिन में अजीत और सुंदर ने पुरुषों की भाला फेंक एफ46 श्रेणी में क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीते।
प्रधानमंत्री ने एक पोस्ट में उन्हें बधाई देते हुए लिखा, सुंदर सिंह गुर्जर का शानदार प्रदर्शन। पैरालंपिक 2024 में पुरुषों की भाला फेंक एफ46 स्पर्धा में कांस्य पदक जीतना। उनका समर्पण और जोश लाजवाब है। इस उपलब्धि के लिए बधाई!
अजीत सिंह को बधाई देते हुए उन्होंने एक अन्य पोस्ट में लिखा, अजीत सिंह की अभूतपूर्व उपलब्धि। उन्होंने पैरालंपिक 2024 में पुरुषों की भाला फेंक एफ46 में रजत पदक जीता है। खेल के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और दृढ़ता ने भारत को गौरवान्वित किया है।
भारत ने अब तक 20 पदक जीते हैं, जो टोक्यो 2020 में उसके पिछले सर्वश्रेष्ठ 19 पदकों से अधिक है। भारत ने पैरालंपिक में कुल 50 पदकों का आंकड़ा भी पार कर लिया है; अब तक उसके कुल पदकों की संख्या 51 हो गई है।

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