मुंबई। इंडियंस के मुख्य कोच मार्क बाउचर ने माना है कि हार्दिक पांड्या को रोहित शर्मा की जगह पर कप्तान बनाने के बाद, प्रशंसकों की आलोचना ने आईपीएल 2024 में उनकी टीम के प्रदर्शन को प्रभावित किया।
शुक्रवार को मुंबई की टीम को उनके लीग स्टेज के आखऱिी मैच में लखनऊ सुपर जायंट्स के ख़िलाफ़ 18 रनों की हार झेलनी पड़ी। इस हार के बाद मुंबई की टीम ने अंक तालिका में 10वें और आखिरी स्थान पर इस सीजऩ को समाप्त किया। रोहित शर्मा इस मैच में फिर से एक इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर खेले। हालांकि पहली पारी में भले ही वह मैदान पर नहीं थे लेकिन जब हार्दिक गेंदबाज़ी करने आए तो स्टेडियम में मौजूद फ़ैंस रोहित शर्मा का नारा लगाते दिखे।
दूसरी पारी के दौरान भी हाल कुछ ऐसा ही था। जब रोहित 38 गेंदों में 68 रनों की पारी खेलने के बाद वापस डगआउट जा रहे थे, तब फैंस ने तालियों की गडग़ड़ाहट के साथ उनकी इस पारी के लिए उनका धन्यवाद किया लेकिन उसके बाद जैसे ही हार्दिक बल्लेबाज़ी के लिए आए तो लोगों ने उनके ख़िलाफ़ हूटिंग शुरू कर दी।
बाउचर ने स्वीकार किया कि इस सीजऩ में टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं था, लेकिन उम्मीद है कि टीम प्रबंधन अगले सीजऩ से पहले कुछ अच्छे फै़सले करेगा।
बाउचर ने कहा, ऐसी कई चीज़ें हैं जिनमें हमें सुधार की ज़रूरत है, चाहे वह मैदान पर हो या मैदान के बाहर। हमारे टीम प्रबंधन में कई महान खिलाड़ी मौजूद हैं। हम एक साथ बैठेंगे और इस पर चर्चा करेंगे कि कैसे इन खिलाडिय़ों से उस तरह के प्रदर्शन को बाहर निकाला जाए, जिसके लिए ये सक्षम हैं।
इस सीजऩ में बहुत सारी ऐसी चीज़ें हो रही थीं, जिनका हिस्सा बनना कहीं से भी अच्छा अनुभव नहीं था। कुछ चीज़ें पहले किसी खिलाड़ी को प्रभावित करती हैं और फिर टीम को भी प्रभावित करती है। इस संदर्भ में हमें विचार करने की ज़रूरत है और उम्मीद है कि आगे कुछ अच्छे फै़सले किए जाएंगे ताकि मैदान के बाहर की चीज़ों पर भी ध्यान दिया जा सके।
हार्दिक ने इस सीजऩ 13 पारियों में सिफऱ् 18 की औसत से मात्र 216 रन बनाए। साथ ही गेंद के साथ उन्होंने 12 पारियों में 11 विकेट लिए और उनकी इकॉनमी 10.75 की रही। बाउचर ने इस बात को भी स्वीकार किया कि मैदान के बाहर जिस तरह की चीज़ें हुईं, उससे हार्दिक के प्रदर्शन पर प्रभाव पड़ा, हालांकि इस तरह की चीज़ें उन्हें एक बेहतर कप्तान बनने में मदद करेगी।
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि अगर हार्दिक यहां होते तो वह भी अपने प्रदर्शन से निराश होते। एक कप्तान के दृष्टिकोण से मुझे लगा कि उन्होंने कुछ अच्छे मैच खेले हैं। उनके आसपास बहुत सारी चीज़ें चल रही थीं, जो शायद उनकी योजनाओं और विचार को प्रभावित कर रही थी। कप्तान के तौर पर यह उनके लिए काफ़ी मुश्किल समय था।
निश्चित रूप से हमारे ड्रेसिंग रूम में उन्हें बहुत समर्थन मिल रहा था, लेकिन एक खिलाड़ी के रूप में इससे गुजरना एक कठिन अनुभव है। मुझे लगता है कि वह जिन चीज़ों से गुजर रहे हैं, उनमें से बहुत सी चीज़ें अनावश्यक हैं। यह निश्चित रूप से हार्दिक के लिए सीखने का एक बेहतर अवसर होगा।
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