0-गिल-ध्रुव चमके
रांची। भारतीय क्रिकेट टीम ने चौथे टेस्ट में इंग्लैंड क्रिकेट टीम को 5 विकेट से हराते हुए 5 मैचों की सीरीज में 3-1 से अजेय बढ़त बना ली।जीत के लिए मिले 192 रन के लक्ष्य को मेजबान टीम ने चौथे दिन के दूसरे सत्र में हासिल किया।भारत की दूसरी पारी में रोहित शर्मा (55) और शुभमन गिल ने अर्धशतक लगाए।
इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में जो रूट के शतक की मदद से 353 रन बनाए।जवाब में भारत ने ध्रुव जुरेल (90) और यशस्वी जायसवाल (73) की पारियों की बदौलत 307 रन बनाए।46 रन की बढ़त हासिल करने वाली इंग्लिश टीम अपनी दूसरी पारी में रविचंद्रन अश्विन (5/51) और कुलदीप यादव (4/22) की घातक गेंदबाजी के सामने सिर्फ 145 रन ही बना सकी।भारत ने छोटे से लक्ष्य को रोहित के अर्धशतक की बदौलत हासिल किया।
इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान रूट ने 10 चौकों की मदद से नाबाद 122 रन बनाए। यह उनके टेस्ट करियर का 31वां शतक रहा।इसके साथ ही रूट टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक शतक जडऩे वाले 14वें बल्लेबाज बन गए।उन्होंने इस मामले में ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन (30) को पीछे छोड़ दिया।हालांकि, वह अपनी दूसरी पारी में 34 गेंदों में सिर्फ 11 रन का ही योगदान दे पाए थे।
रूट का यह भारत के खिलाफ 10वां टेस्ट शतक रहा। वह ऐसा करने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बने।उन्होंने इस मामले में ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज स्टीव स्मिथ को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने भारत के खिलाफ 9 टेस्ट शतक जड़े हैं।वह भारत के विरुद्ध 58.21 की औसत के साथ 2,736 रन बना चुके हैं। वह भारत के खिलाफ टेस्ट प्रारूप में दुनिया के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं।
पहली पारी में भारत ने जब 161 के स्कोर पर अपना 5वां विकेट खोया था, तब जुरेल बल्लेबाजी के लिए आए थे।उन्होंने 96 गेंदों पर अपना पहला अर्धशतक पूरा किया। यह उनके प्रथम श्रेणी करियर का छठा अर्धशतक रहा। उन्होंने 149 गेंदों का सामना करते हुए 90 रन की पारी खेली, जिसमें 6 चौके और 4 छक्के शामिल थे।वह भारत के आखिरी विकेट के रूप में आउट हुए। उन्हें टॉम हर्टले ने बोल्ट किया।
भारत की पहली पारी के दौरान जुरेल और कुलदीप ने 202 गेंदों पर 76 रन की साझेदारी करते हुए टीम का स्कोर 250 के पार पहुंचाया।कुलदीप ने 131 गेंदों का सामना करते हुए 28 रन का योगदान दिया। वह अनुभवी जेम्स एंडरसन का शिकार बने।यह रांची के मैदान पर 8वें विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड बन गया है।यह इस मैदान पर 8वें विकेट की पहली अर्धशतकीय साझेदारी भी रही।
जायसवाल ने अपनी पहली पारी में 117 गेंदों में 8 चौके और 1 छक्के की मदद से 73 रन बनाए।यह उनके टेस्ट करियर का तीसरा और इंग्लैंड के खिलाफ दूसरा अर्धशतक रहा।जोरदार फॉर्म में चल रहे जायसवाल का लगातार चौथे टेस्ट में 50 से अधिक रन का स्कोर भी है।उन्होंने अपनी दूसरी पारी में 44 गेंदों में 37 रन का योगदान दिया। इस बीच रोहित के साथ मिलकर 84 रन भी जोड़े।
जायसवाल ने मौजूदा सीरीज की 8 पारियों में 93.57 की औसत से 655 रन बना लिए हैं। वह भारत में किसी टेस्ट सीरीज में विराट कोहली (655 रन, 2016) के साथ संयुक्त रूप से दूसरे सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बने हैं।
पाटीदार अपनी पहली पारी में सिर्फ 17 रन ही बना सके थे। वह दूसरी पारी में खाता भी नहीं खोल सके और शोएब बशीर की गेंद पर पवेलियन लौट गए।इससे पहले विशाखापट्टनम में खेले टेस्ट में पाटीदार ने 32 और 9 के स्कोर किए थे।इसके बाद राजकोट टेस्ट की दोनों पारियों में वह दहाई का खाता भी नहीं खोल सके थे। उन्होंने राजकोट में 5 और 0 के स्कोर किए थे।
अपना दूसरा टेस्ट खेल रहे बशीर ने अपने प्रथम श्रेणी करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उन्होंने भारत की पहली पारी के दौरान 44 ओवर गेंदबाजी की, जिसमें 119 रन देते हुए 5 विकेट लिए।20 वर्षीय इस ऑफ स्पिनर गेंदबाज ने जायसवाल, गिल, पाटीदार और जडेजा के रूप में विपक्षी टीम के प्रमुख बल्लेबाजों के विकेट चटकाए।वह रेहान अहमद के बाद टेस्ट प्रारूप में 5 विकेट हॉल लेने वाले दूसरे सबसे युवा इंग्लिश गेंदबाज बने थे।
इंग्लैंड के खिलाफ अश्विन ने अपने 100 टेस्ट विकेट पूरे किए थे। उन्होंने इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान जॉनी बेयरस्टो का विकेट लेते ये उपलब्धि हासिल की।वह इंग्लैंड-भारत के बीच हुए टेस्ट मैचों में 100 विकेट लेने वाले सिर्फ दूसरे खिलाड़ी बने थे। इस सूची में उनसे आगे सिर्फ जेम्स एंडरसन हैं। इंग्लैंड सिर्फ दूसरा ऐसा देश है, जिसके खिलाफ अश्विन ने 100 विकेट लिए हैं।वह इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध (114 विकेट) ऐसा कर चुके हैं।
अश्विन ने इंग्लैंड के खिलाफ 1,000 से अधिक रन बनाए हुए हैं। वह इंग्लैंड के विरुद्ध 1,000+ रन के साथ-साथ 100+ विकेट लेने वाले सिर्फ चौथे खिलाड़ी बने थे। वेस्टइंडीज के गैरी सोबर्स, ऑस्ट्रेलिया के मोंटी नोबल और जॉर्ज गिफेन ऐसा कर चुके हैं।
अश्विन ने भारतीय सरजमीं पर अब तक 21.33 की औसत के साथ 354 विकेट लिए हैं। उन्होंने इस मामले में अनिल कुंबले को पीछे छोड़ा था।बता दें कि कुंबले ने भारत में खेलते हुए 63 टेस्ट में 24.88 की औसत के साथ 350 विकेट लिए थे।इस सूची में हरभजन सिंह तीसरे स्थान पर हैं, जिन्होंने भारत में 28.76 की औसत से कुल 265 विकेट लिए हुए हैं।उन्होंने मैच में कुल 6 विकेट लिए हैं।
अश्विन अब एशिया में 400 टेस्ट विकेट लेने वाले भारत के सिर्फ दूसरे और विश्व के तीसरे गेंदबाज बने हैं।एशिया में अश्विन ने 132 पारियों में ये आंकड़ा छूआ है। श्रीलंका के पूर्व दिग्गज मुथैया मुरलीधरन ने एशिया में 171 पारियों में 21.69 की औसत के साथ सर्वाधिक 619 विकेट अपने नाम किए हैं।कुंबले ने एशिया में 144 पारियों में 27.00 की औसत से 419 विकेट चटकाए हैं।
रोहित ने अपनी दूसरी पारी में 21 रन बनाते ही 4,000 टेस्ट रन पूरे किए थे। वह इस आंकड़े को छूने वाले भारत की ओर से 17वें बल्लेबाज बने थे।इस पारी में उन्होंने सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में पूर्व बल्लेबाज मुरली विजय को पीछे छोड़ा, जिन्होंने 61 टेस्ट में 3,982 रन बनाए थे।रोहित ने 58वें टेस्ट की 100वीं पारी में यह मुकाम हासिल किया। उनके अब 44.83 की औसत से 4,035 रन हो गए हैं।
रोहित ने अपने प्रथम श्रेणी करियर में अब तक 119 मैच खेले हैं, जिसमें 191 पारियों में लगभग 53 की औसत के साथ 9,000 रन पूरे किए हैं।इस बीच उन्होंने 309* रन के सर्वोच्च स्कोर के साथ 28 शतक लगाए हैं। इस दौरान वह 37 अर्धशतक भी अपने नाम कर चुके हैं।बता दें कि रोहित ने अपने प्रथम श्रेणी करियर की शुरुआत 2006 में की थी। वह घरेलू क्रिकेट में मुंबई का प्रतिनिधित्व करते हैं।
रोहित ने अपनी दूसरी पारी में 55 रन बनाए। अर्धशतकीय पारी के दौरान ही रोहित ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ अपने 1,000 रन पूरे किए।उन्होंने इंग्लिश टीम के विरुद्ध अब तक 13 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें 45.39 की औसत के साथ 1,044 रन अपने नाम किए हैं। इस बीच उनके बल्ले से 3 शतक और 4 अर्धशतक भी निकले हैं।इंग्लैंड इकलौता ऐसा देश है, जिसके खिलाफ रोहित ने 1,000 से अधिक टेस्ट रन बनाए हैं।
गिल ने 122 गेंदों पर अपने टेस्ट करियर का छठा अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने ध्रुव जुरेल के साथ मिलकर छठे विकेट के लिए उपयोगी साझेदारी करते हुए टीम को जीत दिलाई।बता दें कि भारत ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 120 के स्कोर पर अपना 5वां विकेट गंवा दिया था, तब जुरेल क्रीज पर बल्लेबाजी के लिए आए थे। .उन्होंने दबाव की स्थिति में एक छोर से अच्छी बल्लेबाजी की। वह 39 रन बनाकर नाबाद रहे।
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