बर्लिन । भारत की अदिति गोपीचंद स्वामी और ओजस प्रवीण देवताले ने विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप 2023 में क्रमश: महिला और पुरुष व्यक्तिगत कंपाउंड स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीते।
भारत ने बर्लिन तीरंदाजी प्रतियोगिता को चार पदकों तीन स्वर्ण और एक कांस्य के साथ समाप्त किया। सभी पदक कंपाउंड तीरंदाजों ने जीते।
छठी वरीयता प्राप्त 17 वर्षीय अदिति ने फाइनल में मैक्सिको की एंड्रिया बेसेरा को 149-147 से हराया और सीनियर विश्व चैंपियनशिप में व्यक्तिगत स्पर्धा जीतने वाली सबसे कम उम्र की तीरंदाज बन गईं।
यू18 विश्व चैंपियन और विश्व रिकॉर्ड धारक अदिति ने सेमीफाइनल में दूसरी वरीयता प्राप्त साथी भारतीय ज्योति सुरेखा वेन्नम को 149-145 से हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की की।
इस बीच, ज्योति सुरेखा वेन्नम ने महिलाओं की व्यक्तिगत कंपाउंड स्पर्धा में तुर्की की इपेक तोमरुक को 150-146 से हराकर कांस्य पदक जीता।
एक अन्य भारतीय तीरंदाज परनीत कौर चर्टर फाइनल में ज्योति सुरेखा वेन्नम से हारकर बाहर हो गईं।
बाद में दिन में भारत के ओजस प्रवीण देवतले पुरुषों की व्यक्तिगत कंपाउंड स्पर्धा में विजयी हुए। ओजस ने कड़े मुकाबले में पोलैंड के लुकाज़ प्रिज़ीबिल्स्की को 150-149 से हराया और विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष तीरंदाज बन गए।
21 वर्षीय ओजस ने इससे पहले क्रमश: सेमीफाइनल और चर्टर में पूर्व विश्व चैंपियन, डच तीरंदाज माइक श्लोसेर और पोलैंड के प्रेज़ेमिस्लाव कोनेकी को हराया था।
बर्लिन में विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप 2023 में भारत का अभियान, जो तीरंदाजों के लिए पहला पेरिस 2024 ओलंपिक चलीफायर इवेंट है, शनिवार को समाप्त हो गया।
किसी भी भारतीय रिकर्व तीरंदाज ने पदक दौर में जगह नहीं बनाई, जिससे बर्लिन में प्रस्तावित पेरिस 2024 ओलंपिक के लिए कोई भी ओलंपिक कोटा स्थान जीतने में असफल रहा। ओलंपिक में केवल रिकर्व तीरंदाजी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं।
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