नई दिल्ली ,06 जनवारी । भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावसकर का कहना है कि भले ही भारत ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीतने के मुहाने पर खड़ा हो लेकिन विराट कोहली की कप्तानी को लेकर उनकी अब भी कुछ चिंताएं हैं।
गावसकर ने सिडनी टेस्ट के चौथे दिन का खेल शुरू होने से पहले टीवी बातचीत में कहा कि कोहली की बल्लेबाजी शानदार है लेकिन उनकी कप्तानी को लेकर वह अभी पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि कोहली बहुत जल्दी सीखते हैं और अगर वह ऐसा लगातार कर पाए तो वह भारत के सर्वश्रेष्ठ कप्तान बन सकते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि मैदान पर अग्रेसिव दिखना ही किसी कप्तान के जुनूनी होने का सबूत नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर कोई कहता है कि महेंद्र सिंह धोनी, राहुल द्रविड़ या अनिल कुंबले में जुनून नहीं था क्योंकि वह आक्रामक नजर नहीं आते थे तो यह सरासर बकवास है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ टेस्ट में हारने के बाद गावसकर ने कहा था कि अगर भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बाकी बचे दो टेस्ट मैचों में जीत दर्ज करने में नाकाम रहती है तो विराट कोहली और रवि शास्त्री की कप्तान और कोच के रूप में भूमिका की समीक्षा की जानी चाहिए। उन्होंने टीम प्रबंधन की चयन में की गई गलती की कड़ी आलोचना की। भारत ने पर्थ में दूसरा टेस्ट मैच 146 रन से गंवाया था। इसके बाद भारत ने मेलबर्न में जीत हासिल कर सीरीज में 2-1 की अजेय बढ़त हासिल कर ली थी।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में 2-1 से आगे चल रही भारतीय टीम सिडनी टेस्ट में भी मजबूत स्थिति में है। ऐसा लग रहा है कि टीम पहली बार ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीतने की दहलीज पर खड़ी है। भारत के पहली पारी के स्कोर 7 विकेट पर 622 के जवाब में तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने छह विकेट पर 236 रन बनाए है। वह भारत से 386 रन पीछे है। तीसरे दिन बारिश और खराब रोशनी के कारण खेल जल्दी समाप्त हो गया। चौथे दिन के खेल पर भी मौसम का खेल जारी रहा। और खेल निर्धारित समय पर शुरू नहीं हो पाया।