0-लोकसभा में आज पेश हो सकता हैं बांध सुरक्षा और उपभोक्ता संरक्षण विधेयक
0-संसद के शीतकालीन सत्र का पहला दिन
नई दिल्ली ,11 दिसंबर । लोकसभा में बुधवार को बांध सुरक्षा विधेयक, उपभोक्ताओं के संरक्षण संबंधी विधेयक समेत कुछ अन्य विधेयक पुन:स्थापित, चर्चा एवं पारित होने के लिये रखे जा सकते हैं।
संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन मंगलवार को लोकसभा की कार्यसूची में चार विधेयक सूचीबद्ध थे, लेकिन पहले दिन की बैठक पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी और केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार को श्रद्धांजलि देने के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गयी। अब लोकसभा में सूचीबद्ध उक्त विधेयक बुधवार को पेश करने के लिये रखे जा सकते हैं। इनमें बांधों की विफलता से संबंधित आपदाओं के निवारण के लिए चिह्नित बांधों की निगरानी, निरीक्षण आदि के प्रावधान वाला बांध सुरक्षा विधेयक, 2018 शामिल है।दंत चिकित्सक अधिनियम, 1948 का संशोधन करने वाला विधेयक ‘दंत चिकित्सक (संशोधन) विधेयक, 2017 भी विचार तथा पारित किये जाने के लिए सूचीबद्ध हो सकता है। इनमें नयी दिल्ली अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र विधेयक, 2018 भी शामिल है। इसमें संस्थागत मध्यस्थता के लिये एक स्वतंत्र एवं स्वायत्त व्यवस्था का सृजन करने के मकसद से और अंतरराष्ट्रीय विकल्पी विवाद समाधान के उपक्रमों के अर्जन आदि के लिये नई दिल्ली अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र को राष्ट्रीय महत्व की संस्था घोषित करने का प्रावधान है। इसके अलावा उपभोक्तताओं के हितों का संरक्षण करने के लिए और उपभोक्ता विवादों के समय से तथा प्रभावी प्रशासन से संबंधित प्रावधानों वाले ‘उपभोक्ता संरक्षण विधेयक, 2018’ को भी बुधवार को कामकाज के लिए लिया जा सकता है। इसके अलावा निचले सदन में तीन तलाक संबंधी ‘मुस्लिम महिला(विवाह अधिकार संरक्षण) अध्यादेश’ 2018 भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद (संशोधन) अध्यादेश, 2018 और प्रख्यापित कंपनी (संशोधन) अध्यादेश, 2018 की प्रति सभा पटल पर रखे जा सकते हैं।
राज्यसभा में दो विधेयक
संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन बच्चों की नि:शुल्क और अनिवार्य शिक्षा (संशोधन) विधेयक, शिक्षक शिक्षा के लिए राष्ट्रीय परिषद (संशोधन) विधेयक सूचीबद्ध थे, जो अब बुधवार को पेश किये जा सकते हैं।
दिवंगतों को दोनों सदनों दी श्रद्धांजलि
संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी, केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार जैसे कई दिवंगत सांसदों और पूर्व सांसदों को श्रद्धांजलि के साथ हुई। संसद के दोनों सदनों में मंगलवार को दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद सदन की कार्यवाही को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। सूत्रों के अनुसार दोनों सदनों में मंगलवार की कार्यसूची में दर्ज विधायी कार्य को अब बुधवार को शुरू होने वाली कार्यवाही के दौरान लिया जाएगा, जिनमें लोकसभा में चार और राज्यसभा में दो विधेयक बुधवार को पेश किये जा सकते हैं।
अनंत कुमार को याद कर भावुक हुए वेंकैया नायडू
संसद के शीतकालीन सत्र की शुरूआत होने पर राज्यसभा में आज उन नेताओं को श्रद्धांजलि दी गई जिनका निधन मानसून सत्र समाप्त होने के बाद और वर्तमान सत्र शुरू होने से पहले की अवधि में हुआ था। सभापति नायडू ने सबसे पहले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के लिए श्रद्धांजलि संदेश पढ़ा। फिर उन्होंने लोकसभा के पूर्व स्पीकर सोमनाथ चटर्जी के लिए और अन्य नेताओं के लिए श्रद्धांजलि संदेश पढ़ा। जब नायडू ने अनंत कुमार के लिए श्रद्धांजलि संदेश पढ़ा तो उनका गला रुंध गया। अनंत कुमार का 12 नवंबर को फेफड़ों के कैंसर से निधन हो गया था। वह 59 साल के थे। दिवंगत नेता के योगदान का जिक्र करते हुए नायडू ने कहा कि अनंत कुमार के असामयिक निधन से उन्होंने अपने एक ‘‘प्रिय एवं करीबी मित्र’’ को खो दिया है। उन्होंने कहा कि अनंत कुमार अपनी ऊर्जा, उत्साह और स्वयं को मिली हर जिम्मेदारी को पूरी लगन के साथ निभाने के लिए जाने जाते थे।