0-संतोष ट्रॉफी 2024
इटानगर (अरुणाचल प्रदेश)। यहां के गोल्डन जुबली स्टेडियम में सोमवार को संतोष ट्रॉफी 2024 के लिए राष्ट्रीय फुटबॉल चैंपियनशिप के फाइनल राउंड में पूर्व विजेता मणिपुर गत चैंपियन कर्नाटक को 1-0 से हराकर ग्रुप बी में शीर्ष पर पहुंच गया।
पूर्वोत्तर की टीम ने अब अपने तीन मैचों से सात अंक जुटा लिए हैं और ग्रुप बी में तीन अंक की बढ़त बनाए हुए है। मैच का एकमात्र गोल नगांगबाम पाचा सिंह ने 50वें मिनट में पेनल्टी स्पॉट से किया। जबकि मणिपुर ने गेंद पर अधिक कब्ज़ा रखा, कर्नाटक ने गेंद को वाइड आउट करने और क्रॉस के लिए बॉक्स में ओवरलोड बनाने की कोशिश की।
हालांकि, पूर्व खिलाड़ी ने सोचा कि उन्होंने 21वें मिनट में बढ़त ले ली है, जब कबिराज सिंह ने अनुभवी प्रचारक सिंगम सुभाष सिंह को एक गेंद दी, जिन्होंने गेंद को कर्नाटक के कीपर के पास से खिसका कर गेंद को नेट में डाल दिया। सहायक रेफरी ने उसे ऑफसाइड करार दिया; रीप्ले से पता चला कि वह मणिपुर की रक्षापंक्ति से एक कंधे से आगे था। हाफ-टाइम ब्रेक से ठीक पहले कर्नाटक के पास अपना सर्वश्रेष्ठ मौका था जब गॉडविन जॉनसन ने बॉक्स के अंदर एक अचिह्नित विशाल आर के लिए दाईं ओर से एक क्रॉस भेजा।
मिडफील्डर ने छह-यार्ड बॉक्स के अंदर से एक जोरदार हेडर उछाला, लेकिन यह मणिपुर के संरक्षक सिद्धार्थ राणा के करीब गिरा, जिन्होंने रिफ्लेक्स डाइविंग से बचा लिया।
जॉनसन ने अपने ही बॉक्स के अंदर एक हाई-बूट टैकल किया, जैसा कि रेफरी ने इशारा किया था। नगंगबाम पाचा सिंह ने गेंद को कीपर के दाहिनी ओर डालकर मणिपुर को बढ़त दिला दी। कर्नाटक ने देर से बढ़त बनाई, उनके खेल में तत्परता हर मिनट बढ़ती गई, लेकिन इससे उनकी रक्षा में कमियां रह गईं, जिससे मणिपुर को काउंटर पर कुछ मौके मिले।
फिलम सनाथोई सिंह को लीमाजम संगकर सिंह से एक प्लेटर पर एक क्रॉस मिला और उन्हें केवल कर्नाटक पेनल्टी बॉक्स के अंदर से इसे टैप करना था। हालांकि, कर्नाटक के कप्तान मनोज स्वामी कन्नन ने सनाथोई को ट्रैक कर लिया और आखिरी मिनट में शॉट को रोकने के लिए अपना पैर अंदर डाल दिया। इससे क्वार्टर फाइनल में क्वालीफिकेशन के लिए गत चैंपियन की संभावनाओं को गंभीर नुकसान पहुंचा है। वे तीन मैचों में केवल दो अंकों के साथ ग्रुप बी में सबसे निचले स्थान पर बने हुए हैं। जबकि उन्हें रेलवे और महाराष्ट्र के खिलाफ अपने आखिरी दो मैचों में कड़ी मेहनत करनी होगी, जो योग्यता के लिए अपनी लड़ाई में हैं, एक जीत उन्हें सही रास्ते पर वापस ला देगी।
0-महिला प्रीमियर लीग 2024
बेंगलुरु। यहां के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में सोमवार को खेले गए महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) मैच में स्पिनर राधा यादव ने 4-20 और मारिजैन कैप ने 3-5 विकेट लिए, जबकि कप्तान मेग लैनिंग और शैफाली वर्मा ने अर्धशतक जमाए, जिससे दिल्ली कैपिटल्स ने 33 गेंद बाकी रहते यूपी वॉरियर्स को 9 विकेट से करारी शिकस्त दी।
बाएं हाथ की स्पिनर राधा यादव ने ग्रेस हैरिस (17), किरण नवगिरे (10), श्वेता सेहरावत (45) और सोफी एक्लेस्टोन (6) के विकेट 4-20 के स्कोर पर लिए, जिसके बाद दिल्ली कैपिटल्स ने यूपी वॉरियर्स के शीर्ष क्रम को झकझोर दिया। पहले पांच ओवर के भीतर वृंदा दिनेश (0), ताहलिया मैक्ग्रा (1) और कप्तान एलिसा हीली (13) के विकेट गिर गए।
यूपी वारियर्स शुरुआती झटकों से उबरने में नाकाम रही और श्वेता सेहरावत (5&4, 1&6) की लगभग 45 रनों की पारी के बावजूद दिल्ली कैपिटल्स के टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने का फैसला करने के बाद 20 ओवरों में 119/9 रन ही बना सकी।
120 रनों के सामान्य लक्ष्य का पीछा करते हुए लैनिंग ने 43 गेंदों में 51 रन बनाए, जबकि सलामी बल्लेबाज शैफाली वर्मा ने हाल के झटकों से उबरते हुए 43 गेंदों में छह चौकों और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 64 रनों की पारी खेली और पहले विकेट की साझेदारी के लिए 119 रन बनाए, जिससे मैच का अंत लगभग तय हो गया। दिल्ली कैपिटल्स की जीत हुई, जो पहले मैच में मुंबई इंडियंस से हार गई थी।
लैनिंग और शैफाली ने पावरप्ले में दिल्ली कैपिटल्स को 57 रन तक पहुंचाया। उन्होंने दिल्ली को 11.5 ओवर में 100 रन के पार पहुंचाया और शैफाली वर्मा ने जल्द ही 36 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा कर लिया। उनकी पारी में छह चौके और तीन छक्के शामिल थे। लैनिंग ने जल्द ही 42 गेंदों में छह चौकों की मदद से अपने 50 रन पूरे किए और दोनों ने 71 गेंदों पर अपनी साझेदारी में 100 रन पूरे किए।
हालांकि लैनिंग को एक्लेस्टोन की गेंद पर वृंदा ने कैच कर लिया, लेकिन उस समय तक दिल्ली लगभग फिनिश लाइन पर थी, क्योंकि यूपी वारियर्स को लगातार दूसरी हार का सामना करना पड़ा।
संक्षिप्त स्कोर :
यूपी वारियर्स 20 ओवर में 119/9 (श्वेता सेहरावत 45, राधा यादव 4-20, मारिजैन कप्प 3-5) 14.3 ओवर में 123/1 (मेग लैनिंग 51, शैफाली वर्मा 64 नाबाद) से 9 विकेट से हार गई।
0-रणजी ट्रॉफी 2023-24
नईदिल्ली। रणजी ट्रॉफी 2023-24 में सौराष्ट्र क्रिकेट टीम का सफर क्वार्टर फाइनल में तमिलनाडु क्रिकेट टीम के खिलाफ हार के साथ ही समाप्त हो गया।बीते रविवार (25 फरवरी) को सम्पन्न हुए क्वार्टर फाइनल मुकाबले में सौराष्ट्र को पारी और 33 रन से करारी शिकस्त मिली।सौराष्ट्र के दिग्गज बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा के लिए ये सीजन जोरदार रहा। भारतीय टीम से बाहर चल रहे पुजारा ने खूब रन बटोरे।
पुजारा ने रणजी ट्रॉफी 2023-24 में 8 मैच खेले, जिसकी 13 पारियों में 69.08 की औसत के साथ 829 रन बनाए।वह फिलहाल आंध्र प्रदेश के रिकी भुई (902) और केरल के सचिन बेबी (830) के बाद तीसरे सर्वाधिक रन वाले बल्लेबाज हैं।पुजारा सौराष्ट्र की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। उनके बाद इस सूची में अर्पित वासवडा रहे, जिन्होंने 40.41 की औसत के साथ 485 रन बनाए।
पुजारा ने तीसरी बार किसी सीजन में 800 रन पूरे किए। इससे पहले 2007-08 में उन्होंने 73.36 की औसत के साथ 807 रन बनाए थे। उसके बाद 2008-09 सीजन में उन्होंने 82.36 की औसत से 906 रन बनाए थे।
पुजारा ने इस सीजन में 3 शतक लगाए, जिसमें दोहरा शतक भी शामिल है। उन्होंने झारखंड के विरुद्ध पहले दौर के मुकाबले में 30 चौकों की बदौलत नाबाद 243 रन बनाए थे।यह पुजारा के प्रथम श्रेणी करियर का 17वां दोहरा शतक था।पुजारा संयुक्त रूप से हर्बर्ट सटक्लिफ और मार्क रामप्रकाश के साथ प्रथम श्रेणी क्रिकेट में चौथे सर्वाधिक दोहरे शतक जडऩे वाले खिलाड़ी हैं। उनसे आगे सिर्फ डॉन ब्रैडमैन (37), वैली हैमंड (36) और इलियास हेंड्रेन (22) हैं।
महाराष्ट्र के खिलाफ मैच के दौरान पुजारा ने अपने प्रथम श्रेणी करियर के 20,000 रन पूरे किए थे।उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी करियर में 265 मैच खेले हैं, जिसमें 51.90 की औसत के साथ 20,398 रन बनाए हैं। इस बीच उनके बल्ले से 63 शतक और 79 अर्धशतक लगाए हैं।भारत के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पुजारा से ज्यादा रन सिर्फ सुनील गावस्कर (25,834), सचिन तेंदुलकर (25,396) और राहुल द्रविड़ (23,794) ने बनाए हैं।
पुजारा ने भारत के लिए 103 टेस्ट खेले हैं, जिसमें 43.6 की औसत के साथ 7,195 रन बनाए हैं।इस बीच उन्होंने नाबाद 206 रन के सर्वोच्च स्कोर के साथ 19 शतक और 35 अर्धशतक अपने नाम किए हैं।पुजारा ने अपना आखिरी टेस्ट मैच जून 2023 में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के दूसरे चक्र के फाइनल के रूप में खेला था।ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के विरुद्ध उस मैच में उनके स्कोर 14 और 27 रन रहे थे।
0-भारत बनाम इंग्लैंड
रांची। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने अपने प्रथम श्रेणी करियर में 9,000 रन पूरे किए। इंग्लैंड क्रिकेट टीम के विरुद्ध रांची में खेले जा चौथे टेस्ट के दौरान उन्होंने ये आंकड़ा पार किया।इस मैच में पहली पारी में 2 रन बनाकर आउट होने वाले रोहित ने अपनी दूसरी पारी में 55 रन बनाए।इससे पहले उन्होंने अपने टेस्ट करियर के 4,000 रन भी पूरे किए।
जीत के लिए मिले 192 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए रोहित ने अपने टेस्ट करियर का 17वां अर्धशतक लगाया।उन्होंने यशस्वी जायसवाल (37) के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 84 रन की उपयोगी साझेदारी भी की।अच्छी बल्लेबाजी कर रहे रोहित 81 गेंदों पर 55 रन बनाकर आउट हुए। उन्होंने अपनी पारी में 5 चौके और 1 छक्का भी लगाया। उन्हें इंग्लिश स्पिनर टॉम हर्टले ने अपना शिकार बनाया।
रोहित ने अपने प्रथम श्रेणी करियर में अब तक 119 मैच खेले हैं, जिसमें 191 पारियों में लगभग 53 की औसत के साथ 9,000 रन पूरे किए हैं।इस बीच उन्होंने 309* रन के सर्वोच्च स्कोर के साथ 28 शतक लगाए हैं। इस दौरान वह 37 अर्धशतक भी अपने नाम कर चुके हैं।बता दें कि रोहित ने अपने प्रथम श्रेणी करियर की शुरुआत 2006 में की थी। वह घरेलू क्रिकेट में मुंबई का प्रतिनिधित्व करते हैं।
रोहित ने अपनी दूसरी पारी में 21 रन बनाते ही 4,000 टेस्ट रन पूरे किए थे। वह इस आंकड़े को छूने वाले भारत की ओर से 17वें बल्लेबाज बने थे।इस पारी में उन्होंने सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में पूर्व बल्लेबाज मुरली विजय को पीछे छोड़ा, जिन्होंने 61 टेस्ट में 3,982 रन बनाए थे।रोहित ने 58वें टेस्ट की 100वीं पारी में यह मुकाम हासिल किया है। उनके अब 44.83 की औसत से 4,035 रन हो गए हैं।
अपनी इस अर्धशतकीय पारी के दौरान ही रोहित ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ अपने 1,000 रन पूरे किए।उन्होंने इंग्लिश टीम के विरुद्ध अब तक 13 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें 45.39 की औसत के साथ 1,044 रन अपने नाम किए हैं। इस बीच उनके बल्ले से 3 शतक और 4 अर्धशतक भी निकले हैं।इंग्लैंड इकलौता ऐसा देश है, जिसके खिलाफ रोहित ने 1,000 से अधिक टेस्ट रन बनाए हैं।
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0-गिल-ध्रुव चमके
रांची। भारतीय क्रिकेट टीम ने चौथे टेस्ट में इंग्लैंड क्रिकेट टीम को 5 विकेट से हराते हुए 5 मैचों की सीरीज में 3-1 से अजेय बढ़त बना ली।जीत के लिए मिले 192 रन के लक्ष्य को मेजबान टीम ने चौथे दिन के दूसरे सत्र में हासिल किया।भारत की दूसरी पारी में रोहित शर्मा (55) और शुभमन गिल ने अर्धशतक लगाए।
इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में जो रूट के शतक की मदद से 353 रन बनाए।जवाब में भारत ने ध्रुव जुरेल (90) और यशस्वी जायसवाल (73) की पारियों की बदौलत 307 रन बनाए।46 रन की बढ़त हासिल करने वाली इंग्लिश टीम अपनी दूसरी पारी में रविचंद्रन अश्विन (5/51) और कुलदीप यादव (4/22) की घातक गेंदबाजी के सामने सिर्फ 145 रन ही बना सकी।भारत ने छोटे से लक्ष्य को रोहित के अर्धशतक की बदौलत हासिल किया।
इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान रूट ने 10 चौकों की मदद से नाबाद 122 रन बनाए। यह उनके टेस्ट करियर का 31वां शतक रहा।इसके साथ ही रूट टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक शतक जडऩे वाले 14वें बल्लेबाज बन गए।उन्होंने इस मामले में ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन (30) को पीछे छोड़ दिया।हालांकि, वह अपनी दूसरी पारी में 34 गेंदों में सिर्फ 11 रन का ही योगदान दे पाए थे।
रूट का यह भारत के खिलाफ 10वां टेस्ट शतक रहा। वह ऐसा करने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बने।उन्होंने इस मामले में ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज स्टीव स्मिथ को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने भारत के खिलाफ 9 टेस्ट शतक जड़े हैं।वह भारत के विरुद्ध 58.21 की औसत के साथ 2,736 रन बना चुके हैं। वह भारत के खिलाफ टेस्ट प्रारूप में दुनिया के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं।
पहली पारी में भारत ने जब 161 के स्कोर पर अपना 5वां विकेट खोया था, तब जुरेल बल्लेबाजी के लिए आए थे।उन्होंने 96 गेंदों पर अपना पहला अर्धशतक पूरा किया। यह उनके प्रथम श्रेणी करियर का छठा अर्धशतक रहा। उन्होंने 149 गेंदों का सामना करते हुए 90 रन की पारी खेली, जिसमें 6 चौके और 4 छक्के शामिल थे।वह भारत के आखिरी विकेट के रूप में आउट हुए। उन्हें टॉम हर्टले ने बोल्ट किया।
भारत की पहली पारी के दौरान जुरेल और कुलदीप ने 202 गेंदों पर 76 रन की साझेदारी करते हुए टीम का स्कोर 250 के पार पहुंचाया।कुलदीप ने 131 गेंदों का सामना करते हुए 28 रन का योगदान दिया। वह अनुभवी जेम्स एंडरसन का शिकार बने।यह रांची के मैदान पर 8वें विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड बन गया है।यह इस मैदान पर 8वें विकेट की पहली अर्धशतकीय साझेदारी भी रही।
जायसवाल ने अपनी पहली पारी में 117 गेंदों में 8 चौके और 1 छक्के की मदद से 73 रन बनाए।यह उनके टेस्ट करियर का तीसरा और इंग्लैंड के खिलाफ दूसरा अर्धशतक रहा।जोरदार फॉर्म में चल रहे जायसवाल का लगातार चौथे टेस्ट में 50 से अधिक रन का स्कोर भी है।उन्होंने अपनी दूसरी पारी में 44 गेंदों में 37 रन का योगदान दिया। इस बीच रोहित के साथ मिलकर 84 रन भी जोड़े।
जायसवाल ने मौजूदा सीरीज की 8 पारियों में 93.57 की औसत से 655 रन बना लिए हैं। वह भारत में किसी टेस्ट सीरीज में विराट कोहली (655 रन, 2016) के साथ संयुक्त रूप से दूसरे सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बने हैं।
पाटीदार अपनी पहली पारी में सिर्फ 17 रन ही बना सके थे। वह दूसरी पारी में खाता भी नहीं खोल सके और शोएब बशीर की गेंद पर पवेलियन लौट गए।इससे पहले विशाखापट्टनम में खेले टेस्ट में पाटीदार ने 32 और 9 के स्कोर किए थे।इसके बाद राजकोट टेस्ट की दोनों पारियों में वह दहाई का खाता भी नहीं खोल सके थे। उन्होंने राजकोट में 5 और 0 के स्कोर किए थे।
अपना दूसरा टेस्ट खेल रहे बशीर ने अपने प्रथम श्रेणी करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उन्होंने भारत की पहली पारी के दौरान 44 ओवर गेंदबाजी की, जिसमें 119 रन देते हुए 5 विकेट लिए।20 वर्षीय इस ऑफ स्पिनर गेंदबाज ने जायसवाल, गिल, पाटीदार और जडेजा के रूप में विपक्षी टीम के प्रमुख बल्लेबाजों के विकेट चटकाए।वह रेहान अहमद के बाद टेस्ट प्रारूप में 5 विकेट हॉल लेने वाले दूसरे सबसे युवा इंग्लिश गेंदबाज बने थे।
इंग्लैंड के खिलाफ अश्विन ने अपने 100 टेस्ट विकेट पूरे किए थे। उन्होंने इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान जॉनी बेयरस्टो का विकेट लेते ये उपलब्धि हासिल की।वह इंग्लैंड-भारत के बीच हुए टेस्ट मैचों में 100 विकेट लेने वाले सिर्फ दूसरे खिलाड़ी बने थे। इस सूची में उनसे आगे सिर्फ जेम्स एंडरसन हैं। इंग्लैंड सिर्फ दूसरा ऐसा देश है, जिसके खिलाफ अश्विन ने 100 विकेट लिए हैं।वह इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध (114 विकेट) ऐसा कर चुके हैं।
अश्विन ने इंग्लैंड के खिलाफ 1,000 से अधिक रन बनाए हुए हैं। वह इंग्लैंड के विरुद्ध 1,000+ रन के साथ-साथ 100+ विकेट लेने वाले सिर्फ चौथे खिलाड़ी बने थे। वेस्टइंडीज के गैरी सोबर्स, ऑस्ट्रेलिया के मोंटी नोबल और जॉर्ज गिफेन ऐसा कर चुके हैं।
अश्विन ने भारतीय सरजमीं पर अब तक 21.33 की औसत के साथ 354 विकेट लिए हैं। उन्होंने इस मामले में अनिल कुंबले को पीछे छोड़ा था।बता दें कि कुंबले ने भारत में खेलते हुए 63 टेस्ट में 24.88 की औसत के साथ 350 विकेट लिए थे।इस सूची में हरभजन सिंह तीसरे स्थान पर हैं, जिन्होंने भारत में 28.76 की औसत से कुल 265 विकेट लिए हुए हैं।उन्होंने मैच में कुल 6 विकेट लिए हैं।
अश्विन अब एशिया में 400 टेस्ट विकेट लेने वाले भारत के सिर्फ दूसरे और विश्व के तीसरे गेंदबाज बने हैं।एशिया में अश्विन ने 132 पारियों में ये आंकड़ा छूआ है। श्रीलंका के पूर्व दिग्गज मुथैया मुरलीधरन ने एशिया में 171 पारियों में 21.69 की औसत के साथ सर्वाधिक 619 विकेट अपने नाम किए हैं।कुंबले ने एशिया में 144 पारियों में 27.00 की औसत से 419 विकेट चटकाए हैं।
रोहित ने अपनी दूसरी पारी में 21 रन बनाते ही 4,000 टेस्ट रन पूरे किए थे। वह इस आंकड़े को छूने वाले भारत की ओर से 17वें बल्लेबाज बने थे।इस पारी में उन्होंने सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में पूर्व बल्लेबाज मुरली विजय को पीछे छोड़ा, जिन्होंने 61 टेस्ट में 3,982 रन बनाए थे।रोहित ने 58वें टेस्ट की 100वीं पारी में यह मुकाम हासिल किया। उनके अब 44.83 की औसत से 4,035 रन हो गए हैं।
रोहित ने अपने प्रथम श्रेणी करियर में अब तक 119 मैच खेले हैं, जिसमें 191 पारियों में लगभग 53 की औसत के साथ 9,000 रन पूरे किए हैं।इस बीच उन्होंने 309* रन के सर्वोच्च स्कोर के साथ 28 शतक लगाए हैं। इस दौरान वह 37 अर्धशतक भी अपने नाम कर चुके हैं।बता दें कि रोहित ने अपने प्रथम श्रेणी करियर की शुरुआत 2006 में की थी। वह घरेलू क्रिकेट में मुंबई का प्रतिनिधित्व करते हैं।
रोहित ने अपनी दूसरी पारी में 55 रन बनाए। अर्धशतकीय पारी के दौरान ही रोहित ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ अपने 1,000 रन पूरे किए।उन्होंने इंग्लिश टीम के विरुद्ध अब तक 13 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें 45.39 की औसत के साथ 1,044 रन अपने नाम किए हैं। इस बीच उनके बल्ले से 3 शतक और 4 अर्धशतक भी निकले हैं।इंग्लैंड इकलौता ऐसा देश है, जिसके खिलाफ रोहित ने 1,000 से अधिक टेस्ट रन बनाए हैं।
गिल ने 122 गेंदों पर अपने टेस्ट करियर का छठा अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने ध्रुव जुरेल के साथ मिलकर छठे विकेट के लिए उपयोगी साझेदारी करते हुए टीम को जीत दिलाई।बता दें कि भारत ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 120 के स्कोर पर अपना 5वां विकेट गंवा दिया था, तब जुरेल क्रीज पर बल्लेबाजी के लिए आए थे। .उन्होंने दबाव की स्थिति में एक छोर से अच्छी बल्लेबाजी की। वह 39 रन बनाकर नाबाद रहे।
रांची। भारत और इंग्लैंड के बीच रांची में खेले जा रहे टेस्ट मैच में शोएब बशीर ने लाजवाब गेंदबाजी की. इंग्लैंड के इस स्पिनर ने भारत की पहली पारी में 5 विकेट झटके. इस दमदार प्रदर्शन ने उन्हें एक खास लिस्ट में शरीक कर दिया. वह इंग्लैंड के लिए टेस्ट क्रिकेट में एक पारी में 5 विकेट लेने वाले सबसे कम उम्र के दूसरे गेंदबाज बन गए.
इंग्लैंड के लिए सबसे कम उम्र में टेस्ट क्रिकेट में 5 विकेट फेर पूरा करने का रिकॉर्ड स्पिन ऑलराउंडर रेहान अहमद के नाम दर्ज है. रेहान ने साल 2022 में पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए कराची टेस्ट में महज 18 साल की उम्र में 5 विकेट चटकाए थे. अब शोएब बशीर ने 20 साल की उम्र में यह करिश्मा किया है.
इंग्लैंड के लिए सबसे कम उम्र में 5 विकेट फेर
18 साल 128 दिन: रेहान अहमद (5/48) बनाम पाकिस्तान कराची टेस्ट 2022
20 साल 135 दिन: शोएब बशीर (5/119) बनाम इंडिया रांची टेस्ट 2024
20 साल 182 दिन: बिल वोस (7/70) बनाम वेस्ट इंडीज पोर्ट ऑफ स्पेन टेस्ट 1930
20 साल 298 दिन: जेम्स एंडरसन (5/73) बनाम जिम्बाब्वे लॉर्ड्स टेस्ट 2003
शोएब बशीर अपने करियर का दूसरा ही टेस्ट मुकाबला खेल रहे हैं. भारत के खिलाफ वर्तमान सीरीज के विशाखापट्टनम टेस्ट में उनका इंटरनेशनल डेब्यू हुआ था. अपने पहले मैच में उन्होंने 4 विकेट लिए थे. अब रांची में उन्होंने चौंकाने वाला प्रदर्शन किया. बशीर ने शुभमन गिल, रजत पाटीदार, रवींद्र जडेजा और यशस्वी जायसवाल को पवेलियन भेज टीम इंडिया को बैकफुट पर धकेला. मैच के तीसरे दिन उन्होंने आकाशदीप को एलबीडब्ल्यू कर अपने 5 विकेट पूरे किए.
दिलचस्प बात यह रही कि इंग्लैंड की ओर से फेंके गए कुल ओवरों में 40त्न से ज्यादा ओवर्स अकेल बशीर ने फेंके. उन्होंने कुल 44 ओवर गेंदबाजी की. एक खास बात यह भी है कि इंटरनेशनल डेब्यू के पहले बशीर ने महज 6 फर्स्ट क्लास मैच खेले थे और 10 विकेट चटकाए थे.