मुंबई । इंडियन चेस स्कूल द्वारा आयोजित 2.5 लाख रुपये की इनामी राशि वाली ग्रां प्री शतरंज सीरीज के पांच राउंड के बाद छह खिलाडिय़ों ने पांच में से 4.5 अंकों के साथ संयुक्त बढ़त बना ली है। अपने सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद, लीडर गतिरोध को तोडऩे में असमर्थ रहे, जिससे एक रोमांचक फिनिश के लिए मंच तैयार हो गया है।
कल रात के लीडर अर्नव कोली और गुरु प्रकाश के बीच बहुप्रतीक्षित मैच सिसिलियन डिफेंस के कान संस्करण में एक मनोरंजक मुठभेड़ के रूप में सामने आया। 16वीं चाल में गुरु प्रकाश की शुरुआती गलती के बावजूद, अर्णव के जी7 प्यादा को न मारने के फैसले ने खेल को संतुलन में रखा, जिससे गुरु को प्रतिस्पर्धी बने रहने की अनुमति मिली।
अर्नव ने एक महत्वपूर्ण मौका गंवा दिया जब गुरु ने चाल 42 पर एक महत्वपूर्ण गलती की। अवसर का लाभ उठाने के बावजूद, अर्नव ने इसके बजाय एक सतत जांच का विकल्प चुना, जिसके परिणामस्वरूप अंतत: मैच ड्रा हो गया।
इस बीच, आईएम विक्रमादित्य कुलकर्णी, अरविंद अय्यर, मिहिर शाह और संजीव मिश्रा ने क्रमश: मिलिंद पार्ले, ईशान रॉय, योहान बोरिचा और यश कपाड़ी के खिलाफ जीत हासिल की। उनकी जीत ने उन्हें गुरु और अर्नव से जुडऩे के लिए प्रेरित किया, जिसके परिणामस्वरूप शीर्ष पर छह-तरफा रोमांचक टाई हो गया है।
नई दिल्ली। एलिसे पेरी के शानदार 66 रनों की पारी और श्रेयंका पाटिल (2-18) की प्रभावी गेंदबाजी के दम पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने शुक्रवार को यहाँ अरुण जेटली स्टेडियम में मौजूदा चैपियन मुंबई इंडियंस को वीमिन प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) 2024 में पाँच रन से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया।
रविवार को इसी मैदान पर होने वाले फाइनल में अब आरसीबी का मुकाबला अब दिल्ली कैपिटल्स से होगा।
आठ चौकों और एक छक्के की मदद से एलिस की पारी से आरसीबी ने 20 ओवर में 135/6 का स्कोर बनाया। उन्होंने गेंद से रन-फ्लो को रोकने और यास्तिका भाटिया को आउट करने में भी अहम भूमिका निभाई। श्रेयंका अपने स्पेल में किफायती रहीं और 18वें ओवर में कप्तान हरमनप्रीत कौर को आउट कर 27,100 प्रशंसकों के सामने मैच को आरसीबी के पक्ष में झुका दिया।
यास्तिका और हेली मैथ्यूज ने 136 रनों का पीछा करते हुए आपस में चार चौके लगाए। हालाँकि हेली मैथ्यूज श्रेयांका की गेंद पर सीधे डीप मिडविकेट पर स्लॉग-स्वीप खेलते हुए आउट हो गईं। आरसीबी ने पावर-प्ले के बाकी समय में मुंबई को शांत रखा, हालांकि यास्तिका ने दो अच्छे समय पर ऑफ-साइड बाउंड्री लगाईं। बाद में उन्हें नेट साइवर-ब्रंट का समर्थन मिला, जिन्होंने पैडल-स्वेप किया और दो चौके लगाए।
एलिसे ने यास्तिका का लेग स्टंप उखाड़ कर उन्हें पैवेलियन की राह दिखाई। हरमनप्रीत डायमंड डक पर आउट हो सकती थीं यदि उनके बल्ले का एक छोटा सा हिस्सा लाइन से परे नहीं होता। साइवर-ब्रंट ने जॉर्जिया वेयरहैम को दो चौके जड़े।
हरमनप्रीत और अमेलिया केर को स्ट्राइक रोटेट कर संतोष करना पड़ा। साथ ही कप्तान ने एमआई को मैच में बनाए रखने के लिए बीच-बीच में बाउंड्री लगाईं। उन्होंने कीपर के सिर के ऊपर से स्कूप करके और मिड-विकेट और मिड-ऑन के बीच के गैप में दो चौके लगाकर और बाउंड्री हासिल कीं।
हरमनप्रीत को 18वें ओवर की शुरुआत में श्रेयंका की गेंद पर जीवनदान मिला जब ऋचा घोष स्टंपिंग करने से चूक गईं, लेकिन ऑफ स्पिनर ने अंतिम गेंद पर बल्लेबाज को लॉन्ग-ऑन पर कैच आउट कराया।
आखिरी 12 गेंदों पर 16 रनों की जरूरत थी। मुंबई पर दबाव था। सजना सजीवन सोफी मोलिनक्स की गेंद पर स्टंप आउट हो गईं, जबकि पूजा वस्त्राकर आखिरी ओवर में आशा शोभना के खिलाफ उसी अंदाज में आउट हो गईं। आरसीबी ने आखिरी तीन ओवरों में केवल 14 रन दिए और पहली बार डब्ल्यूपीएल फाइनल में प्रवेश किया।
संक्षिप्त स्कोर:
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, 20 ओवर में 135/6 (एलिसे पेरी 66; हेले मैथ्यूज 2-18, नैट साइवर-ब्रंट 2-18) ने मुंबई इंडियंस, 20 ओवर में 130/6 (हरमनप्रीत कौर 33, अमेलिया केर 27 नाबाद; श्रेयंका पाटिल 2-16, आशा शोभना 1-13) को पांच रन से हराया।
नईदिल्ली। वुमेन्स प्रीमियर लीग 2024 रोमांचक अंदाज में आगे बढ़ते हुए फाइनल तक आ पहुंचा है. टूर्नामेंट का फाइनल मैच दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच रविवार को खेला जाएगा. इससे पहले एलिमिनेटर मैच में आरसीबी बनाम एमआई के बीच एक कांटे की टक्कर वाला मुकाबला खेला गया, जिसे स्मृति मंधाना की कप्तानी वाली बैंगलोर की टीम ने जीता और फाइनल में एंट्री की. वहीं, पिछले सीजन की चैंपियन मुंबई इंडियंस टूर्नामेंट से बाहर हो गई. इस हार को पचाना मुंबई के लिए आसान नहीं रहा. मगर, मैच खत्म होने के बाद एमआई कैप्टन हरमनप्रीत कौर ने मैच के टर्निंग प्वॉइंट के बारे में बताया.
मुंबई इंडियंस की कप्तान हरमनप्रीत कौर एलिमिनेटर मैच में आरसीबी के हाथों मिली हार के बाद काफी निराश नजर आईं. हारने के बाद हरमनप्रीत कौर ने टर्निंग प्वॉइंट के बारे में बात करते हुए कहा, “हमने वाकई अच्छी बॉलिंग की. हमने उन्हें 140 से कम पर रोक दिया. बल्लेबाजी भी अच्छी थी, लेकिन आखिरी 12 गेंदों पर हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की. 12 गेंदों में हमें सिर्फ एक बाउंड्री की जरूरत थी. लेकिन हम उसे बना नहीं पाए. ये खेल आपको हमेशा सीख देता है और प्रेशर में डालता है. आपको इससे सीखने की जरूरत है. जब हमने मेरा विकेट खोया, तो हमारे बल्लेबाज संयम नहीं रख पाए, यही मैच का टर्निंग प्वॉइंट था.
मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच खेला गया एलिमिनेटर मुकाबला पूरी तरह से रूढ्ढ के हाथों में था. पहले उनके गेंदबाजों ने आरसीबी को 135 के स्कोर पर ही रोक दिया. इस छोटे स्कोर को देखकर ऐसा लग रहा था कि मुंबई आसानी से मैच जीत लेगी. लेकिन आरसीबी ने हार नहीं मानी और आखिरी 2 ओवर में मैच ही पलट गया. मुंबई की कप्तान हरमनप्रीत कौर को 18वें ओवर में एक जीवनदान मिला था, लेकिन उन्होंने फिर रिस्क लिया और ओवर की आखिरी गेंद पर अपना विकेट गंवा बैठीं. उनका इस तरह रिस्क लेकर विकेट गंवाना ही मैच का टर्निंग प्वॉइंट साबित हुआ और मुंबई मैच हार गई.
नईदिल्ली। भारत के सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की दुनिया की नंबर एक जोड़ी गुरुवार रात यहां आल इंग्लैंड बैडमिंटन चैम्पियनशिप के पुरुष युगल प्री क्वार्टरफाइनल से बाहर हो गयी।
भारतीय जोड़ी को प्री क्वार्टरफाइनल में इंडोनेशिया के मोहम्मद शोहिुल फिकरी और बागास मौलाना की जोड़ी से 16-21 15-21 से हार का सामना करना पड़ा। इंडोनेशियाई जोड़ी यहां 2022 में चैम्पियन रही थी।
शीर्ष वरीय भारतीय जोड़ी ने पिछले हफ्ते फ्रेंच ओपन खिताब जीता था लेकिन यहां तीसरी वरीयता प्राप्त प्रतिद्वंद्वियों के दबाव से नहीं निपट सकी और एक घंटे से ज्यादा समय तक चले मुकाबले में हारकर बाहर हो गयी।
तनीषा क्रास्टो और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी भी महिला युगल के राउंड 16 से बाहर हो गयी। उन्हें चीन की झांग शु जियान और जेंग यु से 21-11 11-21 11-21 से पराजय झेलनी पड़ी।
शुक्रवार को भारत के लक्ष्य सेन का सामना पुरुष एकल क्वार्टरफाइनल में मलेशिया के ली जि जिया से होगा। लक्ष्य ने दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी एंडर्स एंटोनसेन पर 24-22 11-21 21-14 की जीत से क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया। लेकिन दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू का अभियान दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी दक्षिण कोरिया की एन से यंग से 19-21 11-21 से हारकर समाप्त हो गया।
नईदिल्ली। ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज मैथ्यू वेड ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की है। शेफील्ड शील्ड 2023-24 का फाइनल मुकाबला उनका आखिरी प्रथम श्रेणी मैच साबित होगा।इसके साथ ही उनके टेस्ट अंतरराष्ट्रीय करियर का भी अंत हो गया। 36 वर्षीय इस खिलाड़ी ने भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ जनवरी 2021 में अपना आखिरी टेस्ट खेला था। वह ऑस्ट्रेलिया से वनडे और टी-20 में खेलना जारी रखेंगे।
वेड ने संन्यास के अवसर पर कहा, मैं अपने परिवार, अपनी पत्नी जूलिया और बच्चों को धन्यवाद देना चाहता हूं। मैंने इस प्रारूप की चुनौतियों का पूरा आनंद लिया है। हालांकि, मैं वनडे और टी-20 क्रिकेट खेलना जारी रखूंगा। अपने देश के लिए टेस्ट खेलना मेरे लिए हमेशा ही सम्मान की बात रही है। मैं अपने पूरे करियर के दौरान अपनी टीम के सभी साथियों का आभार व्यक्त करता हूं।
वेड का प्रथम श्रेणी करियर शानदार रहा। इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने 165 प्रथम श्रेणी मैच खेले, जिसमें 40.81 की औसत के साथ 9,183 रन अपने नाम किए। इस बीच उन्होंने 19 शतक और 54 अर्धशतक भी लगाए।इस प्रारूप में उनका सर्वोच्च स्कोर 152 रन रहा।उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी करियर में 442 कैच और 21 स्टम्पिंग की हैं। गौरतलब हो कि उन्होंने 2007 में अपने प्रथम श्रेणी करियर का आगाज किया था।
वेड ने ऑस्ट्रेलिया की प्रथम श्रेणी प्रतियोगिता शेफील्ड शील्ड के 4 खिताब जीते हैं। उन्होंने सभी चारों खिताब विक्टोरिया की टीम से खेलते हुए जीते हैं। इसमें से 2 खिताबी जीत में उन्होंने कप्तानी भी की है।वह शेफील्ड शील्ड 2023-24 में तस्मानिया का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और 21 मार्च से शुरू होने वाले फाइनल में खेलेंगे।वह इस फाइनल मुकाबले के चलते इंडियन प्रीमियर लीग 2024 के शुरुआती कुछ मैचों से भी बाहर रहने वाले हैं।
वेड ने 2012 में वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के खिलाफ अपने टेस्ट करियर का आगाज किया था।उन्होंने एक दशक से लम्बे करियर में 36 टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें 29.87 की औसत के साथ 1,613 रन अपने नाम किए।इस बीच उन्होंने 117 रन के सर्वोच्च स्कोर के साथ 4 शतक और 5 अर्धशतक भी अपने नाम किए।वह इस प्रारूप में ऑस्ट्रेलियाई टीम के नियमित सदस्य नहीं बन पाए।
नईदिल्ली। मुंबई क्रिकेट टीम ने बीते 14 मार्च को रणजी ट्रॉफी 2023-24 का खिताब अपने नाम किया। अजिंक्य रहाणे के नेतृत्व में खेलते हुए मुंबई ने फाइनल मुकाबले में विदर्भ क्रिकेट टीम को हरा दिया।इस टूर्नामेंट की सबसे सफल टीम मुंबई ने रिकॉर्ड 42वीं बार खिताब पर कब्जा जमाया। दूसरी तरफ विदर्भ अपना तीसरा फाइनल जीतने से चूक गई।आइए इस सीजन में जोरदार प्रदर्शन करने वाले खिलाडिय़ों पर एक नजर डालते हैं।
मुंबई के तनुश कोटियन ने इस सीजन में 16.96 की औसत के साथ 29 विकेट लिए। वह अपनी टीम से तीसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। उन्होंने विदर्भ के खिलाफ फाइनल मैच में कुल 7 विकेट (3/7 और 4/95) चटकाए।बल्लेबाजी में उन्होंने 41.83 की औसत के साथ 502 रन बनाए। वह 2023-24 सीजन में मुंबई से दूसरे सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे।जोरदार ऑलराउंड प्रदर्शन के चलते कोटियन को 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' चुना गया।
तमिलनाडु क्रिकेट टीम के कप्तान साई किशोर इस सीजन में 50 से अधिक विकेट लेने वाले एकमात्र गेंदबाज थे।उन्होंने 9 मैचों में 18.52 की औसत से 53 विकेट लिए। इस बीच उन्होंने 4 बार 5 विकेट हॉल लेने में सफलता हासिल की।उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 6/99 रहा। विशेष रूप से इस स्पिनर ने क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल दोनों मुकाबलों में लगातार 5 विकेट हॉल लिए।उनके उम्दा प्रदर्शन के चलते ही तमिलनाडु लम्बे समय बाद सेमीफाइनल में पहुंची थी।
करुण नायर इस सीजन में विदर्भ क्रिकेट टीम के प्रमुख बल्लेबाज रहे। उन्होंने फाइनल में मुंबई के खिलाफ अपनी दूसरी पारी में 220 गेंदों में 74 रन बनाकर संघर्ष दिखाया।इस अनुभवी बल्लेबाज ने विदर्भ के लिए 40.58 की औसत से 690 रन बनाए। वह अपनी टीम की ओर से सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे थे।उन्होंने 10 मैचों में 2 शतक और 3 अर्धशतक भी अपने नाम किए।
आंध्र प्रदेश के रिकी भुई इस सीजन में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। उन्होंने 8 मैचों की 13 पारियों में 75.16 की औसत के साथ 902 रन बनाए। उन्होंने 175 रन के सर्वोच्च स्कोर के साथ 4 शतक और 3 अर्धशतक भी लगाए।केरल के सचिन बेबी ने 7 मैचों में 83 की औसत से 830 रन अपने नाम किए।उन्होंने 131 रन के सर्वोच्च स्कोर के साथ 4 शतक और इतने ही अर्धशतक अपने नाम किए।
भुई अब आंध्र प्रदेश से रणजी के एक सीजन में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बने। उन्होंने अमोल मजूमदार (868 रन, 2012-13) के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ा।
मुंबई के शम्स मुलानी इस सीजन में असाधारण प्रदर्शन किया। अनुभवी ऑलराउंडर ने बल्ले और गेंद दोनों से अपनी उपयोगिता सिद्ध की।मुलानी ने 9 मैचों की 14 पारियों में 29.41 की औसत से कुल 353 रन बनाए, जिसमें 4 अर्धशतक भी शामिल रहे। गेंद के साथ मुलानी ने 17 पारियों में 24.62 की औसत से 35 विकेट लिए।इस बीच उन्होंने 2 बार 5 विकेट हॉल लेने का कारनामा भी किया।