नईदिल्ली। स्मृति मंधाना की अगुआई वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने रविवार को हुए खिताबी मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स को तीन गेंद रहते आठ विकेट से मात देकर वूमेंस प्रीमियर लीग के दूसरे एडिशन को अपने नाम कर लिया।
दिल्ली कैपिटल्स अच्छी शुरूआत करने के बावजूद आरसीबी के स्पिनरों के सामने घुटने टेक दिए और इस साल भी इस नयाब खिताब से चूक गई।
पिछले साल टूर्नामेंट के पहले चरण में दिल्ली कैपिटल्स को फाइनल में मुंबई इंडियंस से हार मिली थी। वहीं आरसीबी महिला टीम का यह पहला फाइनल था और उसने धीमी शुरूआत के बाद दबाव से निपटते हुए आखिर में जीत हासिल की।
एक समय दिल्ली कैपिटल्स का स्कोर 64/0 था लेकिन एक ही ओवर में तीन विकेट गंवाने के बाद टीम 64/3 पर पहुंच गई। ऑस्ट्रेलिया की बाएं हाथ की गेंदबाजी सोफी मोलिनक्स ने एक ही ओवर में तीन विकेट लिए जिससे मैच का रुख पलट गया। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी ऑलराउंडर को मैच में शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया।
ऑस्ट्रेलिया की ऐलिसा पेरीने टूर्नामेंट में खेले नौ मैचों में 347 रन बनाए। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने दो 50 लगाए और उनका टूर्नामेंट 69.40 के औसत के साथ समाप्त हुआ। उन्होंने ऑरेंज कैप जीती और 5 लाख रुपये का प्राइज भी मिला।
टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 13 विकेट लेने वाले गेंदबाज के रूप में पर्पल कैप जीतने के लिए भारत की क्रिकेट खिलाड़ी श्रेयंका पाटिल को भी 5 लाख रुपये का प्राइज भी दिया गया।
आरसीबी को अपनी पहली टी-20 ट्रॉफी के लिए 6 करोड़ रुपये का शानदार रिवॉर्ड दिया गया। दिल्ली फाइनल में पिछड़ गई लेकिन खाली हाथ घर नहीं गई। दिल्ली कैपिटल्स को भी उपविजेता के रूप में 3 करोड़ रुपये की शानदार राशि मिली है।
नई दिल्ली । एलिसे पेरी के शानदार 66 रनों की पारी और श्रेयंका पाटिल (2-18) की प्रभावी गेंदबाजी के दम पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने अरुण जेटली स्टेडियम में मौजूदा चैपियन मुंबई इंडियंस को वीमिन प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) 2024 में पाँच रन से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया। रविवार को इसी मैदान पर होने वाले फाइनल में अब आरसीबी का मुकाबला अब दिल्ली कैपिटल्स से होगा।
आठ चौकों और एक छक्के की मदद से एलिस की पारी से आरसीबी ने 20 ओवर में 135/6 का स्कोर बनाया। उन्होंने गेंद से रन-फ्लो को रोकने और यास्तिका भाटिया को आउट करने में भी अहम भूमिका निभाई। श्रेयंका अपने स्पेल में किफायती रहीं और 18वें ओवर में कप्तान हरमनप्रीत कौर को आउट कर 27,100 प्रशंसकों के सामने मैच को आरसीबी के पक्ष में झुका दिया।
यास्तिका और हेली मैथ्यूज ने 136 रनों का पीछा करते हुए आपस में चार चौके लगाए। हालाँकि हेली मैथ्यूज श्रेयांका की गेंद पर सीधे डीप मिडविकेट पर स्लॉग-स्वीप खेलते हुए आउट हो गईं। आरसीबी ने पावर-प्ले के बाकी समय में मुंबई को शांत रखा, हालांकि यास्तिका ने दो अच्छे समय पर ऑफ-साइड बाउंड्री लगाईं। बाद में उन्हें नेट साइवर-ब्रंट का समर्थन मिला, जिन्होंने पैडल-स्वेप किया और दो चौके लगाए।
एलिसे ने यास्तिका का लेग स्टंप उखाड़ कर उन्हें पैवेलियन की राह दिखाई। हरमनप्रीत डायमंड डक पर आउट हो सकती थीं यदि उनके बल्ले का एक छोटा सा हिस्सा लाइन से परे नहीं होता। साइवर-ब्रंट ने जॉर्जिया वेयरहैम को दो चौके जड़े। हरमनप्रीत और अमेलिया केर को स्ट्राइक रोटेट कर संतोष करना पड़ा। साथ ही कप्तान ने एमआई को मैच में बनाए रखने के लिए बीच-बीच में बाउंड्री लगाईं। उन्होंने कीपर के सिर के ऊपर से स्कूप करके और मिड-विकेट और मिड-ऑन के बीच के गैप में दो चौके लगाकर और बाउंड्री हासिल कीं।
हरमनप्रीत को 18वें ओवर की शुरुआत में श्रेयंका की गेंद पर जीवनदान मिला जब ऋचा घोष स्टंपिंग करने से चूक गईं, लेकिन ऑफ स्पिनर ने अंतिम गेंद पर बल्लेबाज को लॉन्ग-ऑन पर कैच आउट कराया। आखिरी 12 गेंदों पर 16 रनों की जरूरत थी। मुंबई पर दबाव था। सजना सजीवन सोफी मोलिनक्स की गेंद पर स्टंप आउट हो गईं, जबकि पूजा वस्त्राकर आखिरी ओवर में आशा शोभना के खिलाफ उसी अंदाज में आउट हो गईं। आरसीबी ने आखिरी तीन ओवरों में केवल 14 रन दिए और पहली बार डब्ल्यूपीएल फाइनल में प्रवेश किया।
संक्षिप्त स्कोर: रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, 20 ओवर में 135/6 (एलिसे पेरी 66; हेले मैथ्यूज 2-18, नैट साइवर-ब्रंट 2-18) ने मुंबई इंडियंस, 20 ओवर में 130/6 (हरमनप्रीत कौर 33, अमेलिया केर 27 नाबाद; श्रेयंका पाटिल 2-16, आशा शोभना 1-13) को पांच रन से हराया।
नई दिल्ली । मगुंता साई और देबराज बेहरा के अर्धशतकों की मदद से भारतीय पुरुष ब्लाइंड क्रिकेट टीम ने यहां करनैल सिंह स्टेडियम में ब्लाइंड क्रिकेट के लिए समर्थ चैंपियनशिप के चौथे टी20 में श्रीलंका को 8 विकेट से हरा दिया। श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 142/7 रन बनाए, लेकिन भारत ने 40 गेंद शेष रहते लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया। मगुंता ने जहां 42 गेंदों में 50 रन बनाए और एक विकेट भी लिया। वहीं देबराज ने 29 गेंदों में 54 रन बनाए। मगुंता, को उनके ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
भारत ने बुधवार को श्रीलंका को तीसरे टी20 में हराकर पहले ही सीरीज अपने नाम कर ली थी। गुरुवार को जीत के साथ, भारत ने अब अंतर्राष्ट्रीय द्विपक्षीय ब्लाइंड क्रिकेट श्रृंखला, समर्थ चैंपियनशिप में 4-0 की अजेय बढ़त ले ली है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंका को शुरुआती झटका लगा और उसने तीसरे ओवर में ही अपना शुरुआती बल्लेबाज खो दिया। चौथे ओवर में मेहमान टीम ने दूसरा विकेट खोया।
चंदना देशप्रिया और विकेटकीपर बल्लेबाज प्रियंता कुमारा ने तीसरे विकेट के लिए 51 रन की साझेदारी करके टीम की पारी संभाली। हालांकि, दो विकेट जल्दी गिरने से श्रीलंका एक बार फिर बैकफुट पर आ गया। नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रहे। अंत में टीम निर्धारित 20 ओवर में 142 रन ही बना सकी।
143 रनों का पीछा करते हुए, भारत की शुरुआत सबसे खराब रही, लेकिन मंगुता और देबराज ने अर्द्धशतक लगाकर मेजबान टीम को आसान जीत दिला दी। दोनों ने भारत को लक्ष्य का पीछा करने के लिए 111 रन की साझेदारी की। भारत ने श्रीलंका के खिलाफ मौजूदा सीरीज में अब तक 4 टी20 मैच जीत लिए हैं। अब शुक्रवार को भारत और श्रीलंका पांचवें और आखिरी टी20 में भिड़ेंगे।
मुंबई । इंडियन चेस स्कूल द्वारा आयोजित 2.5 लाख रुपये की इनामी राशि वाली ग्रां प्री शतरंज सीरीज के पांच राउंड के बाद छह खिलाडिय़ों ने पांच में से 4.5 अंकों के साथ संयुक्त बढ़त बना ली है। अपने सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद, लीडर गतिरोध को तोडऩे में असमर्थ रहे, जिससे एक रोमांचक फिनिश के लिए मंच तैयार हो गया है।
कल रात के लीडर अर्नव कोली और गुरु प्रकाश के बीच बहुप्रतीक्षित मैच सिसिलियन डिफेंस के कान संस्करण में एक मनोरंजक मुठभेड़ के रूप में सामने आया। 16वीं चाल में गुरु प्रकाश की शुरुआती गलती के बावजूद, अर्णव के जी7 प्यादा को न मारने के फैसले ने खेल को संतुलन में रखा, जिससे गुरु को प्रतिस्पर्धी बने रहने की अनुमति मिली।
अर्नव ने एक महत्वपूर्ण मौका गंवा दिया जब गुरु ने चाल 42 पर एक महत्वपूर्ण गलती की। अवसर का लाभ उठाने के बावजूद, अर्नव ने इसके बजाय एक सतत जांच का विकल्प चुना, जिसके परिणामस्वरूप अंतत: मैच ड्रा हो गया।
इस बीच, आईएम विक्रमादित्य कुलकर्णी, अरविंद अय्यर, मिहिर शाह और संजीव मिश्रा ने क्रमश: मिलिंद पार्ले, ईशान रॉय, योहान बोरिचा और यश कपाड़ी के खिलाफ जीत हासिल की। उनकी जीत ने उन्हें गुरु और अर्नव से जुडऩे के लिए प्रेरित किया, जिसके परिणामस्वरूप शीर्ष पर छह-तरफा रोमांचक टाई हो गया है।
नई दिल्ली। एलिसे पेरी के शानदार 66 रनों की पारी और श्रेयंका पाटिल (2-18) की प्रभावी गेंदबाजी के दम पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने शुक्रवार को यहाँ अरुण जेटली स्टेडियम में मौजूदा चैपियन मुंबई इंडियंस को वीमिन प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) 2024 में पाँच रन से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया।
रविवार को इसी मैदान पर होने वाले फाइनल में अब आरसीबी का मुकाबला अब दिल्ली कैपिटल्स से होगा।
आठ चौकों और एक छक्के की मदद से एलिस की पारी से आरसीबी ने 20 ओवर में 135/6 का स्कोर बनाया। उन्होंने गेंद से रन-फ्लो को रोकने और यास्तिका भाटिया को आउट करने में भी अहम भूमिका निभाई। श्रेयंका अपने स्पेल में किफायती रहीं और 18वें ओवर में कप्तान हरमनप्रीत कौर को आउट कर 27,100 प्रशंसकों के सामने मैच को आरसीबी के पक्ष में झुका दिया।
यास्तिका और हेली मैथ्यूज ने 136 रनों का पीछा करते हुए आपस में चार चौके लगाए। हालाँकि हेली मैथ्यूज श्रेयांका की गेंद पर सीधे डीप मिडविकेट पर स्लॉग-स्वीप खेलते हुए आउट हो गईं। आरसीबी ने पावर-प्ले के बाकी समय में मुंबई को शांत रखा, हालांकि यास्तिका ने दो अच्छे समय पर ऑफ-साइड बाउंड्री लगाईं। बाद में उन्हें नेट साइवर-ब्रंट का समर्थन मिला, जिन्होंने पैडल-स्वेप किया और दो चौके लगाए।
एलिसे ने यास्तिका का लेग स्टंप उखाड़ कर उन्हें पैवेलियन की राह दिखाई। हरमनप्रीत डायमंड डक पर आउट हो सकती थीं यदि उनके बल्ले का एक छोटा सा हिस्सा लाइन से परे नहीं होता। साइवर-ब्रंट ने जॉर्जिया वेयरहैम को दो चौके जड़े।
हरमनप्रीत और अमेलिया केर को स्ट्राइक रोटेट कर संतोष करना पड़ा। साथ ही कप्तान ने एमआई को मैच में बनाए रखने के लिए बीच-बीच में बाउंड्री लगाईं। उन्होंने कीपर के सिर के ऊपर से स्कूप करके और मिड-विकेट और मिड-ऑन के बीच के गैप में दो चौके लगाकर और बाउंड्री हासिल कीं।
हरमनप्रीत को 18वें ओवर की शुरुआत में श्रेयंका की गेंद पर जीवनदान मिला जब ऋचा घोष स्टंपिंग करने से चूक गईं, लेकिन ऑफ स्पिनर ने अंतिम गेंद पर बल्लेबाज को लॉन्ग-ऑन पर कैच आउट कराया।
आखिरी 12 गेंदों पर 16 रनों की जरूरत थी। मुंबई पर दबाव था। सजना सजीवन सोफी मोलिनक्स की गेंद पर स्टंप आउट हो गईं, जबकि पूजा वस्त्राकर आखिरी ओवर में आशा शोभना के खिलाफ उसी अंदाज में आउट हो गईं। आरसीबी ने आखिरी तीन ओवरों में केवल 14 रन दिए और पहली बार डब्ल्यूपीएल फाइनल में प्रवेश किया।
संक्षिप्त स्कोर:
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, 20 ओवर में 135/6 (एलिसे पेरी 66; हेले मैथ्यूज 2-18, नैट साइवर-ब्रंट 2-18) ने मुंबई इंडियंस, 20 ओवर में 130/6 (हरमनप्रीत कौर 33, अमेलिया केर 27 नाबाद; श्रेयंका पाटिल 2-16, आशा शोभना 1-13) को पांच रन से हराया।
नईदिल्ली। वुमेन्स प्रीमियर लीग 2024 रोमांचक अंदाज में आगे बढ़ते हुए फाइनल तक आ पहुंचा है. टूर्नामेंट का फाइनल मैच दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच रविवार को खेला जाएगा. इससे पहले एलिमिनेटर मैच में आरसीबी बनाम एमआई के बीच एक कांटे की टक्कर वाला मुकाबला खेला गया, जिसे स्मृति मंधाना की कप्तानी वाली बैंगलोर की टीम ने जीता और फाइनल में एंट्री की. वहीं, पिछले सीजन की चैंपियन मुंबई इंडियंस टूर्नामेंट से बाहर हो गई. इस हार को पचाना मुंबई के लिए आसान नहीं रहा. मगर, मैच खत्म होने के बाद एमआई कैप्टन हरमनप्रीत कौर ने मैच के टर्निंग प्वॉइंट के बारे में बताया.
मुंबई इंडियंस की कप्तान हरमनप्रीत कौर एलिमिनेटर मैच में आरसीबी के हाथों मिली हार के बाद काफी निराश नजर आईं. हारने के बाद हरमनप्रीत कौर ने टर्निंग प्वॉइंट के बारे में बात करते हुए कहा, “हमने वाकई अच्छी बॉलिंग की. हमने उन्हें 140 से कम पर रोक दिया. बल्लेबाजी भी अच्छी थी, लेकिन आखिरी 12 गेंदों पर हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की. 12 गेंदों में हमें सिर्फ एक बाउंड्री की जरूरत थी. लेकिन हम उसे बना नहीं पाए. ये खेल आपको हमेशा सीख देता है और प्रेशर में डालता है. आपको इससे सीखने की जरूरत है. जब हमने मेरा विकेट खोया, तो हमारे बल्लेबाज संयम नहीं रख पाए, यही मैच का टर्निंग प्वॉइंट था.
मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच खेला गया एलिमिनेटर मुकाबला पूरी तरह से रूढ्ढ के हाथों में था. पहले उनके गेंदबाजों ने आरसीबी को 135 के स्कोर पर ही रोक दिया. इस छोटे स्कोर को देखकर ऐसा लग रहा था कि मुंबई आसानी से मैच जीत लेगी. लेकिन आरसीबी ने हार नहीं मानी और आखिरी 2 ओवर में मैच ही पलट गया. मुंबई की कप्तान हरमनप्रीत कौर को 18वें ओवर में एक जीवनदान मिला था, लेकिन उन्होंने फिर रिस्क लिया और ओवर की आखिरी गेंद पर अपना विकेट गंवा बैठीं. उनका इस तरह रिस्क लेकर विकेट गंवाना ही मैच का टर्निंग प्वॉइंट साबित हुआ और मुंबई मैच हार गई.