नईदिल्ली। इंग्लैंड क्रिकेट टीम के दिग्गज गेंदबाज जेम्स एंडरसन वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के खिलाफ 10 जुलाई से शुरू होने वाले लॉर्ड्स टेस्ट के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह देंगे। वह पहले ही ये ऐलान कर चुके हैं।इस बीच खबर ये है कि एंडरसन संन्यास के बाद इंग्लिश टीम के साथ मेंटर के रूप में जुड़ेंगे। वह इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों को गेंदबाजी के गुर सिखाएंगे।
इंग्लैंड के प्रबंध निदेशक रॉब की ने कहा, लॉर्ड्स टेस्ट के बाद जिमी हमारे साथ बने रहेंगे और एक मेंटर के रूप में हमारी मदद करेंगे। उनके पास इंग्लिश क्रिकेट को देने के लिए बहुत कुछ है। हम नहीं चाहते कि यह खत्म हो जाए। उनके पास बहुत सारे विकल्प होंगे। अगर वे खेल में बने रहना चुनते हैं तो इंग्लिश क्रिकेट बहुत भाग्यशाली होगा।
एंडरसन इस समय काउंटी चैंपियनशिप में नॉटिंघमशायर के खिलाफ लंकाशायर के लिए खेल रहे हैं, लेकिन उनका प्रथम श्रेणी का भविष्य अनिश्चित है।रॉब की ने कहा, लंकाशायर के साथ उनका क्या भविष्य रहेगा, यह शायद लॉर्ड्स टेस्ट के बाद पता चलेगा।बता दें कि वह अपने प्रथम श्रेणी करियर में अब तक 1,100 से अधिक विकेट अपने नाम कर चुके हैं। इस दिग्गज गेंदबाज ने साल 2002 में अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट की शुरुआत की थी।
एंडरसन ने 2003 में जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के खिलाफ अपने टेस्ट करियर का आगाज किया था।वह अब तक 187 टेस्ट की 348 पारियों में 26.52 की औसत से 700 विकेट चटका चुके हैं। उन्होंने 32 बार 5 विकेट हॉल और 3 बार मैच में 10 विकेट हॉल लिए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 7/42 विकेट का रहा है।इसी तरह वह 263 पारियों में 112 बार नाबाद रहते हुए 1,353 रन भी बना चुके हैं। इसमें एकमात्र अर्धशतक शामिल है।
एंडरसन ने भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ अपने 700 टेस्ट विकेट पूरे किए थे।उनसे पहले मुथैया मुरलीधरन और शेन वॉर्न ने ही टेस्ट प्रारूप में 700 विकेट का आंकड़ा पार किया था। ये दोनों पूर्व खिलाड़ी स्पिनर रहे हैं, एंडरसन इस उपलब्धि को हासिल करने वाले विश्व के पहले तेज गेंदबाज बने थे।मुरलीधरन ने 22.72 की औसत से 800 विकेट चटकाए थे, जबकि वॉर्न ने 25.41 की औसत से 708 विकेट अपने नाम किए थे।
ब्रिजटाउन। टी20 विश्व चैंपियन बनने के बाद टीम इंडिया बदलाव के दौर से गुजरेगी। बीसीसीआई ने बताया है कि भारतीय टीम का नया कोच और टी20 में नया कप्तान कौन होगा, इसका ऐलान जल्द किया जाएगा।
बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने सोमवार को कहा कि क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने पुरुष टीम के मुख्य कोच की भूमिका के लिए दो नामों को शॉर्टलिस्ट किया है।
बता दें, टी20 विश्व कप 2024 खत्म होने के साथ ही टीम इंडिया के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ का भी कार्यकाल खत्म हो चुका है।
मेगा-इवेंट के बाद अब भारतीय क्रिकेट टीम इस महीने के अंत में श्रीलंका में शुरू होने वाली आगामी सीमित ओवरों की श्रृंखला के लिए एक नए मुख्य कोच का स्वागत करने के लिए तैयार है।
पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर और पूर्व भारतीय महिला कोच डब्ल्यू.वी. रमन इस भूमिका के लिए प्रबल दावेदार हैं।
शाह इस समय कैरेबियाई देशों में भारत की टी20 विश्व कप जीत का जश्न मना रहे हैं और टीम के साथ बारबाडोस में तूफान के कारण फंसे हुए हैं।
जय शाह ने बताया कि नया कोच 27 जुलाई से टीम के साथ श्रीलंका के खिलाफ सीरीज से अपने कार्यकाल की शुरुआत करेगा। वहीं जिम्बाब्वे दौरे पर वीवीएस लक्ष्मण टीम के कोच होंगे।
टी20 विश्व कप में भारत की जीत ने आईसीसी खिताबों के 11 साल के सूखे को समाप्त कर दिया, एक ऐसी उपलब्धि जिसका श्रेय रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे वरिष्ठ खिलाडिय़ों के अनुभव और समर्पण को जाता है।
दोनों दिग्गजों ने ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा के साथ विश्व कप जीत के बाद टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों से संन्यास की घोषणा की।
शाह ने कहा, पिछले साल और यहां बारबाडोस में भी हमारे पास वही कप्तान थे। हमने इस बार खिताब जीतने के लिए कड़ी मेहनत की और बेहतर खेला। विश्व कप में अनुभव का बहुत महत्व होता है और हमारे सीनियर खिलाडिय़ों ने तब बेहतरीन प्रदर्शन किया जब इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी।
रोहित, कोहली और जडेजा के संन्यास के साथ, भारत एक नए युग की दहलीज पर खड़ा है। शाह बदलाव को लेकर आश्वस्त हैं, उन्होंने भारत की बेंच की ताकत और गहराई पर बात की।
उन्होंने कहा, तीन महान खिलाडिय़ों के संन्यास लेने के साथ बदलाव पहले ही हो चुका है। हमारे पास सबसे बड़ी बेंच स्ट्रेंथ है। इस टीम के केवल तीन खिलाड़ी जिम्बाब्वे जा रहे हैं। अगर जरूरत पड़ी तो हम तीन टीमें उतार सकते हैं।
शाह ने भारत की भविष्य की संभावनाओं के बारे में भी आशा व्यक्त की, और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और चैंपियंस ट्रॉफी जीतने का लक्ष्य बनाने की अपील की।
शाह ने कहा, मैं चाहता हूं कि भारत सभी खिताब जीते। जिस तरह से यह टीम आगे बढ़ रही है, हमारा लक्ष्य विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और चैंपियंस ट्रॉफी जीतना है। टीम का मार्गदर्शन करने के लिए सीनियर खिलाड़ी मौजूद रहेंगे।
संभावित कप्तान के रूप में हार्दिक पांड्या के भविष्य के बारे में सवालों का जवाब देते हुए, शाह ने विश्व कप में पांड्या के शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन का उल्लेख किया।
उन्होंने कहा, कप्तानी पर फैसला चयनकर्ता करेंगे। हार्दिक ने खुद को साबित किया है और हमें उनकी क्षमताओं पर भरोसा है।
बीसीसीआई विजयी टीम के भारत लौटने पर उनके लिए सम्मान समारोह की योजना बना रहा है।
नई दिल्ली । टी20 वल्र्ड कप के फाइनल में टीम इंडिया ने इतिहास रच दिया। फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 7 रनों से हराया और इसके साथ ही उसके दिग्गज कप्तान रोहित शर्मा ने संन्यास का ऐलान भी कर दिया। इससे पहले विराट कोहली भी टी20 इंटरनेशनल से संन्यास का ऐलान कर चुके हैं। साउथ अफ्रीका के खिलाफ खिताबी जीत हासिल करने के बाद रोहित शर्मा ने सभी के सामने ऐलान किया कि वो अब टीम इंडिया के टी20 फॉर्मेट में नहीं खेलेंगे। रोहित ने 2007 के टी20 वल्र्ड कप में ही इस फॉर्मेट में टीम इंडिया के लिए अपना डेब्यू किया था और तब भारत को पहले इवेंट में ही चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। अब अपने 9वें टी20 वल्र्ड कप में रोहित ने कप्तानी करते हुए टीम इंडिया को 17 साल बाद दूसरी बार यही खिताब दिलाया और इस टूर्नामेंट के फाइनल के साथ ही फॉर्मेट को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया।
टीम इंडिया की खिताबी जीत के बाद रोहित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये ऐलान किया। उन्होंने कहा कि ये टीम इंडिया के लिए उनका आखिरी टी20 मैच था और इससे संन्यास लेने का इससे शानदार वक्त और तरीका कोई दूसरा नहीं हो सकता था। भारतीय कप्तान ने कहा कि वो इस टूर्नामेंट को जीतने के लिए बहुत ही बेसब्र थे और आखिरकार वो रुकावट पार करने में सफल हो ही गए, जिस पर पिछले 10 सालों से अटक रहे थे।
रोहित ने सिर्फ अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को चैंपियन ही नहीं बनाया, बल्कि खुद अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से इसमें अहम भूमिका निभाई। टूर्नामेंट के फाइनल में भले ही वो सिर्फ 9 रन बनाकर आउट हो गए लेकिन भारतीय कप्तान ने इससे पहले सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ और उससे पहले सुपर-8 के आखिरी मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धमाकेदार अर्धशतक लगाए थे। रोहित ने पूरे वल्र्ड कप की 8 पारियों में भारत के लिए सबसे ज्यादा 257 रन बनाए, जिसमें 3 अर्धशतक शामिल थे। इस फॉर्मेट में रोहित का सफर शानदार रहा। उन्होंने अपने करियर का अंत टी20 इंटरनेशनल में सबसे ज्यादा रन, सबसे ज्यादा शतक और सबसे ज्यादा छक्के जमाने वाले बल्लेबाज के रूप में किया। रोहित ने भारत के लिए सबसे ज्यादा 159 मैच भी खेले और 32 की औसत से रिकॉर्ड 4231 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट 140.89 का रहा, जिसमें 5 शतक और रिकॉर्ड 305 छक्के शामिल हैं। इतना ही नहीं, विराट कोहली के बाद रोहित 1220 रनों के साथ टी20 वल्र्ड कप के इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज भी हैं।
नई दिल्ली । टीम इंडिया ने टी-20 वल्र्ड कप 2024 का खिताब अपने नाम कर लिया है। भारत ने फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराकर दूसरी बार विश्व विजेता बनी है। धोनी के बाद रोहित शर्मा ऐसे कप्तान बने जिनकी कप्तानी में भारत ने टी-20 वल्र्ड कप का खिताब अपने नाम करने में...टीम इंडिया ने टी-20 वल्र्ड कप 2024 का खिताब अपने नाम कर लिया है। भारत ने फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराकर दूसरी बार विश्व विजेता बनी है। धोनी के बाद रोहित शर्मा ऐसे कप्तान बने जिनकी कप्तानी में भारत ने टी-20 वल्र्ड कप का खिताब अपने नाम करने में सफलता हासिल की। इस जीत के बाद कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली और हार्दिक पांड्या समेत सभी खिलाड़ी इमोशनल नजर आए। कई खिलाडिय़ों के मैदान पर ही आंसू झलक पड़े। भारत के चैंपियन बनने के बाद रोहित शर्मा ने जो किया, उसे जानने के बाद आप भी उन्हें सैल्यूट करने से नहीं रोक पाएंगे।
-रोहित शर्मा ने पिच को नमन किया
विश्व विजेता बनने के बाद रोहित शर्मा ने बारबाडोस की पिच को नमन किया और पिच की मिट्टी खाई। सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें रोहित शर्मा पिच की मिट्टी चखते हुए नजर आ रहे हैं। रोहित शर्मा ने इस पल को यादगार बनाने के लिए यह किया। रोहित के इस एक्ट ने फैन्स का दिल जीत लिया है। रोहित शर्मा के इस वीडियो पर यूजर्स भी जमकर प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने बारबाडोस के मैदान पर तिरंगा भी गाड़ा। खिताब जीतने के साथ ही रोहित शर्मा और विराट कोहली ने संन्यास का ऐलान कर दिया है।
फायनल मैच की बात करें तो टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। बैटिंग में टीम इंडिया ने 7 विकेट खोकर 176 रन बनाए। 177 रनों के टारगेट का पीछा करते साउथ अफ्रीका की टीम मैदान में उतरी और 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 169 रन ही बना सकी। भारत के लिए जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पांड्या ने अपनी शानदार गेंदबाजी कर भारत को जीत की ओर धकेला। बैटिंग में विराट कोहली ने 76 रन और अक्षर पटेल ने 47 रनों की शानदार पारी खेली और लिए विराट कोहली को प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड दिया गया है।
ब्रिजटाउन । टी20 विश्व कप 2024 में टीम इंडिया और द.अफ्रीका दो ऐसी टीमें हैं, जो अब तक एक भी मैच हारे बिना फाइनल में पहुंची हैं। दोनों टीमों के पास ट्रॉफी जीतने का माद्दा है। इसलिए यह मुकाबला ‘बेस्ट’ बनाम ‘बेस्ट’ का है, यानी क्रिकेट फैंस को खिताबी जंग में रोमांच का भरपूर तडक़ा मिलने वाला है।
इस खिताबी जंग में टीम इंडिया थोड़ी ज्यादा मजबूत नजर आती है। इसकी वजह मजबूत गेंदबाजी के साथ ही बल्लेबाजों का दमदार प्रदर्शन है। वहीं, अफ्रीकी गेंदबाजी बेहद खतरनाक है, लेकिन बल्लेबाज़ी के पैमाने पर अफ्रीकी टीम भारत से कमजोर नजर आ रही।
इस विश्व कप में क्विंटन डिकॉक, डेविड मिलर और ट्रिस्टन स्टब्स ही बल्ले से उल्लेखनीय योगदान दे सके हैं। लेकिन इनके प्रदर्शन में भी निरंतरता का अभाव रहा है। हेनरिक क्लासन, रीजा हेंड्रिक्स और कप्तान एडन मार्करम का बल्ला ज्यादा नहीं चला है।
टीम इंडिया अपना आईसीसी ट्रॉफी का 11 साल पुराना सूखा खत्म करने के इरादे से मैदान पर उतरेगी। पिछले एक साल में यह तीसरा मौका होगा, जब भारतीय टीम आईसीसी टूर्नामेंट के खिताबी जंग में अपनी दावेदारी पेश करेगी।
हालांकि, इससे पहले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप और वनडे विश्व कप में उन्हें ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार झेलनी पड़ी थी। मगर, इस बार रोहित शर्मा की अगुवाई में भारतीय टीम पहले से भी ज्यादा फॉर्म में और मजबूत नजर आ रही है।
दूसरी तरफ, दक्षिण अफ्रीका है, जिसने आखिरकार चोकर्स का टैग मिटाकर पहली बार किसी विश्वकप के फाइनल में प्रवेश किया है। एडन मार्कराम की अगुवाई वाली टीम अपनी जीत की लय को कायम रखते हुए इस बार ट्रॉफी के साथ घर लौटना चाहेगी। कुल मिलाकर यह मुकाबला मौजूदा टूर्नामेंट में ‘बेस्ट’ बनाम ‘बेस्ट’ का है। इसलिए रोमांच भरपूर होगा।
दिलचस्प बात यह है कि इन दोनों टीमों में से जो भी फाइनल जीतेगी वह बिना एक भी मैच हारे टी20 विश्व कप जीतने वाली पहली टीम बन जाएगी।
हालांकि फैंस एक बार फिर दुआ कर रहे हैं कि इस रोमांचक मुकाबले में बारिश खलल डाल न डाले। अभी वहां के मौसम को लेकर कुछ स्पष्ट नहीं कहा जा सकता। हालांकि मैच के लिए एक रिजर्व डे भी है।
गुयाना । इंग्लैंड के खिलाफ 68 रनों की जीत और टी 20 विश्व कप के फाइनल में पहुंचने के बाद, भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने कप्तान रोहित शर्मा की रणनीति की खूब तारीफ की। राहुल द्रविड़ ने कहा कि वह रणनीति और योजना बनाने के लिए मैदान के बाहर काफी समय बिताते हैं।
ऑस्ट्रेलिया और गत चैंपियन इंग्लैंड से मिली चुनौतियों के बावजूद रोहित के नेतृत्व कौशल ने भारत को इस अभियान में अजेय बनाए रखा।
भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ 2022 संस्करण में मिली 10 विकेट की हार का बदला लेते हुए 2014 के बाद पहली बार टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया।
रोहित की कप्तानी के बारे में बात करते हुए द्रविड़ ने कहा, रोहित के बारे में मैं जो भी कहूंगा वह कम होगा। जिस तरह से उन्होंने टीम के साथ काम किया है, उनकी रणनीति, उनकी परिपक्वता, टीम की उनके प्रति प्रतिक्रिया और रणनीति, योजना और हम सभी के साथ चर्चा में उन्होंने जो समय बिताया है। मैं एक क्रिकेटर और एक व्यक्ति के रूप में उनके बारे में इससे अधिक कुछ नहीं कह सकता।
द्रविड़ ने टूर्नामेंट में खराब फॉर्म के बावजूद विराट कोहली का समर्थन किया और कहा कि वह खिताबी मुकाबले में पूरी ताकत से उतरेंगे।
द्रविड़ ने कहा, आप जानते हैं कि विराट के साथ, बात यह है कि जब आप थोड़ा ज्यादा जोखिम वाला क्रिकेट खेलते हैं, तो कई बार ऐसा हो सकता है कि यह सफल न हो। इंग्लैंड के खिलाफ मुझे लगा कि उसने गति निर्धारित करने के लिए एक बहुत अच्छा छक्का मारा, लेकिन वह बदकिस्मत था कि अगली गेंद थोड़ी ज़्यादा सीम कर गई। लेकिन मुझे उसका इरादा और तरीका पसंद है। अगर वह ऐसा करने के लिए तैयार है, तो यह समूह के लिए भी एक अच्छा उदाहरण है।
यह द्रविड़ का भारतीय टीम के साथ आखिरी असाइनमेंट होगा, क्योंकि नए कोच टी20 विश्व कप के समापन के बाद टीम से जुड़ेंगे।
51 वर्षीय द्रविड़ ने अपने कार्यकाल का समापन एक ऐसे खिताब के साथ करने की इच्छा जताई जो पिछले साल वनडे विश्व कप और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में उन्हें नहीं मिला था। भारत शनिवार को बारबाडोस में फाइनल में दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेगा।