खेल-खिलाड़ी

फिक्सिंग मामले में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड उमर अकमल को भेजा समन
Posted Date : 25-Jun-2018 12:35:03 pm

फिक्सिंग मामले में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड उमर अकमल को भेजा समन

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की भ्रष्टाचार रोधी ईकाई (एसीयू) ने विकेटकीपर-बल्लेबाज उमर अकमल को समन भेजा है. पीसीबी ने यह समन बल्लेबाज द्वारा एक टीवी इंटरव्यू में इस बात को कूबल करने के बाद भेजा है कि उन्हें मैच फिक्स करने के प्रस्ताव मिले थे. उमर ने कहा था कि उन्हें खासकर 2015 में आईसीसी विश्व कप में चिर प्रतिद्वंद्वी भारत के खिलाफ खेले जाने वाले मैच में भी यह प्रस्ताव मिला था.  उमर ने माना कि भारत और पाकिस्तान के बीच जब भी मैच हुआ है उन्हें इस तरह के प्रस्ताव मिले हैं. भारत और पाकिस्तान की टीमें बीते कुछ वर्षों से सिर्फ आईसीसी टूर्नामेंट या एशिया कप में ही खेली हैं.

उमर ने साथ ही कहा कि भारत के खिलाफ खेले जाने वाले मैचों के अलावा उन्हें हांककांग सुपर सिक्स, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में खेली गई पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका सीरीज के दौरान भी फिक्सिंग के प्रस्ताव मिले थे.  उमर ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की संयुक्त मेजबानी में खेले गए 2015 विश्व कप में भारत और पाकिस्तान को ग्रुप-बी में रखा गया था. इन दोनों टीमों ने एडिलेड ओवल में मैच खेला था, जहां भारत ने पाकिस्तान को 76 रनों से मात दी थी.  उमर ने कहा कि उन्होंने उस मैच में सिर्फ चार गेंदें खेलीं थीं और शून्य पर आउट हो गए थे. उमर ने समा टीवी को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘मुझे विश्व कप में दो गेंदें छोड़ने को कहा गया था और इसके लिए वो मुझे 200,000 डॉलर देने को तैयार थे.’

इस बल्लेबाज ने कहा, ‘2015 विश्व कप में वो हमारा भारत के खिलाफ पहला मैच था. जब भी मैंने भारत के खिलाफ मैच खेला है, मुझे इस तरह के प्रस्ताव मिले हैं. मैंने उन लोगों से हालांकि कह दिया था कि मैं अपने देश के लिए खेलने को लेकर काफी गंभीर हूं और आप मुझसे इस मुद्दे पर दोबारा बात न करें.’

उमर के इस बयान के बाद से पीसीबी ने उनसे जबाव मांगा है. पीसीबी ने ट्विट कर लिखा, ‘उमर अकमल को नोटिस दे दिया गया है. उन्हें पीसीबी की एसीयू के सामने 27 जून तक पेश होने को कहा गया है.’ इसी बीच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने कहा है कि वह उमर से तुरंत बात करना चाहती है. आईसीसी ने एक बयान में कहा, ‘आईसीसी उमर अकमल के हालिया इंटरव्यू से वाकिफ है. हालांकि इस बात के कोई संदेश नहीं हैं कि मैच फिक्स किया गया था. लेकिन हम इस बात को लेकर गंभीर हैं कि खिलाड़ी को अगर इस तरह के प्रस्ताव दिए जाते हैं, तो वो समय पर इसकी जानकारी दे.’

चैंपियंस ट्रॉफी के दूसरे मुकाबले में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने ओलंपिक चैंपियन अर्जेंटीना को 2-1 से मात
Posted Date : 24-Jun-2018 1:11:41 pm

चैंपियंस ट्रॉफी के दूसरे मुकाबले में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने ओलंपिक चैंपियन अर्जेंटीना को 2-1 से मात

 भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने रविवार को चैंपियंस ट्रॉफी के अपने दूसरे मुकाबले में ओलंपिक चैंपियन अर्जेंटीना को 2-1 से मात देकर लगातार दूसरी जीत दर्ज की. पहले मुकाबले में उसने शनिवार को ही चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 4-0 से मात दी थी.  भारत के लिए हरमनप्रीत सिंह और मनदीप सिंह ने गोल किए. अर्जेंटीना के लिए गोंजालेज पेलिएट ने एकमात्र गोल किया. भारत के सरदार सिंह का यह 300वां अंतरराष्ट्रीय मैच था.  पहले क्वार्टर की शुरुआत दोनों टीमों ने धीमी की और किसी तरह की जल्दबाजी में नहीं दिखीं. भारत ने हालांकि धीरे-धीरे अर्जेंटीना के घेरे में जाना शुरू किया. उसे चौथे मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर मिल सकता था, जिसे अर्जेंटीना ने रेफरल लेकर नकार दिया.

अर्जेंटीना कुछ देर बाद लय में आई और उसे 11वें मिनट में लगातार दो पेनाल्टी कॉर्नर मिले जिसे उसने जाया कर दिया. पहले क्वार्टर का अंत बिना गोल के हुआ.  दूसरे क्वार्टर में 17वें मिनट में भारत को पहला पेनाल्टी कॉर्नर मिला जिसे हरमनप्रीत ने गोल में बदल कर अपनी टीम को 1-0 की बढ़त दिलाने में कोई गलती नहीं की. अगले ही मिनट भारत ने एक और मौका बनाया, लेकिन अर्जेंटीनी डिफेंस ने एस.वी सुनील को रास्ते में ही रोक दिया.   20वें मिनट में अर्जेंटीना ने लगभग गोल कर ही दिया था जिसे श्रीजेश ने नकार दिया. अर्जेंटीना बराबरी का गोल करने को बेताब दिख रहा था. इसी बीच भारत ने 28वें मिनट में गोल कर उसकी परेशानी को और बढ़ा दिया. यह गोल मनदीप ने दिलप्रीत के पास पर किया.  अर्जेंटीना को अगले मिनट पेनाल्टी कॉर्नर मिला और इस बार गोंजालेज गोल करने में कामयाब रहे. दूसरे क्वार्टर के अंत तक स्कोर भारत के पक्ष में 2-1 था.

तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में दोनों टीमें धीमा खेल खेल रही थीं, लेकिन अंत तक आते दोनों ने कुछ अच्छे मूव बनाए. 41वें मिनट में मनदीप के पास वन टू वन चांस में गोल करने का आसान मौका था, लेकिन वह जब तक गेंद को नेट में डाल पाते उससे पहले ही अर्जेंटीना के दो डिफेंडरों ने उनका रास्ता रोक दिया.  अर्जेंटीना की कोशिश पेनाल्टी कॉर्नर हासिल करने की थी जिसमें 43वें मिनट में वह सफल रही. हालांकि वह इस मौके पर बराबर का गोल नहीं कर पाई. अगले ही मिनट दिलप्रीत ने भारत के लिए मौका बनाया. दिलप्रीत, मनदीप और ललित साथ मिलकर भी गेंद को नेट में नहीं डाल पाए. इसी दौरान सुरेंद्र कुमार को ग्रीन कार्ड मिला और उन्हें बाहर जाना पड़ा.  आखिरी क्वार्टर में अर्जेटीना बराबरी की कोशिश में था. इसी कारण वह आक्रमक खेल खेल रहा था बावजूद इसके वह दूसरा गोल नहीं कर सका. उसने हालांकि भारत को तीसरा गोल करने से महरूम भी रखा.

भारत ने पाकिस्तान को 4-0 से करारी मात दी
Posted Date : 23-Jun-2018 5:59:41 pm

भारत ने पाकिस्तान को 4-0 से करारी मात दी

 भारत ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए चैंपियंस ट्रॉफी के अपने पहले मुकाबले में चिरप्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को शनिवार को एकतरफा अंदाज में 4-0 से करारी मात दी. भारत के लिए रमनदीप सिंह ने 25वें, दिलप्रीत सिंह ने 54वें, मंदीप सिंह ने 57वें और ललित उपाध्याय ने 59वें मिनट में गोल किए. कोच हरेंद्र सिह के मार्गदर्शन में भारत की यह पहली जीत है.  भारत को चौथे मिनट में गोल करने का मौका मिला लेकिन रमनदीप सिंह मौका चूक गए. इसके बाद 14वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला जिस पर हरमनप्रीत ने शॉट लगाया लेकिन पाकिस्तान के गोलकीपर इमरान बट ने अच्छा बचाव किया और भारत को बढ़त नहीं लेने दिया.  वर्ल्ड रैंकिंग में छठे नंबर की भारतीय टीम को इसके बाद 16 वें मिनट में भी पेनल्टी कॉर्नर मिला. लेकिन मनप्रीत सिंह यहां चूक गए और पाकिस्तान के खतरे को टाल दिया. 18वें मिनट में 17 साल के दिलप्रीत के शानदार पास पर रमनदीन गेंद को गोल में नहीं भेज सके और भारत ने गोल करने का एक और मौका खो दिया.

दूसरा क्वार्टर समाप्त होने से पांच मिनट पहले ही भारत को पहली सफलता मिली. मैच के 25 वें मिनट में सिमरनजीत ने गेंद को गोल की तरफ हिट किया और सामने खड़े रमनदीप ने इस बार यहां कोई गलती नहीं की तथा गेंद को गोल में डिफ्लेक्ट कर भारत को 1-0 से आगे कर दिया.  मुकाबले में हाफ टाइम तक 0-1 से पिछड़ने के बाद पाकिस्तान ने तीसरे क्वार्टर के शुरू में ही गोल कर बराबरी करने की कोशिश की. लेकिन भारत ने इस पर रेफरल मांगा और फैसला उसके पक्ष में गया तथा पाकिस्तान के गोल को खारिज कर दिया गया. पाकिस्तान ने तीसरे क्वार्टर में अपने जवाबी हमले और तेज कर दिए.  पाकिस्तान के एजाज अहमद ने एक जबर्दस्त शोट लगाया जिसे भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने रोक दिया. एजाज ने एक बार फिर गोल करने का प्रयास किया जिसे इस बार सुरेंदर कुमार ने विफल कर दिया. मैच के 43वें मिनट में पाकिस्तान को उसका पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला.

तीसरा क्वार्टर पूरी तरह पाकिस्तान के नाम रहा. लेकिन भारतीय रक्षापंक्ति की भी तारीफ करनी पड़ेगी, जिन्होंने पाकिस्तान के लगातार हमलों को विफल किया. चौथे क्वार्टर में मैच के 48वें मिनट में पाकिस्तान ने एक बार आक्रमण किया. उमर भुट्टा ने शानदार शॉट लगाया लेकिन दीवार के रूप में मौजूद भारती गोलकीपर श्रीजेश ने इस बार भी सफलतापूर्वक बचाव कर लिया और बराबरी हासिल करने से महरूम रखा.  मुकाबले के 54 वें मिनट में सुरेंदर कुमार ने सिमरनजीत को पास दिया जिन्होंने 17 साल के दिलप्रीत को पास दिया और दिलप्रीत ने शानदार मैदानी गोल कर भारत को 2-0 की बढ़त दिला दी. मुकाबले में 0-2 से पिछड़ने के बाद पाकिस्तान ने इमरान बट्ट को गोलकीपर से हटा दिया.

भारत ने इसका फायदा उठाते हुए मैच के 57 वें मिनट में डी में खड़े मंदीप सिंह के गोल की बदौलत स्कोर 3-0 कर दिया. मैच समाप्त होने के एक मिनट पहले ही रमनदीप के मिडफील्ड के आसपास से पास दिया था. डी के सामने मौजूद ललित उपाध्याय ने 59 वें मिनट में गोल दाग कर भारत को 4-0 की एकतरफा जीत दिला दी. भारत को अब अपना अगला मुकाबला रविवार को ओलंपिक चैंपियन अर्जेंटीना से खेलना है.  चैंपियंस ट्रॉफी 1978 में शुरू हुई थी. भारत ने तब से इस टूर्नामेंट में 36 बार भाग लिया है, लेकिन एक बार भी जीतने में सफल नहीं हुआ. चैंपियंस ट्रॉफी में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2016 में रहा था, तब भारत खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया से पेनल्टी शूटआउट में हार गया था.  वहीं पाकिस्तान 3 बार (1978, 1980 और 1994) चैंपियंस ट्रॉफी जीत चुका है. हालांकि तीनों बार उसने घरेलू मैदान पर ही यह उपलब्धि अपने नाम की है.

सऊदी अरब को 1-0 हरा कर उरूग्वे अंतिम-16 में पहुंचा
Posted Date : 20-Jun-2018 11:26:55 pm

सऊदी अरब को 1-0 हरा कर उरूग्वे अंतिम-16 में पहुंचा

उरुग्वे के स्टार स्ट्राइकर लुई सुआरेज ने अपने 100वें अंतरराष्ट्रीय मैच को यादगार बनाते हुए गोल दागा, जिससे उरूग्वे ने सऊदी अरब को 1-0 से हराकर फीफा विश्व कप 2018 के अंतिम 16 में जगह बनायी। उरूग्वे की यह लगातार दूसरी जीत है। उसने पहले मैच में मिस्र को भी इसी अंतर से हराया था। उरुग्वे की इस जीत से ग्रुप ए से नॉकआउट में पहुंचने वाली दोनों टीमें भी तय हो गईं हैं। उरूग्वे की जीत ने मेजबान रूस का भी अंतिम 16 में स्थान पक्का कर दिया। इन दोनों टीमों के अभी दो मैचों में छह-छह अंक हैं। इस तरह तरह सऊदी अरब और मिस्र का सफर विश्व कप में लीग चरण में ही थम जाएगा। सुआरेज ने खेल के 23वें मिनट में मैच का महत्वपूर्ण गोल दागा जो आखिरी में निर्णायक साबित हुआ। शुरुआती 20 मिनट तक दोनों टीमों ने एक दूसरे को बराबर की टक्कर दी लेकिन सुआरेज ने इसके बाद गोल करके उरूग्वे के दर्शकों में उत्साह भर दिया। इससे सऊदी अरब की टीम पर दबाव भी बना। रोस्तोव एरेना में खेले गये मैच में सुआरेज ने कार्लोस सांचेज के कार्नर पर यह गोल किया। तब गेंद सऊदी अरब के गोलकीपर मोहम्मद अल ओवैस की पहुंच से भी बाहर थी। इस तरह से सुआरेज ने अपने 100वें मैच में 52वां गोल दागा। वह तीन विश्व कप में गोल करने वाले उरूग्वे के पहले खिलाड़ी भी बन गए हैं। 
उरुग्वे के डिफेंस ने सऊदी अरब को नहीं दिया कोई मौका    
इसके दो मिनट बाद उरुग्वे अपनी बढ़त दोगुनी करने की स्थिति में पहुंच गया था। एडिसन कवानी गेंद लेकर आगे बढे लेकिन वह सऊदी अरब के कप्तान ओसामा हवासावी को नहीं छका पाये। सऊदी अरब ने मैदान के मध्य क्षेत्र में गेंद पर कब्जा जमाये रखा लेकिन गोल पर शॉट जमाने के मामले में उसके स्ट्राइकर फिर से नाकाम रहे। उरुग्वे की रक्षापंक्ति उसके लिये काफी मजबूत साबित हुई जिसने अपना गोल ही नहीं अपना बाक्स भी सुरक्षित रखा। दूसरे हाफ के शुरू में कोई भी टीम एक दूसरे को चुनौती देती हुई नहीं लगी। खेल के 62वें मिनट में तब दोनों टीमें हरकत में दिखी जब उरूग्वे ने अपने हाफ में फ्री किक के जरिये गेंद आगे बढ़ायी। बायें छोर से कवानी को रोकने के लिये कोई खिलाड़ी नहीं था। 

कवानी के प्रयास का उरुग्वे नहीं उठा सका फायदा
उन्होंने आगे अच्छा क्रॉस भी बढ़ाया लेकिन अन्य खिलाड़ी उनके इस प्रयास का फायदा नहीं उठा पाये। उरुग्वे अपनी बढ़त को बरकरार रखना चाहता था जबकि सऊदी अरब किसी भी तरह से आक्रमण मजबूत करना चाहता था। उसके कोच जुआन एंटोनियो पिज्जी ने आखिरी दस मिनट में मोहम्मद अल सहलावी को मैदान पर उतारकर इसके स्पष्ट संकेत भी दिये। लेकिन गोल करने के मौका उरुग्वे के पास था। खेल के 88वें मिनट में कवानी गेंद लेकर आगे बढ़े। उन्हें केवल गोलकीपर को छकाना था लेकिन वह इसमें नाकाम रहे। उरुग्वे अब 25 जून को लीग चरण के अपने आखिरी मैच में रूस से भिड़ेगा जिससे ग्रुप ए से शीर्ष पर रहने वाली टीम का निर्धारण भी होगा। सऊदी अरब इसी दिन मिस्र का सामना करेगा।

FIFA वर्ल्ड कप : रूस ने मिस्र को हराकर अंतिम-16 में प्रवेश की ओर रखा कदम !
Posted Date : 20-Jun-2018 6:36:49 am

FIFA वर्ल्ड कप : रूस ने मिस्र को हराकर अंतिम-16 में प्रवेश की ओर रखा कदम !

मेजबान रूस ने फीफा वर्ल्ड कप के 21वें संस्करण में मिस्र को 3-1 से हरा लगातार दूसरी जीत दर्ज की. सेंट पीटर्सबर्ग स्टेडियम में मंगलवार देर रात ग्रुप-ए के मुकाबले में इस जीत के साथ रूस के दो मैचों में छह अंक हो गए हैं और वह नॉकआउट चरण में प्रवेश की दहलीज पर पहुंच गया है. वहीं, मिस्र के लिए अगले दौर में जाना बेहद मुश्किल हो गया है. मैच के सभी गोल दूसरे हाफ में आए. बुधवार को उरुग्वे की टीम अगर सऊदी अरब को हराती है या ड्रॉ खेलती है तो रूस अंतिम 16 में पहुंच जाएगा. ऐसे में मिस्र बाहर हो जाएगा, जिसे पहले मैच में उरुग्वे ने 1-0 से हराया था. रूस के लिए यह मैच बेहद अहम था. उसने अपने पहले मैच में सऊदी अरब को 5-0 से मात दी थी. उसके अगले दौर की राह में चोट से वापसी कर रहे मिस्र के स्टार खिलाड़ी मोहम्मद सलाह रोड़ा बन सकते थे, इसलिए इस स्टार खिलाड़ी के खिलाफ उसने पहले ही रणनीति बना ली थी. उसके मिडफील्डर युरी झिर्कोव सलाह से साए की तरह चिपके रहे. इसी कारण सलाह खुलकर नहीं खेल पाए.

दोनों टीमें पहले हाफ में गोल नहीं कर पाईं. अपना पहला विश्व कप मैच खेल रहे सलाह ने हालांकि 42वें मिनट में अपनी क्लास का परिचय देते हुए गोल करने के प्रयास किया, जिसमें वो चूक गए. दूसरे हाफ की शुरुआत मिस्र के लिए बेहद निराशाजनक रही. मिस्र के कप्तान अहमद फताही ने 47वें मिनट में गेंद को क्लियर करने के प्रयास में आत्मघाती गोल कर रूस को 1-0 से आगे कर दिया. यह इस टूर्नामेंट का पांचवां आत्मघाती गोल रहा. बाईं तरफ से गेंद आई, जिसे मिस्र के गोलकीपर ने पंच से क्लियर कर दिया और गेंद बॉक्स के बाहर खड़े रूस के रोमन जोबनिन के पास गई, जिन्होंने गेंद को वापस बॉक्स में भेजा, जहां अहमदी उसे क्लियर करने के प्रयास में गलती से अपने ही गोल में खेल बैठे.

मेजबान टीम को अपनी बढ़त को दोगुना करने में ज्यादा समय नहीं लगा. डेनिस चेरिशेव ने 59वें मिनट में बेहद आसानी से गेंद को नेट में डाल रूस को 2-0 से आगे कर दिया. यह चेरिशेव का इस टूर्नामेंट में तीसरा गोल था. सर्वाधिक गोल करने वालों की सूची में वह क्रिस्टियानो रोनाल्डो के साथ शीर्ष पर आ गए हैं. तीन मिनट बाद एरटेम डेज्यूबा ने इल्या कुटेपोव से मिली गेंद को आसानी गोल में बदल रूस को 3-0 से आगे कर मिस्र की वापसी मुश्किल कर दी. मिस्र की किस्मत ने 73वें मिनट में उसका साथ दिया और वीएआर के माध्यम से उसे पेनल्टी मिली, जिसे सलाह ने गोल में तब्दील कर अपनी टीम का खाता खोला. यह विश्व कप में सलाह का पहला गोल है. मिस्र के प्रशंसकों को लगा की यहां से उनकी टीम वापसी कर सकती है, लेकिन रूस ने ऐसा नहीं होने दिया.

मुक्केबाज मैरीकॉम वीरांगना सम्मान से विभूषित
Posted Date : 18-Jun-2018 10:19:31 am

मुक्केबाज मैरीकॉम वीरांगना सम्मान से विभूषित

मध्यप्रदेश के ग्वालियर में स्त्रीत्व को नई परिभाषा देकर अपने शौर्य बल से नए प्रतिमान गढ़ने वाली विश्व प्रसिद्ध मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम को वीरांगना सम्मान 2015 से विभूषित किया गया। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया तथा जनसंपर्क मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्र ने मैरी कॉम को इस सम्मान से कल अलंकृत किया। मध्यप्रदेश सरकार के संस्कृति विभाग द्वारा प्रदत्त इस अलंकरण के रूप में उन्हें दो लाख रूपए की सम्मान राशि और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। ओलम्पिक एशियाड व राष्ट्रमण्डल खेलों सहित विश्व स्तरीय अन्य प्रतियोगिताओं में मुक्केबाजी के तमाम खिताब मैरीकॉम अपने नाम कर चुकीं हैं।

दो दिवसीय वीरांगना लक्ष्मीबाई बलिदान मेले के पहले दिन महापौर विवेक नारायण शेजवलकर भजन साम्राज्ञी अनुराधा पौडवाल, सामान्य निर्धन वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष बालेन्दु शुक्ल, जीडीए अध्यक्ष अभय चौधरी नगर निगम सभापति राकेश माहौर एवं संस्कृति विभाग के संचालक अक्षय सिंह विशिष्ट अतिथि मौजूद थे।

यहाँ रानी लक्ष्मीबाई की समाधि के सामने स्थित मैदान पर बलिदान मेला आयोजित हो रहा है। उच्च शिक्षा मंत्री एवं बलिदान मेले के संस्थापक अध्यक्ष जयभान सिंह पवैया की पहल पर आयोजित हो रहा यह 19वाँ बलिदान मेला है। इस साल झाँसी की रानी वीरांगना लक्ष्मीबाई के बलिदान की 160वीं वर्षगाँठ भी है।

इस मौके पर पवैया ने कहा कि बलिदान मेले से युवाओं को देशभक्ति की प्रेरणा मिलती है। देश मुझे क्या देगा इसके बजाय मैं देश को क्या दे सकता हूँ युवाओं में ऐसी भावना इस बलिदान मेले के माध्यम से पैदा होती है। उन्होंने कहा ग्वालियर को संगीत एवं शौर्य की धरा कहा जाता है। यह तानसेन की जन्मभूमि तो लक्ष्मीबाई का बलिदान स्थल है। बलिदान मेले के मंच पर मैरी कॉम और अनुराधा पौडवाल की मौजूदगी से शौर्य व संगीत का मिलन हुआ है।