भारतीय हॉकी टीम ने एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में अपना शानदार फॉर्म बरकरार रखते हुए एशियाड में हॉकी के गोल्ड मेडेल विजेता जापान को रविवार देर रात हुए मुकाबले में 9 – 0 से हराकर लगातार तीसरी जीत दर्ज की. भारत को जीत टीम के बेतरीन खिलाड़ियों में से एक हरमनप्रीत सिंह के तीन गोल से मिली. मौजूदा चैंपियन भारत ने पहले मैच में मेजबान मस्कट को 11 – 0 से और पिछले मैच में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 3 – 1 से हराया था.बता दें कि भारतीय हॉकी टीम ने एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में जीत की हैट्रिक लगाई है. जहां उसने पहले मेजबान मस्कट को पहले ही मैच में धूल चटा दी वहीं दूसरे मैच में पाकिस्तान को हराया और आखिर में जापान को भी अपना इरादा बताते हुए भारतीय हॉकी टीम ने मैच को जीत लिया.भारत की तरफ से ललित उपाध्याय ने चौथे और 45वें मिनट में, हरमनप्रीत सिंह ने आठवें, 17वें और 21वें मिनट में, आकाशदीप सिंह ने 35वें मिनट में, कोठाजीत सिंह ने 42वें मिनट और मनदीप सिंह ने 49वें और 57वें मिनट में गोल दागे.
भारत और वेस्टइंडीज के बीच पांच मैचों की सीरीज का पहला वनडे मैच गुवाहाटी के बर्सापारा क्रिकेट स्टेडियम पर खेला जा रहा है। भारत ने टॉस जीता और कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया। जानिए मैच के पल-पल का हाल....
बेंगलुरू : दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर-बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल-12) के संस्करण में मुंबई इंडियंस की ओर से खेलेंगे। डी कॉक पिछले सीजन विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेले थे।’क्रिकइंफो’ के अनुसार, आगामी सीजन के लिए दिसंबर महीने में होने वाली खिलाड़ियों की निलामी से पहले मुंबई ने डी कॉक को ट्रेड के जरिए खरीदा है। बैंगलोर ने डी कॉक को 2.8 करोड़ रुपये में खरीदा था और उन्होंने इतने ही मूल्य में खिलाड़ी को बेचा है।इस सौदे के लिए मुंबई ने बांग्लादेश के तेज गेंदबाज मुस्तफिजूर रहमान (2.2 करोड़) और श्रीलंका के ऑफ स्पिनर अकिला धनंजया (50 लाख) को रिलीज किया है।गौरतलब है कि डी कॉक ने आईपीएल के 11वें संस्करण में आठ मैचों में 201 रन बनाए थे। उनका स्ट्राइकर रेट 124.07 कास था। मुंबई की टीम में आदित्य तरे और इशान किशन के रूप में दो विकेटकीपर- बल्लेबाज पहले से मौजूद है।
भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे ‘सिक्सर किंग’ युवराज सिंह ने एक बार फिर 2019 वर्ल्ड कप में खेलने की इच्छा जताई है। हालांकि उन्होंने वापसी की उम्मीद कोच रवि शास्त्री आैर कप्तान विराट कोहली पर छोड़ी है। युवराज ने कहा, “मुझे 2019 तक क्रिकेट खेलने का जो मौका मिलेगा, मैं खेलूंगा। टीम में चयन होना मेरे हाथ में नहीं है, मैं सिर्फ मेहनत करते हुए और सुधार ही कर सकता हूं।उन्होंने कहा कि पिछले साल टीम से ड्रॉप होने के बाद मैंने काफी मेहनत की है और मैं बस क्रिकट पर ही फोकस कर रहा हूं। हर कोई इस समय विश्वकप के लिए टीम में युवा खिलाड़ियों को मौका देने के लिए बात कर रहा हैं। हालांकि यह पूरी तरह से चयनकर्ता, कोच और कप्तान का फैसला है।
युवी का कहना है कि जब तक उनकी जरूरत नहीं होगी तब तक वो अपनी टीम के लिए रणजी ट्रॉफी में भी नहीं खेलेंगे। उनका तर्क ये है कि अगर वो चार दिवसीय मैच खेलते हैं तो इस स्थिति में अनमोलप्रीत सिंह और शुभमन गिल जैसे खिलाड़ियों को मौका नहीं मिलेगा। अगर उनका चयन इंडिया ए के लिए होता है तो वो कुछ मैच खेल सकते हैं। युवी के मुताबिक मुझे विश्व कप खेलना है इसलिए मैं किसी युवा खिलाड़ी की जगह नहीं लेना चाहता। इस वक्त मैं घरेलू टूर्नामेंट खेलने की तैयारी कर रहा हूं।
पहले से फिट हैं युवराज
पिछले साल यो-यो टेस्ट में फेल होन के कारण उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। इसके बाद युवी ने टेस्ट को पास तो किया लेकिन घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में बेहद निराशाजनक प्रदर्शन के बाद उनकी वापसी की कोशिश को झटका लगा। इसके बाद युवराज सिंह ने पहले इंग्लैंड में जाकर ट्रेनिंग की और अब वो पहले से भी ज्यादा फिट नजर आ रहे हैं।
विजय हजारे ट्रॉफी में भी युवराज सिंह का प्रदर्शन काफी शानदार रहा। उन्होंने 7 मुकाबलों में 264 रन बनाए, जिसमें उनका सर्वाधिक स्कोर 96 का रहा। इस बीच उन्होंने गेंद के साथ भी जरूरत पड़ने पर अपना योगदान दिया। भारतीय टीम के लिए अभी भी 4 नंबर का स्पॉट अभी खाली है। हालांकि युवी के लिए टीम में जगह बना पाना काफी मुश्किल नजर आ रहा है, लेकिन देखना होगा कि क्या टीम मैनेजमेंट एक बार फिर उनके ऊपर विश्वास दिखाती है या नहीं।
वर्ल्ड रैंकिंग में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली नंबर वन बल्लेबाज बने हुए है। वह 935 अंकों के साथ पहवे स्थान पर ही हैं। वहीं चेतेश्वर पुजारा छठे स्थान पर बने हुए हैं। पृथ्वी शॉ और ऋषभ पंत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज के बाद लंबी छलांग लगाई है। पृथ्वी शॉ ने अहमदाबाद में खेले गए अपने पहले टेस्ट मैच में 134 रनों की पारी खेली थी। उन्होंने हैदराबाद में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में 70 रन बनाए थे। उनके इस प्रदर्शन के कारण पृथ्वी ने 60वां स्थान हासिल किया है। वहीं ऋषभ पंत ने दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में 92 रनों की पारी खेली थी। पंत भी 23 स्थान की छलांग के साथ 62वें स्थान पर पहुंच गए हैं। गेंदबाजों की रैंकिंग में दूसरे टेस्ट मैच में 10 विकेट लेने वाले उमेश यादव चार स्थान आगे बढ़कर 25वें स्थान पर आ गए हैं। रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन की स्पिन जोड़ी ने अभी अपने स्थान बचाए रखे हैं। जडेजा चौथे और अश्विन आठवें स्थान पर कायम हैं। हैदराबाद में पहली पारी में पांच विकेट लेने वाले वेस्टइंडीज के कप्तान जेसन होल्डर ने चार स्थान आगे बढ़ते हुए अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग नौवां स्थान हासिल किया है। होल्डर ने दूसरे मैच में अर्धशतक भी जमाया था और इसी कारण वह 53वें स्थान पर पहुंच गए हैं। टीम रैंकिंग में भारत 4397 अंकों के साथ पहले स्थान पर बना हुआ है। उसके बाद दक्षिण अफ्रीका दूसरे और आस्ट्रेलिया तीसरे स्थान पर है।
नई दिल्ली: एशियन गेम्स में ऐतिहासिक गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने एक अहम फैसला लिया है। नीरज ने गोल्ड मेडल को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित किया। जकार्ता में जारी खेलों में 20 साल के इस युवा ऐथलीट ने पहली बार भारत को भाला फेंक में एशियन गेम्स का गोल्ड मेडल दिलाया। हरियाणा के पानीपत में जन्मे नीरज ने 88.06 मीटर दूर भाला फेंक कर भारत के लिए सोना जीता।गोल्ड जीतने के बाद नीरज ने कहा, ‘प्रतियोगिता अच्छी रही। मैंने ट्रेनिंग अच्छी की थी और देश को गोल्ड दिलाने पर ही फोकस था। मैं अपना मेडल अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित करता हूं, जो एक महान इंसान थे।’इससे पहले, 1982 के एशियाई खेलों में गुरतेज सिंह ने जैवलिन में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। हरियाणा के पानीपत में जन्मे चोपड़ा 18वें एशियाई खेलों की ओपनिंग सेरिमनी में भारतीय ध्वजवाहक भी रहे थे।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीरज चोपड़ा को गोल्ड जीतने पर बधाई दी। उन्होंने ट्विटर पर लिखा- ‘जब नीरज फील्ड पर होते हैं, तो उनसे बेस्ट की उम्मीद होती है। इस युवा ऐथलीट ने जैवलिन थ्रो में गोल्ड जीतकर देश को और खुश किया है। उन्हें नया नैशनल रेकॉर्ड बनाने के लिए भी बधाई।’हरियाणा के ऐथलीट नीरज चोपड़ा ने साल 2016 में जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में विश्व रेकॉर्ड बनाया था। तब उन्होंने चैंपियनशिप में 86.48 मीटर की थ्रो कर जूनियर विश्व रेकॉर्ड बनाया और गोल्ड मेडल पर कब्जा किया था।