भारतीय टीम ने चौथे वन-डे में विंडीज को 224 रनों के बड़े अंतर से हराया
मौजूदा विजेता भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने एशियाई स्वर्ण पदक विजेता जापान को 3-2 से हराकर एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में फाइनल में प्रवेश कर लिया है, जहां अब खिताब के लिए उसका सामना रविवार को पाकिस्तान से होगा. यह मुकाबला भारतीय समयानुसार रात 10.40 बजे शुरू होगा.शनिवार को खेले गए पहले सेमीफाइनल में पाकिस्तान ने मलेशिया को शूटआउट में 3-1 से मात देकर फाइनल में कदम रखा था और अब भारत के फाइनल में पहुंचने से दोनों टीमों के बीच खिताबी मुकाबला खेला जाएगा.भारत इससे पहले 2011 और 2016 के फाइनल में पाकिस्तान से भिड़ चुका है, जहां दोनों बार उसने पाकिस्तान को पीटकर खिताब अपने नाम किया था.भारत के लिए सेमीफाइनल में गुरजंत ने 19वें, चिंगलेनसाना ने 44वें और दिलप्रीत ने 55वें मिनट में गोल दागे. वहीं, जापान की ओर से हिरोताका वाकुरी ने 22वें और हिरोताका जेनदाना ने 56वें मिनट में गोल किए.
भारत ने मैच की शुरुआत में ही मिले पेनल्टी कॉर्नर जाया कर दिया. पहले क्वार्टर में दोनों टीमें एक-दूसरे पर दबाव मौका ढूंढ़ती रहीं, लेकिन किसी को भी सफलता नहीं मिल सकी.वहीं, दूसरे क्वार्टर में 19वें मिनट में गुरजंत ने शानदार मैदानी गोल कर भारत को 1-0 बढ़त दिला दी. हालांकि भारतीय टीम अपनी इस बढ़त को ज्यादा देर कायम नहीं रख पाई और तीन मिनट बाद ही 22वें मिनट में जापान को पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिस पर हिरोताका ने गोल कर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया और मैच के हाफ टाइम तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर रहीं.
हाफ टाइम के बाद दोनों टीमों ने एक बार फिर एक-दूसरे पर बढ़त बनाने के लिए संघर्ष शुरू किया. तीसरे क्वार्टर के खत्म होने से एक मिनट पहले ही भारत को मैच का चौथा पेनल्टी कॉर्नर हासिल हुआ. इस बार वरुण के ड्रैग फ्लिक को चिंगलेनसाना ने डिफ्लेक्ट कर गोल पोस्ट की ओर धकेल दिया और भारत को मैच में 2-1 की बढ़त मिल गई.चौथे और अंतिम क्वार्टर में जापान ने बराबरी करने के लगातार मौका तलाशे, लेकिन भारतीय टीम ने ऐसा नहीं होने दिया. मैच के 55वें मिनट में दिलप्रीत ने एक शानदार मैदानी गोल दागकर 3-1 से आगे कर दिया.हालांकि अगले ही मिनट में जापान को पेनल्टी कॉर्नर 56वें मिला. लेकिन इस बार हिरोताका जेनदाना ने दागकर स्कोर 2-3 कर दिया. आखिरी के चार मिनटों में भारतीय टीम ने और कोई गोल नहीं होने दिया और 3-2 से मैच जीतकर फाइनल में प्रवेश कर लिया.
भारत सोमवार को मुंबई में चौथे वनडे मैच में मजबूत प्रदर्शन कर रही वेस्टइंडीज की टीम से भिड़ेगा, तो उसकी नजरें प्लेइंग इलेवन में ‘परफेक्ट’ संतुलन बनाने पर टिकी होंगी. भारतीय टीम शनिवार को पुणे में पांच विशेषज्ञ गेंदबाजों के साथ उतरी, लेकिन उसे हार का सामना करना पड़ा. वेस्टइंडीज के खिलाफ मौजूदा दौरे पर यह उसकी पहली हार है.सीरीज अब भी 1-1 से बराबर चल रही है, जबकि दो मैच खेले जाने बाकी हैं. विराट कोहली की टीम को अगर सीरीज में अजेय बढ़त बनानी है, तो क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया में सोमवार का मैच हर हाल में जीतना होगा. वेस्टइंडीज की टीम को पूरा श्रेय दिया जाना चाहिए जो टेस्ट सीरीज में लचर प्रदर्शन के बाद वापसी करने में सफल रही और मेजबान टीम को एकदिवसीय प्रारूप में कड़ी टक्कर दे रही है.मध्यक्रम के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी और महेंद्र सिंह धोनी की बल्ले से खराब फॉर्म का खामियाजा भी भारत को भुगतना पड़ रहा है. भारत को इंग्लैंड में अगले साल होने वाले वनडे विश्व कप से पूर्व सिर्फ 15 वनडे मैच और खेलने हैं और ऐसे में यह सिर्फ सोमवार को होने वाली मैच की समस्या नहीं है. टी-20 टीम से बाहर किए जाने के बाद धोनी के पास अब फॉर्म में लौटने के लिए सीमित मौके बचे हैं. पुणे में अंबति रायडू (22) लय में आने में सफल रहे थे, लेकिन दाएं हाथ के इस बल्लेबाज को अगर चौथे नंबर पर अपनी जगह पक्की करनी है, तो लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा.पिछले मैच में धोनी से ऊपर पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले ऋषभ पंत ने आक्रामक रुख दिखाया है, लेकिन अपनी पदार्पण वनडे सीरीज में उपयोगी पारी का उन्हें इंतजार है. चयनकर्ताओं ने अंतिम दो मैचों के लिए केदार जाधव को टीम में जगह दी है, जिससे भारत को मजबूती मिलेगी. हाल के समय में उनकी फिटनेस चिंता का विषय रही है, लेकिन देवधर ट्रॉफी में पैर की मांसपेशियों से उबरकर वापसी के बाद अपने पहले प्रतिस्पर्धी मैच में वह प्रभावी नजर आए.जाधव की आक्रामक बल्लेबाजी के अलावा उनकी ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी प्रभावी साबित हो सकती है. सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और रोहित शर्मा लगातार दो मैचों में विफल रहे हैं और टीम को उनसे बड़ी साझेदारी की उम्मीद है. मेजबान टीम के लिए हालांकि सबसे सकारात्मक पक्ष कप्तान कोहली का फॉर्म है, जिन्होंने पुणे में तीसरे वनडे में लगातार तीसरा शतक जड़ा और ऐसा करने वाले पहले भारतीय बने. प्रशंसकों को कोहली से एक और शतक की उम्मीद होगी, लेकिन कप्तान चाहेंगे कि उनकी टीम पिछले दो मैचों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करे. गेंदबाजी की बात करें, तो जसप्रीत बुमराह ने वापसी करते हुए शनिवार को तीसरे वनडे में चार विकेट चटकाए. भुवनेश्वर कुमार ने डेथ ओवरों में काफी रन लुटाए, लेकिन उनके वापसी करने की उम्मीद है. विरोधी टीम के बल्लेबाजों को रोकने में दोनों स्पिनरों युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की भूमिका अहम होगी.वेस्टइंडीज की सबसे बड़ी उम्मीद विकेटकीपर बल्लेबाज शाई होप हैं, जिन्होंने विशाखापत्तनम में 123 और पुणे में 95 रनों की दो अहम पारियां खेलीं टीम को उनसे एक और बड़ी पारी की उम्मीद होगी और शिमरोन हेटमेयर से भी, जो तीसरे मैच में अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में नाकाम रहे. पुणे मैच से पहले बाएं हाथ के बल्लेबाज हेटमेयर ने 106 और 94 रनों की पारियां खेली थीं. अनुभवी मार्लोन सैमुअल्स ने तीसरे वनडे में गेंद से अच्छा प्रदर्शन किया और तीन विकेट चटकाए, लेकिन उनका बल्ला अब तक खामोश रहा है. कप्तान जेसन होल्डर भी अपना योगदान देना चाहेंगे.
नई दिल्ली/टीम डिजिटल।अंडर-19 विश्वकप में भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले स्टार खिलाड़ी शुभमन गिल ने अब देवधर ट्रॉफी में शानदार शतक लगाकर भारत की राष्ट्रीय टीम में चयन के लिए दावेदारी पेश कर दी है। फिलहाल शुभमन हर जगह रन बना रहे हैं। वह भारतीय टीम में अपनी जगह को लेकर काफी समय से इंतजार कर रहे हैं। हालांकि फिलहाल भारतीय टीम में किसी भी प्रारुप के लिए जगह खाली नही दिख रही है। दरअसल शुभमन गिल ने देवधर ट्रॉफी में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। जिसके चलते वह अपनी टीम को फाइनल में पहुंचाने में कामबाय हुए हैं। इससे पहले भी शुभमन मे अंडर-19 विश्वकप में शानदार बल्लेबाजी करके चयनकर्ताओं को अपनी ओर आकर्षित किया था। इसके अलावा उन्होंने आईपीएल में भी केकेआर की तरफ से खेलते हुए शानदार बल्लेबाजी की थी।
शुभमन गिल ने कहा है कि मैं भारतीय टीम में खेलने के लिए तैयार हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम में मौका नहीं मिल पाया। इसके अलावा उम्मीद जतायी है कि अगली सीरीज में खेलने का मौका मिल सकता है। आगे कहा कि मैं रन बनाकर काफी खुश हूं। जब मैं मैदान पर होता हूं तो सिर्फ और सिर्फ रन बनाने के बारे में सोचता हूं। मैं ये सोचता ही नहीं कि अगर मैं आउट हो गया तो क्या होगा
हीरो के खिताब को अपने पास बरकरार रखने के लिए इंडियन टीम शनिवार को जापान की चुनौती का सामना करने उतरेगी। शनिवार को होने वाले सेमीफाइनल में इंडियन टीम का सामना इस वर्ष एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली जापान की टीम से होगा। जहां एक ओर इंडियन टीम के कोच हरेंद्र सिंह का कहना है कि उन्हें अपने खिलाड़ियों से आक्रामक प्रदर्शन की उम्मीद है, वहीं जापान के कोच ने अपने युवा खिलाड़ियों पर भरोसा जताया है।
भारत ने अविजित रहते हुए सेमीफाइनल की राह तय की है। पहले मैच में मेजबान टीम ओमान 11-0 से हराने के बाद उसने चिर प्रतिद्वंद्वी पाक को 3-1 से मात दी। जापान वहिंदुस्तान इस टूर्नामेंट में दूसरी बार आमने-सामने होंगे। इससे पहले, राउंड-रोबिन मैच में मनप्रीत के नेतृत्व में इंडियन टीम ने जापान को 9-0 से करारी शिकस्त दी थी। इसके बाद, मलेशिया के विरूद्ध टीम का मैच गोलरहित ड्रॉ रहा व अंतिम राउंड-रोबिन मैच में दक्षिण कोरिया को हराकर हिंदुस्तान ने सेमीफाइनल में कदम रखा।
भारतीय कोच हरेंद्र ने माना, यह मैच अलग होगा
इस मैच में टीम के खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर इंडियन टीम के मुख्य कोच हरेंद्र सिंह ने कहा, “मैं अपने खिलाड़ियों को भावनाओं पर नियंत्रण रखते हुए आक्रामक हॉकी खेलते हुए देखना चाहता हूं। सेमीफाइनल मैच बेहद अलग होगा। ” कोच हरेंद्र का कहना है कि यह मैच राउंड-रोबिन में जापान के विरूद्ध खेले गए मैच से अलग होगा। सेमीफाइनल के आगे उस मैच का कोई महत्व नहीं है।
जापान के कोच को हैं अपनी टीम से यह उम्मीद जापान के कोच सीजफ्राइड एकमान ने कहा, “मैंने हमेशा से बोला है कि 10 मैचों में से इंडियन टीम नौ मैच जीतने की क्षमता रखती है। ” कोच एकमान ने कहा, “मैं आशा करता हूं कि शनिवार को 10 में से वो एक मैच होगा, जिसमें हम हिंदुस्तान को हरा सकेंगे। राउंड-रोबिन में खेला गया मैच व उसमें मिली पराजय अब इतिहास है। मेरे युवा खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बहुत ज्यादा बढ़ गया है। ”
कोई कसर छोड़ना नहीं चाहते कप्तान
इस मैच के बारे में इंडियन टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा, “हम जानते हैं कि इस मैच में हम प्रबल दावेदार के रूप में कदम रखेंगे लेकिन इसका कोई मतलब नहीं रह जाता है, अगर हम अच्छा प्रदर्शन नहीं करते हैं। ” कप्तान ने कहा, “हमारी प्रयास मैच में अच्छी आरंभ करने की होगी। ऐसे में अच्छा प्रदर्शन मायने रखता है। अगर हम ऐसा कर पाते हैं, तो हम फाइनल में जगह हासिल कर पाने में पास रहेंगे। ” गत विजेता इंडियन टीम के कप्तान को उम्मीद है कि जापान के विरूद्ध हिंदुस्तान अच्छा प्रदर्शन करेगा।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में धमाकेदार प्रदर्शन के बाद पाकिस्तान का टी20 सीरीज में भी बढ़िया प्रदर्शन जारी रहा. सलामी बल्लेबाज बाबर आजम के नाबाद 68 रन और स्पिनर इमाद वसीम के तीन विकेट की मदद से पाकिस्तान ने पहले टी20 मैच में ऑस्ट्रेलिया को 66 रन से हरा दिया. आजम ने 55 गेंद की अपनी पारी में पांच चौके और एक छक्का लगाया. पाकिस्तान ने आठ विकेट पर 155 रन बनाए. इसके बाद वसीम ने 20 रन देकर तीन विकेट चटकाए जिसके कारण ऑस्ट्रेलियाई टीम 89 रन पर आउट हो गई. यह टी20 क्रिकेट में उसका तीसरा संयुक्त न्यूनतम स्कोर है. पाकिस्तान ने तीन मैचों की सीरीज में 1-0 से बढत बना ली है. यह ऑस्ट्रेलिया पर टी20 क्रिकेट में उसकी सबसे बड़ी जीत है. इससे पहले जुलाई में हरारे में उसने 45 रन से जीत दर्ज की थी. यह टी20 क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया का तीसरा न्यूनतम स्कोर है. उसने इंग्लैंड के खिलाफ साउथम्पटन में 2005 में 79 रन और भारत के खिलाफ चार साल पहले ढाका में 86 रन बनाए थे.
पहले टी20 मैच में भी वसीम ने किया बेहतरीन प्रदर्शन
पिछले साल अक्टूबर के बाद पाकिस्तान के लिए पहला मैच खेल रहे वसीम ने आरोन फिंच और डीआर्सी शार्ट को पहले ही ओवर में आउट किया. मध्यम तेज गेंदबाज फहीम अशरफ ने 10 रन देकर दो विकेट लिए. वसीम ने एलेक्स कारे के रूप में तीसरा विकेट लिया. उस समय ऑस्ट्रेलिया का स्कोर छह विकेट पर 22 रन था. नाथन कूल्टर नाइल ने अगर 34 रन नहीं बनाए होते तो ऑस्ट्रेलिया अपने न्यूनतम स्कोर पर भी सिमट सकता था. इससे पहले पाकिस्तान के लिए आजम और मोहम्मद हफीज (39) ने दूसरे विकेट के लिए 73 रन की साझेदारी की.
पहले टेस्ट सीरीज हार चुका है ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया ने हाल ही में पाकिस्तान के हाथों दो टेस्ट मैचों की सीरीज 0-1 से गंवाई थी. इस सीरीज में पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया टीम हार के नजदीक पहुंचतकर ड्रॉ कराने में सफल रही थी. इसमें ऑस्ट्रेलिया के उस्मान ख्वाजा की अहम भूमिका रही थी जो दूसरे टेस्ट मैच में चोटिल हो गए थे. उस्मान दूसरे टेस्ट में बल्लेबाजी नहीं कर सके. इस मैच में पाकिस्तान 373 रनों से जीत हासिल की.