जयपुर ,16 नवंबर। राजस्थान रॉयल्स ने इंडियन प्रीमियर लीग के 2019 में होने वाले 12वें संस्करण के लिए अपने 16 खिलाड़ी बरकरार रखे हैं जिनमें ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीवन स्मिथ भी शामिल हैं जो बॉल टेंपरिंग मामले में 12 महीनों का प्रतिबंध झेल रहे हैं।राजस्थान ने गुरूवार को एक बयान जारी कर यह घोषणा की। राजस्थान की टीम लीग चरण में शीर्ष चार टीमों में रही थी और उसने प्लेऑफ के लिए चलीफाई किया था। राजस्थान ने अगले सत्र के लिए अपने टीम तैयारियों को आगे बढ़ाते हुए 2019 सत्र की नीलामी से पहले 16 खिलाडिय़ों को रिटेन किया है।
स्मिथ को बॉल टेंपरिंग मामले में दोषी पाए जाने के बाद राजस्थान टीम की कप्तानी से हटा दिया गया था और अजिंक्या रहाणे को 2018 सत्र के लिए कप्तान बनाया गया था। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने स्मिथ पर 12 महीने का प्रतिबंध लगाया था और इस समय उन्होंने क्लब क्रिकेट में खेलना शुरू कर दिया है। राजस्थान ने स्मिथ को आईपीएल के अगले सत्र के लिए रिटेन किया है। राजस्थान के रिटेन किये अन्य अंतर्राष्ट्रीय खिलाडिय़ों में जोस बटलर,बेन स्टोक्स,जोफ्रा आर्चर और ईश सोढी शामिल हैं।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने फैसला किया है कि विश्व कप के लिए चुने गए खिलाड़ियों को 2019 आईपीएल के अंतिम सप्ताहों में खेलने की स्वीकृति नहीं दी जाएगी। सीए ने इसकी वजह बताई कि आईपीएल में अंतिम समय में नहीं खेलने से खिलाड़ियों को 2019 आईसीसी विश्व कप की तैयारी करने का अच्छा मौका मिल सकेगा। लुभावनी टी20 लीग आईपीएल की शुरुआत इस बार निर्धारित समय से पहले होगी, ताकि खिलाड़ियों को 30 मई से इंग्लैंड में शुरू हो रहे विश्व कप से पहले आराम और तैयारी का पर्याप्त समय मिल सके। आईपीएल की शुरुआत मार्च में करने का मतलब होगा कि इसका अंतिम चरण आस्ट्रेलिया के घरेलू सत्र और पाकिस्तान के खिलाफ उसकी वन-डे अंतरराष्ट्रीय सीरीज से भी टकराएगा। शेफील्ड शील्ड का अंतिम दौर 20 से 23 मार्च तक होगा। पाकिस्तान के खिलाफ वन-डे सीरीज की तारीखों की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन इसका आयोजन 15 से 29 मार्च के बीच होगा। क्रिकेट आस्ट्रेलिया ने स्पष्ट कर दिया है कि गत चैंपियन टीम के लिए विश्व कप प्राथमिकता है और आईपीएल में खेलने की स्वीकृति हासिल करने के लिए खिलाड़ियों को अपनी शेफील्ड शील्ड और राष्ट्रीय प्रतिबद्धता पूरी करनी होगी। क्रिकेट आस्ट्रेलिया ने साथ ही कहा कि विश्व कप के लिए चुने गए 15 खिलाड़ियों को मई की शुरुआत में टूर्नामेंट पूर्व शिविर में भी हिस्सा लेना होगा, जिसका मतलब हुआ कि वे आईपीएल के अंतिम दो से तीन हफ्तों से बाहर रह सकते हैं। सीए की अंतरिम ईजीएम टीम परफोर्मेंस बेलिंडा क्लार्क ने कहा, ‘यह मुश्किल समय है क्योंकि क्रिकेट विश्व कप के कारण आईपीएल की तारीखों को आगे खिसकाया गया है और यह हमारे घरेलू सत्र से टकरा रहा है।’
भारतीय क्रिकेट टीम साल 2018 के अपने आखिरी दौरे के लिए पूरी तरह तैयार है। आखिरी बार 2014-15 ऑस्ट्रेलिया दौरा करने वाली भारतीय टीम लगभग चार साल बाद कंगारूओं के घर में लोहा लेने जा रही है। ऑस्ट्रेलिया रवाना होने से पहले गुरुवार को भारतीय कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए इस जोड़ी ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के साथ-साथ विश्व कप 2019 के लिए अहम बातें कही। विराट ने बताया, ‘सबसे ज्यादा ना मुझे कोच से ही सुनने को मिली है, लेकिन ये निजी चीजें होती हैं। ये टीम के एक अंदरूनी माहौल में होती हैं। टीम में हर किसी को अपनी राय रखने की आजादी है। एक दिन मेरा क्रिकेट खत्म हो जाएगा। रवि भाई भी चले जाएंगे। हम सिर्फ एक दी गई जिम्मेदारी के लिए काम करते हैं। हम दोनों , बल्कि हम सभी का एक ही मकसद है कि क्रिकेट को आगे ले जाएं। 2014 में मेरे इंग्लैंड दौरे और 2015 में शिखर धवन को दबाव से बाहर निकालने में शास्त्री का अहम योगदान रहा है। उनके सुझावों पर मैंने टीम में कई अहम बदलाव किए। मैन मैनेजमेंट के मामले में वे लाजवाब हैं।’ विराट ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में हमारा फोकस बल्लेबाजी पर ज्यादा रहेगा, क्योंकि मौजूदा समय में हमारे गेंदबाज अच्छा परफॉर्म कर रहे हैं। अगर निचले क्रम में ऑलराउंडर रनों से अपना योगदान देने में सफल रहेंगे तो हम किसी भी मैच या सीरीज के नतीजे को बदल सकते हैं। इंग्लैंड में लॉर्ड्स टेस्ट को छोड़ दें तो हमने टुकड़े-टुकड़े में अच्छी बल्लेबाजी की। हां, किसी एक मैच में हमारे बल्लेबाज एक साथ अच्छा नहीं कर पाए। शास्त्री ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में वनडे सीरीज को हम हल्के में नहीं ले सकते, क्योंकि वर्ल्ड कप से पहले यह सीरीज होगी। ऐसे समय में अब हम किसी और खिलाड़ी को चोटिल होते नहीं देख सकते। अब प्रयोग करने का समय बीत चुका है। हमारे पास अब किसी भी खिलाड़ी को हटाने या बदलने का वक्त नहीं है।
वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट, वनडे और टी20 सीरीज में टीम इंडिया (Team India) की आसान जीत के बाद अब क्रिकेटप्रेमियों की नजर ऑस्ट्रेलिया के अहम दौरे (Australia Tour) में विराट कोहली (Virat Kohli) ब्रिगेड के प्रदर्शन पर टिकी हुई हैं. बेशक, स्टीव स्मिथ (Steve Smith) और डेविड वॉर्नर (David Warner) जैसे धाकड़ बल्लेबाजी की गैरमौजूदगी के कारण ऑस्ट्रेलिया टीम, भारत की तुलना में कुछ कमजोर आंकी जा रही है लेकिन अपने मैदानों पर उसकी चुनौती को आसनी से नहीं लिया जा सकता. भारतीय टीम के प्रदर्शन के अलावा क्रिकेट फैंस की नजर इस बात पर भी है कि विराट कोहली इस सीरीज में रनों का अंबार लगाना जारी रखते हैं या नहीं. विराट इस समय बल्लेबाजी में जबर्दस्त प्रदर्शन कर रहे हैं और लगभग हर पारी के साथ अपने नाम नया रिकॉर्ड दर्ज करा रहे हैं. क्रिकेट समीक्षकों और कई पूर्व क्रिकेटर भी इस दौरे में विराट को ऑस्ट्रेलिया टीम के लिए सबसे बड़ा खतरा मान रहे हैं.
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज रहे माइकल वॉन (Michael Vaughan) ने तो एक तरह से विराट को ऑस्ट्रेलिया टीम के लिए विराट को बेहद बड़ी चुनौती बता दिया है.ट्विटर पर यह सवाल किया था कि विराट क्या ऑस्ट्रेलिया में बल्लेबाजी में अपना वर्चस्व बनाकर रखेंगे? इसके जवाब में माइकल वॉन ने संक्षिप्त लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम को ‘भयभीत’ करने वाला जवाब दिया-हां.गौरतलब है कि विराट हाल ही में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़कर सबसे तेजी से 10 हजार वनडे रन तक पहुंचने वाले बल्लेबाज बने हैं. 5 नवंबर को ही 30 वर्ष पूरे करने वाले विराट ने इस कैलेंडर ईयर में वनडे इंटरनेशनल में 133.55 के औसत से रन बनाए हैं. यही नहीं, वे 50 ओवर के फॉर्मेट में इस साल सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. विराट के बाद रोहित शर्मा (औसत 73.57)इस मामले में दूसरे स्थान पर हैं.टेस्ट क्रिकेट में भी विराट का बल्ला जमकर रन उगल रहा है. उन्होंने इस साल 10 टेस्ट मैच में 59.05 के औसत से 1063 रन बनाए हैं जिसमें चार शतक शामिल हैं. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट रिकॉर्ड की बात करें तो विराट ने इस देश के खिलाफ आठ टेस्ट खेले हैं और 62 के औसत से 992 रन (पांच शतक) बनाए हैं. इस दौरान 169 विराट का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सर्वोच्च स्कोर रहा है. पिछली बार भारतीय टीम ने वर्ष 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था, उस समय चार टेस्ट की सीरीज में विराट कोहली ने 86.50 के औसत से 692 रन (चार शतक) बनाए थे. हालांकि विराट के इस शानदार प्रदर्शन के बावजूद टीम इंडिया को सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था.
श्रीलंका क्रिकेट टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से एक दिग्गज लेफ्ट आर्म स्पिनर रंगना हेराथ ने कहा है कि उनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का यह सही समय था. 40 वर्षीय हेराथ ने पहले ही यह ऐलान कर दिया था कि इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे और अब उन्होंने यहां गॉल इंटरनेशनल स्टेडियम में इंग्लैंड और श्रीलंका के बीच खेले गए पहले टेस्ट मैच के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया.
क्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार, श्रीलंका को इस मैच में इंग्लैंड के हाथों 211 रन से हार का सामना करना पड़ा, जिसकी बदौलत हेराथ की यह विदाई थोड़ी फिकी रही. हेराथ ने मैच के बाद कहा, ‘हारना, कभी भी अच्छा परिणाम नहीं होता लेकिन यह खेल का एक हिस्सा है. हम अच्छी क्रिकेट खेलना चाहते थे. उम्मीद है कि खिलाड़ी दूसरे और तीसरे मैच में मजबूती से वापसी करेंगे.’ हेराथ ने अपने टेस्ट करियर के दौरान श्रीलंका के लिए 93 टेस्ट मैच खेले. जिसमें उन्होंने कुल 433 विकेट अपने नाम किए. उन्होंने इसके अलावा अपने देश के लिए 71 वनडे खेले हैं जिसमें उन्होंने कुल 74 विकेट लिए और 17 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच भी खेले हैं,जिसमें उन्होंने कुल 18 विकेट अपने नाम किए.
भावुक हुए रंगना
उन्होंने कहा, ‘यह एक भावुक क्षण है. लेकिन हर किसी को सही समय पर फैसला लेना होता है. मैंने जितने साल भी अपने देश के लिए क्रिकेट खेला, उस दौरान मेरा समर्थन करने के लिए मैं लोगों, खासकर टीम साथियों और श्रीलंका क्रिकेट को धन्यवाद देना चाहता हूं.हेराथ ने इसी मैदान पर टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था और अब उन्होंने इसी मैदान से क्रिकेट को अलविदा कहा है. टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में आठवें सबसे सफल गेंदबाज हेराथ ने कहा, ‘अपने देश के लिए खेलना मेरे लिए गर्व और सम्मान की बात है. श्रीलंका में 2.2 करोड़ लोग हैं और उनमें से कुछ लोगों को ही अपने देश के लिए खेलने का मौका मिल पाता है, इसलिए किसी भी खिलाड़ी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है.’ उन्होंने अपने आखिरी टेस्ट मैच की पहली पारी में 78 रन पर एक विकेट और दूसरी पारी में 59 रन पर दो विकेट हासिल किए.
हाकी इंडिया ने बेंगलुरु में सोमवार से शुरू हो रहे महिला राष्ट्रीय शिविर के लिए 33 संभावित खिलाड़ियों के नामों का ऐलान कर दिया है. शिविर का आयोजन मुख्य कोच मारिन शोर्ड के मार्गदर्शन में किया जाएगा. यह शिविर 30 नवंबर तक चलेगा.
मुख्य कोच रिन ने कहा कि हमने कुछ युवा खिलाड़ियों को समूह में शामिल किया है, जिन्होंने घरेलू प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन किया. हमारे पास ऐसी खिलाड़ी भी हैं जिन्होंने युवा ओलिंपिक खेलों में अच्छा प्रदर्शन किया.उन्होंने कहा कि यह उत्साहवर्धक है कि हमारे पास खिलाड़ियों का मजबूत पूल है जो टीम में जगह बनाने के लिए एक दूसरे को चुनौती पेश कर रही हैं. शिविर के दौरान हमारा ध्यान मजबूती और अनुकूलन के अलावा चपलता और फिटनेस के स्तर पर रहेगा. यह शिविर बेंगलुरू के भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) सेंटर में 12 नवंबर से शुरू होगा. हॉकी इंडिया के अनुसार, सभी खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच शुअर्ड मरेन को रिपोर्ट करेंगे. चुनी गई खिलाड़ी इस प्रकार हैं
गोलकीपर: सविता, रजनी एटिमार्पू और सोना मिंज, डिफेंडर: दीप ग्रेस एक्का, सुनीता लाकरा, सुशीला चानू फुख्रामबम, गुरजीत कौर, रश्मिता मिंज, सुमन देवी थोडम, महिमा चौधरी, निशा और सलीमा टेटे, मिडफील्डर: निक्की प्रधान, मोनिका, लिलिमा मिंज, नमिता टोप्पो, नेहा गोयल, उदिता, ज्योति, अनुजा सिंह, श्यामा तिडगाम, सोनिका और करिश्मा यादव, फारवर्ड: रानी, लालरेसियामी, नवनीत कौर, नवजोत कौर, रजविंदर कौर, वंदना कटारिया, अनुपा बार्ला, प्रियंका वानखेड़े, रीना खोखर और लीलावती मलामदा