नई दिल्ली ,14 मार्च । आस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने महेंद्र सिंह धोनी के आलोचकों से कहा है कि वह धोनी को हल्के में लेने की गलती न करें। क्लार्क का यह बयान भारत को अपने घर में आस्ट्रेलिया के हाथों 2-3 से मिली हार के बाद आया है।
इस सीरीज में आखिर के दो मैचों में धोनी नहीं खेले थे। उनके स्थान पर युवा बल्लेबाज-विकेटकीपर ऋषभ पंत को टीम में मौका दिया गया था लेकिन वह संघर्ष करते दिखे। क्लार्क ने सोशल मीडिया पर धोनी की अहमियत को बताते हुए कहा, कभी भी धोनी की महत्ता को हल्के में नहीं लें, उनका अनुभव मध्यक्रम में काफी अहम है।
अपनी विकेटकीपिंग शैली के अलावा धोनी विकेट के पीछे से गेंदबाजों को निर्देश भी देते रहते हैं। चाइनामैन कुलदीप यादव एक ऐसे गेंदबाज हैं जिन्हें आखिरी दो मैचों में धोनी की कमी खली।
पोर्ट एलिजाबेथ ,14 मार्च । दक्षिण अफ्रीका ने यहां खेले गए चौथे वनडे मैच में श्रीलंका को छह विकेट से हराकर पांच मैचों की सीरीज में 4-0 बढ़त बना ली। दक्षिण अफ्रीका ने बुधवार को खेले गए इस मैच में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करते हुए श्रीलंका को 189 रन पर ढेर कर दिया और फिर 32.5 ओवर में चार विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया।
मेजबान टीम के लिए च्ंिटन डीकॉक ने 51, कप्तान फॉफ डुप्लेसिस ने 43 और ज्यां पॉल ड्यूमिनी ने नाबाद 31 रन बनाए। डेविड मिलर ने नाबाद 25 रन बनाया। श्रीलंका की ओर से धनंजय डी सिल्वा को तीन और कसुन रजिता को एक विकेट मिला।
इससे पहले श्रीलंकाई टीम 39.2 ओवर में 189 रन पर ऑलआउट हो गई। टीम के लिए इसुरु उडाना ने 78 रन बनाए और उन्हें मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला। अविश्का फर्नाडो ने 29 रनों का योगदान दिया। दक्षिण अफ्रीका के लिए एनरिक नोर्जे ने तीन, एंडिले फेहलुकवायो ने दो और डेल स्टेन, लुंगी एनगिदी, तबरैज शम्सी तथा ड्यूमिनी ने एक-एक विकेट लिया।
मैनचेस्टर ,13 मार्च । इंग्लिश क्लब मैनचेस्टर सिटी ने मंगलवार रात यहां यूरोपीय चैम्पियंस लीग राउंड ऑफ-16 के दूसरे लेग के मैच में शाल्के को 7-0 से करारी शिकस्त दी। पहले लेग में भी सिटी ने जीत दर्ज की थी जिसके कारण उसने 10-2 से कुल योग के साथ चर्टर फाइनल में जगह बनाई।
रिपोर्ट के अनुसार, इस अहम मुकाबले में सर्जियो अगुएरो ने जर्मन क्लब के खिलाफ दो गोल दागे। मुकाबले के पहले हाफ में मेजबान टीम ने तीन जबकि दूसरे हाफ में चार गोल दागे। पहला गोल अगुएरो ने 35वें मिनट में पेनाल्टी के जरिए किया। इसके तीन मिनट बाद, उन्होंने सिटी की बढ़त को दोगुना कर दिया। शाल्के के पूर्व खिलाड़ी लेरॉय साने ने 42वें मिनट में स्कोर 3-0 कर दिया। दूसरे हाफ में सिटी मेहमान टीम पर और हावी हो गई। 56वें मिनट में रहीम स्टर्लिग ने टीम का चौथा गोल दागा। मेजबान टीम यहीं नहीं रुकी। बर्नाडो सिल्वा ने 71वें और फोडेन ने 78वें मिनट में गोल किए।
मैच का अंतिम गोल 84वें मिनट में गेब्रियल जेसुस ने दागा।
नई दिल्ली ,13 मार्च । आस्ट्रेलिया के कप्तान एरॉन फिंच ने बुधवार को फिरोज शाह कोटला मैदान पर खेले जा रहे निर्णायक पांचवें वनडे मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया है। भारत ने शुरुआती दो मैच जीतकर 2-0 की बढ़त ले ली थी, लेकिन आस्ट्रेलिया ने दमदार वापसी करते हुए सीरीज को 2-2 से बराबर करा लिया। मेजबान टीम ने दो बदलाव किए हैं। युजवेंद्र चहल को बाहर बुलाकर रवींद्र जडेजा जबकि लोकेश राहुल के स्थान पर मोहम्मद शमी को मौका दिया गया है।
आस्ट्रेलिया ने भी दो बदलाव किए हैं। शॉन मार्श की जगह मार्कस स्टोइनिस और जेसन बेहरनडोर्फ के स्थान पर नाथन लॉयन को टीम में शामिल किया गया है। भारत के लिए यह मैच साख का सवाल बन चुकी है क्योंकि 2015-16 के बाद से भारत अपने घर में कोई भी वनडे सीरीज नहीं हारा है।
नई दिल्ली ,12 मार्च । पिछले 4 मैचों में वर्ल्ड कप के लिए टीम संयोजन के समीकरण बनने के बजाए बिगडऩे के बाद अब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बुधवार को होने वाले 5वें और अंतिम वनडे इंटरनैशनल मैच में सीरीज जीतने के लक्ष्य के साथ फिरोजशाह कोटला मैदान पर उतरेगी।
भारत ने जब इस सीरीज में कदम रखा तो तब माना जा रहा था कि इंग्लैंड एवं वेल्स में 30 मई से शुरू होने वाले वर्ल्ड कप के लिए उसे केवल 2 स्थान तय करने हैं लेकिन पिछले 4 मैचों में टीम के कुछ कमजोर पक्ष उभरकर सामने आए, जिससे वर्ल्ड कप संयोजन को लेकर थोड़ी अस्पष्टता बन गई है। लेकिन यह अच्छा है कि सही समय पर टीम प्रबंधन को तमाम पहलुओं पर मंथन करने का मौका मिलेगा।
भारत के पास पहले 2 मैच जीतने के बाद प्रयोग करने का मौका था लेकिन इसके बाद उसने अगले दोनों मैच गंवा दिए, जिससे 5वां मैच निर्णायक बन गया है। ऐसे में विराट कोहली एवं टीम का मुख्य लक्ष्य सीरीज जीतना बन गया है क्योंकि वह पिछले तीन वर्षों के अपने शानदार रेकॉर्ड को बरकरार रखने की कोशिश करेगी। भारत ने पिछले तीन वर्ष में जो 13 द्विपक्षीय सीरीजएं खेली हैं उनमें से 12 में जीत दर्ज की है। मोहाली में 359 रन का विशाल लक्ष्य हासिल करके रेकॉर्ड बनाने वाला ऑस्ट्रेलिया अब पहले 2 मैच गंवाने के बाद 5 मैचों की सीरीज जीतने वाली टीमों की विशिष्ट श्रेणी में शामिल होना चाहेगा।
रांची और विशेषकर मोहाली की जीत से उसका मनोबल बढ़ा होगा लेकिन स्पिनरों के लिए अनुकूल माने जाने वाली कोटला की पिच पर उसके बल्लेबाजों की कड़ी परीक्षा होगी। सीरीज से पहले लग रहा था कि भारत की वर्ल्ड कप टीम के 13 स्थान पक्के हैं और अब केवल दूसरे सलामी बल्लेबाज और एक गेंदबाज का स्थान तय करना है लेकिन अंबाती रायुडू की नाकामी, ऋषभ पंत का विकेटों के पीछे का लचरपन, केएल राहुल में निरंतरता का अभाव और युजवेंद्र चहल की क्षीण पड़ती मारक क्षमता ने टीम प्रबंधन के लिए चिंता बढ़ा दी है।
कोहली पिछले मैच में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे थे लेकिन निर्णायक मैच की नजाकत को देखते हुए वह अपने घरेलू मैदान पर तीसरे नंबर पर ही उतर सकते हैं। राहुल को एक और मौका मिलने की संभावना है और मैच की परिस्थितियों के हिसाब से उनका बल्लेबाजी क्रम तय किया जा सकता है। टीम प्रबंधन हालांकि वर्ल्ड कप से पहले इस आखिरी मैच में लगातार निखर रहे विजय शंकर को चौथे नंबर पर आजमा सकता है।
शिखर धवन का फॉर्म में लौटना भारत के लिए अच्छी खबर है। वैसे धवन को लेकर टीम प्रबंधन पहले भी चिंतित नहीं था। अपने घरेलू मैदान पर अब तक केवल एक बार (टी20, बनाम न्यू जीलैंड 2017) में अपने बल्ले का कमाल दिखाने वाला बाएं हाथ का यह बल्लेबाज मोहाली की फॉर्म यहां बरकरार रखना चाहेगा। दिल्ली के दर्शकों को कोहली से भी बड़ी पारी की उम्मीद रहेगी, जिन्होंने कोटला पर वनडे और टेस्ट में एक एक शतक लगाया है।
पंत पहली बार अपने घरेलू मैदान पर अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के लिए उतरेंगे और वह इसे यादगार बनाकर पिछले मैच में विकेटकीपर के तौर पर की गई गलतियों को सुधारना चाहेंगे। भुवनेश्वर कुमार ने पिछले मैच में डेथ ओवरों में निराश किया। मोहम्मद शमी अगर फिट होते हैं तो टीम प्रबंधन उन्हें इस महत्वपूर्ण मुकाबले के लिए अंतिम एकादश में रख सकता है।
ऑस्ट्रेलियाई टीम का प्रदर्शन उतार-चढ़ाव वाला रहा लेकिन वर्ल्ड कप से पहले वह बेहतर टीम नजर आने लगी है। शीर्ष क्रम में कप्तान आरोन फिंच और शॉन मार्श की अनियमित फॉर्म टीम के लिए चिंता का विषय होगी लेकिन मध्यक्रम और निचले मध्यक्रम में पीटर हैंड्सकॉम्ब, ग्लेन मैक्सवेल और एश्टन टर्नर की सकारात्मक बल्लेबाजी से उसका मनोबल बढ़ा है। कोटला का विकेट पर अगर स्पिनरों को मदद मिलती है तो लेग स्पिनर एडम जांपा और ऑफ स्पिनर नाथन लियोन दोनों को टीम में जगह मिल सकती है।
इस मैदान पर अब तक दोनों टीमों के बीच चार मैच खेले गए हैं, जिसमें से भारत ने तीन में जीत दर्ज की है। ऑस्ट्रेलिया ने एकमात्र जीत 1998 में हासिल की थी। मौसम विभाग ने बुधवार को हल्की बारिश की भविष्यवाणी की। अगर आसमान साफ रहता है तो ओस अपनी भूमिका निभा सकती है। ये दोनों कारक टीम संयोजन को प्रभावित कर सकते हैं।
गोवा ,12 मार्च । मुंबई सिटी एफसी और एफसी गोवा आज हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के पांचवें सीजन के दूसरे सेमीफाइनल मैच के दूसरे चरण में जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आमने-सामने होंगी। पहले चरण के मैच में गोवा ने उसे 5-1 से मात दी थी। इसके बाद मुंबई के फाइनल में जाने की उम्मीदें लगभग खत्म हो गई हैं। अगर उसे फाइनल में जाना है तो दूसरे चरण में विशाल अंतर से जीत हासिल करनी ही होगी।
भारतीय फुटबाल में कोई भी टीम इस तरह से पिछडऩे के बाद वापसी नहीं कर सकी और कोच कोस्टा जानते हैं कि उनकी टीम के एक बड़ा उलटफेर करने की संभावनाएं बेहद कम हैं।
मुंबई फुटबाल एरेना में खेले गए पहले चरण के मैच में मुंबई की टीम पहले हाफ तक मैच में थी। वह हालांकि 1-2 से पीछे थी लेकिन उसकी वापसी की संभावनाएं बनी हुई थीं, लेकिन दूसरे हाफ में गोवा ने जादू सा किया और तीन गोल और करते हुए मुंबई को ऐसी हार सौंपी जिसके बाद दूसरे चरण में विशाल अंतर से जीत के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा है।
लीग चरण में जब मुंबई की टीम गोवा के खिलाफ उसके घर में खेलने गई थी तो 5-0 से हार कर आई थी। पहले चरण के बाद से गोवा की मुंबई के खिलाफ गोलों की संख्या तीन मैचों में 12 हो गई है जबकि आईएसएल में गोवा की मुंबई के खिलाफ कुल गोलों की संख्या 24 पहुंच गई है। मुंबई ने सिर्फ नौ गोल किए हैं। लेकिन यह सब अब अतीत की बात है और गोवा के कोच सर्जियो लोबेरा इस मैच को हल्के में लेने के मूड में नहीं हैं।
फेरान कोरोमिनास गोवा के खतरनाक खिलाड़ी हैं। उन्होंने अभी तक 16 गोल और सात एसिस्ट किए हैं। वहीं मुंबई के सोगू ने 12 गोल किए हैं। कोस्टा इस मैच में सोगू से उनके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे होंगे।
मुंबई को गोवा को सिर्फ गोल करने से नहीं रोकना है बल्कि उसे मौकों को भुनाते हुए गोल भी करने होंगे। मैच में सभी कुछ मुंबई के खिलाफ है, ऐसे में क्या टीम चमत्कार कर पाएगी