नई दिल्ली। दिल्ली प्रीमियर लीग के उद्घाटन के करीब आते ही, साउथ दिल्ली सुपरस्टार्स के लिए खेलने वाले मार्की खिलाड़ी आयुष बदौनी ने आगामी लीग की तुलना आईपीएल से की।
आयुष बदौनी ने इस बारे में अपनी उत्सुकता साझा करते हुए कहा, यह मिनी इंडियन प्रीमियर लीग की तरह होगी।
दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) द्वारा शुरू की गई डीपीएल 17 अगस्त से 8 सितंबर तक नई दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में आयोजित की जाएगी।
अब तक 62 टी20 मैचों में 977 रन बनाने वाले बदौनी ने कहा, दिल्ली प्रीमियर लीग खिलाडिय़ों को बेहतरीन अनुभव प्रदान करेगी। मेरे लिए, यह मिनी आईपीएल की तरह होगी। इस तरह के मैच खेलने से हमेशा आत्मविश्वास बढ़ता है। इससे मुझे और दिल्ली के क्रिकेटरों को बेहतरीन अनुभव मिलेगा।
स्टार खिलाडिय़ों के खिलाफ खेलने की संभावना पर बात करते हुए, 24 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा, दिल्ली के खिलाड़ी अपनी आक्रामक क्रिकेट के लिए जाने जाते हैं। इसलिए, डीपीएल क्रिकेट प्रशंसकों के लिए बहुत प्रतिस्पर्धी और देखने में मजेदार होगा। लीग के बारे में जो बात मुझे सबसे ज्यादा उत्साहित करती है, वह है इशांत शर्मा के खिलाफ खेलना।
हम हमेशा यह मजाक करते हैं कि वह मुझे आउट कर देगा। मैं उससे कहता हूं कि मैं उसे सिक्स मारूंगा, इसलिए उसके खिलाफ खेलना मजेदार होगा।
दिल्ली प्रीमियर लीग की छह टीमों के नाम: साउथ दिल्ली सुपरस्टार्स, ईस्ट दिल्ली राइडर्स, सेंट्रल दिल्ली किंग्स, नॉर्थ दिल्ली स्ट्राइकर्स, वेस्ट दिल्ली लायंस और पुरानी दिल्ली 6। इस लीग में ऋषभ पंत, इशांत शर्मा, हर्षित राणा, यश ढुल और अन्य जैसे खिलाड़ी शामिल होंगे। साउथ दिल्ली सुपरस्टार्स के लिए बदौनी शीर्ष पसंद थे, जिसके मालिक भारत के स्टार बल्लेबाज शिखर धवन हैं।
नईदिल्ली। आईपीएल 2025 से पहले दिल्ली कैपिटल्स ने रिकी पोंटिंग को हेड कोच पद से हटा दिया. 7 सालों से साथ रहे पोंटिंग अब आगामी आईपीएल 2025 में फ्रेंचाइजी के साथ नजर नहीं आएंगे. वहीं, फ्रेंचाइजी की ओर से ये भी साफ कर दिया गया है कि सौरव गांगुली हेड ऑफ क्रिकेट हैं और उनके पास काफी जिम्मेदारियां हैं. इसलिए उन्हें हेड कोच नहीं बनाया जाएगा. अब ऐसे में सवाल उठता है कि आने वाले सीजन से पहले कौन बनेगा दिल्ली का नया हेड कोच? आइए आपको बताते हैं उन 3 दिग्गजों के बारे में जो संभाल सकते हैं दिल्ली की कोचिंग की जिम्मेदारी...
दिल्ली कैपिटल्स के पूर्व खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग को भी फ्रेंचाइजी हेड कोच की जिम्मेदारी सौंप सकती है. जाहिर तौर पर आईपीएल में टीमें भारतीय दिग्गजों को कोच बनाना चाहती हैं, ताकि वह खिलाडिय़ों के साथ अच्छा तालमेल बैठाकर आगे बढ़ सकें. वहीं सहवाग दिल्ली के लिए एक अच्छा विकल्प साबित हो सकते हैं.
आशीष नेहरा का नाम देखकर आप सोच रहे होंगे कि ये तो पहले से ही गुजरात टायटंस के हेड कोच के रूप में काम कर रहे हैं, तो आखिर उन्हें दिल्ली कैसे अपना कोच बना सकती है. लेकिन आपको बता दें, पिछले कुछ वक्त से रिपोर्ट्स आ रही हैं कि गुजरात और नेहरा के रास्ते अलग हो सकते हैं. ऐसे में दिल्ली इस मौके को भुनाकर आशीष नेहरा को अपने साथ जोड़ सकती है. नेहरा की कोचिंग में गुजरात टायटंस ने 2022 में खिताबी जीत भी दर्ज की थी.
पूर्व भारतीय दिग्गज ऑलराउंजर इरफान पठान भी उन खिलाडिय़ों में से एक हैं, जिन्हें दिल्ली कैपिटल्स अपना हेड कोच बनाने का विचार कर सकती है. इरफान के पास आईपीएल मैचों का खूब अनुभव है, जो उनकी टीम को आगे बढ़ाने में मदद कर सकता है.
भले ही अब तक इरफान कोचिंग की भूमिका में ना दिखे हो, लेकिन उनकी मेंटॉरशिप में कई युवाओं ने अपना करियर बनाया है और इंडियन कैप हासिल की है.
पेरिस। अमेरिका ने पेरिस खेलों में बर्सी एरेना में भारी भीड़ के सामने फ्रांस को 98-87 से हराकर लगातार पांचवां ओलंपिक पुरुष बास्केटबॉल स्वर्ण पदक जीता।
अमेरिकियों द्वारा भाग लिए गए 20 ओलंपिक में यह उसका 17वां स्वर्ण पदक था। लगातार पांच स्वर्ण पदक पुरुषों के लिए अमेरिका द्वारा पहले सात ओलंपिक प्रतियोगिताओं को जीतने का दूसरा सबसे लंबा सिलसिला है।
स्टीफन करी आठ 3-पॉइंटर्स पर 24 अंकों के साथ समाप्त हुए और पांच सहायता प्राप्त की। अमेरिकी ओलंपिक बास्केटबॉल इतिहास में सर्वकालिक अग्रणी पुरुष या महिला स्कोरर केविन ड्यूरेंट ने इस ओलंपियाड का अपना एकमात्र मैच शुरू किया और उनके 15 अंक, चार रिबाउंड और चार सहायता थीं।
एनबीए के करियर स्कोरिंग लीडर और अमेरिकी ओलंपिक सहायता लीडर लेब्रोन जेम्स ने 14 अंक, 10 सहायता और छह रिबाउंड जोड़े।
अमेरिका के लिए डेविन बुकर के 15 अंक और छह रिबाउंड और एंथोनी डेविस के आठ अंक, नौ रिबाउंड और चार ब्लॉक किए गए शॉट थे, जो ओलंपिक इतिहास में 144-5 हैं।
यह सोना अमेरिकी रोस्टर की विरासत में जुड़ गया है जिसमें 15 एनबीए चैंपियनशिप वाले खिलाड़ी, चार एनबीए एमवीपी वाले खिलाड़ी, पिछले 13 एनबीए फाइनल एमवीपी में से सात और एनबीए की 75वीं वर्षगांठ टीम के चार सदस्य (जेम्स, करी, ड्यूरेंट और डेविस) शामिल हैं।
इस अमेरिकी टीम की तुलना 1992 की ड्रीम टीम से की गई है, जो ओलंपिक में एनबीए खिलाडिय़ों वाली पहली टीम थी और जिसने आसानी से स्वर्ण पदक जीता था। जबकि ड्रीम टीम ने अन्य देशों को अपने कार्यक्रमों में सुधार करने के लिए प्रेरित किया, अमेरिका ने तब से ओलंपिक में शासन किया है।
पेरिस। आक्रामक और हमलावर प्रदर्शन के साथ, अमन सहरावत ने पुरुषों के 57 किलोग्राम फ्रीस्टाइल वर्ग में कांस्य पदक जीतकर विनेश फोगाट की अयोग्यता पर भारतीय दल की निराशा को दूर किया जो पदक से चूक गईं।
सहरावत ने प्यूर्टो रिको के डेरियन क्रूज़ पर 13-5 से जोरदार जीत दर्ज की। इस प्रक्रिया में, सहरावत 21 साल 0 महीने और 24 दिन की उम्र में भारत के सबसे कम उम्र के व्यक्तिगत ओलंपिक पदक विजेता बन गए। उन्होंने पीवी सिंधु के रिकॉर्ड को बेहतर बनाया, जो रियो ओलंपिक 2016 में रजत पदक जीतने पर 21 साल 1 महीने और 14 दिन की थीं।
जब ऐसा लग रहा था कि 2008 के बाद पहली बार भारतीय पहलवान ओलंपिक से खाली हाथ लौटेंगे, तब सहरावत ने शुक्रवार को कांस्य पदक जीतकर दल का हौसला बढ़ाया।
यह पेरिस ओलंपिक में भारत का छठा पदक है, जिसमें देश ने अब तक एक रजत और पांच कांस्य पदक हासिल किए हैं।
दल में एकमात्र पुरुष पहलवान सहरावत ने मुकाबले का पहला अंक गंवा दिया, लेकिन जोरदार वापसी की और एक समय 2-3 से पिछडऩे के बावजूद पहले राउंड के अंत में 6-3 की बढ़त ले ली।
दूसरे राउंड में, सहरावत आत्मविश्वास से भरे हुए थे और ऐसा कभी नहीं लगा कि वह अपनी आरामदायक बढ़त को जाने देंगे और 13-5 से मुकाबला जीत गए।
21 वर्षीय सहरावत केडी जाधव (कांस्य 1952), सुशील कुमार (कांस्य 2008, रजत 2012), योगेश्वर दत्त (कांस्य 2012), साक्षी मलिक (कांस्य 2016), रवि दहिया (रजत 2020) और बजरंग पुनिया (कांस्य, 2020) की श्रेणी में शामिल हो गए। यह दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम के पहलवानों द्वारा जीता गया छठा पदक है जो भारत में कुश्ती गतिविधि का एक प्रमुख केंद्र है।
सहरावत इस वर्ष कुश्ती में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले एकमात्र पुरुष पहलवान थे। उनके प्रदर्शन ने उन्हें ओलंपिक में कुश्ती में भारत के लिए आठवां ओलंपिक पदक (दो रजत और छह कांस्य पदक), हॉकी के बाद ओलंपिक में देश के लिए दूसरे सबसे सफल खेल के रूप में अपनी दावेदारी बढ़ाते हुए देखा है।
हरियाणा के पहलवान ने अपने अभियान की जोरदार शुरुआत की और अपने पहले दो मुकाबलों में लगातार दो तकनीकी श्रेष्ठता जीत दर्ज की, लेकिन गुरुवार को सेमीफाइनल में शीर्ष वरीयता प्राप्त जापान के री हिगुची से 0-10 से हार गए।
उन्होंने अपने 16वें दौर के मुकाबले में पूर्व यूरोपीय चैंपियन नॉर्थ मैसेडोनिया के व्लादिमीर ईगोरोव को 10-0 की तकनीकी श्रेष्ठता से हराया था, और फिर क्वार्टर फाइनल में 2022 के विश्व चैंपियन और चौथी वरीयता प्राप्त अल्बानिया के ज़ेलिमखान अबकारोव को 12-0 से हराया था।
महिलाओं के 76 किग्रा वर्ग में रीतिका हुडा अकेली भारतीय पहलवान हैं, जिन्होंने अभी तक खेलों में भाग नहीं लिया है।
सोमवार को निशा दहिया महिलाओं के 68 किग्रा के क्वार्टर फाइनल में हार गईं। विनेश फोगाट ने मंगलवार को महिलाओं के 50 किग्रा वर्ग के फाइनल में जगह बनाई, लेकिन बुधवार को वेट-इन में असफल होने के बाद उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया। अंशू मलिक अपना 16वां राउंड अमेरिका की हेलेन मारौलिस के खिलाफ हार गईं, जबकि अंतिम पंघाल भी अपने शुरुआती मुकाबले में हार गईं।
पेरिस । अमेरिका ने पेरिस ओलंपिक पदक तालिका में शीर्ष पर अपना दबदबा जारी रखा है और प्रतियोगिता के 15वें दिन में 33 स्वर्ण सहित 111 पदकों के साथ प्रवेश किया है।
संयुक्त राज्य अमेरिका ने 33 स्वर्ण, 39 रजत और 39 कांस्य पदक सहित 111 पदक जीते हैं और तालिका में शीर्ष पर बना हुआ है।
चीन 33 स्वर्ण, 27 रजत और 23 कांस्य पदकों के साथ कुल 83 पदकों सहित दूसरे स्थान पर है। ऑस्ट्रेलिया 18 स्वर्ण, 14 रजत और 16 कांस्य सहित कुल 48 पदकों के साथ तीसरे स्थान पर है।
मेजबान फ्रांस 14 स्वर्ण, 20 रजत और 22 कांस्य सहित 56 पदकों के साथ छठे स्थान पर खिसक गया, ब्रिटेन 14 स्वर्ण, 20 रजत और 23 कांस्य सहित कुल 57 पदक जीतकर पांचवें स्थान पर है।
पुरुषों की फ्ऱीस्टाइल 57 किग्रा कुश्ती में कांस्य पदक जीतकर कुल छह पदक के साथ भारत 69वें स्थान पर है।
मेडल टैली:
शीर्ष 5 और भारत:
राष्ट्र स्वर्ण रजत कांस्य कुल
1 संयुक्त राज्य अमेरिका (33 39 39 111)
2 चीन (33 27 23 83)
3 ऑस्ट्रेलिया (18 14 16 48)
4 जापान (16 8 13 37)
5 ग्रेट ब्रिटेन (14 20 23 57)
69 भारत (0 1 5 6)
पेरिस। जैवलिन थ्रो के फाइनल में भारत के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा लगातार दूसरा ओलंपिक गोल्ड मेडल जीतने से चूक गए। नीरज चोपड़ा को सिल्वर मेडल मिला। उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में 89.45 का अपना बेस्ट थ्रो फेंका और इस तरह वह दूसरे स्थान पर रहे। इस सिल्वर मेडल के साथ नीरज चोपड़ा भारत के पहले ऐसे एथलीट बन गए हैं जिन्होंने ट्रैक-एंड-फील्ड में 2 ओलंपिक मेडल अपने नाम किए हैं। वहीं, पाकिस्तान के जैवलिन थ्रोअर अरशद नदीम ने ओलंपिक रिकॉर्ड तोड़ते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया। नदीम ने 92.97 मीटर थ्रो फेंक पाकिस्तान को गोल्ड मेडल दिलाया। नदीम ने 2 बार 90 मीटर की दूरी को पार किया। अरशद नदीम पाकिस्तान के पहले ट्रैक-एंड-फील्ड एथलीट बन गए है जिसने ओलंपिक में मेडल जीतने का बड़ा कारनामा किया है। इससे पहले पाकिस्तान को सिर्फ बॉक्सिंग में ब्रॉन्ज के रुप में एकमात्र व्यक्तिगत मेडल मिला था।
पेरिस ओलंपिक में 140 करोड़ भारतीयों को नीरज से लगातार दूसरे गोल्ड की उम्मीदें थी लेकिन इस बार सिल्वर से ही संतोष करना पड़ा। नीरज का 90 मीटर दूरी पार न कर पाने का सिलसिला लगातार दूसरे ओलंपिक में भी जारी रहा। तीसरे पायदान पर ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स रहे जिन्होंने ब्रॉन्ज मेडल जीता। पीटर्स ने अपने चौथे प्रयास में 88.54 मीटर का थ्रो फेंका।
नीरज का 89.45 मीटर का थ्रो सीजन का बेस्ट थ्रो रहा। टोक्यो ओलंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट नीरज का दूसरा थ्रो ही उनका एकमात्र वैलिड थ्रो रहा जिसमें उन्होंने 89.45 मीटर दूर भाला फेंका। उनके बाकी के पांचों प्रयास फाउल साबित हुए। वहीं, नदीम ने नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाते हुए अपना दूसरा थ्रो ही 92.97 मीटर दूर फेंका। उन्होंने छठा और अपना आखिरी थ्रो 91.79 मीटर फेंका।
पेरिस ओलंपिक में नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया। यह उनका लगातार दूसरा ओलंपिक मेडल है। इस खास उपलब्धि पर पीएम मोदी से लेकर तमाम बड़े नेताओं और हस्तियों ने उन्हें बधाई दी है।
नीरज चोपड़ा पेरिस ओलंपिक जैवलिन थ्रो इवेंट में सिल्वर मेडल जीतकर लगातार दो ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय ट्रैक और फील्ड खिलाड़ी बन गए हैं। हालांकि, फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान के अरशद नदीम ने ओलंपिक में नए रिकॉर्ड के साथ बाजी मार ली और सुर्खियां बटोरी।
उन्होंने 90+ थ्रो के साथ गोल्ड पर कब्जा जमाया। लेकिन भारतीय दृष्टिकोण से नीरज का सिल्वर मेडल भी गोल्ड से कम नहीं है, क्योंकि यह एक चुनौतीपूर्ण मुकाबला था।
नीरज की इस ऐतिहासिक जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह से लेकर तमाम बड़े नेताओं और हस्तियों ने उन्हें बधाई दी है।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, नीरज चोपड़ा उत्कृष्टता के साक्षात उदाहरण हैं। उन्होंने बार-बार अपनी प्रतिभा दिखाई है। भारत को खुशी है कि वह एक बार फिर ओलंपिक में सफल रहे हैं। रजत पदक जीतने पर उन्हें बधाई। वह आने वाले अनगिनत एथलीट्स को अपने सपनों को पूरा करने और हमारे देश को गौरवान्वित करने के लिए प्रेरित करते रहेंगे।
अमित शाह ने लिखा, अभूतपूर्व, आपने राष्ट्र का गौरव बढ़ाया है। शाबाश चैंपियन। पेरिस ओलंपिक में रजत पदक जीतने पर बधाई। आपने भारतीय खेलों के इतिहास में एक गौरवशाली प्रसंग लिख कर तिरंगे का सम्मान बढ़ाया है। राष्ट्र आपके उल्लेखनीय पराक्रम से प्रसन्न है।
राजनाथ सिंह ने भी दी बधाई देते हुए लिखा, असाधारण एथलीट, नीरज चोपड़ा को पेरिस ओलंपिक 2024 में पुरुषों की भाला फेंक में उनकी अद्भुत उपलब्धि और रजत पदक जीतने के लिए बहुत-बहुत बधाई। वह कड़ी मेहनत, समर्पण और निरंतरता का प्रतीक हैं। उनकी सफलता से पूरा देश खुश है।
हरियाणा के सीएम नायब सैनी ने भी नीरज को बधाई दी। उन्होंने एक्स पर लिखा, जैवलिन थ्रो का सुपरस्टार और हरियाणा का होनहार गोल्डन ब्वॉय नीरज चोपड़ा। पूरे देश को आपसे आशा और उम्मीद थी, उस पर आप खरे उतरे। आपने पेरिस में देश के लिए सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। लगातार दो ओलंपिक में मेडल जीतकर आपने जो कीर्तिमान स्थापित किया है, उसकी बराबरी करना बेहद मुश्किल होगा। सभी देशवासी और विशेषकर हरियाणावासी आपकी इस शानदार उपलब्धि पर गौरवान्वित हैं।
नीरज चोपड़ा को कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने भी बधाई दी। उन्होंने लिखा, नीरज, आप एक अद्भुत एथलीट हैं। पेरिस ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन के बाद आपके रजत पदक जीतने की बधाई। आपने भारत को एक बार फिर गौरवान्वित किया है।
पेरिस ओलंपिक 2024 में जैवलिन थ्रो का फाइनल बेहद रोमांचक रहा था। पाकिस्तान के अरशद नदीम (92.97 मीटर) ने नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाते हुए इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक अपने नाम किया, जबकि सीजन के अपने बेस्ट थ्रो के साथ नीरज चोपड़ा (89.45) को गुरुवार रात रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा। ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स ने 88.54 मीटर दूर जैवलिन फेंक कर कांस्य पदक जीता।