नईदिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग 2025 में मेगा नीलामी होने वाली है. इस बार नीलामी में कई ऐसे क्रिकेटर्स की लॉटरी लग सकती है जो पिछले कई साल से आईपीएल से बाहर रहे हैं या यूं कहें कि आईपीएल की पिछली नीलामियों में उन्हें खरीददार नहीं मिला. ऑस्ट्रेलिया के एक क्रिकेटर के साथ भी कुछ ऐसी ही स्थिति है. पिछले 3 साल में इस दिग्गज को किसी टीम ने नहीं खरीदा. लेकिन अगले सीजन में खेलने के लिए जहां ये खिलाड़ी तैयार है वहीं टीमें भी इस बार उन पर बोली लगा सकती हैं.
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान और मेजर लीग क्रिकेट 2025 में अच्छा जोरदार बल्लेबाजी करते हुए अपनी टीम को जीत दिलाने वाले स्टीव स्मिथ ने एक बार फिर से आईपीएल की नीलामी में शामिल होने की इच्छा जताई है. साथ ही इस बार उन्हें नीलामी में बड़ी कीमत मिलने की उम्मीद भी है. जिन टीमों को मध्यक्रम में एक ऐसे बल्लेबाज की जरुरत है जो पारी को संभालने के साथ साथ तेज बल्लेबाजी भी कर सकें, वे स्मिथ पर बड़ी बोली लगा सकते है.
स्मिथ ने मेजर लीग क्रिकेट 2025 में शानदार बैटिंग की है और 9 मैचों में 56 की औसत से 336 रन बनाए हैं. उनका स्ट्राइक रेट भी 169.23 का रहा है. उनका ये प्रदर्शन ही उन्हें अगली आईपीएल नीलामी में बड़ी कीमत दिलवा सकता है.
स्टीव स्मिथ पूर्व में आईपीएल के महंगे खिलाड़ी रह चुके हैं साथ ही पुणे वारियर्स और राजस्थान रॉयल्स जैसी टीमों की कप्तानी कर चुके हैं. 2012 से लेकर 2021 तक 103 मैचों में 1 शतक और 11 अर्धशतक लगाते हुए स्मिथ 2485 रन बना चुके हैं. पंजाब किंग्स, आरसीबी और मुंबई इंडियंस जैसी टीमें अगली नीलामी में स्मिथ को टारगेट कर सकती हैं. बता दें कि पिछली नीलामी में अनसोल्ड रहे स्मिथ कमेंटेटर के रुप में दिखे थे.
सिनसिनाटी। एलिना स्वितोलिना एक सेट से पिछडऩे के बाद वापसी करते हुए चीनी क्वालीफायर वांग याफान को 5-7, 6-3, 6-2 से हराकर सिनसिनाटी ओपन के दूसरे दौर में पहुंच गईं।
एक बीमार दर्शक के कारण खेल बाधित होने से पहले स्वितोलिना ने वांग पर 4-1 की बढ़त बना ली थी। जब खेल दोबारा शुरू हुआ, तो वांग ने लगातार तीन गेम जीतकर सेट को सर्विस पर वापस ले लिया और उस गति को बरकरार रखते हुए 7-5 से सेट अपने नाम कर लिया।
दूसरे सेट में उसने तुरंत खुद को रीसेट कर लिया। यूक्रेनी अनुभवी ने नौ एस लगाए और आठ में से छह ब्रेक प्वाइंट बचाए, स्वितोलिना ने 2019 के बाद से अपनी पहली सिनसिनाटी जीत हासिल करने के लिए मैच के शेष भाग में वांग को दूर रखा।
उनका अगला मुकाबला नंबर 14 वरीयता प्राप्त विक्टोरिया अजारेंका या लकी लूजर लूसिया ब्रॉन्जेटी से होगा। कैनेडियन ओपन उपविजेता अमांडा अनिसिमोवा के थकान के कारण टूर्नामेंट से हटने के बाद इटालियन मुख्य ड्रॉ में पहुंच गयी।
अन्य गतिविधियों में, फ्रांस की वरवारा ग्रेचेवा ने अजला टोमलाजानोविच को 6-3, 2-6, 7-6(5) से हराकर विश्व नंबर 1 इगा स्वीयाटेक के साथ दूसरे दौर की भिड़ंत तय की, जबकि मार्ता कोस्त्युक ने तीसरे सेट में ब्रेक डाउन के बाद वापसी करते हुए एलिस मर्टेंस को 6-4, 2-6, 6-4 से हराया।
कोस्त्युक का सामना विंबलडन क्वार्टर फाइनलिस्ट लुलु सन से होगा, जिन्होंने लिंडा नोस्कोवा को 6-4, 7-6(4) से हराया।
क्वालीफाइंग के अंतिम दौर में नाओमी ओसाका को हराने के एक दिन बाद, एशलिन क्रुएगर ने ओलंपिक रजत पदक विजेता डोना वेकिच को 5-7, 7-6(4), 6-2 से हराकर राउंड 2 में प्रवेश किया।
नईदिल्ली। समर पैरालंपिक 2024 से पहले भारतीय बैडमिंटन स्टार प्रमोद भगत से जुड़ी एक बहुत ही बुरी खबर सामने आ रही है. टोक्यो पैरालंपिक 2020 में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतने वाले बैडमिंटन स्टार प्रमोद भगत को बैन कर दिया गया है, जिसके कारण अब वह पेरिस पैरालंपिक 2024 में हिस्सा नहीं ले पाएंगे.
भारत के गोल्ड मेडलिस्ट प्रमोद भगत को पेरालंपिक 2024 से पहले एक बड़ा झटका लगा है. उन्हें डोपिंग नियमों के उल्लंघन के कारण 18 महीनों का बैन लगा दिया गया है, जिसके चलते वह पैरालंपिक 2024 से बाहर हो गए हैं. बीडब्ल्यूएफ के अनुसार, प्रमोद भगत कई बार डोपिंग टेस्ट के लिए उपस्थित नहीं हुए. इस वजह से उन पर 18 महीने का प्रतिबंध लगाया गया है. यह प्रतिबंध 1 सितंबर, 2025 तक लागू रहेगा.
बीडब्ल्यूएफ की ओर से जारी कर दिए अपने बयान में कहा, 1 मार्च 2024 को, सीएएस एंटी-डोपिंग डिवीजन ने फैसला सुनाया है कि मिस्टर भगत ने बीडब्ल्यूएफ एंटी-डोपिंग नियमों के अनुच्छेद 2.4 (व्हेयरअबाउट्स) का उल्लंघन किया है. वह 12 महीनों के भीतर 3 बार 'व्हेयरअबाउट्स' में विफल रहे, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें 18 महीने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया. भगत ने इस फैसले के खिलाफ सीएएस डिवीजन में अपील की, लेकिन 29 जुलाई 2024 को अपील खारिज कर दी गई और पिछले फैसले को बरकरार रखा गया है.
प्रमोद भगत को 5 साल की उम्र में पोलियो हो गया था, जिससे उनके बायां पैर प्रभावित हुआ. मगर, प्रमोद ने हार नहीं मानी और पैरा बैडमिंटन में भारत का नाम रौशन किया. उन्होंने टोक्यो पैरलंपिक 2020 में मेन्स सिंगल्स एसएल 3 कैटिगरी में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास में अपना नाम सुनहरे अक्षरों से दर्ज करा दिया. प्रमोद पैरालंपिक में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले बैडमिंटन प्लेयर बने. आपको बता दें, एसएल3 कैटिगरी में सिर्फ वही खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं, जिन्हें पैरों में मांसपेशियों से जुड़ी बीमारी होती है या उनका कोई अंग ही नहीं होता है.
नई दिल्ली। बांग्लादेश के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले बीसीसीआई ने केएल राहुल, शुभमन गिल, आर अश्विन, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, श्रेयस अय्यर और यशस्वी जायसवाल समेत राष्ट्रीय टीम के शीर्ष खिलाडिय़ों को पूरी तरह या आंशिक रूप से दिलीप ट्रॉफी में हिस्सा लेने का निर्देश दिया है।
घरेलू क्रिकेट को प्राथमिकता देने और सभी खिलाडिय़ों को इसमें हिस्सा लेने के लिए बीसीसीआई कई ठोस कदम उठा रही है।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत के कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली को यह चुनने का विकल्प दिया गया है कि वे इसमें हिस्सा लेना चाहते हैं या नहीं।
हार्दिक पांड्या शीर्ष अंतरराष्ट्रीय खिलाडिय़ों में से एकमात्र ऐसे खिलाड़ी है, जो अनुपस्थित हैं क्योंकि उन्होंने लाल गेंद वाले क्रिकेट से दूरी बना ली है।
हालांकि, अंतरराष्ट्रीय असाइनमेंट के लिए लगातार नजरअंदाज किए जाने के बावजूद, चयनकर्ताओं द्वारा ईशान किशन को चार टीमों में से एक में शामिल किए जाने की संभावना है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि जसप्रीत बुमराह को भी छूट दी जाएगी और सर्जरी से अभी भी उबर रहे मोहम्मद शमी के भी प्रतियोगिता में भाग लेने की संभावना नहीं है।
यह निर्णय बीसीसीआई और चयनकर्ताओं द्वारा सामूहिक रूप से लिया गया, जिसमें नए कोच गौतम गंभीर की भी राय शामिल थी।
रोहित शर्मा और विराट कोहली को छूट दिए जाने के बारे में एक सूत्र ने बताया, जिन्होंने कहा कि दोनों स्टार खिलाड़ी बहुत अधिक काम कर रहे हैं।
रिपोर्ट में एक सूत्र के हवाले से बताया गया है, यह उन पर निर्भर करता है कि वे खेलें या नहीं।
रोहित ने आखिरी बार 2021 में घरेलू मैच खेला था, जबकि कोहली ने 2015 के बाद से राष्ट्रीय स्तर के किसी मैच में हिस्सा नहीं लिया है।
घरेलू प्रतियोगिताओं में अंतरराष्ट्रीय खिलाडिय़ों को शामिल करना बीसीसीआई के घरेलू मैचों में खिलाडिय़ों के न खेलने के मुद्दे को हल करने के प्रयासों के अनुरूप है।
पिछले साल, बोर्ड ने इस नीति के तहत श्रेयस अय्यर और ईशान किशन को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर रखा था।
चार टीमों की दिलीप ट्रॉफी, एक बहु-दिवसीय प्रथम श्रेणी प्रतियोगिता है, जो 5 सितंबर से 22 सितंबर तक खेली जायेगी।
इस प्रतियोगिता में कोई नॉकआउट मैच नहीं होगा। कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ ने पुष्टि की है कि बेंगलुरु का चिन्नास्वामी स्टेडियम 5 सितंबर से शुरू होने वाले छह चार दिवसीय रेड-बॉल मैचों में से पहले मैच की मेजबानी करेगा।
हालांकि आंध्र प्रदेश के अनंतपुर को बहु-दिवसीय टूर्नामेंट के लिए निर्धारित स्थल बनाया गया है, लेकिन इस विशेष टूर्नामेंट को बेंगलुरु में स्थानांतरित कर दिया गया है।
पेरिस। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा है कि पेरिस ओलंपिक में महिलाओं के 50 किलोग्राम फाइनल में भारतीय पहलवान विनेश फोगाट को अयोग्य ठहराए जाने के लिए आईओए द्वारा नियुक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनशॉ पारदीवाला को जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए और यह पहलवान के कोच और सहयोगी स्टाफ हैं जिन्हें जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
आईओए ने रविवार को जारी एक बयान में इस बात पर जोर दिया कि कुश्ती, भारोत्तोलन, मुक्केबाजी और जूडो जैसे खेलों में वजन प्रबंधन की जिम्मेदारी पूरी तरह से प्रत्येक एथलीट और उनकी व्यक्तिगत कोचिंग टीम की है।
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी उषा ने स्पष्ट किया है कि कुश्ती, भारोत्तोलन, मुक्केबाजी और जूडो जैसे खेलों में एथलीटों के वजन प्रबंधन की जिम्मेदारी प्रत्येक एथलीट और उसके कोच की है, न कि आईओए द्वारा नियुक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनशॉ पारदीवाला और उनकी टीम की।
उषा ने आगे स्पष्ट किया कि आईओए द्वारा नियुक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ. दिनशॉ पारदीवाला और उनकी टीम को खेलों से कुछ महीने पहले बोर्ड में लाया गया था। उनकी प्राथमिक भूमिका प्रतियोगिताओं के दौरान और बाद में एथलीटों की रिकवरी और चोट प्रबंधन में सहायता करना थी। इसके अतिरिक्त, आईओए मेडिकल टीम को उन एथलीटों का समर्थन करने के लिए डिज़ाइन किया गया था जिनके पास पोषण विशेषज्ञों और फिजियोथेरेपिस्टों की अपनी टीम तक पहुंच नहीं थी।
आईओए ने कुछ महीने पहले एक मेडिकल टीम नियुक्त की थी, मुख्य रूप से एक टीम जो प्रतिस्पर्धा के दौरान और बाद में एथलीटों की रिकवरी और चोट प्रबंधन में सहायता करेगी। इस टीम को उन एथलीटों का समर्थन करने के लिए भी डिज़ाइन किया गया था जिनके पास पोषण विशेषज्ञ और फिजियोथेरेपिस्ट की अपनी टीम नहीं थी। आईओए मेडिकल टीम, विशेष रूप से डॉ पारदीवाला पर निर्देशित नफरत अस्वीकार्य है और निंदा के योग्य है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आईओए मेडिकल टीम का मूल्यांकन करने की जल्दबाजी करने वाले किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले सभी तथ्यों पर विचार करेंगे।
विनेश ने स्वर्ण पदक के लिए लडऩे का मौका खो दिया क्योंकि फ़ाइनल से पहले उन्हें 50 किलोग्राम कुश्ती वर्ग की वजन सीमा से अधिक होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था। बाद में, उन्होंने सीएएस में अपनी ओलंपिक अयोग्यता के खिलाफ अपील की और 50 किलोग्राम भार वर्ग में संयुक्त रजत पदक की मांग की है जिस पर 13 अगस्त को फैसला आने की उम्मीद है।
नईदिल्ली। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली ने टी-20 वर्ल्ड कप 2024 के तुरंत बाद ही टी-20 इंटरनेशनल से संन्यास ले लिया था. अब भारत को इस साल सिर्फ टेस्ट क्रिकेट में खेलते नजर आएंगे, लेकिन इस बीच रिपोर्ट्स के हवाले से जानकारी सामने आ रही है कि रोहित और विराट 5 सितंबर में खेली जाने वाली घरेलू दलीप ट्रॉफी में खेलते नजर आ सकते हैं.
भारतीय टीम को सितंबर महीने से साल के आखिर तक 3 टेस्ट सीरीज खेलनी हैं. बांग्लादेश और न्यूजीलैंड की मेजबानी करने के बाद टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाएगी. लेकिन, इस बीच भारतीय स्टार क्रिकेटर्स रोहित शर्मा और विराट कोहली फ्री रहेंगे. ऐसे में बीसीसीआई आगामी टेस्ट सीरीज के लिए इन दोनों दिग्गजों को तैयार करने के लिए घरेलू क्रिकेट खिला सकता है.
रिपोर्ट्स की मानें, तो 5 सितंबर से शुरू हो रही दलीप ट्रॉफी में रोहित-विराट खेलते हुए दिख सकते हैं. बीसीसीआई इस घरेलू टूर्नामेंट को नए तरीके से कराने की ताक में है. रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि दलीप ट्रॉफी में अजीत अगरकर की अगुवाई वाला पैनल 4 टीमें इंडिया ए, बी, सी और डी के साथ नए रूप में हिस्सा लेती नजर आएंगी जबकि इससे पहले इस टूर्नामेंट में जोन की टीमें हुआ करती थी.
भारत के घरेलू क्रिकेट के सत्र का आगाज होने को है. दलीप ट्रॉफी टूर्नामेंट 5 सितंबर से 24 सितंबर तक खेला जाएगा, जबकि भारत और बांग्लादेश के बीच 19 सितंबर से टेस्ट सीरीज खेली जाएगी, जिसका पहला मैच चेन्नई में होगा. हालांकि, अभी तक आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है कि रोहित और विराट दलीप ट्रॉफी में हिस्सा लेंगे या नहीं.
बताते चलें, रोहित शर्मा और विराट कोहली के अलावा बीसीसीआई ने दलीप ट्रॉफी खेलन के लिए शुभमन गिल, केएल राहुल, अक्षर पटेल, रविंद्र जड़ेजा, यशस्वी जयसवाल, सूर्यकुमार यादव और कुलदीप यादव को भी कहा है.