खेल-खिलाड़ी

पेरिस पैरालंपिक : तीरंदाजी में हरविंदर ने जीता गोल्ड
Posted Date : 05-Sep-2024 10:54:03 pm

पेरिस पैरालंपिक : तीरंदाजी में हरविंदर ने जीता गोल्ड

पेरिस  । टोक्यो 2020 के कांस्य पदक विजेता हरविंदर सिंह ने पुरुषों के व्यक्तिगत रिकर्व ओपन में स्वर्ण पदक जीतकर एक और इतिहास रच दिया। वह पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय तीरंदाज बन गए। उन्होंने फाइनल में पोलैंड के लुकास सिसजेक को 6-0 से हराकर यह उपलब्धि हासिल की।
इस उपलब्धि के साथ, हरविंदर पैरालंपिक और ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले और एकमात्र भारतीय तीरंदाज बन गए। वह लगातार दो पैरालंपिक में पदक जीतने वाले पहले और एकमात्र तीरंदाज भी हैं।
भारत ने अब तक पेरिस पैरालंपिक में चार स्वर्ण, आठ रजत और 10 कांस्य पदकों समेत कुल 22 पदक जीते हैं। हरविंदर के स्वर्ण के साथ भारत पदक तालिका में 15वें स्थान पर पहुंच गया है। इससे पहले बुधवार को ही सचिन खिलारी ने देश के लिए रजत पदक जीता था।
हरविंदर ने फाइनल में शानदार प्रदर्शन किया। पहले सेट में 10 और दो 9 के साथ हरविंदर सिंह ने पहला सेट जीत लिया। सिसजेक ने 9, 7 और 8 का स्कोर किया।
2-0 से आगे चल रहे हरविंदर ने दूसरे सेट की शुरुआत लगातार दो नौ के साथ की और फिर 10 का स्कोर किया जबकि सिसजेक ने तीनों प्रयासों में 9 का स्कोर किया।
हरियाणा के कैथल के एक किसान परिवार से आने वाले हरविंदर ने दो 10 और उसके बाद एक नौ (29) के साथ स्वर्ण पदक पक्का किया, जबकि सिसजेक ने सात से शुरुआत की और फिर दो 9 का स्कोर किया।
इससे पहले, हरविंदर ने बुधवार को ही सेमीफाइनल में ईरान के अरब अमेरी मोहम्मद रजा को हराया था।

 

बीसीबी अध्यक्ष, सीईओ ने महिला टी20 विश्व कप से पहले अमीरात बोर्ड के अध्यक्ष से की मुलाकात
Posted Date : 05-Sep-2024 10:53:29 pm

बीसीबी अध्यक्ष, सीईओ ने महिला टी20 विश्व कप से पहले अमीरात बोर्ड के अध्यक्ष से की मुलाकात

नई दिल्ली  । बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के अध्यक्ष फारुख अहमद और सीईओ निजाम उद्दीन चौधरी, महिला टी20 विश्व कप से पहले अबू धाबी में अमीरात क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के अध्यक्ष नाहयान मबारक अल नाहयान से मिले।
मूल रूप से बांग्लादेश में होने वाला 2024 महिला टी20 विश्व कप, राजनीतिक अस्थिरता और सुरक्षा चिंताओं के कारण आईसीसी द्वारा 20 अगस्त को संयुक्त अरब अमीरात में स्थानांतरित कर दिया गया था। अब यह 23 मैचों का टूर्नामेंट 3 से 20 अक्टूबर तक दुबई और शारजाह में आयोजित किया जाएगा। बीसीबी टूर्नामेंट का मेजबान बना रहेगा, जबकि ईसीबी इसका आयोजन करेगा।
बीसीबी अध्यक्ष अहमद ने ईसीबी को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि ईसीबी टूर्नामेंट का सफल आयोजन करेगा। उन्होंने कहा कि दोनों बोर्डों के बीच बहुत अच्छे संबंध हैं और वे टूर्नामेंट के आयोजन में ईसीबी और आईसीसी के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं।
प्रत्येक टीम दुबई और शारजाह में चार ग्रुप मैच खेलेगी। टूर्नामेंट में तीन डबल-हेडर मैच भी होंगे। दोपहर के खेल स्थानीय समयानुसार दोपहर 2 बजे शुरू होंगे, जबकि शाम के मैच शाम 6 बजे शुरू होंगे।
प्रत्येक ग्रुप से शीर्ष दो टीमें सेमीफाइनल में प्रवेश करेंगी, जो 17 और 18 अक्टूबर को क्रमश: दुबई और शारजाह में खेले जाएंगे। इसके बाद 20 अक्टूबर को दुबई अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में फाइनल होगा। सेमीफाइनल और फाइनल दोनों के लिए एक रिजर्व दिन आवंटित किया गया है।
ईसीबी अध्यक्ष नाहयान ने कहा कि वे संयुक्त अरब अमीरात में आईसीसी महिला टी20 विश्व कप के आयोजन से खुश हैं। उन्होंने कहा कि ईसीबी ने बार-बार अपनी मेजबानी क्षमताओं को साबित किया है और वे एक बार फिर विश्व स्तरीय आयोजन देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने आईसीसी और बीसीबी को उनके विश्वास के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि वे सभी प्रतिभागियों का स्वागत करने और पूरे टूर्नामेंट में शीर्ष स्तर की क्रिकेट सुविधाएं प्रदान करने के लिए तत्पर हैं।
भारत ग्रुप ए में छह बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान और श्रीलंका के साथ है, जबकि ग्रुप बी में बांग्लादेश, 2009 की चैंपियन इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, 2016 की विजेता वेस्टइंडीज और स्कॉटलैंड शामिल हैं। मुख्य टूर्नामेंट से पहले, 28 सितंबर से 1 अक्टूबर तक 10 अभ्यास मैच होंगे।

 

भारत ने रचा इतिहास, पेरिस में 20वां मेडल जीतते ही टोक्यो पैदरालंपिक के रिकॉर्ड को किया ध्वस्त
Posted Date : 05-Sep-2024 10:53:04 pm

भारत ने रचा इतिहास, पेरिस में 20वां मेडल जीतते ही टोक्यो पैदरालंपिक के रिकॉर्ड को किया ध्वस्त

नई दिल्ली  । पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत ने 20 मेडल जीतने के साथ ही इतिहास रच दिया है। पैरालंपिक में भारत ने अपने ही रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया। टोक्यो पैरालंपिक 2021 में भारत ने कुल 19 मेडल जीते थे, जो कि अब तक के पैरालंपिक इतिहास में सबसे बेस्ट रिकॉर्ड रहा, लेकिन 3 सितंबर को भारत ने पैरालंपिक में 20 पदक जीतने के साथ ही टोक्यो पैरालंपिक के रिकॉर्ड को धराशायी किया, जो कि 3 साल पहले बना था। भारत ने (3 गोल्ड, 7 सिल्वर और 10 ब्रॉन्ज) अभी तक अपने नाम कर लिए हैं।
दरअसल, भारत ने टोक्यो पैरालंपिक में कुल 19 मेडल जीते थे, जो कि अभी तक के इतिहास का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा था, लेकिन 3 सितंबर 2024 को भारत ने 5 पदक जीतकर पदकों की संख्या को 20 तक पहुंचाया और इस दौरान भारत ने अपने ही टोक्यो पैरालंपिक के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।

पीएम नरेंद्र मोदी ने पैरा-एथलीटों के शानदार प्रदर्शन की सराहना की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के पैरा-एथलीट मरियप्पन थंगावेलु, शरद कुमार, सुंदर सिंह गुर्जर और अजीत सिंह को पेरिस पैरालंपिक में पदक जीतने के लिए बधाई दी।
शरद कुमार और मरियप्पन थंगावेलु ने पेरिस 2024 पैरालंपिक में मंगलवार को पुरुषों की ऊंची कूद टी63 वर्ग में क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीते। शरद कुमार ने फाइनल में 1.88 मीटर की हाई जंप लगाई। यह उनका दूसरा पैरालंपिक पदक था। उन्होंने टोक्यो 2020 में 1.83 मीटर की दूरी के साथ कांस्य पदक जीता।
1.85 मीटर की ऊंचाई के साथ मरियप्पन थंगावेलु ने कांस्य पदक जीता। उन्होंने लगातार तीन खेलों में पदक जीतने वाले पहले भारतीय पैरा-एथलीट बनने की ऐतिहासिक उपलब्धि भी हासिल की। उन्होंने रियो 2016 में 1.89 मीटर की छलांग के साथ स्वर्ण पदक और टोक्यो 2020 में 1.86 मीटर के प्रयास के साथ रजत पदक जीता।
पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, शरद कुमार ने पैरालंपिक 2024 में पुरुषों की हाई जंप टी63 में रजत पदक जीता! उनकी निरंतरता और उत्कृष्टता के लिए उनकी प्रशंसा की जाती है। उन्हें बधाई। वह पूरे देश को प्रेरित करते हैं।
प्रधानमंत्री ने एक अन्य पोस्ट में लिखा, पुरुषों की हाई जंप टी63 स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने पर मरियप्पन थंगावेलु को बधाई। यह सराहनीय है कि उन्होंने पैरालंपिक के लगातार तीन संस्करणों में पदक जीते हैं। उनका कौशल, निरंतरता और दृढ़ संकल्प असाधारण है। इससे पहले दिन में अजीत और सुंदर ने पुरुषों की भाला फेंक एफ46 श्रेणी में क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीते।
प्रधानमंत्री ने एक पोस्ट में उन्हें बधाई देते हुए लिखा, सुंदर सिंह गुर्जर का शानदार प्रदर्शन। पैरालंपिक 2024 में पुरुषों की भाला फेंक एफ46 स्पर्धा में कांस्य पदक जीतना। उनका समर्पण और जोश लाजवाब है। इस उपलब्धि के लिए बधाई!
अजीत सिंह को बधाई देते हुए उन्होंने एक अन्य पोस्ट में लिखा, अजीत सिंह की अभूतपूर्व उपलब्धि। उन्होंने पैरालंपिक 2024 में पुरुषों की भाला फेंक एफ46 में रजत पदक जीता है। खेल के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और दृढ़ता ने भारत को गौरवान्वित किया है।
भारत ने अब तक 20 पदक जीते हैं, जो टोक्यो 2020 में उसके पिछले सर्वश्रेष्ठ 19 पदकों से अधिक है। भारत ने पैरालंपिक में कुल 50 पदकों का आंकड़ा भी पार कर लिया है; अब तक उसके कुल पदकों की संख्या 51 हो गई है।

ईशान किशन दिलीप ट्रॉफी से भी हुए बाहर, संजू सैमसन को मौका
Posted Date : 05-Sep-2024 1:17:00 am

ईशान किशन दिलीप ट्रॉफी से भी हुए बाहर, संजू सैमसन को मौका

नईदिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन दिलीप ट्रॉफी से बाहर हो गए हैं. टीम इंडिया से बाहर चल रहे किशन को उम्मीद थी कि वे इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय टीम में वापसी की राह तलाशेंगे लेकिन उनकी किस्मत ने यहां भी साथ नहीं दिया. 
ईशान किशन को बीसीसीआई ने श्रेयस अय्यर की कप्तानी वाली इंडिया डी में शामिल किया था. 5 सितंबर को पहला मैच खेला जाना था लेकिन ईशान पहले मैच से बाहर हो गए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक ईशान की बाएं हाथ में चोट लगी है. संभव है वे ओपनिंग मैच के अलावा बाद के मैचों के लिए भी उपलब्ध न हो. उनके विकल्प के रुप में संजू सैमसन के नाम का ऐलान हो सकता है.
भारतीय टीम में वापसी के लिए ईशान किशन अब घरेलू टूर्नामेंट में खेल रहे हैं. दिलीप ट्रॉफी से पहले वे बुची बाबू टूर्नामेंट में खेले थे और झारखंड की कप्तानी की थी.  ईशान ने इस टूर्नामेंट में शतक जड़़ा था.  
ईशान किशन के सितारे 2024 की शुरुआत से ही ठीक नहीं चल रहे हैं. साउथ अफ्रीका टेस्ट सीरीज से अपना नाम वापस लेने और घरेलू क्रिकेट न खेलने की वजह से बीसीसीआई ने ईशान के खिलाफ कार्रवाई की थी और उन्हें टीम से ड्रॉप करने के साथ ही सेंट्रल कांट्रेक्ट से भी बाहर कर दिया था. बोर्ड जहां लगातार युवा खिलाडिय़ों को मौके दे रहा है वहीं ईशान के नाम पर अब विचार भी नहीं किया जा रहा है. ये किशन के लिए खतरनाक है. वे सिर्फ 26 साल के हैं और उनके सामने लंबा करियर है. अगर बीसीसीई यूं ही उनसे खफा रही तो फिर उनका करियर शुरू होने से पहले ही समाप्त हो जाएगा. इसे समझते हुए किशन ने एक बार फिर से घरेलू क्रिकेट की ओर रुख किया है ताकि राष्ट्रीय टीम में आ सके.    

 

सचिन सरजेराव खिलाड़ी ने पुरुषों की गोला फेंक स्पर्धा में जीता रजत
Posted Date : 05-Sep-2024 1:16:47 am

सचिन सरजेराव खिलाड़ी ने पुरुषों की गोला फेंक स्पर्धा में जीता रजत

  • 0-भारत के पदकों की संख्या 21 पहुंची

पेरिस। भारत ने बुधवार को पदकों का खाता पुरुषों की एफ46 गोला फेंक स्पर्धा में खोला। सचिन सरजेराव खिलाड़ी ने 16.32 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ रजत पदक अपने नाम किया। सचिन बस 0.06 मीटर से स्वर्ण पदक चूक गए। सचिन ने दूसरे प्रयास में ही 16.32 मीटर का थ्रो किया था। हालांकि, वह इससे ऊपर निकलन में कामयाब नहीं हो सके। कनाडा के ग्रेग स्टीवर्ट ने 16.38 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इस स्पर्धा में भारत के मोहम्मद यासेर आठवें और रोहित कुमार नौवें स्थान पर रहे।
गोला फेंक के फाइनल में सचिन का पहला प्रयास 14.72 मीटर, दूसरा प्रयास 16.32 मीटर, तीसरा प्रयास 16.15 मीटर, चौथा प्रयास 16.31 मीटर, पांचवां प्रयास 16.03 मीटर और छठा (आखिरी) प्रयास 15.95 मीटर का रहा। उन्होंने 16.32 मीटर के थ्रो के साथ एरिया रिकॉर्ड भी बनाया। यह भारत का पेरिस पैरालंपिक 2024 में 21वां पदक रहा। सचिन ने 2023 विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पुरुषों की शॉट पुट एफ46 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था।उन्होंने 16.21 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ पदक अपने नाम किया था। उन्होंने 2024 विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी भाग लिया , जिसमें उन्होंने इसी स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था।
यासेर का सर्वश्रेष्ठ प्रयास 14.21 मीटर का और रोहित का सर्वश्रेष्ठ प्रयास 14.10 मीटर का रहा। पैरा एथलेटिक्स स्पर्धाओं में एफ46 श्रेणी उन लोगों के लिए है जिनकी एक या दोनों भुजाओं की गतिविधि मामूली रूप से प्रभावित है या जिनके हाथ-पैर नहीं हैं। इन एथलीटों को कूल्हों और पैरों की ताकत से थ्रो करना होता है।
महाराष्ट्र के सांगली जिले के रहने वाले सचिन स्कूली दिनों में एक दुर्घटना का शिकार हो गए थे, जिससे उन्होंने कोहनी की मांसपेशियां गंवा दी। कई सर्जरी के बावजूद वह ठीक नहीं हो सके। सचिन के लिए इस मुकाम तक पहुंचना आसान नहीं रहा है। उन्हें काफी संघर्षों का भी सामना करना पड़ा है।

 

कुमार संगाकारा की छुट्टी, राजस्थान रॉयल्स को मिला नया कोच
Posted Date : 05-Sep-2024 1:16:22 am

कुमार संगाकारा की छुट्टी, राजस्थान रॉयल्स को मिला नया कोच

नईदिल्ली। आईपीएल 2025 से पहले राजस्थान रॉयल्स ने अपने नए कोच का ऐलान कर दिया है. नए कोच के ऐलान के साथ ही अबतक कोच की भूमिका निभाते आ रहे कुमार संगाकारा की इस पद से छुट्टी से हो गई है. आरआर के नए कोच के रुप में पूर्व भारतीय कोच राहुल द्रविड़ के नाम की घोषणा कर दी गई है.