नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व भारतीय हॉकी गोलकीपर पीआर श्रीजेश को एक स्पेशल लेटर लिखकर भारतीय हॉकी में उनके अभूतपूर्व योगदान की सराहना की।
भारतीय हॉकी के वॉल कहे जाने वाले पीआर श्रीजेश ने सोशल मीडिया पर एक खास पोस्ट शेयर किया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें उनकी रिटायरमेंट पर एक खास पत्र दिया।
उन्होंने इस पोस्ट के कैप्शन में लिखा, मुझे पीएम सर से अपने रिटायरमेंट पर यह खास लेटर मिला। हॉकी मेरी जिंदगी है और मैं इस खेल की सेवा करना जारी रखूंगा। भारत को हॉकी में एक ताकत बनाने की दिशा में काम करूंगा, जिसकी शुरुआत 2020 और 2024 के ओलंपिक पदकों के साथ हो चुकी है। मुझ पर विश्वास दिखाने के लिए पीएम सर का शुक्रिया।
श्रीजेश ने श्रीलंका में 2006 के दक्षिण एशियाई खेलों के दौरान अपना अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू किया था। उन्होंने 328 मैचों में देश का प्रतिनिधित्व किया। हाल ही में उन्होंने पेरिस ओलंपिक खेलों में भारतीय हॉकी टीम के साथ लगातार दूसरा कांस्य पदक जीतकर अपने शानदार करियर का अंत किया।
पीएम मोदी के पत्र में लिखा है, सबसे पहले पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर एक और शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई। एक खिलाड़ी के रूप में देश के लिए यह आपका आखिरी मैच था, आपके लिए यह एक बहुत ही भावनात्मक क्षण रहा होगा। मुझे यकीन है कि मैच में जो अंतिम हूटर बजा, वह जीवन के अगले भाग की शुरुआत का शंखनाद था, जिसमें आप जूनियर पुरुष टीम के मुख्य कोच होंगे। मुझे यकीन है कि नई भूमिका में आपका काम उतना ही प्रभावशाली और प्रेरणादायक होगा।
श्रीजेश 2022 एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता टीम के सदस्य भी रहे हैं। साथ ही उन्होंने चार बार एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी जीती है। साथ ही 2015 में एफआईएच हॉकी विश्व लीग फाइनल में कांस्य पदक जीता है।
उन्हें 2021 में मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। श्रीजेश को 2015 में अर्जुन पुरस्कार और 2017 में पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है। वह 2022 बर्मिंघम खेलों में रजत पदक और पिछले साल एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा थे।
नईदिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच खेले जाने वाले मुकाबलों को लेकर क्रिकेट फैंस के बीच अलग ही स्तर का उत्साह देखने को मिलता है. अब 6 अक्टूबर को भारत की महिला टीम और पाकिस्तान की महिला टीम के बीच मुकाबला खेला जाने वाला है. ये मैच महिला टी-20 वर्ल्ड कप 2024 के अंतर्गत खेला जाएगा.
3 अक्टूबर से महिला टी-20 वर्ल्ड कप 2024 की शुरुआत होने वाली है. यूएई की मेजबानी में खेले जाने वाले इस टूर्नामेंट का पहला मैच बांग्लादेश और स्कॉटलैंड के बीच खेला जाएगा. 6 अक्टूबर को भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला खेला जाएगा. वहीं, टीम इंडिया के शेड्यूल पर गौर करें, तो भारत अपना पहला मुकाबला न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के साथ 4 अक्टूबर को खेला जाएगा. वहीं, पाकिस्तान क्रिकेट टीम अपना पहला मैच श्रीलंका के साथ 3 अक्टूबर को खेलेगी.
आईसीसी महिला टी-20 वर्ल्ड कप 2024 बांग्लादेश में आयोजित होने वाला था. लेकिन, कई खिलाडिय़ों द्वारा सुरक्षा संबंधी चिंता जताने के बाद फैसला लिया गया और इसे यूएई में शिफ्ट कर दिया गया है. अब टूर्नामेंट के सभी मुकाबले दुबई और शारजाह में खेले जाएंगे.
इन दोनों जगहों पर कुल 23 मैच खेले जाएंगे. टूर्नामेंट के ग्रुप समान रहेंगे जिसमें ग्रुप ए में गत चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया को भारत, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान और श्रीलंका के साथ रखा गया है. ग्रुप बी में दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, वेस्टइंडीज, बांग्लादेश और स्कॉटलैंड शामिल हैं. टूर्नामेंट में हर टीम 4 ग्रुप मैच खेलेगी.
टी-20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय महिला टीम: आईसीसी महिला टी-20 विश्व कप 2024 के लिए भारत की टीम: हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना (उपकप्तान), शेफाली वर्मा, दीप्ति शर्मा, जेमिमा रोड्रिग्स, ऋचा घोष (विकेटकीपर), यास्तिका भाटिया (विकेटकीपर), पूजा वस्त्राकर, अरुंधति रेड्डी , रेणुका सिंह ठाकुर, दयालन हेमलता, आशा शोभना, राधा यादव, श्रेयंका पाटिल, सजना सजीवन.
नई दिल्ली। लगातार बारिश के कारण अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच शहीद विजय सिंह पथिक स्पोर्ट कॉम्प्लेक्स में एकमात्र टेस्ट मैच के तीसरे दिन बुधवार को एक भी गेंद फेंके बिना खेल रद्द कर दिया गया।
बुधवार को भी दिल्ली-एनसीआर में बारिश हुई, जिसके कारण मैदान गीला है, और खराब आउटफील्ड के कारण मैच खेलना मुश्किल है। मैदानी अंपायर शर्फुद्दौला और कुमार धर्मसेना ने तीसरे दिन का खेल रद्द करने का फैसला किया, जबकि टॉस अभी होना बाकी था और दोनों टीमें अपने होटलों में ही रुकी हुई थीं। हालांकि, मैच अभी भी रद्द नहीं हुआ है। मैच रेफरी जवागल श्रीनाथ पांचवें दिन के पहले सत्र के बाद अंतिम निर्णय लेंगे।
इसका मतलब यह भी है कि मैच से कोई नतीजा आने की संभावना बेहद कम है। अफगानिस्तान कैंप की ओर से आधिकारिक अपडेट में कहा गया, लगातार बारिश के कारण अफगानिस्तान बनाम न्यूजीलैंड मैच का तीसरा दिन रद्द कर दिया गया है। अगर मौसम सही रहा तो कल से मैच 98 ओवर का होगा।
इस मैदान पर पहले अफगानिस्तान की टीम के लिए 11 सफेद बॉल वाले मैच आयोजित किए जा चुके हैं, जो दौरा करने वाली टीमों के लिए सुरक्षा चिंताओं के कारण अपने घरेलू मैच विदेश में खेलते हैं।
सप्ताह के बाकी दिनों में और अधिक बारिश की भविष्यवाणी के साथ, दोनों टीमों के बीच यह एकमात्र टेस्ट मैच बिना एक भी गेंद फेंके और टॉस हुए बिना रद्द होने वाला कुल आठवां टेस्ट मैच बनने के कगार पर है।
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने पहले कहा था कि उन्हें इस टेस्ट की मेजबानी के लिए कानपुर और बेंगलुरु की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने ग्रेटर नोएडा को इसलिए चुना क्योंकि अन्य दो स्थानों का उपयोग बीसीसीआई मैचों (आगामी भारत-बांग्लादेश दूसरा टेस्ट और हाल ही में संपन्न दलीप ट्रॉफी का पहला राउंड) के लिए किया जा रहा था।
यह 2024 में अफगानिस्तान का तीसरा टेस्ट मैच है, इससे पहले उसने आयरलैंड और श्रीलंका के खिलाफ एक-एक टेस्ट मैच खेला था।
न्यूजीलैंड के लिए, यह मैच उनके आने वाले कुछ बड़े कार्यक्रम से पहले एक शुरुआती मंच माना जा रहा था, जहां वो श्रीलंका में दो टेस्ट और उसके बाद भारत में तीन मैच खेलेंगे।
नई दिल्ली। अनुभवी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज स्टीव स्मिथ ने मैदान पर विराट कोहली के दृष्टिकोण को ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी की सोच तरह बताया है और उनका मानना है कि भारतीय दिग्गज बल्लेबाज अपने विचारों और कार्यों में ऑस्ट्रेलियाई हैं।
भारत और ऑस्ट्रेलिया 2024/25 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में आमने-सामने होंगे। दोनों देश क्रमश: पर्थ, एडिलेड, ब्रिस्बेन, मेलबर्न और सिडनी में पांच मैचों की श्रृंखला में आमने-सामने होंगे।
भारत ने क्रमश: 2018/19 और 2020/21 में ऑस्ट्रेलिया में आयोजित बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पिछले दो संस्करण जीते हैं।
स्मिथ ने स्टार स्पोर्ट्स द्वारा एक्स पर पोस्ट किए गए वीडियो में कहा, मेरा मानना है कि विराट कोहली विचारों और कार्यों में ऑस्ट्रेलियाई हैं। जिस तरह से वह लड़ाई में उतरते हैं, जिस तरह से वह चुनौती का सामना करते हैं और विपक्ष पर हावी होने की कोशिश करते हैं। मैं कहूंगा कि वह संभवत: भारतीय खिलाडिय़ों में सबसे अधिक ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी जैसी सोच रखते हैं।
कोहली ने 29 टेस्ट शतकों सहित 80 अंतरराष्ट्रीय शतक लगाए हैं और 113 टेस्ट मैचों में 49.16 की औसत से 8,846 रन बनाए हैं, जबकि स्मिथ ने 109 टेस्ट मैचों में 32 शतकों के साथ 56.97 की औसत से 9,685 रन बनाए हैं।
स्मिथ ने आगे बताया कि दोनों खिलाड़ी अक्सर एक-दूसरे को बात करते हैं, और वो 22 नवंबर से शुरू हो रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में कोहली का सामना करने के लिए उत्साहित हैं।
नई दिल्ली । ओलंपिक या पैरालंपिक खेलों में खिताब जीतना एक बड़ी उपलब्धि है। भारत के कुछ खिलाडिय़ों ने लगातार दो ओलंपिक या पैरालंपिक में भी मेडल जीते हैं। अब तो एक ही ओलंपिक इवेंट में एक खिलाड़ी द्वारा दो मेडल लाने की उपलब्धि भी दर्ज हो चुकी है। हाल ही में पेरिस पैरालंपिक सम्पन्न हुए जिसमें भारत ने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया। जिन खिलाडिय़ों ने चमक बिखेरी उनमें एक नाम मरियप्पन थंगावेलु का था। जिन्होंने पैरालंपिक खेलों में एक और मेडल जीता था। ऐसा कर वह लगातार तीन पैरालंपिक मेडल जीतने वाले भारत के पहले एथलीट बन गए। एक ऐसी ऐतिहासिक उपलब्धि जिसकी शुरुआत 10 सितंबर को ही हुई थी।
मारियप्पन का जन्म तमिलनाडु के सलेम स्थित एक छोटे से गांव में हुआ। परिवार बेहद गरीब था। छह बच्चों के परिवार के साथ पिता का साथ नहीं था। मां दिहाड़ी मजदूरी और सब्जी बेचकर किसी तरह घर चलाती थीं। इतनी कठिनाई के बावजूद, पांच साल के छोटे मारियप्पन की जिंदगी में एक दुखद मोड़ आया जब एक नशे में धुत बस ड्राइवर ने टक्कर मार दी, जिससे उनका दाहिना पैर घुटने के नीचे से कुचल गया। इस हादसे ने उन्हें स्थायी रूप से दिव्यांग बना दिया और उन्हें चलने के लिए लकड़ी के पैर का सहारा लेना पड़ा।
एक तरफ जिंदगी खेल रही थी तो दूसरी ओर मरियप्पन! दरअसल, इस बच्चे को खेल का बहुत शौक था। ये देख शिक्षक ने उन्हें ऊंची कूद करने के लिए प्रोत्साहित किया। स्थानीय प्रतियोगिताओं में भाग लेना शुरू किया कई मेडल और ट्राफियां जीतीं तो हौसला बढ़ा। उनके खेल और लगन ने पैरा-एथलीटों के प्रसिद्ध कोच सत्यनारायण को भी प्रभावित किया। 2015 में, सत्यनारायण ने मारियप्पन को बेंगलुरु में अपने ट्रेनिंग कैम्प में शामिल किया और उनके मार्गदर्शन में, मारियप्पन ऊंची कूद में पैरालंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने।
यह रियो पैरालंपिक, 2016 की बात थी। 10 सितंबर के दिन मरियप्पन ने पुरुषों के टी42 इवेंट में 1.89 मीटर की जंप के साथ गोल्ड मेडल हासिल किया था। यह रियो पैरा खेलों में भारत का पहला गोल्ड मेडल भी था। इसके बाद उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक 2020 में 1.86 मीटर की जंप के साथ सिल्वर मेडल जीता था। पेरिस पैरालंपिक के ब्रॉन्ज मेडल ने उनकी हैट्रिक पूरी कर दी। खेलों में असाधारण योगदान के लिए मारियप्पन को 2017 में पद्म श्री और अर्जुन पुरस्कार से और 2020 में मेजर ध्यान चंद खेल रत्न से सम्मानित किया गया।
10 सितंबर को ही रियो पैरालंपिक में इसी इवेंट में एक और पैरा एथलीट का सितारा चमका था। यह थे वरुण सिंह भाटी जिन्होंने 1.86 मीटर की कूद के साथ कांस्य पदक हासिल किया था, जो उनका व्यक्तिगत तौर पर बेस्ट प्रदर्शन था। ऊंची कूद में नाम रोशन करने वाले भाटी का पहला प्यार बास्केटबॉल था, लेकिन किस्मत ने ग्रेटर नोएडा के रहने वाले इस खिलाड़ी की कहानी कुछ और ही लिखी थी।बचपन में बास्केटबॉल में बड़े माहिर खिलाड़ी भाटी पोलियो के चलते इस खेल में अपना करियर आगे नहीं बढ़ा पाए। कई बार दिव्यांग होने के चलते बास्केटबॉल से उन्हें बाहर कर दिया जाता। जब एक स्तर के बाद यह तय हो गया कि पोलियो बास्केटबॉल को इससे आगे नहीं बढऩे देगा तो वरुण ने जिंदगी की रेस में रुकने की जगह कूदने का फैसला कर लिया। यह खेल था हाईजंप यानी ऊंची कूद, जिसको खेलने की प्रेरणा उनको अपने कोच से मिली थी। 10वीं क्लास तक आते-आते वरुण इस खेल में कई घंटों तक प्रैक्टिस करते रहते थे।
परिवार का माहौल भी खेल कूद को बढ़ावा दे रहा था। भाई प्रवीण भी हाईजंप और बहन कृति पावर लिफ्टिंग में खुद को आगे बढ़ा रहे थे। यहां से वरुण का सफर नहीं रुका। वह पैरा खेलों में एक के बाद एक मेडल जीतते गए। 10 सितंबर को जब उन्होंने मेडल जीता तो परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं था। उनके बेटे ने जिंदगी की बाधाओं को कूदकर पार कर लिया था।
वरुण ने मेडल जीतने के बाद एक इंटरव्यू में कहा था कि 2016 का पैरालंपिक उनका सबसे पसंदीदा टूर्नामेंट था। इसलिए नहीं, क्योंकि उन्होंने वहां पदक जीता था बल्कि इसलिए, क्योंकि वह वहां होना चाहते थे। उनको वहां जो शांति मिली, उसके बाद उनको कोई घबराहट महसूस नहीं हुई। उन्होंने कहा था, मैंने अपनी कमजोरियों पर कम और अपनी क्षमताओं पर ज्यादा ध्यान दिया है।
ऑकलैंड। न्यूजीलैंड ने अगले महीने यूएई में होने वाले आईसीसी महिला टी20 विश्व कप के लिए अपनी 15 सदस्यीय टीम की घोषणा कर दी है। सोफी डिवाइन और सूजी बेट्स लगातार 9वीं बार आईसीसी महिला टी20 विश्व कप में हिस्सा लेंगी।
इस अनुभवी जोड़ी ने 2009 में टूर्नामेंट की शुरुआत के बाद से महिलाओं के मेगा इवेंट के हर संस्करण में भाग लिया है।
विश्व कप के बाद टी20 कप्तान के पद से हटने वाली डिवाइन टीम की अगुवाई करेंगी। वह ट्रॉफी के साथ अंत की उम्मीद करेंगी, जो टीम को टूर्नामेंट के पहले दो संस्करणों 2009 और 2010 में उपविजेता रहने के बाद से नहीं मिली है।
डिवाइन ने कहा, टी 20 विश्व कप महिलाओं के खेल के विकास और वृद्धि में एक महत्वपूर्ण माध्यम रहा है। मेरे लिए गर्व की बात है कि मैं शुरुआत से ही इस टूर्नामेंट का हिस्सा रही हूं। मैं विश्व स्तरीय टीमों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने के एक और अवसर का इंतजार कर रही हूं।
विकेटकीपर बल्लेबाज इजी गेज आईसीसी महिला टी20 विश्व कप में अनुभव के बिना टीम की एकमात्र सदस्य हैं। मुख्य कोच बेन सॉयर ने कहा कि विश्व कप टीम में शामिल होना एक विशेष अवसर है।
सॉयर ने कहा, इस टीम में शामिल सभी खिलाडिय़ों को बधाई। विश्व कप में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना जाना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। मैं इस टीम से वास्तव में खुश हूं, मुझे लगता है कि ये हमारी सर्वश्रेष्ठ 15 खिलाड़ी हैं जो संभावित रूप से विभिन्न परिस्थितियों के अनुकूल खुद को ढालने में माहिर हैं।
न्यूजीलैंड को ऑस्ट्रेलिया, भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका के साथ ग्रुप ए में रखा गया है। वे 4 अक्टूबर को भारत के खिलाफ अपने पहले ग्रुप मैच से पहले दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के खिलाफ दो अभ्यास मैच खेलेंगे।
टीम टूर्नामेंट की तैयारी के लिए मैके और ब्रिसबेन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन टी20 मैच खेलने के लिए 16 सितंबर को रवाना होगी।
न्यूजीलैंड की टीम: सोफी डिवाइन (कप्तान), सूजी बेट्स, ईडन कार्सन, इजी गेज, मैडी ग्रीन, ब्रुक हॉलिडे, फ्रैन जोनास, लेघ कास्पेरेक, अमेलिया केर, जेस केर, रोजमेरी मेयर, मौली पेनफोल्ड, जॉर्जिया प्लिमर, हन्ना रोवे, ली ताहुहू