नईदिल्ली। टेस्ट क्रिकेट एक ऐसा प्रारूप है, जिसमें किसी भी खिलाड़ी के लिए रन बनाना बेहद मुश्किल होता है। हालांकि, अब क्रिकेट के इस प्रारूप में भी तेजी से रन बनते हैं।कई ऐसे गेंदबाज भी हैं जो टेस्ट में अपनी बल्लेबाजी से कमाल दिखाते हैं। इस प्रारूप में 1 ओवर में सबसे ज्यादा रन बनाने वाला शीर्ष खिलाड़ी एक गेंदबाज ही है।ऐसे में आइए 1 ओवर में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले शीर्ष खिलाडिय़ों पर नजर डालते हैं।
अपनी तेज गेंदबाजी से दुनिया भर के बल्लेबाजों को परेशान करने वाले जसप्रीत बुमराह इस सूची में पहले स्थान पर हैं।उन्होंने साल 2022 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के खिलाफ बर्मिंघम टेस्ट मैच में 35 रन जड़ दिए थे।उस ओवर में बुमराह के बल्ले से 2 छक्के निकले थे। इसके अलावा उस ओवर में 5 चौके भी लगे थे। 1 चौका नो बॉल और 1 वाइड गेंद पर आया था।
सूची में दूसरे स्थान पर संयुक्त रूप से वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज ब्रायन लारा हैं। उन्होंने साल 2003 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 1 ओवर में 28 रन जड़ दिए थे।रॉबिन पीटरसन के खिलाफ लारा ने 4 चौके और 2 छक्के लगाए थे।उनके अलावा ऑस्ट्रेलिया के जॉर्ज बेली ने जेम्स एंडरसन के खिलाफ साल 2013 में 28 रन बनाए थे। केशव महाराज ने 2019 में जो रूट के 1 ओवर में 28 रन जड़ दिए थे।
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर खिलाड़ी शाहिद अफरीदी ने साल 2005 में हरभजन सिंह के 1 ओवर में 27 रन बना दिए थे। इस ओवर में पहले उन्होंने लगातार 4 छक्के लगाए थे।ओवर की अगली 2 गेंदों पर उन्होंने 2 और 1 रन बनाए थे।हैरी ब्रुक ने साल 2022 में जाहिद महमूद के खिलाफ रावलपिंडी में खेले गए टेस्ट मैच में 27 रन बनाए थे। उनके बल्ले से 2 छक्के और 3 चौके निकले थे।
क्रेग मैकमिलन, लारा, मिचेल जॉनसन, ब्रेडन मैकुलम और हार्दिक पांड्या ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट के 1 ओवर में 26 रन बनाए हैं।मैकमिलन ने साल 2000 में यूनुस खान के खिलाफ यह कारनामा किया था। लारा ने दानिश कनेरिया के खिलाफ ये ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की थी।जॉनसन ने पॉल हैरिस के खिलाफ 1 ओवर में 26 रन जड़ दिए थे। मैकुलम ने सुरंगा लकमल और हार्दिक ने मलिंडा पुष्पकुमारा के खिलाफ ये रन बनाए थे।
नईदिल्ली। श्रीलंका क्रिकेट टीम के अनुभवी बल्लेबाज दिनेश चांदीमल ने न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ दूसरे टेस्ट में बेहतरीन शतक लगाया है।यह उनके टेस्ट करियर का कुल 16वां और कीवी टीम के खिलाफ पहला शतक है।इस बीच उन्होंने दिमुथ करुणारत्ने के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी की और टीम को संकट से निकालने का प्रयास किया।आइए उनकी पारी और आंकड़ों पर एक नजर डालते हैं।
पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका ने जब सिर्फ 2 रन के स्कोर पर अपना पहला विकेट खोया, तब चांदीमल क्रीज पर आए थे।गॉल क्रिकेट स्टेडियम में चांदीमल ने विपक्षी गेंदबाजों के खिलाफ डटकर बल्लेबाजी की।उन्हें दूसरे छोर से करुणारत्ने (46) का अच्छा साथ मिला और इस जोड़ी ने दूसरे विकेट के लिए 122 रन जोड़े।उम्दा बल्लेबाजी कर रहे चांदीमल ने पहले दिन के दूसरे सत्र के दौरान अपनी पारी को शतक में तब्दील किया।
चांदीमल ने न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के विरुद्ध अब तक 9 टेस्ट खेले हैं, जिसकी 16 पारियों में 700 से अधिक रन बनाए हैं।इस टीम के खिलाफ वह 1 शतक के अलावा 6 अर्धशतक भी लगा चुके हैं। मौजूदा सीरीज के पहले टेस्ट में उन्होंने 30 और 61 रन के स्कोर किए थे।उन्होंने अब तक कुल 11 टीमों के खिलाफ टेस्ट खेले हैं, जिसमें से 9 टीमों के खिलाफ शतक लगाए हैं।
चांदीमल अब टेस्ट क्रिकेट में श्रीलंका के लिए संयुक्त रूप से चौथे सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं।उन्होंने शतकों के मामले में एंजेलो मैथ्यूज, करुणारत्ने, मार्वन अटापट्टू और तिलकरत्ने दिलशान की बराबरी की है। इस सूची में दिग्गज कुमार संगकारा (38), महेला जयवर्धने (34) और अरविंदा डी सिल्वा (20) ही उनसे आगे हैं।यह श्रीलंका में चांदीमल के बल्ले से निकलने वाला 10वां टेस्ट शतक है।
चांदीमल ने अपना पहला टेस्ट मैच दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के खिलाफ साल 2012 में खेला था।उन्होंने अब तक खेले 84 टेस्ट मैचों की 150 पारियों में लगभग 45 की औसत के साथ 5,800 से अधिक रन बनाए हैं। उन्होंने इस दौरान 206 रन के सर्वश्रेष्ठ स्कोर के साथ 16 शतक और 29 अर्धशतक लगाए हैं।वह श्रीलंका की ओर से फिलहाल 7वें सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं।
नई दिल्ली। मार्च में महिला प्रीमियर लीग ‘एक्स’ अकाउंट पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में, जेमिमा रोड्रिग्स ने खुलासा किया कि बाएं हाथ की स्पिनर राधा यादव की यूट्यूब व्यूइंग हिस्ट्री में ‘विराट कोहली की आक्रामकता वाले वीडियो’ भरे पड़े हैं।
उस समय राधा ने कहा, किसी को थोड़ा उत्साहित होना पड़ता है, और वह मेरा आदर्श है। इसलिए, मैं हमेशा हर मैच से पहले उसे देखती हूं और मैदान में उसके जुनून को देखती हूं। मैं वास्तव में उससे बहुत जुड़ सकती हूं और इसलिए मैं उनके वीडियो देखती हूं।
अब, यूएई में महिला टी20 विश्व कप शुरू होने में 10 दिन से भी कम समय बचा है, सफेद शर्ट और काली जींस पहने, राधा क्वा क्लोथिंग के लिए एक विज्ञापन शूट के दौरान मुस्कुराती हुई दिखाई दे रही हैं, जिसका संग्रह उनके अनुसार उनके स्टाइल को दर्शाता है – सरल लेकिन बोल्ड।
मेरे लिए फैशन का मतलब सशक्त महसूस करना है। जब मैं कुछ ऐसा पहनती हूं जो मुझे अच्छा महसूस कराता है, तो मैं उस आत्मविश्वास को अपने साथ लेकर चलती हूं, चाहे वह मैदान पर हो या जीवन में। यह जुड़ाव स्वाभाविक लगता है क्योंकि उनके कपड़े मुझे घूमने-फिरने, सहज महसूस करने और फिर भी स्टाइलिश दिखने की आज़ादी देते हैं, चाहे कोई भी अवसर हो।
उसके दाहिने हाथ पर गुलाब और कम्पास वाला टैटू तुरंत ध्यान आकर्षित करता है। राधा टैटू के पीछे का अर्थ साझा नहीं करना चाहती, कहती है कि खेल में उसकी अत्यधिक रुचि ने उसे यह टैटू बनवाने के लिए प्रेरित किया। महिला टी20 विश्व कप के लिए राधा की तैयारी की शुरुआत आसान नहीं रही क्योंकि अगस्त के अंत में गुजरात के वडोदरा में बाढ़ के दौरान उसे एनडीआरएफ द्वारा बचाया जाना था।
वास्तव में दो-तीन दिनों तक बारिश हुई। बांध में बहुत पानी था और फिर उन्होंने गेट खोल दिए। इसके कारण, शहर का 60 फीसदी हिस्सा पानी में था - मुझे यकीन नहीं है कि यह कम था या ज़्यादा। लेकिन ये सभी चीजें हुईं, और इसके अलावा पीने का पानी खत्म हो गया।
हम अपनी बाल्टियों में बारिश का पानी इक_ा कर रहे थे। राधा ने कहा, इन परिस्थितियों के कारण हमें हर दो-तीन घंटे में सिर्फ एक घूंट पानी मिल रहा था। हम कुछ खा भी नहीं पा रहे थे, क्योंकि वॉशरूम में पानी नहीं था। हालात ऐसे थे कि घर हो या बाहर, इतना कुछ होने के बावजूद पानी नहीं था।
अब तक, 2024 राधा के लिए एक फलदायी वर्ष रहा है - महिला प्रीमियर लीग (डब्लूपीएल ) के दूसरे सीजऩ में दिल्ली कैपिटल्स के लिए 7.48 की इकॉनमी रेट से नौ मैचों में दस विकेट लिए, जहां वे उपविजेता रहे।
इन कारनामों के कारण उन्हें लगभग एक साल बाद अप्रैल-मई में बांग्लादेश के टी20 दौरे के लिए भारतीय टीम के लिए चुना गया। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ़ घरेलू सीरीज़ और जुलाई में महिला एशिया कप में अपने कौशल का प्रदर्शन जारी रखा।
अब, वह यूएई में अपना चौथा महिला टी20 विश्व कप खेलने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।वह आगे कहती हैं, यह बहुत अच्छा था (इस साल भारतीय टीम में वापस आना)। जैसा कि, मैं हमेशा कहती हूँ, मेरा एकमात्र काम कड़ी मेहनत करना और इसे ईमानदारी से करना है - जैसे प्रशिक्षण, जीतना और बाकी सब कुछ उप-उत्पाद हैं। इसलिए मैं हमेशा यही बात ध्यान में रखती हूं।
2023 महिला टी20 विश्व कप में राधा का प्रदर्शन फीका रहा, चार मैचों में केवल तीन विकेट लिए। इसके बाद डब्लूपीएल के पहले मैच में उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा, जिसमें उन्होंने कैपिटल्स के लिए नौ मैचों में केवल चार विकेट लिए। डब्लूपीएल में साइका इशाक और श्रेयंका पाटिल जैसी स्पिनरों के उभरने के कारण राधा को भारतीय टीम से बाहर होना पड़ा।
राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने की राह पर, राधा ने पाया कि शांति बनाए रखना और अपनी आक्रामकता को नियंत्रित करना ही समाधान है। मैंने इस बारे में बहुत सोचा कि क्या हो रहा है। मैं जल्दबाजी में काम कर रही थी। मेरे सपोर्ट सिस्टम, खासकर दोस्तों ने मुझे कुछ समय लेने और शांति लाने के लिए कहा।
हमारे (मुख्य) कोच अमोल (मुजुमदार) सर भी कहते हैं कि नियंत्रित आक्रामकता बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए यह वह चीज थी जिसे मैंने किसी तरह समझ लिया, और यह अपने आप सामने आ गई। मैंने अब थोड़ी आक्रामकता को अलग रखा है और खेल में बहुत शांति लाई है। इस बदलाव ने मेरी बहुत मदद की है।
लंदन । अगले साल भारत के ख़िलाफ़ होने वाले लॉर्ड्स टेस्ट के पहले तीन दिनों के लिए मेरिलबोर्न क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने न्यूनतम 90 यूरो (लगभग 8400 रूपये) का टिकट निर्धारित किया है, जिसकी ख़ासी आलोचना हो रही है। वहीं प्रमुख स्टैंड्स के टिकटों का मूल्य 120 यूरो से 175 यूरो (11,200 रूपये से 16,330 रूपये) है।
आलोचकों का कहना है कि इस साल श्रीलंका के ख़िलाफ़ हुए लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान भी कुछ प्रमुख स्टैंड्स के 115 यूरो से 140 यूरो (10,730 रूपये से 13065 रूपये) के टिकट मूल्य निर्धारित किए गए थे, जिसके कारण कई स्टैंड्स खाली थे। चौथे दिन का खेल देखने के लिए सिफऱ् 9000 टिकट बिके थे, जो कि स्टेडियम की क्षमता के एक-तिहाई से भी कम था।
हालांकि आलोचना के बाद एमसीसी को चाय के बाद के टिकट का दाम 15 यूरो (1400 रूपये) और 5 यूरो (470 रूपये) (अंडर-16 के लिए) करना पड़ा, लेकिन तब तक काफ़ी देर हो चुकी थी।
मैच के बाद इंग्लैंड के कप्तान ऑली पोप ने कहा था, यह टेस्ट मैच का अच्छा दिन था, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण था कि स्टेडियम भरा हुआ नहीं था।
एमसीसी के मुख्य कार्यकारी और सचिव जी लेवेंडर ने कहा कि हम चौथे दिन की टिकट मूल्य नीति का पुनर्मूल्यांकन करेंगे। भारत के ख़िलाफ़ मैच के चौथे दिन के खेल के लिए 90 यूरो (8400 रूपये) से 150 यूरो (14000 रूपये) के टिकट का प्रावधान होगा।
एमसीसी का तर्क है कि इंग्लिश टेस्ट कैलेंडर में ऑस्ट्रेलिया के बाद भारत दूसरी सबसे बड़ी मेहमान टीम है। इसके कारण टिकट के दाम अधिक रह सकते हैं। लॉर्ड्स में होने वाले डब्लूटीसी फ़ाइनल 2025 के लिए भी टिकट का मूल्य 70 यूरो (6530 रूपये) से 130 यूरो (12130 रूपये) निर्धारित किया गया है।
वहीं इंग्लैंड और भारत की महिला टीम के बीच 2025 में होने वाले वनडे मैच का टिकट भी 25 यूरो (2330 रूपये) से 45 यूरो (4200 रूपये) निर्धारित है, जो कि लॉर्ड्स में ही खेला जाएगा।
नईदिल्ली। बीते मंगलवार को गुजरात के गांधीनगर में दीवान बल्लूभाई कप अंडर-19 मल्टी-डे टूर्नामेंट के दौरान अविश्वसनीय पारी देखने को मिली।दरअसल, सेंट जेवियर्स स्कूल के द्रोण देसाई ने जेएल इंग्लिश स्कूल के खिलाफ 498 रन की पारी खेलकर रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज कराया।18 वर्षीय ये बल्लेबाज 500 रन की पारी खेलने से चूक गया।बता दें, यह वार्षिक टूर्नामेंट सेंट्रल बोर्ड ऑफ क्रिकेट अहमदाबाद द्वारा आयोजित किया जाता है जो गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के अंतर्गत आता है।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस ऐतिहासिक पारी के बाद देसाई ने कहा, मैदान में कोई स्कोरबोर्ड नहीं था और मेरी टीम ने मुझे सूचित नहीं किया कि मैं 498 रन पर बल्लेबाजी कर रहा हूं। मैं अपना स्ट्रोक खेलने गया और आउट हो गया लेकिन मुझे खुशी है कि मैं उन रनों को बनाने में कामयाब रहा। उन्होंने अपनी मैराथन पारी में 320 गेंदों का सामना किया, जिसमें 7 छक्के और 86 चौके शामिल थे।
गुजरात से ताल्लुक रखने वाले देसाई जूनियर स्तर पर लगातार अच्छा खेल रहे हैं।अंडर-14 स्तर पर राज्य का प्रतिनिधित्व कर चुके देसाई की हालिया पारी चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित करने वाली है क्योंकि वह गुजरात की अंडर-19 टीम में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं।क्रिकेट में उनका सफर 7 साल की छोटी सी उम्र में शुरू हुआ था।वह अपने आदर्श सचिन तेंदुलकर को बल्लेबाजी करते हुए देखकर काफी प्रभावित हुए थे।
देसाई भारत के स्कूल स्तर पर सर्वोच्च स्कोर बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में शामिल हुए। इससे पहले प्रणव धनावड़े (नाबाद 1,009), पृथ्वी शॉ (546), डॉ. हवेवाला (515), चमनलाल (नाबाद 506) और अरमान जाफर (498) एक पारी में बड़ा स्कोर बनाने में कामयाब हुए थे।
जोधपुर। भारत के पूर्व तेज गेंदबाज धवल कुलकर्णी ने कहा कि उन्हें देश के लिए टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलने का कोई अफसोस नहीं है और वह घरेलू क्रिकेट में मुंबई के लिए अपने पांच रणजी ट्रॉफी खिताब से संतुष्ट हैं।
कुलकर्णी, जिन्होंने 2014 में बर्मिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ भारत के लिए पदार्पण किया था, ने देश के लिए 12 वनडे मैच और दो टी20 मैच खेले, जिसमें उन्होंने कुल 22 विकेट लिए। 35 वर्षीय तेज गेंदबाज को अपने प्रभावशाली घरेलू करियर के बावजूद कभी भी टेस्ट क्रिकेट में देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका नहीं मिला।
96 प्रथम श्रेणी मैचों में, उन्होंने मुंबई के लिए 27.11 की औसत से 285 विकेट लिए, जिसमें 15 बार पांच विकेट लेने का कारनामा शामिल है। अनुभवी गेंदबाज ने बताया कि उनके समय में भारतीय टीम में भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, उमेश यादव और इशांत शर्मा जैसे अच्छे तेज गेंदबाज थे, जिससे टीम में उनके मौके कम हो गए।
कुलकर्णी ने कहा, मेरे समय में भारतीय टीम में तेज गेंदबाज थे जो अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे और इसी वजह से मैं टेस्ट नहीं खेल पाया। मुझे इसका कोई अफसोस नहीं है। मैंने जब भी भारत के लिए खेला, अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और मैं इससे संतुष्ट हूं। मैंने मुंबई के साथ पांच रणजी खिताब जीते हैं जो एक बड़ी उपलब्धि है और मैं इससे बहुत खुश हूं।
दिग्गज एमएस धोनी और रोहित शर्मा के बीच नेतृत्व कौशल में अंतर के बारे में पूछे जाने पर, तेज गेंदबाज ने कहा, मुझे माही (एमएस धोनी) के नेतृत्व में बहुत खेलने का मौका नहीं मिला, लेकिन रोहित की कप्तानी में मैंने बहुत खेला है। उनके जैसा कप्तान होना जरूरी है। वह टीम के हर एक सदस्य की बात सुनते हैं (पहले से लेकर आखिर तक) और यही बात उन्हें एक पसंदीदा कप्तान बनाती है। वह बहुत स्वागत करने वाले हैं और पूरी टीम को एक साथ बांधे रखते हैं। यह उनकी सबसे बड़ी खूबी है। वह खिलाडिय़ों को आत्मविश्वास देते हैं, क्योंकि उन्हें खुद को साबित करने के लिए कम से कम 7-8 मौके मिलते हैं।
उन्होंने कहा, धोनी हमेशा एक कदम आगे की सोचते हैं। आईपीएल में उनकी फील्ड प्लेसमेंट बहुत अनोखी है। वह मैदान पर हर चीज पर नजर रखते हैं। उनके पास बहुत अनुभव है, इसलिए रोहित और धोनी अलग-अलग कप्तान हैं। रिटायरमेंट के बाद उनके भविष्य के प्रयासों के बारे में पूछे जाने पर, कुलकर्णी ने कहा, मैं अपना होमवर्क कर रहा हूं (एक कोच के तौर पर)। मुझे आईपीएल या भारतीय टीम में कोच बनने के लिए सभी मानदंडों पर खरा उतरना होगा। कुलकर्णी मौजूदा लीजेंड्स क्रिकेट लीग में इंडिया कैपिटल्स टीम का हिस्सा हैं।