खेल-खिलाड़ी

पहला सेशन हुआ वॉश आउट, अभी भी ढक़ा हुआ है ग्रीन पार्क स्टेडियम
Posted Date : 28-Sep-2024 9:06:25 pm

पहला सेशन हुआ वॉश आउट, अभी भी ढक़ा हुआ है ग्रीन पार्क स्टेडियम

कानपुर। कानपुर के ग्रीन पार्क में भारत और बांग्लादेश के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के दूसरा दिन भी खराब मौसम से प्रभावित हो रहा है. मैच सुबह 9.30 बजे शुरू होने वाला था. लेकिन, खराब मौसम को देखते हुए मैच देरी से शुरू होने वाला है. खुद बीसीसीआई ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर इस बात की जानकारी दी है. 
कानपुर में बारिश रुक गई है. लेकिन, आउटफील्ड काफी गीला है, जिसपर सुपर सोपर्स काम कर रहे हैं. 11 बजे से सुपर सोपर का इस्तेमाल किया गया था लेकिन मैदान अभी भी काफी गीला है. बारिश तो रुक गई है, लेकिन फिर भी ग्राउंड्समैन ने कवर्स को नहीं हटाया है.
कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम से ताजा अपडेट सामने आ रही है कि सुपर सोपर्स ने कवर्स पर काम करना शुरू कर दिया है. हालांकि रोशनी में सुधार नहीं हुआ है. रिजर्व अंपायर वीरेंद्र शर्मा ग्राउंड्समैन से बात करते नजर आए. मैच के शुरू होने की उम्मीद कम ही दिख रही है.
कानपुर में बारिश रुक चुकी है, लेकिन मैदान अभी भी पूरी तरह से ढका हुआ है. लंच का समय हो गया है, इसलिए ऐसा कहना गलत नहीं होगा कि पहला सेशन वॉश आउट हो गया है. हालांकि, सुपर सोपर ने कवर पर काम करना शुरू कर दिया है.
कानपुर से क्रिकेट फैंस के लिए बुरी खबर आ रही है. दोनों टीम मैदान से होटल वापस लौट गई हैं और अगले इंसपेक्शन की कोई खबर नहीं है. मैदान पर कवर्स हैं और मौसम भी खराब है. ऐसे में लंच तक मैच शुरू होना मुश्किल लग रहा है. 
कानपुर में लगातार हो रही बारिश के चलते टीम इंडिया के होटल वापस लौटने की खबर सामने आ रही है. अब तक मैच के शुरू होने की कोई आशंका नहीं दिख रही है.
भारत-बांग्लादेश के बीच खेला जा रहा टेस्ट मैच पूरा नहीं हो पाता या ड्रॉ पर खत्म होता है, तो टीम इंडिया 1-0 से इस सीरीज को जीत लेगी. हालांकि, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की अंक तालिका में टीम पहले नंबर पर बनी रहेगी.
कानपुर टेस्ट मैच के पहले दिन टॉस जीतकर भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने गेंदबाजी का फैसला किया. जहां, पहले बल्लेबाजी करने उतरी बांग्लादेश की टीम ने 35 ओवर बल्लेबाजी की, जिसमें 3 विकेट के नुकसान पर 107 रनों का स्कोर बनाया. हालांकि, इसके आगे बारिश के चलते मैच नहीं खेला जा सका.

 

चाइना ओपन: अल्काराज़ दूसरे दौर में, मेदवेदेव ने गाएल मोंफिल्स को हराया
Posted Date : 28-Sep-2024 9:05:51 pm

चाइना ओपन: अल्काराज़ दूसरे दौर में, मेदवेदेव ने गाएल मोंफिल्स को हराया

बीजिंग। चार बार के प्रमुख चैंपियन कार्लोस अल्काराज़ ने साथी 21 वर्षीय जियोवानी एमपेटशी पेरीकार्ड को 6-4, 6-4 से हराकर दूसरे दौर में प्रवेश किया, जबकि तीसरे वरीय दानिल मेदवेदेव ने शुक्रवार को यहां चाइना ओपन के पुरुष वर्ग के पहले दौर में अनुभवी गाएल मोंफिल्स को 6-3, 6-4 से हराया।
इस साल फ्रेंच ओपन और विंबलडन जीतने वाले अल्काराज़ के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण मैच था, क्योंकि उन्हें एटीपी टूर पर सबसे बड़ी सर्विस करने वाले खिलाडिय़ों में से एक एमपेटशी पेरीकार्ड का सामना करना पड़ा क्योंकि उनके पास अपने नवीनतम अभियान से अभ्यस्त होने के लिए बहुत कम समय था।
हालांकि, शीर्ष वरीयता प्राप्त खिलाड़ी ने एमपेटशी पेरीकार्ड की मारक क्षमता के साथ जल्दी से तालमेल बिठाया और पहले दौर की जीत में शानदार प्रदर्शन किया। अल्काराज़ ने प्रत्येक सेट के शुरुआती गेम में फ्रांसीसी खिलाड़ी की सर्विस को तोडक़र 81 मिनट में अपने 21 वर्षीय साथी खिलाड़ी को हराया।
अल्काराज़ को शिन्हुआ ने यह कहते हुए उद्धृत किया, ईमानदारी से कहूं तो यह आसान नहीं था। वह वास्तव में एक शक्तिशाली खिलाड़ी है। बड़ी सर्विस, बेसलाइन से बड़े शॉट। इसलिए मुझे वास्तव में ध्यान केंद्रित करना था। यही योजना थी। बहुत अधिक गलतियाँ न करने और बेसलाइन से आक्रामक तरीके से खेलने की कोशिश करें।
अल्काराज़ ने ल्योन चैंपियन एमपेटशी पेरीकार्ड के साथ अपने पहले लेक्सस एटीपी हेड2हेड मुकाबले में अर्जित दोनों ब्रेक पॉइंट को भुनाया। हालांकि , इन्फोसिस एटीपी स्टैट्स के अनुसार, फ्रांसीसी खिलाड़ी ने अपनी पहली डिलीवरी के पीछे 83 प्रतिशत (20/24) अंक जीतकर मैच समाप्त किया, लेकिन प्रत्येक सेट की शुरुआत में चूक के कारण उनकी जीत की उम्मीद कमज़ोर पड़ गई।
एक युवा प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ़ अपने तीसरे टूर-लेवल मैच में जीत हासिल करने के बाद, अल्काराज़ ने इस सीजऩ में अपना रिकॉर्ड 44-9 पहुंचा दिया । इस सप्ताह की शुरुआत में निट्टो एटीपी फाइनल्स के लिए क्वालीफाई करने वाले स्पेन के इस खिलाड़ी का दूसरे दौर में टैलोन ग्रीक्सपूर से मुकाबला होगा।
पहले दौर के एक अन्य मैच में रूसी स्टार मेदवेदेव ने अनुभवी गाएल मोंफिल्स को 6-3, 6-4 से हराकर अगले दौर में जगह पक्की की।

 

बीसीसीआई ने कॉल्ड ऑफ किया पहले दिन का खेल
Posted Date : 27-Sep-2024 10:04:33 pm

बीसीसीआई ने कॉल्ड ऑफ किया पहले दिन का खेल

नई दिल्ली । कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में भारत और बांग्लादेश के बीच दूसरा टेस्ट मैच खेला जा रहा है. मैच का पहला दिन बारिश से प्रभावित रहा. पहले तो मैच देरी से शुरू हुआ और फिर रुक-रुक कर आगे बढ़ा. इतना ही नहीं बीसीसीआई ने खराब मौसम और तेज होती बारिश को देखते हुए बीच दिन में ही दिन को कॉल्ड ऑफ कर दिया है. दिन का खेल खत्म होने तक बांग्लादेश का स्कोर 107/3 रनों का है. भारत बांग्लादेश के बीच खेले जा रहे कानपुर टेस्ट मैच का पहला दिन बारिश की भेंट चढ़ गया है. बीसीसीआई ने आधिकारिक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें उन्होंने जानकारी दी है कि बारिश तेज होने की वजह से पहले दिन का खेल यहीं समाप्त हो रहा है. बांग्लादेश का स्कोर 107/3 रनों का है.

 

कानपुर टेस्ट में गेंदबाजी चुनकर रोहित शर्मा ने रचा इतिहास, 60 साल में पहली बार हुआ ऐसा
Posted Date : 27-Sep-2024 10:04:17 pm

कानपुर टेस्ट में गेंदबाजी चुनकर रोहित शर्मा ने रचा इतिहास, 60 साल में पहली बार हुआ ऐसा

नई दिल्ली । बांग्लादेश के साथ खेले जा रहे कानपुर टेस्ट मैच में टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया है. उनके इस फैसले से हर कोई हैरान रह गया, क्योंकि भारतीय सरजमीं पर कोई भी कप्तान टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनना पसंद करते हैं. इसी के साथ हिटमैन ने इतिहास रच दिया है और वह पिछले 60 सालों में कानपुर में खेले जाने वाले टेस्ट मैच में टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनने वाले पहले कप्तान बन गए हैं. 
60 साल में पहली बार हुआ ऐसा
भारत और बांग्लादेश के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया है. ये फैसला आम नहीं है, क्योंकि भारतीय सरजमीं पर कोई भी टीम चौथी पारी में लक्ष्य का पीछा करना पसंद नहीं करती. मगर, भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने गेंदबाजी चुनी और सभी को हैरान कर दिया.
इसी के साथ कानपुर टेस्ट में रोहित ने वो किया, जो 60 साल में कभी नहीं हुआ. जी हां, कानपुर में खेले गए टेस्ट मैच में पिछले 60 सालों में किसी भी भारतीय कप्तान ने टॉस जीतकर कभी गेंदबाजी नहीं चुनी. कानपुर में 24 टेस्ट मैचों में किसी टीम ने दूसरी बार टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी है.
इससे पहले 1964 में इंग्लैंड के खिलाफ ऐसा हुआ था. पहली बार भारत में लगातार दो टेस्ट मैचों में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया है. एकमात्र अन्य सीरीज जिसमें ऐसा दो बार हुआ वह 1997 में भारत और श्रीलंका के बीच तीन मैचों की सीरीज थी.
4 बार हुआ है ऐसा
भारतीय सरजमीं पर 14वीं बार टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया. 14 में से 4 बार भारतीय टीम मैच हारी है. बांग्लादेश के खिलाफ कानपुर टेस्ट से पहले 2015 में ऐसा हुआ था. साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैच ड्रॉ रहा था. विराट कोहली कप्तान थे
कैसा है ग्रीन पार्क स्टेडियम में टीम इंडिया का ट्रैक रिकॉर्ड?
भारत और बांग्लादेश के बीच दूसरा टेस्ट मैच कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में खेला जाएगा. ग्रीन पार्क स्टेडियम के रिकॉर्ड्स पर गौर करें, तो भारत ने अब तक यहां कुल 23 मुकाबले खेले हैं. जहां, भारत ने 7 मैच जीते हैं और 3 में हार का सामना किया है. वहीं, 13 मुकाबले ड्रॉ पर खत्म हुए हैं. गौर करने वाली बात ये है कि ज्यादातर मैच ड्रॉ ही रहे हैं. टीम इंडिया ने ग्रीन पार्क स्टेडियम में पिछला टेस्ट मैच 2021 में न्यूजीलैंड के साथ खेला था और वो मैच भी ड्रॉ रहा था. 

 

रविचंद्रन अश्विन से आगे अब नहीं कोई, अनिल कुंबले को पछाड़ रच दिया इतिहास
Posted Date : 27-Sep-2024 10:03:39 pm

रविचंद्रन अश्विन से आगे अब नहीं कोई, अनिल कुंबले को पछाड़ रच दिया इतिहास

नई दिल्ली । बांग्लादेश के खिलाफ कानपुर के ग्रीन पार्क में खेले जा रहे मुकाबले में भारतीय स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने इतिहास रच दिया है. उन्होंने नजमुल हुसैन को आउट करते ही अनिल कुंबले को पीछे छोड़ दिया और वह एशिया में सबसे अधिक टेस्ट विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं. 
अश्विन ने कुंबले को छोड़ा पीछे
रविचंद्रन अश्विन मैदान पर उतरें और रिकॉर्ड ना बनाएं, ऐसा कम ही देखने को मिलता है. अब ग्रीन पार्क स्टेडियम में बांग्लादेश के साथ खेले जा रहे टेस्ट मैच में अश्विन ने बांग्लादेश के कप्तान नजमुल हुसैन संतो को 31(57) रन पर आउट करते ही ये बड़ा रिकॉर्ड बनाया है.
 भारत की तरफ से एशिया में सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए. इस मामले में उन्होंने अनिल कुंबले को पीछे छोड़ा है, जिनके नाम 419 टेस्ट विकेट दर्ज थे. आपको बता दें, 82 मैच की 144 पारी में 419 विकेट दर्ज थे। वहीं, अश्विन के नाम खबर लिखे जाने तक 97 मैचों की 171वीं पारी में 420 विकेट हो गए हैं. इस दौरान अश्विन ने 33 बार पारी में पांच विकेट भी चटकाए हैं.
यदि कानपुर टेस्ट में अश्विन 8 विकेट ले लेते हैं, तो वह वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन जाएंगे. अब तक उन्होंने 69 पारियों में 180 विकेट लिए हैं. 
रविचंद्रन अश्विन इस वक्त टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों की लिस्ट में 8वें स्थान पर हैं. उन्होंने 522 विकेट चटकाए हैं. यदि वह कानपुर टेस्ट में 9 विकेट ले लेते हैं, तो ऑस्ट्रेलियाई स्टार नाथन लायन को पीछे छोड़ते हुए 7वें स्थान पर आ जाएंगे.  
टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले एक्टिव गेंदबाज बनने का मौका है. यदि अश्विन 9 विकेट लेकर नाथन लायन को पीछे छोड़ देते हैं, तो ये बड़ा रिकॉर्ड उनके नाम पर दर्ज हो जाएगा.
बता दें, रविचंद्रन अश्विन ने भारत के लिए अब तक 101 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें 23.7 के औसत से 522 विकेट लिए हैं. इस दौरान उन्होंने 37 फाइफर लिए हैं और 8 बार 10 विकेट लेने का कारनामा किया है. इतना ही नहीं बल्ले से भी अश्विन ने खूब रन बनाए हैं. 6 शतकों और 26.94 के औसत से 3422 रन बना चुके हैं.

 

राहुल वापसी करेंगे, हमारी भूमिका उन्हें समर्थन देना है: अभिषेक नायर
Posted Date : 26-Sep-2024 9:36:00 pm

राहुल वापसी करेंगे, हमारी भूमिका उन्हें समर्थन देना है: अभिषेक नायर

कानपुर। भारतीय टीम कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट की तैयारी कर रही है, ऐसे में सभी की निगाहें केएल राहुल पर हैं, जो लंबे समय तक चोटिल रहने के बाद लाल गेंद के क्रिकेट में अपनी जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। 35 के आसपास औसत और लगातार खराब प्रदर्शन के साथ, राहुल के हालिया फॉर्म ने टीम में उनके स्थान को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
हालांकि, भारतीय बल्लेबाजी कोच अभिषेक नायर अनुभवी बल्लेबाज के फॉर्म में लौटने को लेकर आशावादी हैं। नायर ने महत्वपूर्ण दूसरे टेस्ट से पहले बोलते हुए राहुल की हालिया चुनौतियों को स्वीकार किया, लेकिन कठिन दौर में खिलाडिय़ों का समर्थन करने के महत्व पर जोर दिया।
नायर ने गुरुवार को प्री-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, हम सभी जानते हैं कि राहुल किस तरह के खिलाड़ी हैं। उनके पास अनुभव और प्रतिभा है, लेकिन हर क्रिकेटर ऐसे दौर से गुजरता है, जब चीजें ठीक नहीं होतीं। ऐसे समय में कोचिंग टीम के रूप में हमारी भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है - उन्हें आगे बढऩे में मदद करना, फिर से वह चमक पाना।
राहुल ने दुलीप ट्रॉफी की अपनी एकमात्र पारी में शुरुआती सत्र में 111 गेंदों पर 37 रन बनाए। महत्वपूर्ण मौकों पर निर्णायकता की कमी और आक्रामक स्ट्रोक का उपयोग करने की अनिच्छा के कारण उनकी आलोचना की गई। स्कोरबोर्ड को आगे बढ़ाने में उनकी हिचकिचाहट पर लोगों ने सवाल उठाए। दूसरी पारी में 121 गेंदों पर 57 रन की उनकी पारी आंशिक रूप से उनके प्रदर्शन में सुधार थी, क्योंकि उनकी मुख्य जिम्मेदारी बल्लेबाजी के पतन के बीच विकेट को संभाले रखना था; चुनौतीपूर्ण 276 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए आक्रामक होने की कोशिश में अपना विकेट खोना विनाशकारी होता।
जब आप भारत के लिए खेल रहे होते हैं, तो प्रेरणा की ज़रूरत नहीं होती। कभी-कभी यह सिफऱ् दिशा की बात होती है और मुझे लगता है कि केएल ने पिछले कुछ दिनों में उनके साथ थोड़ा समय बिताया है। वह ऐसे खिलाड़ी हैं जो अपने खेल को बहुत अच्छी तरह समझते हैं। हाँ, कई बार ऐसा होता है जब कोई खिलाड़ी अपने पैर जमा लेता है। मुझे लगता है कि दक्षिण अफ्ऱीका में जब वह वहां थे, तो उन्होंने भारत के लिए शानदार पारियाँ खेली थीं।
उन्होंने कहा, इसलिए हम गौतम (गंभीर) के संयोजन से बहुत आशान्वित हैं और मैंने उनसे (चर्चा) की है कि उम्मीद है कि हम केएल में भी बदलाव ला पाएंगे। इन चीज़ों में कभी-कभी समय लगता है। लेकिन मुझे लगता है कि जिस तरह से वह बल्लेबाजी कर रहे हैं, यहां तक कि पिछले मैच में भी, मुझे पता है कि हमने उन्हें दूसरी पारी में ज़्यादा मौके नहीं दिए। लेकिन जिस तरह से वह दूसरी पारी में बल्लेबाजी कर रहे थे, हम उनसे उसी तरह की क्रिकेट की उम्मीद कर रहे हैं। और मुझे पूरा यकीन है कि आगे चलकर आप उनसे उम्मीदें और प्रदर्शन देखेंगे।
हालांकि, चेन्नई में बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में राहुल को और भी संघर्ष करना पड़ा, जब वह बीच में सहज नहीं दिखे। भारत के शीर्ष क्रम के ढहने के बाद, 32 वर्षीय खिलाड़ी ऐसे समय में आए जब टीम को एक ठोस साझेदारी की जरूरत थी। उन्होंने 52 गेंदों का सामना करते हुए 16 रन बनाए। प्रशंसकों और पंडितों ने उनकी सोच और उच्च दबाव की स्थितियों में बल्लेबाजी की रणनीति पर सवाल उठाए, क्योंकि उनमें दृढ़ता की कमी थी और वे स्थिति का फायदा उठाने में विफल रहे।
जैसे-जैसे भारत कानपुर टेस्ट के करीब पहुंच रहा है, टीम का चयन अप्रत्याशित पिच स्थितियों से काफी प्रभावित होगा। नायर ने पुष्टि की कि भारत खेल के दिन के कारकों के आधार पर प्लेइंग इलेवन का फैसला करेगा, क्योंकि ग्रीन पार्क में दो पिचें तैयार की गई हैं - एक काली मिट्टी की सतह, जिससे स्पिनरों को मदद मिलने की उम्मीद है और दूसरी लाल मिट्टी की विकेट जो शुरुआत में तेज गेंदबाजों के लिए मददगार हो सकती है।
टीम संयोजन तय करने में स्थितियां एक बड़ा कारक होंगी। नायर ने कहा, हर कोई उपलब्ध है और हम कल अपनी टीम को अंतिम रूप देने से पहले देखेंगे कि पिच कैसा व्यवहार करती है। कोच ने टीम के भीतर व्यापक नेतृत्व संरचना पर भी विचार किया, जिसमें शुभमन गिल और ऋषभ पंत सहित संभावित कप्तानों की अगली पीढ़ी पर प्रकाश डाला गया।
नायर ने बताया, शुभमन और ऋषभ जैसे खिलाडिय़ों के साथ हमारे पास आदर्श कप्तान बनने की संभावना है। उनके क्रिकेट दिमाग उनकी उम्र से कहीं ज़्यादा परिपक्व हो चुके हैं। जब युवा खिलाड़ी इतनी तेज़ी से नेतृत्व के गुण विकसित कर रहे हैं, तो हमें किसी नामित उप-कप्तान की ज़रूरत नहीं है।
टेस्ट मैच से एक दिन पहले, गुरुवार को कानपुर में मौसम बादल छाए रहे, मैच के शुरुआती दो दिनों में बारिश की संभावना अधिक है। एक्यूवेदर के अनुसार, बादल छाए रहेंगे। लाल मिट्टी की पिच पर, चेन्नई टेस्ट के लिए भारत की टीम में दो स्पिनर और तीन तेज गेंदबाज शामिल थे। दोनों टीमों के तेज गेंदबाजों ने खेल में उचित सहायता की, जिसे भारत ने 280 रनों से जीता। हालांकि, कानपुर में काली मिट्टी की पिच तैयार की गई है। पहले तो यह तेज गेंदबाजों के लिए मददगार साबित होगा, लेकिन दूसरे दिन से स्पिनर्स की भूमिका अहम हो जाएगी। कम उछाल की उम्मीद है और जैसे-जैसे ट्रैक धीमा होता जाएगा, स्पिनर्स को मदद मिलेगी। साथ ही, जब भारत ने पिछली बार ग्रीन पार्क में टेस्ट मैच खेला था, तो स्पिनर्स ने 19 में से 17 विकेट लिए थे।
नतीजतन, कुलदीप यादव के पास अपने घरेलू मैदान पर खेलने का अच्छा मौका है। उन्हें अभ्यास सत्र के दौरान भी कड़ी मेहनत करते देखा गया।