बार्सीलोना । भारतीय पुरूष हॉकी टीम ने एफआईएच प्रो लीग 2022 .23 खिताब जीतने वाली नीदरलैंड टीम को स्पेनिश हॉकी महासंघ की सौंवी वर्षगांठ पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में 1 . 1 से ड्रॉ पर रोका ।
भारत को पहले मैच में स्पेन ने हराया था लेकिन भारतीय टीम ने दूसरे मैच में प्रभावी प्रदर्शन किया ।
कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने भारत के लिये एकमात्र गोल 12वें मिनट में किया जबकि डच टीम के लिये जैस्पर ब्रिंकमैन ने 40वें मिनट में बराबरी का गोल दागा ।
भारत ने शुरूआत से ही आक्रामक खेल दिखाया लेकिन पहला पेनल्टी कॉर्नर डच टीम को मिला जिस पर गोल नहीं हो सका ।
भारत को 12वें मिनट में मिले पेनल्टी कॉर्नर को हरमनप्रीत ने गोल में बदला । हार्दिक सिंह से मिली गेंद को गोल के भीतर डालने में उन्होंने केाई चूक नहीं की ।
दूसरे क्वार्टर में दोनों टीमों को पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन गोल नहीं हो सका । भारत के लिये पीआर श्रीजेश की जगह उस समय खेल रहे गोलकीपर कृशन पाठक ने प्रभावी प्रदर्शन किया ।
डच गोलकीपर मौरिटिस विस्सेर ने भी भारतीयों को गोल नहीं करने दिये ।
तीसरे क्वार्टर की शुरूआत में दोनों टीमों को एक एक पेनल्टी कॉर्नर मिला । श्रीजेश ने मैदान पर लौटने के बाद डच टीम को गोल से वंचित रखा ।
आखिरकार ब्रिंकमैन का अनुभव डच टीम के काम आया जिन्होंने पेनल्टी कॉर्नर पर बराबरी का गोल किया । आखिरी क्षणों में भारत ने हरमनप्रीत की अगुवाई में जवाबी हमला किया लेकिन कामयाबी नहीं मिली ।
तोक्यो । भारत के एच एस प्रणय , लक्ष्य सेन और सात्विक साइराज रंकीरेड्डी तथा चिराग शेट्टी की जोड़ी जापान ओपन बैडमिंटन के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए ।
बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता 21 वर्ष के सेन ने जापान के केंटा सुनेयामा को 21 . 14, 21 . 16 से हराया ।
कोरिया ओपन जीतने वाले सात्विक साइराज और चिराग ने डेनमार्क के लास्से मोल्हेडे और जेप्पे बे को 21 . 17, 21 . 11 से मात दी ।
वहीं प्रणय ने हमवतन किदाम्बी श्रीकांत को 19 . 21, 21 . 9, 21 . 9 से हराया ।
महिला युगल में गायत्री गोपीचंद और त्रिसा जॉली को नामी मत्सुयामा और चिरारू शिडा ने 21 . 21, 21 . 19 से मात दी ।
सेन ने 50 मिनट के भीतर जापानी प्रतिद्वंद्वी को हराया । पहला गेम जीतने के बाद उसने सुनेयामा को वापसी का मौका ही नहीं दिया ।
वहीं प्रणय पहला गेम हार गए थे लेकिन शानदार वापसी करके अगले दो गेम जीते । सात्विक और चिराग के लिये मुकाबला लगभग एकतरफा रहा जिन्होंने सीधे गेमों में जीत दर्ज की ।
इस सत्र में सात्विक और चिराग ने कोरिया ओपन सुपर 500, स्विस ओपन सुपर 300 और इंडोनेशिया ओपन सुपर 1000 खिताब जीते हैं ।
नई दिल्ली। बीसीसीआई ने 25 जुलाई को मार्च 2024 तक का होम कैलेंडर जारी कर दिया है. इसके अनुसार टीम इंडिया मार्च तक कुल 16 इंटरनेशनल मुकाबले खेलेगी. अपने देश में वनडे विश्व कप की शुरुआत से पहले टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के साथ तीन वनडे मैच की सीरीज खेलेगी. दोनों टीमों के लिए यह सीरीज विश्व कप की तैयारी के लिहाज से बेहद अहम होगी.
अपने घरेलू सीजन में टीम इंडिया कुल 16 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेगी, जिसमें पांच टेस्ट, तीन वनडे और आठ टी-20 मैच शामिल हैं. साल 2024 में टी20 वर्ल्ड कप को देखते हुए टीम इंडिया अफगानिस्तान के खिलाफ जनवरी 2024 में तीन मैच की टी-20 सीरीज खेलेगी. भारतीय टीम वर्ल्डकप 2023 से ठीक पहले ऑस्ट्रेलिया के साथ सितंबर में तीन मैचों की वनडे सीरीज खेलेगी. पहला वनडे 22 सितंबर, दूसरा 24 सितंबर और तीसरा 27 सितंबर को खेला जाएगा.
वर्ल्डकप खत्म होने के बाद 23 नवंबर से 3 दिसंबर के दौरान भारत घर पर ऑस्ट्रेलिया के साथ 5 टी-20 मुकाबले खेलेगा. 23 नवंबर, 26 नवंबर, 28 नवंबर, 1 दिसंबर और 3 दिसंबर को इन पांच मुकाबलों का आयोजन होगा. इस सीरीज के बाद अफगानिस्तान और इंग्लैंड की टीमें जनवरी-फरवरी में भारतीय दौरे पर आएंगी.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज:
1. पहला वनडे: 22 सितंबर, दोपहर 1:30 बजे, मोहाली
2. दूसरा वनडे: 24 सितंबर, दोपहर 1:30 बजे, इंदौर
3. तीसरा वनडे: 27 सितंबर, दोपहर 1:30 बजे, राजकोट
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज:
1. पहला टी20: 23 नवंबर, शाम 7:00 बजे, विजाग
2. दूसरा टी20: 26 नवंबर, शाम 7:00 बजे, तिरुवनंतपुरम
3. तीसरा टी20: 28 नवंबर, शाम 7:00 बजे, गुवाहाटी
4. चौथा टी20: 1 दिसंबर, शाम 7:00 बजे, नागपुर
5. पांचवां टी20: 3 दिसंबर, शाम 7:00 बजे, हैदराबाद
अफगानिस्तान के खिलाफ टी20:
1. पहला टी20: 11 जनवरी, मोहाली
2. दूसरा टी20: 14 जनवरी, इंदौर
3. तीसरा टी20: 17 जनवरी, बेंगलुरु
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज:
1. पहला टेस्ट: 25-29 जनवरी, हैदराबाद
2. दूसरा टेस्ट: 2-6 फरवरी, विजाग
3. तीसरा टेस्ट: 15-19 फरवरी, राजकोट
4. चौथा टेस्ट: 23-27 फरवरी रांची
5. पांचवां टेस्ट: 7-11 मार्च धर्मशाला
बाकू । युवा भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश और आर प्रज्ञाननंदा 30 जुलाई से 24 अगस्त तक यहां होने वाले शतरंज विश्व कप में चुनौती पेश करेंगे।
पुरुष और महिला खिलाडिय़ों की इस प्रतियोगिता से 2024 कैंडिडेट्स टूर्नामेंट (विश्व शतरंज चैंपियनशिप का चैलेंजर तय करने वाला टूर्नामेंट) के लिए क्वालीफाई करने का मौका मिलेगा।
सत्रह साल के खिलाडिय़ों गुकेश और प्रज्ञाननंदा दोनों को पहले दौर में बाई मिली है और वे सीधे दूसरे दौर में उतरेंगे।
गुकेश अपने अभियान की शुरुआत चेंग बॉबी और इस्कांद्रोव मिस्त्रादिन के बीच होने वाले मैच के विजेता के खिलाफ करेंगे। गुकेश को तीसरे दौर में हमवतन एसएल नारायणन से भिडऩा पड़ सकता है बशर्ते वह अपने शुरुआती दो दौर के मुकाबले जीतने में सफल रहें।
प्रज्ञाननंदा दूसरे दौर में सेंटियागो डि मोरा और मैक्सिम लगार्डे के बीच होने वाले मैच के विजेता से भिड़ेंगे।
टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाले अन्य भारतीयों में अर्जुन एरिगेसी, विदित संतोष गुजराती, निहाल सरीन, बी अधिबान, अभिमन्यु पुराणिक और हर्षा भरतकोटि शामिल हैं।
महिला टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती की अगुआई अनुभवी कोनेरू हंपी और डी हरिका करेंगी। इन दोनों को भी पहले दौर में बाई मिली है।
प्रज्ञाननंदा की बहन आर वैशाली, मैरी आन गोम्स, पीवी नंधिधा और दिव्या देशमुख भी महिला टूर्नामेंट में चुनौती पेश करेंगी।
विश्व कप 2023 के जरिए शीर्ष दो की जगह शीर्ष तीन खिलाडिय़ों को अगले साल अप्रैल में कनाडा के टोरंटो में होने वाले कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करने का मौका मिलेगा।
दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी और शीर्ष वरीय मैग्नस कार्लसन की नजरें पहली बार विश्व कप जीतने पर टिकी होंगी।
मौजूदा विश्व चैंपियन डिंग लिरेन और दुनिया के छठे नंबर के खिलाड़ी अलीरेजा फिरोजा टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले रहे।
कार्लसन के अलावा इयान नेपोमनियाची, फाबियानो करूआना, हिकारू नाकामूरा, अनीष गिरी, वेस्ली सो और मैक्सिम वाचियेर लाग्रेव के अलावा मेजबान अजरबेजान के दिग्गज तेमूर रादजाबोव और शखरियार मामेदयारोव तथा गत चैंपियन पोलैंड के यान क्रिस्टोफ डुडा हिस्सा लेंगे।
महिला वर्ग में सभी की नजरें गत विश्व चैंपियन जू वेनजुन और एलेक्सांद्रा गोरयाचकिना पर टिकी होंगी।
पुणे । भारत की सर्वोच्च रैंकिंग वाली महिला टेबल टेनिस स्टार मनिका बत्रा ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए मंगलवार को यहां अल्टीमेट टेबल टेनिस (यूटीटी) में मंगलवार को टी रीथ रिशिया को 3-0 से हराया।
बेंगलुरु स्मैशर्स की तरफ से खेल रही मनिका बत्रा ने गोवा चैलेंजर्स की रीथ की एक नहीं चलने दी और इस सत्र में एकल में लगातार चौथी जीत दर्ज की।
मनिका ने शुरू से आक्रामक रवैया अपनाया। उन्होंने पहला गेम 11-4 से अपने नाम किया और इसके बाद भी अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखते हुए अगले दो गेम 11-5 और 11-7 से जीते।
इससे पहले स्मैशर्स के किरिल गेरासिमेंको ने विश्व चैंपियनशिप के पूर्व रजत पदक विजेता अल्वारो रोबल्स को 2-1 से हराया था।
मनिका के शानदार प्रदर्शन से बेंगलुरु की टीम गोवा को 9-6 से हराने में सफल रही। इस हार के बावजूद गोवा की टीम सेमीफाइनल में जगह बनाने में सफल रही।
नई दिल्ली । पोर्ट ऑफ स्पेन में दूसरे टेस्ट के पांचवें दिन दिलचस्प समापन के लिए मंच तैयार है। वेस्टइंडीज को जीत के लिए अभी भी 289 रनों की जरूरत है और उसके आठ विकेट बाकी हैं।
रविवार को बारिश से बाधित चौथे दिन 365 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए मेजबान टीम ने स्टंप्स तक दो विकेट के नुकसान पर 76 रन बना लिए थे। टैगेनरीन चंद्रपॉल (24 रन) और जर्मेन ब्लैकवुड (20 रन) पर नाबाद हैं।
इससे पहले, तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 60 रन देकर वेस्टइंडीज को पांच झटके दिए जिससे उनकी पूरी टीम पहली पारी में 255 रन पर सिमट गई। इसके बाद, कप्तान रोहित शर्मा (57) और विकेटकीपर ईशान किशन (नाबाद 52) ने तूफानी पारियां खेलीं, जिससे भारत ने अपनी दूसरी पारी दो विकेट के नुकसान पर 181 पर घोषित कर दी।
मौजूदा परिस्थितियों में मेजबान टीम को क्या रणनीति अपनानी चाहिए? जियो सिनेमा विशेषज्ञ, भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने कहा, यह इस पर निर्भर करता है कि वे वास्तव में क्या सोच रहे हैं। अगर उन्हें यह गेम जीतना है तो उन्हें थोड़ा आक्रामक क्रिकेट खेलना होगा। लेकिन अगर वे सिर्फ इस खेल को ड्रॉ करने के बारे में सोच रहे हैं, और इसे एक जीत के रूप में देखते हैं तो अलग बात है। उन्होंने यही किया है। इसलिए, मैं एक बार फिर उनसे उम्मीद करता हूं कि वे आराम से टिक कर खेलेंगे और रन बनाने के लिए ढीली गेंदों का इंतजार करेंगे। यह कोई बढिय़ा रणनीति नहीं है लेकिन वेस्टइंडीज़ ऐसा कर सकता है।
चोपड़ा ने कहा, मौजूदा हालात में आर. अश्विन और रवींद्र जड़ेजा की भारतीय स्पिन जोड़ी के अंतिम दिन अहम भूमिका निभाने की संभावना है। वेस्टइंडीज की दूसरी पारी में दोनों विकेट अश्विन को मिले हैं। पांचवें दिन की पिच पर जड़ेजा हमेशा खतरा बने रहते हैं। इसलिए, मैं उनसे उम्मीद करता हूं कि अगर खेल इतना आगे तक जाता है तो वे दूसरे या तीसरे सत्र में एक साथ काफी ओवर फेंकेंगे क्योंकि भारतीय टीम भी इस बारे में सोचना शुरू कर देगी कि कितने ओवर बचे हैं और वे कितने ओवर कर सकते हैं क्योंकि ये दोनों स्पिनर वास्तव में दोगुनी तेजी से अपने ओवर डाल सकते हैं। तो, हाँ, उनसे कुछ विकेटों की उम्मीद है।
उनका यह भी मानना है कि विकेट पर अभी भी बल्लेबाजों के लिए कुछ मदद है। उन्होंने कहा, यह पिच आपकी पारंपरिक पांचवें दिन की पिच नहीं है जो वास्तव में तेजी से खराब होती है। यह एक ऐसी सतह है जहां यदि आप अपना विकेट आसानी से नहीं गंवाने की ठान लेते हैं तो लंबी पारी खेल सकते हैं। हो सकता है, कभी-कभार एक अच्छी गेंद पड़ जाए, लेकिन वास्तव में इससे बल्लेबाज की रातों की नींद खराब नहीं होनी चाहिए।