बेलग्रेड । सीनियर विश्व चैंपियनशिप में अपने पदार्पण पर भारतीय पहलवान अंतिम पंघल ने 53 किलोग्राम वर्ग के मुकाबले में स्वीडन की यूरोपीय चैंपियन जोना मालमग्रेन पर शानदार जीत दर्ज करते हुए कांस्य पदक जीता और 2024 पेरिस ओलंपिक कोटा पक्का किया।
दो बार की यू20 विश्व चैंपियन अंतिम अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर थी और उन्होंने तकनीकी श्रेष्ठता के माध्यम से 16-6 से जीत हासिल कर अपना पहला सीनियर विश्व चैंपियनशिप पदक जीता।
अपनी कांस्य पदक जीत के रास्ते में अंतिम ने क्वालीफिकेशन में मौजूदा विश्व चैंपियन अमेरिका की ओलिविया डोमिनिक पैरिश को हराया, उसके बाद पोलैंड की रोक्साना मार्टा ज़सीना पर टीएसयू की जीत हुई।
हरियाणा की 19 वर्षीय लडक़ी, जो डब्ल्यूएफआई द्वारा विश्व निकाय द्वारा निलंबित किए जाने के बाद एक तटस्थ एथलीट के रूप में प्रतिस्पर्धा कर रही है, ने क्वार्टर फाइनल में रूस की नतालिया मालिशेवा को हराया और फिर बुधवार को सेमीफाइनल में उन्हें बेलारूस की टोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता वेनेसा कलादजि़ंस्काया से हार का सामना करना पड़ा था।
दुबई । अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने शुक्रवार को घोषणा की कि आगामी 2023 पुरुष एकदिवसीय विश्व कप के विजेता को 19 नवंबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में ट्रॉफी उठाने के अलावा 4 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानी 33,18,30,800 करोड़ रुपये मिलेंगे।
टूर्नामेंट के लिए कुल पुरस्कार राशि 10 मिलियन डॉलर है, जो प्रतियोगिता के 2015 और 2019 संस्करणों में दी गई थी। 2023 पुरुष एकदिवसीय विश्व कप के उपविजेता को 2 मिलियन अमेरिकी डॉलर मिलेंगे, जबकि हारने वाले सेमीफाइनलिस्टों में से प्रत्येक को 800,000 अमेरिकी डॉलर मिलेंगे।
टूर्नामेंट में जीते गए प्रत्येक लीग मैच के लिए पुरस्कार दिए जाएंगे, जो हाल ही में आईसीसी टूर्नामेंटों में एक आदर्श बन गया है। 45-मैचों के ग्रुप चरण में प्रत्येक मैच के विजेता को 40,000 अमेरिकी डॉलर मिलेंगे और सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं करने वाली छह टीमों को 100,000 अमेरिकी डॉलर का भुगतान मिलेगा।
2023 एकदिवसीय विश्व कप में, टीमें राउंड-रॉबिन प्रारूप में एक-दूसरे से खेलेंगी, जिसमें शीर्ष चार टीमें सेमीफाइनल में पहुंचेंगी। 48 मैचों का यह आयोजन 5 अक्टूबर से 19 नवंबर तक दस स्थानों पर खेला जाएगा। 2023 विश्व कप, प्रतियोगिता का 13वां संस्करण, 5 अक्टूबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में गत चैंपियन इंग्लैंड के न्यूजीलैंड से भिडऩे के साथ शुरू होगा।
मेजबान भारत, 1983 और 2011 का चैंपियन, अपने अभियान की शुरुआत 8 अक्टूबर को चेन्नई के एमए चिदंबरम में पांच बार के चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ करेगा। यह पहली बार है जब भारत पूरी तरह से पुरुष वनडे विश्व कप की मेजबानी कर रहा है।
1996 का चैंपियन श्रीलंका 7 अक्टूबर को नई दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगा। 1992 का विजेता पाकिस्तान 6 अक्टूबर को हैदराबाद के राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में नीदरलैंड के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगा।
बेंगलुरु। भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान सविता ने टीम के हांगझोउ रवाना होने से पहले कहा कि उनकी टीम एशियाई खेलों में अच्छा प्रदर्शन करके अगले साल पेरिस में होने वाले ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करना चाहेगी।
भारतीय महिला हॉकी टीम 23 सितंबर से शुरू होने वाले एशियाई खेलों के लिए मंगलवार की रात को रवाना हुई।
भारतीय टीम को कोरिया, मलेशिया, हांगकांग चीन और सिंगापुर के साथ पूल ए में रखा गया है। जापान, चीन, थाईलैंड, कजाकिस्तान और इंडोनेशिया को पूल बी में रखा गया है। प्रत्येक पूल से शीर्ष दो टीमें सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करेंगी। स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम पेरिस ओलंपिक में जगह बनाएगी।
भारत अपना पहला मैच 27 सितंबर को सिंगापुर के खिलाफ खेलेगा।
विता ने यहां जारी विज्ञप्ति में कहा, हमने लंबे समय तक चले राष्ट्रीय शिविर में कड़ी मेहनत की है और उन क्षेत्रों पर ध्यान दिया है जिनमें हमें सुधार करने की जरूरत है। हमने अपने मजबूत पक्षों और विपक्षी टीमों के हिसाब से अपनी रणनीति तैयार कर ली है।
न्होंने कहा, हमें उम्मीद है कि यह टूर्नामेंट हमारे लिए अच्छा रहेगा और हम सकारात्मक परिणाम हासिल करेंगे। हमारा लक्ष्य 2024 में होने वाले पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करना है और इसलिए हम इस बात से अच्छी तरह वाकिफ हैं कि यह टूर्नामेंट कितना महत्वपूर्ण है और हमें अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए क्या करना है।
भारतीय महिला टीम में गोलकीपर सविता और बिचू देवी खारीबाम शामिल हैं। दीप ग्रेस एक्का, इशिका चौधरी, निक्की प्रधान और उदिता रक्षा पंक्ति जबकि सुशीला चानू, मोनिका, नवनीत कौर, नेहा, निशा, सलीमा टेटे, सोनिका और वैष्णवी विट्टल फाल्के मध्य पंक्ति की जिम्मेदारी संभालेंगी। अग्रिम पंक्ति में दीपिका, लालरेम्सियामी, संगीता कुमारी और वंदना कटारिया को शामिल किया गया है।
टीम की उप कप्तान दीप ग्रेस एक्का ने कहा, हमारी टीम अनुभव और युवा का अच्छा मिश्रण है। सभी खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए आतुर है तथा मैदान पर अपना कौशल दिखाने के लिए मानसिक रूप से अच्छी तरह से तैयार हैं।
सिंगापुर के खिलाफ शुरुआती मैच के बाद भारतीय टीम का सामना 29 सितंबर को मलेशिया, एक अक्टूबर को कोरिया और तीन अक्टूबर को हांगकांग चीन से होगा।
नयी दिल्ली। भारत की युवा निशानेबाज निश्चल ने रियो डी जेनेरियो में आईएसएसएफ विश्वकप में महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन में रजत पदक जीता।
उन्होंने सोमवार को प्रतियोगिता के अंतिम दिन भारत को उसका दूसरा पदक दिलाया। उनकी यह उपलब्धि इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उनका सीनियर स्तर पर पहला विश्वकप था।
निश्चल ने फाइनल में 458.0 अंक बनाए और वह नार्वे की स्टार निशानेबाज जेनेट हेग डुएस्टेड के बाद दूसरे स्थान पर रही। डुएस्टेड एयर राइफल में मौजूदा यूरोपीय चैंपियन है तथा उनके नाम पर पांच स्वर्ण पदक सहित आईएसएसएफ विश्वकप में कुल 12 पदक दर्ज हैं। वह तोक्यो ओलंपिक में चौथे स्थान पर रही थी।
निश्चल ने पूरे दिन भर शानदार प्रदर्शन किया तथा इस बीच महिला 3 पोजीशन के क्वालिफिकेशन में राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी तोड़ा।
उन्होंने यहां जारी विज्ञप्ति में कहा,‘‘ यह विश्व कप में मेरा पहला फाइनल था और मैं पदक जीतने में सफल रही, इसलिए इस प्रदर्शन से मैं बहुत खुश हूं।’’
निश्चल ने एलिमिनेशन राउंड में 587 अंक बनाकर क्वालिफिकेशन राउंड में जगह बनाई। उनके अलावा पिछला क्वालिफिकेशन राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक अंजुम मोदगिल और आयुषी पोदार भी क्वालिफिकेशन राउंड में जगह बनाने में सफल रही।
क्वालिफिकेशन में निश्चल ने 542 अंक बनाए, जिनमें प्रोन पोजीशन में बनाए गए ‘परफेक्ट’ 200 अंक भी शामिल हैं। इस तरह से उन्होंने अंजुम का पिछले साल काहिरा में प्रेसिडेंट कप में बनाए गए 591 अंक के राष्ट्रीय रिकॉर्ड को तोड़ा। अंजुम ने 586 अंक बनाए और वह 10वें नंबर पर रहकर फाइनल में जगह नहीं बना सकी। आयुषी 580 अंकों के साथ 35वें स्थान पर रही।
फाइनल में कई शीर्ष खिलाडिय़ों ने जगह बनाई थी जिनमें डुएस्टेड के अलावा चीन की विश्व चैंपियन वानरू मियाओ, डेनमार्क की 2018 युवा ओलंपिक चैंपियन स्टेफऩी ग्रुंडसोई, इटली की ओलंपियन सोफिया सेकेरेलो और पोलैंड की एनेटा स्टैंकिविज़ शामिल थी।
निश्चल पर हालांकि इसका कोई असर नहीं पड़ा और उन्होंने शुरू से ही बेहतरीन प्रदर्शन करके डुएस्टेड को आखिर तक कड़ी चुनौती दी। नार्वे की निशानेबाज ने हालांकि अपने अनुभव का अच्छा इस्तेमाल करके 461.5 अंक बनाकर स्वर्ण पदक जीता। वह हरियाणा की निशानेबाज से 3.5 अंक आगे रही।
प्रतियोगिता के अंतिम दिन गुरप्रीत सिंह भी एक अन्य पदक स्पर्धा में भाग ले रहे थे। वह हालांकि पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में 574 अंक बनाकर 15वेंं स्थान पर रहे।
इस तरह से भारत के 16 सदस्यीय दल ने रियो विश्वकप में एक स्वर्ण और एक रजत पदक जीता। इलावेनिल वलारिवन ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण पदक जीता था।
बेंगलुरु। भारत की पुरुष हॉकी टीम 23 सितंबर से शुरू होने वाले एशियाई खेलों में अपना प्रभावशाली प्रदर्शन जारी रखने के उद्देश्य के साथ हांगझोउ के लिए रवाना हुई।
भारत अपने अभियान की शुरुआत 24 सितंबर को उज्बेकिस्तान के खिलाफ करेगा। भारत को पूल ए में पाकिस्तान, जापान, बांग्लादेश, सिंगापुर और उज्बेकिस्तान के साथ रखा गया है। पूल बी में कोरिया, मलेशिया, चीन, ओमान, थाईलैंड और इंडोनेशिया शामिल हैं। प्रत्येक पूल से शीर्ष दो टीमें सेमीफाइनल में जगह बनाएंगी।
हरमनप्रीत सिंह एक बार फिर से टीम की अगुवाई करेंगे जबकि हार्दिक सिंह उप कप्तान की भूमिका निभाएंगे।
हरमनप्रीत ने टीम की रवानगी से पहले कहा, टीम ने एशियाई खेलों के लिए कड़ी मेहनत की है तथा हमने हाल में चेन्नई में समाप्त हुई एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में भी अच्छा प्रदर्शन किया था। हमारा लक्ष्य प्रदर्शन के इस स्तर को बरकरार रखना है।
उन्होंने कहा, हमें अपने पूल में कुछ कड़े प्रतिद्वंद्वियों का सामना करना होगा लेकिन हमें अपनी तैयारियों पर भरोसा है और हमें उम्मीद है कि हम पोडियम तक पहुंचने में सफल रहेंगे।
टीम में गोलकीपर पीआर श्रीजेश और कृष्ण पाठक शामिल हैं। वरुण कुमार, अमित रोहिदास, जरमनप्रीत सिंह, हरमनप्रीत सिंह और संजय रक्षा पंक्ति की जिम्मेदारी संभालेंगे।
मध्य पंक्ति में नीलकांत शर्मा, हार्दिक सिंह, मनप्रीत सिंह, विवेक सागर प्रसाद, सुमित और शमशेर सिंह जबकि अग्रिम पंक्ति में अभिषेक, गुरजंत सिंह, मंदीप सिंह, सुखजीत सिंह और ललित कुमार उपाध्याय शामिल हैं।
उपकप्तान हार्दिक ने कहा, हमने टूर्नामेंट से पहले कुछ कड़े अभ्यास सत्रों में हिस्सा लिया और सभी ने एक लक्ष्य के साथ तैयारियां की। हम मानसिक और शारीरिक तौर पर सर्वश्रेष्ठ स्थिति में है। हमारा लक्ष्य हाल के महीनों के अपने अच्छे प्रदर्शन को बरकरार रखना और चीन से पदक के साथ लौटना है।
उज्बेकिस्तान के साथ शुरुआती मुकाबले के बाद भारत 26 सितंबर को सिंगापुर, 28 सितंबर को जापान और 30 सितंबर को पाकिस्तान से भिड़ेगा। वह ग्रुप चरण का अपना आखिरी मैच दो अक्टूबर को बांग्लादेश के खिलाफ खेलेगा।
बुरिराम (थाईलैंड)। अपने पहले दौर के ग्रुप में शीर्ष पर रहने के बाद भारत की अंडर17 महिला फुटबॉल टीम एएफसी अंडर17 महिला एशियाई कप क्वालीफिकेशन राउंड 2 के लिए उच्च उम्मीदों के साथ रविवार को थाईलैंड पहुंच गई।
खिलाड़ी थाईलैंड में कदम रखने के लिए पूरी तरह से उत्साहित हैं और योग्यता की लड़ाई फिर से शुरू होने का इंतजार कर रही हैं, जिस बाधा को उन्होंने पिछले दौर में विशिष्टता के साथ पार किया था।
अप्रैल में भारतीय महिला यू17 टीम ने अपने राउंड 1 ग्रुप में शीर्ष स्थान हासिल किया और पहली बार एएफसी यू17 महिला एशियाई कप क्वालीफायर के राउंड 2 में जगह बनाई। किर्गिज़ गणराज्य के बिश्केक में खेले गए तीन-टीम समूह में टीम इंडिया ने मेजबान किर्गिज़ गणराज्य और म्यांमार के खिलाफ अपने दोनों मैच जीते और छह अंक हासिल किए।
भारत को ग्रुप ए में कोरिया गणराज्य, ईरान और मेजबान थाईलैंड के साथ रखा गया है। शीर्ष दो टीमें अप्रैल 2024 में इंडोनेशिया में होने वाले अंतिम टूर्नामेंट में अपनी जगह पक्की करेंगी।
भारत की मुख्य कोच प्रिया पी.वी, जिन्हें हाल ही में एआईएफएफ महिला कोच ऑफ द ईयर नामित किया गया है, भी अपनी टीम के अंदर चल रहे जबरदस्त उत्साह से अवगत हैं और उन्होंने इसे एक सकारात्मक संकेत के रूप में लिया है।
भारतीय कोच ने कहा, हमारी लड़कियां अच्छी तरह से तैयार हैं और खुद को उपयुक्त मानती हैं। इसलिए वे अपने कौशल का प्रदर्शन करने और हर मैच में अपना दम दिखाने के लिए बेहद उत्साहित हैं। वे बस मैदान पर बुलाए जाने का इंतजार कर रही हैं।