नई दिल्ली । भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने एशियन गेम्स 2023 के फाइनल का टिकट कटा लिया है। सेमीफाइनल मुकाबले में एकतरफा अंदाज में टीम इंडिया ने बांग्लादेश को 8 विकेट से धूल चटाई। बांग्लादेश से मिले महज 52 रन के लक्ष्य को भारतीय टीम ने 2 विकेट खोकर सिर्फ 8.2 ओवर में हासिल कर लिया। पूजा वस्त्राकर ने गेंद से कहर बरपाते हुए चार विकेट अपने नाम किए।
भारतीय टीम ने कटाया फाइनल का टिकट
52 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही और कप्तान स्मृति मंधाना महज 7 रन बनाकर आउट हुईं। शेफाली वर्मा कुछ दमदार शॉट्स लगाने के बाद 17 रन बनाकर चलती बनीं। हालांकि, जेमिमा रोड्रिग्स ने एक छोर संभाला रखा और टीम को जीत दिलाकर लौटीं। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने एशियन गेम्स में कम से कम अपना सिल्वर मेडल पक्का कर लिया है।
पूजा वस्त्राकर ने बरपाया कहर
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी बांग्लादेश की टीम पर पूजा वस्त्राकर कहर बनकर टूटीं। पूजा ने मैच के पहले ही ओवर में बांग्लादेश को दो बड़े झटके दिए। इसके बाद बांग्लादेश ने लगातार अंतराल पर विकेट गंवाए और देखते ही देखते पूरी टीम मात्र 51 रन बनाकर ढेर हो गई। पूजा ने शानदार गेंदबाजी करते हुए सिर्फ 17 रन देकर 4 विकेट झटके। वहीं, अमनजोत कौर और राजेश्वरी गायकवाड़ ने किफायती गेंदबाजी करने के साथ-साथ एक-एक विकेट अपने नाम किया।
मेडल हुआ पक्का
बांग्लादेश को हराने के साथ ही भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने एशियन गेम्स 2023 में कम से कम अपना सिल्वर मेडल फिक्स कर लिया है। फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया की भिड़ंत पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच होने वाले सेमीफाइनल के विजेता से होगी। बता दें कि भारतीय टीम पहली बार एशियन गेम्स में हिस्सा ले रही है।
नई दिल्ली । पहले मैच में आस्ट्रेलिया पर भारत की जीत से निश्चित रूप से मेरे जैसे उन क्रिकेट प्रशंसकों की चिंताएं कम हुई होंगी, जो सीरीज जीते जाने से पहले ही टीम के स्टार खिलाडिय़ों को आराम दिए जाने से निराश थे।
दूसरे वनडे में होंगे बदलाव-
पूर्व भारतीय क्रिकेटर गावस्कर ने कहा कि अब अगर आस्ट्रेलियाई टीम दूसरा वनडे जीत भी लेती है तो भी राजकोट में होने वाले तीसरे वनडे में पूरी मजबूत टीम इंडिया मैदान में उतरेगी। मोहाली वनडे ने एक बार फिर हमें दिखाया कि बात जब बड़े लक्ष्य का पीछा करने की होती है तब दो सबसे अनुभवी खिलाडिय़ों के बिना भी भारतीय बल्लेबाजी क्रम ज्यादा पसीना बहाए बगैर लक्ष्य हासिल करने की क्षमता रखता है।
टी20 दृष्टीकोन अपनाएं-
इस मैच ने ये भी दिखाया कि युवा बल्लेबाजों के बल्ले से रन निकल रहे हैं, जिसका मतलब हुआ कि बल्लेबाजी का भविष्य सुरक्षित हाथों में है। रुतुराज गायकवाड़ और सूर्यकुमार यादव को अर्धशतक लगाते देखकर अच्छा लगा। दोनों बल्लेबाजों को अब तक जो थोड़े बहुत अवसर मिले थे।
सूर्यकुमार ने किया कमाल-
उसमें ऐसा लगता था कि ये दोनों टी-20 क्रिकेट का दृष्टिकोन अपनाकर सस्ते में अपना विकेट गंवा रहे थे, लेकिन इस बार दोनों ने पिच पर अपना समय लिया और टी-20 शॉट खेलने की बजाय कुछ बेहतरीन ड्राइव लगाए।खासकर सूर्यकुमार यादव ने गेंदबाज की दिशा में सीधे बल्ले से तीन चौके बटोरे।
शतक से चूकने पर निराश-
बेशक इस दौरान उन्होंने विकेट के पीछे अपना चिरपरिचित स्कूप शाट भी खेला, लेकिन तब तक वो अच्छी तरह पिच पर निगाहें जमा चुके थे। शुभमन गिल ने एक और पचासा लगाकर अपनी शानदार फार्म जारी रखी। हालांकि वो शतक से चूकने से निराश होंगे, लेकिन गिल और रुतुराज ने सुनिश्चित किया कि बड़े लक्ष्य का पीछा करने के लिए टीम को जिस तरह की शुरुआत चाहिए वो उसे मिल जाए।
शमी ने की जबरदस्त गेंदबाजी-
मोहम्मद शमी ने जबरदस्त गेंदबाजी की और उनके पांच विकेटों ने कप्तान और कोच को अंतिम एकादश में तीन तेज गेंदबाज खिलाने के विकल्प पर विचार करने को जरूर मजबूर किया होगा। ये सभी विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं और बल्लेबाजों को रोकने का यही सर्वश्रेष्ठ तरीका होता है। कुल मिलाकर ऐसे में जब भारतीय क्रिकेट के लिहाज से एक बड़ा टूर्नामेंट बिलकुल नजदीक है तो भारतीय टीम का इस तरह का प्रदर्शन उम्मीदों को पंख लगा रहा है।
नई दिल्ली । एशियन गेम्स में रविवार को भारतीय महिला क्रिकेट टीम फाइनल में स्थान सुनिश्चित करने उतरेगी। पूर्व क्रिकेटर और महिला क्रिकेट टीम के पूर्व कोच डब्ल्यू वी रमन का मानना है कि इस मैच में भारतीय महिला टीम को अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखना होगा। तभी वह यह मैच जीत सकते हैं।
उन्होंने कप्तान हरमनप्रीत की अनुपस्थिति में स्मृति मंधाना के टूर्नामेंट में प्रदर्शन को महत्वपूर्ण बताया। उनके अनुसार मंधाना एक सक्षम कप्तान हैं और उनकी हालिया फार्म टीम की जीत में निर्णायक होगी। साथ ही उन्होंने ऋतुराज गायकवाड़ को भारतीय पुरुष टीम का भावी कप्तान भी बताया और कहा कि धोनी की अगुआई में खेलने के कारण ऋतुराज को कप्तान के रूप में अतिरिक्त लाभ मिलेगा।
अन्य टीमों को हल्के में नहीं ले सकती भारतीय महिला टीम
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की चुनौतियां पर बात करते हुए रमन ने कहा, 'अगर महिला क्रिकेट की बात करूं तो एशियन गेम्स के सेमीफाइनल में पहुंचीं सभी टीमें अच्छी फार्म में हैं। श्रीलंकाई महिला क्रिकेट टीम ने हाल ही में इंग्लैंड में टी-20 सीरीज जीती हैं, पाकिस्तानी क्रिकेट टीम ने भी दक्षिण अफ्रीकी टीम को मात दी है। बांग्लादेशी टीम ने भी हमारे विरुद्ध बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था। ऐसे में भारतीय महिला क्रिकेट टीम उन्हें हल्के में नहीं ले सकती है। बांग्लादेश के विरुद्ध कप्तान हरमनप्रीत और मध्यम गति की तेज गेंदबाज की कमी खलेगी। हालांकि, स्मृति मंधाना एक सक्षम कप्तान हैं और वह अच्छी फार्म में भी हैं, इससे उनके और टीम के मनोबल पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।'
पुरुष टीम को भी अतिआत्मविश्वास से बचना होगा
पुरुष टीम की एशियन गेम्स में प्रदर्शन पर बात करते हुए उन्होंने कहा, 'यह टीम बहुत ही सुदृढ़ है। वे स्वर्ण पदक के प्रबल दावेदार होंगे। हालांकि, टी-20 क्रिकेट अनिश्चितताओं से परिपूर्ण होता है, ऐसे में यह कहना कठिन होगा है कि कौन-सी टीम विजेता होगी। परंतु, उन्हें भी अतिआत्मविश्वास का शिकार होने से बचना होगा। भारतीय उपमहाद्वीप की सभी टीमें मजबूत हैं, वे अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता का प्रदर्शन करेंगे, इसलिए दोनों भारतीय पुरुष और महिला टीम के लिए यह राह बहुत आसान नहीं होगी। उन्हें अपनी क्षमता और मैच के दौरान प्रदर्शन पर ही भरोसा रखना होगा।'
दुबई। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला के पहले मैच में जीत दर्ज करने से भारत वनडे रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंच गया है और इस तरह से वह तीनों प्रारूप में दुनिया की नंबर एक टीम बन गया है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुक्रवार को पांच विकेट की जीत से भारत के 116 रेटिंग अंक हो गए हैं और उसने अपने चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान (115 अंक) को शीर्ष से हटा दिया है।
भारत टेस्ट और टी20 रैंकिंग में पहले ही शीर्ष पर काबिज था और इस तरह से अब वह तीनों प्रारूप में चोटी पर पहुंच गया है।
पुरुष क्रिकेट के इतिहास में यह केवल दूसरा अवसर है जबकि कोई टीम तीनों प्रारूप में नंबर एक पर काबिज है। इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने अगस्त 2012 में यह उपलब्धि हासिल की थी।
भारत से हार के कारण ऑस्ट्रेलिया को दो अंक का नुकसान हुआ लेकिन वह 111 रेटिंग अंकों के साथ अब भी तीसरे स्थान पर बना हुआ है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा एकदिवसीय मैच रविवार को खेला जाएगा।
हांगझोउ। भारतीय पुरुष हॉकी टीम एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक और अगले साल पेरिस में होने वाले ओलंपिक खेलों में जगह बनाने के लिए रविवार को हांगझोउ में उज्बेकिस्तान के खिलाफ हल्के मुकाबले के साथ अपने अभियान की शुरुआत करेगी।
भारत एफआईएच विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर है जबकि उज्बेकिस्तान 66वें स्थान पर है इसलिए भारतीय रविवार के मैच में अधिक से अधिक गोल करना चाहेंगे क्योंकि इससे अंतिम विश्लेषण में उनका गोल अंतर बढ़ जाएगा।
स्वर्ण पदक के साथ-साथ, एशियाई खेलों के विजेता को अगले साल पेरिस ओलंपिक खेलों में सीधे प्रवेश भी मिलेगा। यहां खिताब और ओलंपिक कोटा जीतने का मतलब है कि टीमों को अपनी जगह पक्की करने के लिए क्वालीफाइंग टूर्नामेंट से नहीं गुजरना होगा।
भारत, जापान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, सिंगापुर और उज्बेकिस्तान को पूल ए में रखा गया है। कोरिया, मलेशिया, चीन, ओमान, थाईलैंड और इंडोनेशिया पूल बी में प्रतिस्पर्धा करेंगे।
यहां मैदान में सबसे ऊंची रैंकिंग वाली टीम, कागजों पर, भारत के बिना किसी परेशानी के सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीद है। लेकिन हरमनप्रीत सिंह की अगुआई वाली और क्रेग फल्टन की कोचिंग वाली टीम को मौजूदा चैंपियन जापान और कट्टर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा।
हाल के दिनों में, भारत को जापान के खिलाफ कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा है, कुछ हफ्ते पहले चेन्नई में एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी 2023 में लैंड ऑफ राइजिंग सन की टीम ने उसे 1-1 से ड्रा पर रोका था, हालांकि वे उन्हें सेमीफाइनल में 5-0 से हराने में सफल रहे।
हालाँकि हाल के दिनों में भारत ने पाकिस्तान पर अपना दबदबा बनाया है, लेकिन पड़ोसी देश एशियाई खेलों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए जाने जाते हैं क्योंकि वे एशियाई खेलों में सबसे सफल देश हैं।
दोनों पड़ोसियों के बीच हालिया मुकाबले के बावजूद, यहां के हॉकी प्रशंसक अभी भी 30 सितंबर को एशियाई खेलों में भारत बनाम पाकिस्तान मुकाबले का इंतजार कर रहे होंगे।
भारत और पाकिस्तान ने एशियाई खेलों में पुरुष हॉकी में दबदबा बनाए रखा है और नौ बार फाइनल में भिड़ चुके हैं।
जहां भारत रविवार को उज्बेकिस्तान के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगा, वहीं पाकिस्तान दिन के बाद के मैच में सिंगापुर के खिलाफ शुरुआत करेगा।
एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन के बाद एफआईएच विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर मौजूद भारत की नजर एशियाई खेलों में चौथे स्वर्ण पदक पर है।
अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) की विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर मौजूद भारतीय पुरुष टीम की नजरें अपने चौथे एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक पर हैं, जिसने 1966, 1988 और 2014 में खिताब जीता था।
टोक्यो ओलंपिक खेलों में कांस्य पदक जीतने के बाद - चार दशकों में उनका पहला पदक, भारत पेरिस ओलंपिक खेलों में अच्छा प्रदर्शन करना चाहता है ताकि यह साबित हो सके कि जापान की राजधानी में उनकी सफलता कोई तुक्का नहीं थी और वे वास्तव में इससे उबर चुके हैं। मॉस्को में 1980 के ओलंपिक के बाद से उन्हें दशकों पुरानी मंदी का सामना करना पड़ा।
पाकिस्तान एशियाई खेलों में आठ स्वर्ण पदकों के साथ सबसे सफल पुरुष टीम है लेकिन उसने अपना आखिरी खिताब 2010 में ग्वांगझू में जीता था। कोरिया 4 स्वर्ण पदकों के साथ दूसरी सबसे सफल टीम है जबकि जापान पुरुष हॉकी में एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने वाला एकमात्र अन्य देश है।
जापान ने जकार्ता 2018 में पुरुष और महिला प्रतियोगिता जीती और हांगझोउ में अपने प्रदर्शन को दोहराने की कोशिश करेगा।
हालांकि इस बार ऐसा होने की संभावना कम है लेकिन खेल में तो अंतिम सीटी बजने से पहले तक किसी को पता नहीं चलता कि परिणाम क्या होगा।
मोहाली । ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन लगभग 20 महीने के बाद वनडे में भारत की प्लेइंग इलेवन में लौटे हैं, क्योंकि कार्यवाहक कप्तान केएल राहुल ने यहां पीसीए स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के पहले मैच में शुक्रवार को टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया।
अश्विन के अलावा, जिन्होंने आखिरी बार जनवरी 2022 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एकदिवसीय मैच खेला था, रुतुराज गायकवाड़, श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव और मोहम्मद शमी भी प्लेइंग इलेवन में आए हैं।
राहुल ने कहा कि पहले गेंदबाजी करने के उनके फैसले के पीछे मोहाली की एक अच्छे लक्ष्य का पीछा करने वाले मैदान की प्रतिष्ठा थी, पिच रिपोर्ट शुक्रवार के मैच के लिए शांत पिच का सुझाव दे रही है।
कलाई की चोट के कारण दक्षिण अफ्रीका दौरे से चूकने के बाद लौटे ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने कहा कि वह भी पहले गेंदबाजी करते। मैट शॉर्ट अपना वनडे डेब्यू कर रहे हैं, जोश इंगलिस को आराम दिए गए एलेक्स कैरी की जगह विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
प्लेइंग इलेवन
भारत : शुभमन गिल, रुतुराज गायकवाड़, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल (कप्तान और विकेटकीपर), इशान किशन, सूर्यकुमार यादव, रवींद्र जड़ेजा, आर अश्विन, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी
ऑस्ट्रेलिया : डेविड वार्नर, मिशेल मार्श, स्टीवन स्मिथ, मार्नस लाबुशेन, कैमरून ग्रीन, जोश इंग्लिस (विकेटकीपर), मार्कस स्टोइनिस, मैथ्यू शॉर्ट, पैट कमिंस (कप्तान), सीन एबॉट और एडम ज़म्पा