हांगझोऊ। भारत के अर्जुन सिंह और सुनील सिंह ने मंगलवार को एशियाई खेलों में पुरुषों की कैनो डबल 1000 मीटर स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।
फाइनल मुकाबले में 16 वर्षीय अर्जुन सिंह और 24 वर्षीय सुनील सिंह 3:53.329 के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
ये जोड़ी स्वर्ण पदक विजेता उज्बेकिस्तान (3:43.796) और रजत पदक विजेता कजाकिस्तान (3:49.991) से पीछे रहे।
1994 में हिरोशिमा खेलों में पुरुषों की कैनो डबल 1000 मीटर में जॉनी रोमेल और सिजी कुमार सदानंदनके के कांस्य पदक जीतने के बाद यह एशियाई खेलों में कैनोइंग में भारत का दूसरा पदक है।
2018 में इंडोनेशिया में सुनील पुरुष सी-2 1000 मीटर के लिए यह दूसरा एशियाई खेल है, जो कुल मिलाकर छठे स्थान पर रहे। वह एक बहुत ही अनुभवी पैडलर हैं, जिन्होंने 2019 और 2023 में विश्व चैंपियनशिप और विश्व कप में सी-2 1000 मीटर और सी-1 2000 मीटर में भाग लिया है।
इसके विपरीत, 16 वर्षीय अर्जुन सिंह के लिए यह केवल दूसरा अंतर्राष्ट्रीय आयोजन है। इस साल की शुरुआत में उसने जर्मनी के ड्यूसबर्ग में विश्व चैंपियनशिप में भाग लिया और पुरुषों की सी-2 1000 मीटर में 9वें स्थान पर रहा।
हांगझोऊ। भारतीय महिला हॉकी टीम ने मंगलवार को अपने आखिरी पूल ए मैच में हांगकांग चीन पर 13-0 की शानदार जीत के साथ एशियाई खेल के सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
भारत के लिए वंदना कटारिया (2, 16, 48), दीपिका (4, 54, 58),दीप ग्रेस एक्का (11, 42), संगीता कुमारी (27, 55), मोनिका (7), वैष्णवी वि_ल फाल्के (34) और नवनीत कौर (58) गोल करने वाले खिलाड़ी रही।
खेल की शुरुआत भारत द्वारा हांगकांग चीन के खिलाफ लगातार आक्रमण शुरू करने से हुई, जिससे पहले क्वार्टर में 4-0 की बढ़त हासिल हुई।
दूसरे क्वार्टर में पहले जैसा ही प्रदर्शन हुआ, जिसमें भारत ने खेल पर अपना मजबूत नियंत्रण बनाए रखा।वंदना (16) ने एक प्रभावशाली फील्ड गोल के साथ एक बार फिर अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया। इसके अलावा, संगीता (27) ने नेट के पीछे गोल कर भारत का स्कोर बढ़ाया, जिससे भारत हाफटाइम में 6-0 की मजबूत बढ़त के साथ आगे बढ़ा।
आसान बढ़त के साथ भी, भारत ने तीसरे क्वार्टर में मैदान पर अपना दबदबा बनाए रखा। वैष्णवी (34) और दीप ग्रेस (42) ने पेनल्टी कॉर्नर पर एक-एक गोल किया, जिससे उनकी टीम की स्थिति और मजबूत हो गई क्योंकि अंतिम क्वार्टर के अंत में भारतीय टीम ने 8-0 की बढ़त बना ली थी।
भारत ने गोल करने की अपनी भूख बरकरार रखी और चौथे क्वार्टर में पांच बार गोल कर अपने इरादे को अंजाम दिया। वंदना (48), दीपिका (54, 58), संगीता (55) और नवनीत (58) ने आखिरी क्वार्टर में गोल कर 13-0 की शानदार जीत सुनिश्चित की।
इस जीत के साथ, भारत पूल चरण में अजेय रहा और सेमीफाइनल में जगह पक्की।
हांगझोउ। एशियाई खेलों की कुराश स्पर्धा से भारत को खाली हाथ लौटना पड़ेगा क्योंकि ज्योति टोकस और यश कुमार चौहान को अपने अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबलों में एकतरफा पराजय झेलनी पड़ी ।
चौहान को 90 किलो वर्ग में ईरान के सादेग अजारांग ने 10 . 0 से हराया । यह मुकाबला ज्यादा देर तक नहीं चला क्योंकि ईरानी खिलाड़ी ने खलोल के जरिये चौहान को चित कर दिया ।
अगर खिलाड़ी अपने विरोधी को मजबूत तरीके से थ्रो करता है तो उसे खलोल कहा जाता है और वह उस बाउट का विजेता बन जाता है।
इससे पहले महिलाओं के 87 किलो क्वार्टर फाइनल में ज्योति को ईरान की मलिका ओमिद वी ने तीन चाल के जरिये 3 . 0 से हराया।
जकार्ता में 2018 में रजत पदक जीतने वाली पिंकी बलहारा भी 52 किलो क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हो गई थी ।
भारत के आदित्य धोपांवकर (81 किलो), सुचिका तरियाल (52 किलो ) और केशव (66 किलो ) भी हारकर बाहर हो चुके हैं ।
हांगझोउ। सुतीर्था मुखर्जी और अहिका मुखर्जी को एशियाई खेलों में सोमवार को टेबल टेनिस महिला युगल सेमीफाइनल में कोरिया से कड़े मुकाबले में 3 . 4 से हारने के बाद कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा ।
सुतीर्था और अहिका ने 2 . 3 से पिछडऩे के बाद वापसी की लेकिन कोरिया की सुगियोंग पाक और सुयोग चा ने निर्णायक गेम में बाजी मार ली । उन्होंने एक घंटे तक चला मुकाबला 7 . 11, 11 . 8, 7 . 11, 11 . 8, 11 . 9, 5 . 11, 11 . 2 से जीता ।
इससे पहले भारतीय जोड़ी ने क्वार्टर फाइनल में विश्व चैम्पियन चीन की चेन मेंग और यिडि वांग को हराया था ।
इसके साथ ही टेबल टेनिस में अब भारत की चुनौती समाप्त हो गई । इस बार भारत ने टेबल टेनिस में यही एक पदक जीता है ।
हांगझोउ। भारतीय तीरंदाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए सोमवार को एशियाई खेलों में सभी टीम स्पर्धाओं में क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया ।
भारत ने पांच टीम एलिमिनेशन दौर खेले और सिर्फ एक सेट गंवाया । वहीं महिला कंपाउंड टीम को क्वालीफिकेशन में शीर्ष रहने के कारण क्वार्टर फाइनल तक बाय मिला था ।
पांचवीं वरीयता प्राप्त अतनु दास और अंकिता भकत ने मलेशिया के स्याकिरा बिंटी एम और मुहम्मद जरीफ स्याहिर बिन जोकेपेली को 39 . 38, 37 . 36, 39 . 33 से हराया ।
मलेशिया की जोड़ी ने पहले सेट में तीन 10 स्कोर करके 2 . 0 की बढत बना ली थी । लेकिन भारत की अनुभवी जोड़ी ने दो 10 स्कोर करके वापसी की ।
मलेशियाई टीम ने दूसरा सेट एक अंक के अंतर से गंवा दिया । वहीं तीसरे सेट में दास और अंकिता ने शानदार प्रदर्शन करते हुए तीन परफेक्ट 10 लगाये और क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली जहां उनका सामना चौथी वरीयता प्राप्त इंडोनेशिया से होगा ।
इंडोनेशिया को हराने पर उनकी टक्कर शीर्ष रैंकिंग वाली दक्षिण कोरिया से हो सकती है ।
एशियाई खेलों में छह कोटा स्थान उपलब्ध है जो रिकर्व मिश्रित टीम विजेता और व्यक्तिगत वर्ग में शीर्ष दो तीरंदाजों को मिलेंगे ।
कंपाउंड मिश्रित वर्ग में शीर्ष वरीयता प्राप्त ओजस देवताले और ज्योति सुरेखा वेन्नम ने सिर्फ एक अंक गंवाया और संयुक्त अरब अमीरात के मोहम्मद बिनामरो और आमना अलावाधी को 159 . 151 से मात दी ।
अब उनका सामना मलेशिया से होगा ।
कंपाउंड टीम वर्ग में दूसरी वरीयता प्राप्त ओजस, अभिषेक वर्मा और प्रथमेश जावकर ने 15वीं वरीयता प्राप्त सिंगापुर ( वून तेंग एंग, ली चुंग ही एलेन और जुन हुइ गोह ) को 235 . 219 से हराया । अब उनका सामना निचली रैंकिंग वाली भूटान टीम से होगा ।
शीर्ष वरीयता प्राप्त महिला कंपाउंड टीम ( ज्योति, अदिति स्वामी और परनीत कौर ) क्वार्टर फाइनल में नौवीं वरीयता प्राप्त हांगकांग से खेलेगी जिसने बांग्लादेश को 225 . 218 से हराया ।
दास, धीरज और तुषार शेल्के की पुरूष रिकर्व टीम ने हांगकांग के क्वोक यिन चाइ, लॉ क्वुन पोक लूसियेन और चुन किट को 58 . 47, 57 . 49, 57 . 55 से हराया । अब उनका सामना मंगोलिनया से होगा ।
महिला रिकर्व टीम ने 12वीं वरीयता प्राप्त थाईलैंड को हराया । पांचवीं वरीयता प्राप्त महिला टीम में अंकिता , भजन कौर और सिमरनजीत कौर शामिल थे जिन्होंने 49 . 47, 54 . 54, 55 . 54 से जीत दर्ज की । अब उनका सामना जापान से होगा ।
हांगझोउ। अनुभवी ज्योति सुरेखा वेन्नम ने एशियाई खेलों की कंपाउंड तीरंदाजी स्पर्धा के व्यक्तिगत क्वालीफिकेशन में रविवार को दक्षिण कोरिया की प्रतिद्वंद्वियों को पछाडक़र शीर्ष स्थान हासिल किया जबकि विश्व चैम्पियन अदिति स्वामी चौथे पायदान पर रही।
इन दोनों के शानदार प्रदर्शन से भारत ने टीम स्पर्धा में शीर्ष स्थान हासिल किया।
ओलिंपिक खेलों में शामिल रिकर्व वर्ग के तीरंदाजों ने भी पुरुष वर्ग में अच्छा प्रदर्शन किया।
अनुभवी अतनु दास चौथे स्थान पर रहे, प्रतिभाशाली युवा तीरंदाज धीरज बोम्मदेवरा पुरुष वर्ग में कट बनाने वाले छठे स्थान के साथ अगले सर्वश्रेष्ठ भारतीय थे।
भारतीय पुरुष रिकर्व टीम को क्वालीफिकेशन में 2022 अंकों के साथ तीसरी वरीयता मिली। दक्षिण कोरिया 2048 अंकों के साथ शीर्ष पर रहा, जबकि चीनी ताइपै (2030) ने दूसरा स्थान हासिल किया।
एशियाई खेलों में अपने पहले पदक की उम्मीद लगाये ज्योति ने क्वालीफायर में शुरुआती 36 निशाने में सिर्फ पांच अंक गंवाये और कुल 355 अंक बनाये। उनके 16 निशाने बिलकुल सटीक लगे जबकि 15 निशाने सटीक के बेहद करीब रहे।
उन्होंने अगले 36 निशानों से 349 अंक के साथ शीर्ष स्थान पक्का किया।
ज्योति, अदिति और प्रणीत कौर (12वां स्थान) की भारतीय तिकड़ी ने टीम स्पर्धा में 2087 अंक बनाये। यह स्कोर कोरिया के बराबर था लेकिन अधिक सटीक निशाने के कारण भारत को पहली वरीयता मिला।
शीर्ष वरीयता के कारण भारतीय टीम को शुरुआती दौर में बाई मिली है। टीम अपना अभियान हांगकांग और बांग्लादेश के बीच होने वाले मैच के विजेता के खिलाफ शुरू करेगी।
पुरुषों के रिकर्व वर्ग में दो बार के ओलंपियन अतनु चौथे स्थान (678) के साथ शीर्ष भारतीय रहे। धीरज ने 675 अंक बनाये। तुषार शेलके 15वें स्थान पर रहे और एलिमिनेशन दौर में जगह बनाने से चूक गये। वह टीम स्पर्धा में चुनौती पेश करेंगे।